और सबही भूल भले ही श्रीहरिनाम न भूल| रसिक पदावली-48| HARINAAM MAHIMA

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 27 ต.ค. 2024
  • #औरसबहीभूलभलेही#पूज्यहनुमानप्रसादजीपोद्दार##पदरत्नाकर
    These lines of Naam Mahima is extracted from "Pad Ratnakar" Granth. Which is written by Geeta press chief editor Nitya Leela pravist His Divine Grace Shri Hanuman Prasad Poddar ji.
    Sung by -Anand bhaiya ji.
    This composition is based on Raag-Pilu
    पद-
    और सब भूले भले ही श्री हरिनाम न भूल।
    भगवन्नाम प्रबल पावक ते जरे सकल जड़ मूल।।
    श्रीहरिनाम सुधामय सबके हित सबही के अनुकूल।
    श्री हरिनाम भजन ते पहुंचत भवसागर पर कूल।।
    रोग शोक संताप पाप सब जैसे सूखी धूल।
    भक्ति रसाल मिलें नहीं कबहूं बोए विषय बबूल।।
    जिन हरिनाम भजन नहीं कीन्हों तिनको जीवन धूल।
    श्री हरिनाम भयो जिनके मन जग जीवन को मूल।।
    तिनको धन्य जगत मह जीवन पातक पथ प्रतिकूल।
    श्री हरिनाम न भूल।।
    playlist
    • Best of Rasik padavali
    • Rasik Padavali

ความคิดเห็น • 24