स्वर में प्रभाव लाने का अभ्यास करें।आवाज़ में समुचित उतार चढ़ाव नहीं है। संस्कृत शिक्षण की सही विधि का पालन करे। अनुवाद के पहले शब्दार्थ लिखे जाते हैं। अनुवाद में विद्यार्थियों को भी शामिल करना होता है। '3 श्लोकों के अर्थ समझे', यह कहना 'अध्ययन किया' की अपेक्षा बेहतर होता। कक्षा में अनावश्यक गति न करें और अभ्यास जारी रखें।
विषय ज्ञान संतोषजनक है।
स्वर में प्रभाव लाने का अभ्यास करें।आवाज़ में समुचित उतार चढ़ाव नहीं है। संस्कृत शिक्षण की सही विधि का पालन करे। अनुवाद के पहले शब्दार्थ लिखे जाते हैं। अनुवाद में विद्यार्थियों को भी शामिल करना होता है। '3 श्लोकों के अर्थ समझे', यह कहना 'अध्ययन किया' की अपेक्षा बेहतर होता।
कक्षा में अनावश्यक गति न करें और अभ्यास जारी रखें।