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अद्भुत ... मैं हैरान होती हूं जब आप इतने सटीक तरीके से उन घटनाओं को समझ कर वर्णन करते हैं जिन्हें हम जैसे लोग सपने में भी नहीं समझ सकते , आपको नमस्कार है 🙏 ... ये वीडियो थोड़ा और बड़ा होना चाहिए था और आपको उन प्रश्नों का भी उत्तर देना चाहिए था जो आपने दर्शकों पर छोड़ दिए
अद्भुत ज्ञान के धनी हैं प्रवीण जी आप एक पल के लिए यदि सब कुछ कल्पना भी मान लिया जाए तो भी आपका विश्लेषण उच्च कोटि का है हमें हमारी धरोहर, प्राचीन संस्कृति से परिचित कराने के लिए आपको कोटि कोटि धन्यवाद साधुवाद जय श्री राम 🔱🕉‼️🚩
और जो नाग जैसा दिख रहा है, वह नाग लोगों का राजा हो सकता है, क्योंकि नग्न आभूषण भी पहनना हुआ है और मस्तक पर मुकुट भी लगा है, नाग का सबसे ऊंचा गुणवता वाली खास प्रस्तुति है
@@maheshi36910. . .. भारत के निर्भीक और यशश्वी गृहमंत्री माननीय श्री अमित शाह जी से विनम्र मिवेदन है कि मुख्यधारा से जुड़ने, वार्तालाप या आत्मसर्मपण जैसे नक्सली-भ्रमजाल में ना फंसे और NमकहराM, देशद्रोHI नक्सलवादी-माओवादी गन्दगी का निर्ममतापूर्वक उन्मूलन कर दीजिए। छत्तीसगढ़ वादियों को साधुवाद जिन्होनें पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को प्रचण्ड बहुमत से विजयी बनाया और उसका सद्परिणाम अब दिख रहा है। माओवादी गन्दगी का ऐसे ही सफाई होता रहे इसके लिए मतदान अवश्य करें। कायर, गद्दार और लम्पट नक्सलवादियों ने जितने निहत्थे और निर्धन वनवासी बहन-भाईयों की क्रूरतम् हत्YA और शोषण किया है उसका पूरा प्रतिशोध लेना ही हम सभी का एकमात्र उद्देश्य होना चाहिए। प्रत्येक वनवासी बहन-भाई का यह परम धर्म और कर्म है कि वे अपने '''जल-जंगल-जमीन''' की रक्षा महादुष्ट, धूर्त, पाखण्डी और नरपशु माओवादी-नक्सलवादीयों से करें जो किसी भी निर्दोष वनवासी की पुलिस-प्रशासन का मुखबिर बता कर Hत्या कर देती है। लाल-सलाम वालों को ''मिट्टी नें मिला'' दीजिए। छत्तीसगढ़ के उज्जवल भविष्य पर माओवाद सबसे बड़ा कलंक है; इस कलंक को सदा-सदा के लिए मिटा दीजिए। अबकी बार 400 पार। हर हर मोदी घर घर योगी जय श्रीराम . .. ..
यह स्पष्ट है कि पृथ्वी को एक आभासी धुरी पर घूमते हुए माना जाता है , वास्तु शास्त्र में भी केंद्रक या धुरी का महत्व है , इसलिए हर मंदिर का एक केंद्रक होता है जो कि उसकी नाभि या न्यूक्लियस होता है, प्राण प्रतिष्ठा में इसी केंद्रक को वैदिक विधानों और मंत्रों से अभिमंत्रित कर ऊर्जित किया जाता है , मान्यता है कि पृथ्वी कछुए के ऊपर अवस्थित है जिसकी उम्र सब जीवों से ज्यादा है , समुद्र मंथन के समय भी मंदराचल पर्वत को कछुए की पीठ पर रखकर समुद्र को मथा गया था , इसलिए हर शिव मंदिर को समुद्र मंथन के प्रतीक के रूप में बनाया जाता है , अब आते हैं धरती की बनावट पर जो कोर याने सबसे कड़ी चट्टान , मध्य याने सॉफ्ट या मुलायम चट्टान और ऊपर का क्रस्ट याने जैविक चट्टान जिसे मिट्टी कहते हैं जिस पर जीव रहते हैं , और उसके ऊपर हवा , ठीक ऐसे ही शिव मंदिर का निर्माण भी होता हैं, हर जीव की नाभि होती है जो कमलनाल या प्लेसेंटा से अपनी मातृ द्रव से जुड़ी रहती है , और मातृ द्रव पुरुष के वीर्य और स्त्री के रज या अंड से मिलकर नया बीज बनता है , कमलनाल और कमल का इसीलिए महत्व है क्योंकि बीज विन्यास को समझने के लिए इससे अच्छा उदाहरण कोई नहीं है , हर योनि के भीतर भाग का आकार कमल की भांति ही होता है , करोड़ों वीर्य में से रचनानुसार किसी एक , दो या अधिक वीर्य बीजक को अपने कमल मुख में लेकर us बीजक को आकार देती है और उसे उचित समय पर आकार प्रकार देकर प्रजनन कर बाहर याने धरती पर छोड़ देती है, इसलिए मंदिर में कमल का फूल बनाया जाता है, योनि तो मात्र मार्ग है लेकिन बीजक या वीर्य जिसमें जाकर नए जीव के रूप में अवस्थित होता है उसका आकार कमल के फूल की भांति ही छः पंखुयियों वाला होता है , जो कुछ ही पल के लिए खुलता है ताकि वीर्य या बीजक उसमें प्रविष्ट हो जाए फिर वो कस कर बंद हो जाता है, और उसके अंदर नए जीव का पालन शुरू हो जाता है, मंदिर की नाभि भी प्लेसेंटा का ही रूप से जहां से ऊर्जा प्रवाहित होती है , मंदिर की नाभि के नीचे सात समुद्र का जल, सात नदियों का जल, सात सरोवरों की मिट्टी, सात धातुएं कछुए के खोल के नीचे रखकर समुद्र मंथन की कल्पनानुसार शिव मंदिर निर्मित किया जाता है , माना जाता है कि यह दसों दिशाओं में ऊर्जा प्रवाहित करता रहेगा , तीन कमरेनुमा आकृति पताल लोक , धरा मृत्यु लोक और आकाश स्वर्ग लोक के प्रतीक हैं , यह ऊर्जा के लगातार बनने, कार्य करने और रूप परिवर्तन के प्रतीक रूप में बनाया जाता है , एक वैक्यूम या रिक्त स्थान जो नीचे से ऊर्जा ऊपर खींचकर स्वयं को भरता है या रस संवहन करता है , जैसे पौधे जड़ से रस ऊपर की ओर संवहन प्रणाली के तहत ही अंतिम पत्ती तक पहुंचाकर वायुमंडल या अकाशमंडल में उत्सर्जित कर देते हैं , उसी प्रकार मंदिर भी पृथ्वी की ऊर्जा को निरंतर आकाशमंडल में उत्सर्जित करते रहते हैं, ठीक वैसे ही जैसे अग्नि का शिखा, दीपक या मोमबत्ती की शिखा जो हमें दिखाई देती है वो एकदम नुकीली होती हैं लेकिन उसकी ऊष्मा या ऊर्जा वहीं खत्म नहीं हो जाती है , यदि हम उसके ऊपर धीरे धीरे हथेली को ऊपर उठाते जाएं तो गर्माहट कम होते होते खत्म हो जाती है लेकिन वह खत्म नहीं होती बल्कि अपनी ऊर्जा को वायु में संचारित करती रहती है अपनी तीव्रता अनुसार, सादर प्रणाम, साथ ही निवेदन है कि जब भी हम किसी भी भगवान के संदर्भ में बात करे तो खड़ा है, खुला है, झुका है की जगह खड़े हैं, खुले हैं, झुके है जैसे आदरसूचक शब्दों का प्रयोग करें , ये आपकी नहीं जो इसे हिंदी में अनुवाद या नेरेट कर रहे हैं उन्हें ध्यान रखना चाहिए क्योंकि अंग्रेजी में दूसरे के लिए you का प्रयोग होता है लेकिन हिंदी में उम्रानुसार प्रयोग होता होता है, बड़े हैं तो आप, बराबर या छोटे के लिए तुम, बहुत खास है बराबरी का है तो तू, संभव हो सके तो भाषाई सम्मान पर ध्यान दीजिएगा ,
ओहोहो 😮 क्या विवरण प्रस्तुत किया है , ला-जवाब, बेहतरीन आप का समझाने का तरीक़ा (आइसक्रीम जैसे गले में फटफट चली जाती है वैसा) बहोती ही शानदार है । इश्वर आपको और अधिक ऐसा ज्ञान दे और लंममममबी आयु दे। नमस्कार प्रवीण मोहन साब❤
प्रवीण जी आपको भगवान ने ही स्पेशली भारत में भेजा है क्योंकि जो पौराणिक धरोहर ओर प्राचीन शील्प कला का सटीक विवरण करके भारत वासी हिन्दुओ को समझा सको जो सब हिन्दु भूल गए हैं आपका स्पेशली जन्म हुआ है ़़़़़ आप गोड गिफ्ट हो😊😊😊 धन्यवाद प्रवीण जी 🙏🙏🙏🕉️🕉️🕉️ जय महादेव 🙏🕉️🙏🕉️🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳
आपकी जानकारी अद्भुत है । मैं जब भी आपकी वीडियो देखता हु तो एक अजीब सी रोमांच सारे शरीर में भर जाती है। आप मंदिर के बारे में बहुत ही ज्यादा जानते है ।इस वीडियो बहुत ही ज्यादा सनातन के बारे में बताया गया है। जय श्री राम
प्रवीण जी आप युगप्रवर्तन युगपुरुष है इतनाज्ञान किसी के पास नहीं है ना कभी होगा प्रवीण जी आपसे एक निवेदन है कृपया आप बुंदेलखंड के पन्ना जिला के समीप 1 अगस्त ऋषि आश्रम सिद्धनाथ धाम के नाम से जाना जाता है वह चौथी शताब्दी के लगभग का है मंदिरहै यहां अजीब प्रकार कीनक्काशी पाई जातीहै यहां काफी संख्या में दक्षिण भारतीय लोग भी आते हैं
जय श्री राम आज कल लोगों को यही बात समझ नहीं आती की जो मंदिर बनते थे वह बहुत ही वैज्ञानिक और ज्ञानवर्धक होते थे लेकिन आज कल हमारे गावों में लोगों को मंदिर बनाने की होड़ है रेत सीमेंट और ईंट से बस एक मंदिर बना दिया जाता है कोई खासियत नहीं जैसे भगबान का मकान बनाया हो अरे उनका तो सारा संसार है उनके लिए अपने से कुछ ऐसा करना जिससे भगवान खुश हो सके लेकिन हम बस ख़तम हो चुके है धीरे धीरे अपने धर्म को भी खोटे जा रहे है
प्रवीण जी क्या किसी भी हिन्दू देवी देवता का ऐसा भी कोई मंदिर,मूर्ति कोई सिक्का या कुछ भी ऐसा है जो 4000/5000 वर्ष पुराना हो ओर वैज्ञानिक दृष्टि से प्रमाणिक हो तो। बताएगा। प्रमाण के साथ। With prof plz
यहाँ आपने महात्मा-बुद्ध और बोधिसत्व अवलोकितेश्वरों की मूर्तियों को मय बौद्ध-सम्पदा के अच्छी तरह से दिखा दिया है । बस भाषा, शब्द व दर्शन को सही करके बौद्ध-विरासत का बखान शुरू करो। बुद्धम शरणम् गच्छामि! धम्मम शरणम् गच्छामि!! संघम शरणं गच्छामि!!!
प्रवीण जी बोहत ध्यान से देखने पड़ते हैं आपके वीडियो आप हर एक छोटी से छोटी बातें समझाते हैं पर बोहोत हैरानी होती है हिंदू मिथक या पुराण या अन्य ग्रंथ में आर्किटेट साइंस को नही लिखा है जैसा आपने खोज लिया है, महाभारत मे इंद्रप्रस्थ सिटी के विषय मे बताया तो है पर उसका आश्चर्य जनक विज्ञान नही बताया है तो सर आपके सवाल का जवाब देना मेरे लिए तो बोहत टफ है, पर मुख्य बात ये है शिव लिंग( शिव शक्ति ,जिसे आप योनि कहते हैं) उसके विषय मे बताएं वो असल मे क्या है,स्वामी विवेकानंद ने उसे जो कहा वो लिंग और योनि से अलग बात है ,आप उनके मंतव्य से आस्वस्त हैं या नही ? मै तो नही हूं ,,,बहरहाल आपके लिए एक सवाल है जिसमे मै उलझा हुआ हूं, क्या आप को पता है हजारों साल पहले ड्रेकुला जैसा कोई पात्र हिंदू मिथक में हुआ था ?
आपने मेरे विचार पूछे तो :- नीचे हड्डीयां फिर धातुएं फिर सर्प ये सब धरती के नीचे पाए जाते हैं सर्प आधा बाहर है जो कि उसकी अनुकूलन क्षमता को दर्शाता है सर्प पानी में भी पाए जाते हैं ये सब गर्भ को और फिर कमल जो की पानी के ऊपर कीचड़ में होता है जो योनि पर बना है फिर बीज और उनके अंदर शिव जो की प्राण के रूप मे है और उसपर खोपड़ी जो कि नश्वर शरीर को दर्शाती हैं प्रश्न:- ऊपर के दोनो कक्षों में क्या होगा? उत्तर:- शायद एक कक्ष प्रकाश और वायु के आवागमन हेतु हो और दूसरा गुप्त अनुष्ठान , तंत्र साधना के लिए हो सकता है क्योंकि हड्डी खोपड़ी आदि तो इसके ही प्रतीक हैं आपके क्या विचार हैं बताइए 😊🙏🏻🚩💖
Great UR. DEAR PRAVEEN MOHAN JI. YOUR OBSERVATIONS R INDEED GREAT AND ACCURATE I FOUND U HAD TOUGH TIME. EXPLAINING THE VIEWERS I THE PITCH DARK AREA BUT STILL U DID IT YOUR EFFORTS TO DISCOVER THE DETAILS R REMARKABLE. YOUR EFFORTS. ARE NO LESS THAN THE SCLUPTERERS. WHO CREATED //BUILD THESE STRUCTURES WHEN THERE WAS NO ELECTRICITY HOW THEY MUST HAVE MANAGED CREAT LIGHT IN SIDE THE ROOMS AND BUILT SUCH MAGNIFICENT. ART WORK. I BOW MY HEAD TO THOSE WHO CREATED. I BOW MY HEAD. TO U TOO DEAR
Pravin ji Your efforts to decode the historical artifects are worth praise and i salute you for putting togeter knowledge and history. Regards Vijay Paluskar
Me aapse bhut prbhavit hun ki bhagwan ne aapko jo suxam chijo ko dekhne or samjhne ki sakti di hai wo sbke pass nahi hoti hai or me un bhagwan ko aabhar vekt krti hun jinhone aapko sanatan dharm me janam diya hai. Aapke mata pita ko bhi koti koti prnam jinhone apne puniye karm se aapko janam diya hai.❤ bheyaji aapse ek nivedan hai ki aap sivling ko silendar na bole plz lingam fir bhi thik hai ❤
Jai sitaram jai hanuman om namahsiway jai mata di har harmahadev jai shri vishnu ji jaimata laxmi ji jai shri radheykrishna ji jai mata laxmi jijai shri radhey krishna ji jai
Aapane Jo last mein sawal poochha hai ki yah sari upar kamre kaksh kyon banae Gaye niche per banae Gaye iska Karan yah Raha hoga ki yah Murti Ko nuksan Na Ho aise angle se tarashasa Gaya hoga banaya Gaya hoga taki yah kabhi bhi tute to Bhagwan Shiv ki jo Pratima wali Murti hai usko koi nuksan Na pahunche aur ant Tak yahi hua yah sabhi Bhagwan Shiv ki kripa hi hai Jay Bholenath
Jab ham shiv ki baat karte hai. To koi bhi baat ka mahatva khatam ho jata hai. Kya ye miracle hai. Kailash miracle hai. Kaba k kale pattar ka sach ??? Shiv hi satya hai. Mere mahadev...na aadi na antt. ❤❤❤❤
KNOWLEGE THEEK DI H BHAI, GARV H APNI SANATAN SANSKRITI. PR LEKIN ME CHAHTA HOON KI AP APNE HINDI UCHARAN KO BHAGVAN K PRATI THEEK SE BOLE😇😇 , UNHE PURE SAMMAN SE 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏☝APKE DYARA PARICHIT😀 KARAYA JAYE TO JAYA 🧐🧐BAHATAR HOGA😇🙂🙂 ISKA VISHESH DHYAN RKHE APNI HINDI BHASHA SHELI KO BHAGVAN K PRATI THEEK SE UCHARAN KARE 🗣🗣🔊 DANYABAD😊😊 OR APKI MAHANAT OR KNOWLEGE K LIYE APKA BAHUT ABHINANDAN ,VDO ME KAFI KNOWLEGE MILI THANKS FOR THAT .........
❤❤❤YAH HAMARI NITANT AGYANATA KA PARICHAYAAK HI HSI KI HAM SAB ME SE HAREK IS KRITI KO SIRF SUR SIRF A D B H O O T MAAN LE YA APNI SONVH KO VYAKT HI KAR SAKTE WAH BHU APNE EK AJSHAMAY JIVAN ME JISME HAM SISI KOI BHI JANKARI RAKH PANE ME ASAMARATH HOTE OIM NAMAH SHIVAYA ❤❤❤
PRAVEEN BHAI AAP TORCH SE JO DESIGN DIKHA RAHE HO BILKUL AISE PATTERN VIDESHON MEIN KHET KE ANDAR ACHANK SE MILE....APP UN DESIGN KO BHI SAMKH SAKTE HAIN...EK VIDEO AISE DESIGN PAR BHI BNAO PLEASE !
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इतनी जल्दी आप मेरी बात को समझ गए प्रवीण भाई ?
मेरे गाँव के बगल के गाँव में लक्ष्मी नारायण कि जीवंत मुर्ती हैं जो एक पेड़ से निकाला हैं
मोहन भैया आप अपने ओरिजिनल वाइस मे डब किजीये और थोड़ा धीमे समझाईये पहले की तरह🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
आपकी हर वीडियो भारतीय सनातन संस्कृति के वैज्ञानिक पक्ष को प्रबल दृष्टिकोण और प्राचीनता में आधुनिकता के प्रमाण प्रस्तुत करती है।
Dear praveen ji you are doing a commendable job.. but you have to be little respectful for dubbing for lord shiva or any other gods.. thanks
इतना सटीक डी कोड करना एक ईश्वरीय वरदान हैं आपको
आप आकाशिक रेकोड से जुड़े हुए हों
धन्यवाद प्रवीण भाई 🙏
बहुत धन्यवाद।🙏
अद्भुत ... मैं हैरान होती हूं जब आप इतने सटीक तरीके से उन घटनाओं को समझ कर वर्णन करते हैं जिन्हें हम जैसे लोग सपने में भी नहीं समझ सकते , आपको नमस्कार है 🙏 ... ये वीडियो थोड़ा और बड़ा होना चाहिए था और आपको उन प्रश्नों का भी उत्तर देना चाहिए था जो आपने दर्शकों पर छोड़ दिए
प्रवीन जी की दृष्टि बड़ी सुक्ष्म है। बहुत कुछ देख लेते हैं जिन्हें हम छोड़ देते हैं। नमः शिवाय च नमः शिवायै🙏🙏🙏
*शिव जी को तो स्वयं डिस्ट्रोयर कि उपाधि दी जाती है, उन्हें कोई डिस्ट्रोय नहीं कर सकता।।*
मोदी ने हज़ारों मंदिर, शिवलिंग :::::: तुड़वा दिया ।।
आपकी खोज वाकई बहुत ही कमाल की है आप सचमुच ही जिनियस हैं❤
अद्भुत ज्ञान के धनी हैं प्रवीण जी आप
एक पल के लिए यदि सब कुछ कल्पना भी मान लिया जाए तो भी आपका विश्लेषण उच्च कोटि का है
हमें हमारी धरोहर, प्राचीन संस्कृति से परिचित कराने के लिए आपको कोटि कोटि धन्यवाद साधुवाद
जय श्री राम 🔱🕉‼️🚩
जय श्री राम,,,, जय जय श्री राम,,,✊🏻🔥🔥
प्रवीणनजी आप मूर्ती का एकदम सुष्म तरेह विश्लेषण करते है बहुत ही अच्छा❤
ओम नमः शिवाय. प्रवीण जी. आपका वर्णन सराहनीय है. बारीक चीजो पर कम ही लोग ध्यान देते हैं.
श्री शिवाय नमस्तुभ्यम
Excellent Acharya! सचमुच destroyer को कभी destroy नहीं कर सकता!! Acharyadevo bhava. 👌👌👌❤️❤️❤️🙏🙏🙏
Thanks a lot!
और जो नाग जैसा दिख रहा है, वह नाग लोगों का राजा हो सकता है, क्योंकि नग्न आभूषण भी पहनना हुआ है और मस्तक पर मुकुट भी लगा है, नाग का सबसे ऊंचा गुणवता वाली खास प्रस्तुति है
ॐ गणेशाय नमः ॐ नमः शिवाय जय माता की जय भगवान कार्तिकेय की
हमारे स्वर्णिम इतिहास, संस्कृति और दर्शन से हमारा सदैव ऐसे ही साक्षात्कार होता रहे इसके लिए अति आवश्यक है कि-
अबकि बार 400 पार (मतदान करने अवश्य जाएं)
भूल जा।
400+
@woundedindia5442 सही कहा आपने वरना दुसरी पार्टियों का तो क्या भरोसा प्रवीण मोहन जी का you tube channel ही बंद करवा दे। जो इतने ज्ञान की बात करते हैं।
@@maheshi36910.
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भारत के निर्भीक और यशश्वी गृहमंत्री माननीय श्री अमित शाह जी से विनम्र मिवेदन है कि मुख्यधारा से जुड़ने, वार्तालाप या आत्मसर्मपण जैसे नक्सली-भ्रमजाल में ना फंसे और NमकहराM, देशद्रोHI नक्सलवादी-माओवादी गन्दगी का निर्ममतापूर्वक उन्मूलन कर दीजिए।
छत्तीसगढ़ वादियों को साधुवाद जिन्होनें पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को प्रचण्ड बहुमत से विजयी बनाया और उसका सद्परिणाम अब दिख रहा है। माओवादी गन्दगी का ऐसे ही सफाई होता रहे इसके लिए मतदान अवश्य करें। कायर, गद्दार और लम्पट नक्सलवादियों ने जितने निहत्थे और निर्धन वनवासी बहन-भाईयों की क्रूरतम् हत्YA और शोषण किया है उसका पूरा प्रतिशोध लेना ही हम सभी का एकमात्र उद्देश्य होना चाहिए। प्रत्येक वनवासी बहन-भाई का यह परम धर्म और कर्म है कि वे अपने '''जल-जंगल-जमीन''' की रक्षा महादुष्ट, धूर्त, पाखण्डी और नरपशु माओवादी-नक्सलवादीयों से करें जो किसी भी निर्दोष वनवासी की पुलिस-प्रशासन का मुखबिर बता कर Hत्या कर देती है। लाल-सलाम वालों को ''मिट्टी नें मिला'' दीजिए। छत्तीसगढ़ के उज्जवल भविष्य पर माओवाद सबसे बड़ा कलंक है; इस कलंक को सदा-सदा के लिए मिटा दीजिए।
अबकी बार 400 पार।
हर हर मोदी
घर घर योगी
जय श्रीराम
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लालची स्वार्थी आलसी हिन्दू ही,,,, हिंदूओं के खुले भीतर घाती दुश्मन है भाई,,,, 🥺🥺 साले गद्दारों से वोट तक नही डलता भाई साहब,,, जय श्री राम,,,✊🏻🔥🔥
Aap jaisa vidwan Koi Nahin aapko Bharat ratn Milana chahie Modi ji Kavi Pravin Ko dekho vande Mataram
यह स्पष्ट है कि पृथ्वी को एक आभासी धुरी पर घूमते हुए माना जाता है , वास्तु शास्त्र में भी केंद्रक या धुरी का महत्व है , इसलिए हर मंदिर का एक केंद्रक होता है जो कि उसकी नाभि या न्यूक्लियस होता है, प्राण प्रतिष्ठा में इसी केंद्रक को वैदिक विधानों और मंत्रों से अभिमंत्रित कर ऊर्जित किया जाता है ,
मान्यता है कि पृथ्वी कछुए के ऊपर अवस्थित है जिसकी उम्र सब जीवों से ज्यादा है , समुद्र मंथन के समय भी मंदराचल पर्वत को कछुए की पीठ पर रखकर समुद्र को मथा गया था , इसलिए हर शिव मंदिर को समुद्र मंथन के प्रतीक के रूप में बनाया जाता है ,
अब आते हैं धरती की बनावट पर जो कोर याने सबसे कड़ी चट्टान , मध्य याने सॉफ्ट या मुलायम चट्टान और ऊपर का क्रस्ट याने जैविक चट्टान जिसे मिट्टी कहते हैं जिस पर जीव रहते हैं , और उसके ऊपर हवा ,
ठीक ऐसे ही शिव मंदिर का निर्माण भी होता हैं, हर जीव की नाभि होती है जो कमलनाल या प्लेसेंटा से अपनी मातृ द्रव से जुड़ी रहती है , और मातृ द्रव पुरुष के वीर्य और स्त्री के रज या अंड से मिलकर नया बीज बनता है , कमलनाल और कमल का इसीलिए महत्व है क्योंकि बीज विन्यास को समझने के लिए इससे अच्छा उदाहरण कोई नहीं है , हर योनि के भीतर भाग का आकार कमल की भांति ही होता है , करोड़ों वीर्य में से रचनानुसार किसी एक , दो या अधिक वीर्य बीजक को अपने कमल मुख में लेकर us बीजक को आकार देती है और उसे उचित समय पर आकार प्रकार देकर प्रजनन कर बाहर याने धरती पर छोड़ देती है,
इसलिए मंदिर में कमल का फूल बनाया जाता है, योनि तो मात्र मार्ग है लेकिन बीजक या वीर्य जिसमें जाकर नए जीव के रूप में अवस्थित होता है उसका आकार कमल के फूल की भांति ही छः पंखुयियों वाला होता है , जो कुछ ही पल के लिए खुलता है ताकि वीर्य या बीजक उसमें प्रविष्ट हो जाए फिर वो कस कर बंद हो जाता है, और उसके अंदर नए जीव का पालन शुरू हो जाता है,
मंदिर की नाभि भी प्लेसेंटा का ही रूप से जहां से ऊर्जा प्रवाहित होती है , मंदिर की नाभि के नीचे सात समुद्र का जल, सात नदियों का जल, सात सरोवरों की मिट्टी, सात धातुएं कछुए के खोल के नीचे रखकर समुद्र मंथन की कल्पनानुसार शिव मंदिर निर्मित किया जाता है , माना जाता है कि यह दसों दिशाओं में ऊर्जा प्रवाहित करता रहेगा ,
तीन कमरेनुमा आकृति पताल लोक , धरा मृत्यु लोक और आकाश स्वर्ग लोक के प्रतीक हैं , यह ऊर्जा के लगातार बनने, कार्य करने और रूप परिवर्तन के प्रतीक रूप में बनाया जाता है , एक वैक्यूम या रिक्त स्थान जो नीचे से ऊर्जा ऊपर खींचकर स्वयं को भरता है या रस संवहन करता है , जैसे पौधे जड़ से रस ऊपर की ओर संवहन प्रणाली के तहत ही अंतिम पत्ती तक पहुंचाकर वायुमंडल या अकाशमंडल में उत्सर्जित कर देते हैं , उसी प्रकार मंदिर भी पृथ्वी की ऊर्जा को निरंतर आकाशमंडल में उत्सर्जित करते रहते हैं, ठीक वैसे ही जैसे अग्नि का शिखा, दीपक या मोमबत्ती की शिखा जो हमें दिखाई देती है वो एकदम नुकीली होती हैं लेकिन उसकी ऊष्मा या ऊर्जा वहीं खत्म नहीं हो जाती है , यदि हम उसके ऊपर धीरे धीरे हथेली को ऊपर उठाते जाएं तो गर्माहट कम होते होते खत्म हो जाती है लेकिन वह खत्म नहीं होती बल्कि अपनी ऊर्जा को वायु में संचारित करती रहती है अपनी तीव्रता अनुसार, सादर प्रणाम,
साथ ही निवेदन है कि जब भी हम किसी भी भगवान के संदर्भ में बात करे तो खड़ा है, खुला है, झुका है की जगह खड़े हैं, खुले हैं, झुके है जैसे आदरसूचक शब्दों का प्रयोग करें , ये आपकी नहीं जो इसे हिंदी में अनुवाद या नेरेट कर रहे हैं उन्हें ध्यान रखना चाहिए क्योंकि अंग्रेजी में दूसरे के लिए you का प्रयोग होता है लेकिन हिंदी में उम्रानुसार प्रयोग होता होता है, बड़े हैं तो आप, बराबर या छोटे के लिए तुम, बहुत खास है बराबरी का है तो तू,
संभव हो सके तो भाषाई सम्मान पर ध्यान दीजिएगा ,
Sir adbhut ghyan h aapka
Atihasik. Vivian. Me. Shiv. Ke liye. Visheshano. Ka. Prayag. Aavashyak. Nahi. Hae. Unki. Khoj. Ke. Liye. Praveen. Jjee. Ko. Dhanyavad. Dena. Chahie
मुझे लगता हैं कि उस कक्ष में कुछ खास होगा जो ब्रह्मांड को और करीब से जानने के लिए कोई और संसाधन या कोई यंत्र होगा.. धन्यवाद प्रविण भैया❤❤
ओहोहो 😮 क्या विवरण प्रस्तुत किया है , ला-जवाब, बेहतरीन
आप का समझाने का तरीक़ा (आइसक्रीम जैसे गले में फटफट चली जाती है वैसा) बहोती ही शानदार है ।
इश्वर आपको और अधिक ऐसा ज्ञान दे और लंममममबी आयु दे।
नमस्कार प्रवीण मोहन साब❤
बहुत धन्यवाद।🙏
प्रवीण जी आपको भगवान ने ही स्पेशली भारत में भेजा है क्योंकि जो पौराणिक धरोहर ओर प्राचीन शील्प कला का सटीक विवरण करके भारत वासी हिन्दुओ को समझा सको जो सब हिन्दु भूल गए हैं
आपका स्पेशली जन्म हुआ है ़़़़़
आप गोड गिफ्ट हो😊😊😊
धन्यवाद प्रवीण जी 🙏🙏🙏🕉️🕉️🕉️
जय महादेव 🙏🕉️🙏🕉️🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳
आपको अति शुझ्म दिरष्टि के लिए साधुवाद। आपकी आवाज को क्या हो गया है आपकी आबाज बहुत बदल गया है सर जी
प्रवीण जी आप जैसे बहुत कम लोग हैं जो आप काम कर रहे हैं बहुत अच्छा kam
आपके द्वारा दी गई जानकारी हमें आश्चर्यचकित कर देती है वी आर वेरी सरप्राइज्ड की कोई नक्काशी को मूर्तियों को इस तरह परिभाषित कर सकता है
आपकी खोजी प्रातिभा के लिए साधुवाद।
संभाजी नगर जिले हे शिऊर गाव मे भी ऐसा हि हजारो साल पुरातन शिवमंदिर है जिस के छत के ऊपर ऐसा ही कमरा है
और मंदिर के शिवलिंग जैसा ही उपर मी शिवलिंग है
प्रणाम सर जी 🙏🏻
ॐ नमः शिवाय 🙏🏻
ओम् नमः शिवाय
Nice u r doing a great job Praveen and U r awesome 👌 at it your work. U r a Gem 💎 💎 💎 💎 💎
Thanks!
आपकी जानकारी अद्भुत है । मैं जब भी आपकी वीडियो देखता हु तो एक अजीब सी रोमांच सारे शरीर में भर जाती है। आप मंदिर के बारे में बहुत ही ज्यादा जानते है ।इस वीडियो बहुत ही ज्यादा सनातन के बारे में बताया गया है। जय श्री राम
मेरे पास कोई शब्द हि नही आपके तारीफ के लिए।
इस तरह के खोज शायद कोई किया हो।।😊😊😊🎉🎉🎉❤❤
Apke samjhane ka tarika bahut acha hai....Ab Tak Jo bhi jante-samjhte rahe USS lavel se upar ka Gyan dete Hain app !
ॐ नमः शिवाय🙏
अद्भुत अकल्पनीय 👌👌🕉🙏🙏🙏🚩🚩
आपकी खोजी प्रातिभा को नमन करता हूँ ।
प्रवीण जी आप युगप्रवर्तन युगपुरुष है इतनाज्ञान किसी के पास नहीं है ना कभी होगा प्रवीण जी आपसे एक निवेदन है कृपया आप बुंदेलखंड के पन्ना जिला के समीप 1 अगस्त ऋषि आश्रम सिद्धनाथ धाम के नाम से जाना जाता है वह चौथी शताब्दी के लगभग का है मंदिरहै यहां अजीब प्रकार कीनक्काशी पाई जातीहै यहां काफी संख्या में दक्षिण भारतीय लोग भी आते हैं
Mujhe aapki video bahut acchi lagti hai 😊
मान गए सर जी बहुत जबरदस्त व्याख्या की आपने और एकदम परफेक्ट प्रवीन मोहन जी आप एक निष्पक्ष जांच करने वाले इंसान है 🕉️🙏🙏
I m blessed to born in india i love my santan i love my india❤
Salute to you man for u researches and to tell the world about our sanatan sanskriti 🙏🌺
जय श्री राम आज कल लोगों को यही बात समझ नहीं आती की जो मंदिर बनते थे वह बहुत ही वैज्ञानिक और ज्ञानवर्धक होते थे लेकिन आज कल हमारे गावों में लोगों को मंदिर बनाने की होड़ है रेत सीमेंट और ईंट से बस एक मंदिर बना दिया जाता है कोई खासियत नहीं जैसे भगबान का मकान बनाया हो अरे उनका तो सारा संसार है उनके लिए अपने से कुछ ऐसा करना जिससे भगवान खुश हो सके लेकिन हम बस ख़तम हो चुके है धीरे धीरे अपने धर्म को भी खोटे जा रहे है
खुप छान माहिती .. सुंदर विश्लेषण🙏🙏
प्रवीण जी क्या किसी भी हिन्दू देवी देवता का ऐसा भी कोई मंदिर,मूर्ति कोई सिक्का या कुछ भी ऐसा है जो 4000/5000 वर्ष पुराना हो ओर वैज्ञानिक दृष्टि से प्रमाणिक हो तो। बताएगा। प्रमाण के साथ। With prof plz
बहुत ही शानदार वीडियो है!
यहाँ आपने महात्मा-बुद्ध और बोधिसत्व अवलोकितेश्वरों की मूर्तियों को मय बौद्ध-सम्पदा के अच्छी तरह से दिखा दिया है । बस भाषा, शब्द व दर्शन को सही करके बौद्ध-विरासत का बखान शुरू करो। बुद्धम शरणम् गच्छामि! धम्मम शरणम् गच्छामि!! संघम शरणं गच्छामि!!!
Aap hi sahi hain.
वाह.... अच्छा vdo... अगला vdo जल्द बनाना
Sir you are mind-blowing your work is Very Good .
प्रवीण जी बोहत ध्यान से देखने पड़ते हैं आपके वीडियो आप हर एक छोटी से छोटी बातें समझाते हैं पर बोहोत हैरानी होती है हिंदू मिथक या पुराण या अन्य ग्रंथ में आर्किटेट साइंस को नही लिखा है जैसा आपने खोज लिया है, महाभारत मे इंद्रप्रस्थ सिटी के विषय मे बताया तो है पर उसका आश्चर्य जनक विज्ञान नही बताया है तो सर आपके सवाल का जवाब देना मेरे लिए तो बोहत टफ है, पर मुख्य बात ये है शिव लिंग( शिव शक्ति ,जिसे आप योनि कहते हैं) उसके विषय मे बताएं वो असल मे क्या है,स्वामी विवेकानंद ने उसे जो कहा वो लिंग और योनि से अलग बात है ,आप उनके मंतव्य से आस्वस्त हैं या नही ? मै तो नही हूं ,,,बहरहाल आपके लिए एक सवाल है जिसमे मै उलझा हुआ हूं, क्या आप को पता है हजारों साल पहले ड्रेकुला जैसा कोई पात्र हिंदू मिथक में हुआ था ?
प्रणाम सर जी
You are great praveen bro ❤❤❤❤❤❤❤❤
Pravin ji aap aadbhhut knowledge walle insaan he. Thanks
Very very interesting.. . !!!
🥰 Bohut achha laga sir.. . 🤗
🙏💖💐
Thanks for such detail viewing , you are the only one who can have such beautiful explanation.
Ram Ram ji sadguru sabhi ko hazaron khushiyan de
❤आप भी अद्भुत क्षमता के धनी हो सर जी।
Om Namah Shivaay...nice vdo wth grt info..🙏🚩❤️👌🚩
Thanks for liking!
हर हर महादेव 🙏🙏
🙏Han bhaiya ji wo shivling hain🙏
🙏 Har Mahadev Mahadev ji 🙏
आपके द्वारा एक और अद्भुत खोज धन्यवाद प्राचीन मोहन जी 🙏 आपके कार्यों की जितनी प्रशंसा की जाए कम है🙏
प्रवीण मोहन जी विष्णु जी की मूर्ती जो आपने दिखाई है वह कहां पर स्थित है
Dhanyavaad pravin apne hume humare siv ko dikhaya itne purani murti
आपने मेरे विचार पूछे तो :- नीचे हड्डीयां फिर धातुएं फिर सर्प ये सब धरती के नीचे पाए जाते हैं सर्प आधा बाहर है जो कि उसकी अनुकूलन क्षमता को दर्शाता है सर्प पानी में भी पाए जाते हैं ये सब गर्भ को और फिर कमल जो की पानी के ऊपर कीचड़ में होता है जो योनि पर बना है फिर बीज और उनके अंदर शिव जो की प्राण के रूप मे है और उसपर खोपड़ी जो कि नश्वर शरीर को दर्शाती हैं
प्रश्न:- ऊपर के दोनो कक्षों में क्या होगा?
उत्तर:- शायद एक कक्ष प्रकाश और वायु के आवागमन हेतु हो और दूसरा गुप्त अनुष्ठान , तंत्र साधना के लिए हो सकता है क्योंकि हड्डी खोपड़ी आदि तो इसके ही प्रतीक हैं आपके क्या विचार हैं बताइए 😊🙏🏻🚩💖
Great UR. DEAR PRAVEEN MOHAN JI. YOUR OBSERVATIONS R INDEED GREAT AND ACCURATE I FOUND U HAD TOUGH TIME. EXPLAINING THE VIEWERS I THE PITCH DARK AREA BUT STILL U DID IT YOUR EFFORTS TO DISCOVER THE DETAILS R REMARKABLE. YOUR EFFORTS. ARE NO LESS THAN THE SCLUPTERERS. WHO CREATED //BUILD THESE STRUCTURES WHEN THERE WAS NO ELECTRICITY HOW THEY MUST HAVE MANAGED CREAT LIGHT IN SIDE THE ROOMS AND BUILT SUCH MAGNIFICENT. ART WORK. I BOW MY HEAD TO THOSE WHO CREATED. I BOW MY HEAD. TO U TOO DEAR
Excellent 😊
Thanks 😊
बहुत रोचक जानकारी साझा करने के लिये धन्यवाद
Such lovely research thank you
Glad you enjoyed it
Pravin ji
Your efforts to decode the historical artifects are worth praise and i salute you for putting togeter knowledge and history.
Regards
Vijay Paluskar
शिवलिंग जिस स्थान पर रखा रहता है उसे अरघा कहें योनि नही।🙏
कुछ पंडित उसे हस्तकमल भी कहते हैं।
योनि कहना एकदम बंद करें।
@@arnavsingh2080 धर्म ग्रंथ का नाम भी होता है ।हवा हवाई बात मत करो।😡😡
आपने बिलकुल सही कहा।
जलहरी भी कहा जाता हैं
@@nutansharma8457 जलाधारी सही शब्द है।🙏
Me aapse bhut prbhavit hun ki bhagwan ne aapko jo suxam chijo ko dekhne or samjhne ki sakti di hai wo sbke pass nahi hoti hai or me un bhagwan ko aabhar vekt krti hun jinhone aapko sanatan dharm me janam diya hai. Aapke mata pita ko bhi koti koti prnam jinhone apne puniye karm se aapko janam diya hai.❤ bheyaji aapse ek nivedan hai ki aap sivling ko silendar na bole plz lingam fir bhi thik hai ❤
Jai sitaram jai hanuman om namahsiway jai mata di har harmahadev jai shri vishnu ji jaimata laxmi ji jai shri radheykrishna ji jai mata laxmi jijai shri radhey krishna ji jai
Very well explained 🎉👏👏👏👏👏👏👏👏
Thank you 🙂
Thanks sir good job nice 👍❤🕉️🇮🇳
Most welcome!
Har har Mahadev 🇮🇳🕉️🙏
Great Explanation 👍
Thank You ! Good ! from Scythia/HUN/.
शिव शिव 🙏🏻
Shiv shankar shambhu har har
Respect And luv ❤ praveen sir🙏 thanq for educating us 🙏🙏🙏🙏
Day by day we are learning 🙏🙏🙏
Aapane Jo last mein sawal poochha hai ki yah sari upar kamre kaksh kyon banae Gaye niche per banae Gaye iska Karan yah Raha hoga ki yah Murti Ko nuksan Na Ho aise angle se tarashasa Gaya hoga banaya Gaya hoga taki yah kabhi bhi tute to Bhagwan Shiv ki jo Pratima wali Murti hai usko koi nuksan Na pahunche aur ant Tak yahi hua yah sabhi Bhagwan Shiv ki kripa hi hai Jay Bholenath
ओम नम शिवाय 🙏
Om namah shivay ❤❤
ओंकार वाट मंदिर पर वीडियो बनाओ
Adbhut🙏🙏
Jai Shri Ram
Aapaka bahut bahut dhanyawad ji
Jai shree krishna 🙏
Jab ham shiv ki baat karte hai. To koi bhi baat ka mahatva khatam ho jata hai. Kya ye miracle hai. Kailash miracle hai. Kaba k kale pattar ka sach ??? Shiv hi satya hai. Mere mahadev...na aadi na antt. ❤❤❤❤
KNOWLEGE THEEK DI H BHAI, GARV H APNI SANATAN SANSKRITI. PR LEKIN ME CHAHTA HOON KI AP APNE HINDI UCHARAN KO BHAGVAN K PRATI THEEK SE BOLE😇😇 , UNHE PURE SAMMAN SE 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏☝APKE DYARA PARICHIT😀 KARAYA JAYE TO JAYA 🧐🧐BAHATAR HOGA😇🙂🙂 ISKA VISHESH DHYAN RKHE APNI HINDI BHASHA SHELI KO BHAGVAN K PRATI THEEK SE UCHARAN KARE 🗣🗣🔊 DANYABAD😊😊 OR APKI MAHANAT OR KNOWLEGE K LIYE APKA BAHUT ABHINANDAN ,VDO ME KAFI KNOWLEGE MILI THANKS FOR THAT .........
❤❤❤YAH HAMARI NITANT AGYANATA KA PARICHAYAAK HI HSI KI HAM SAB ME SE HAREK IS KRITI KO SIRF SUR SIRF
A D B H O O T
MAAN LE YA APNI SONVH KO VYAKT HI KAR SAKTE WAH BHU APNE EK AJSHAMAY JIVAN ME JISME HAM SISI KOI BHI JANKARI RAKH PANE ME ASAMARATH HOTE
OIM NAMAH SHIVAYA ❤❤❤
प्रवीण जी वह रौशनी के लिए बनाया गया है सूर्य प्रकाश के लिए.
PRAVEEN BHAI AAP TORCH SE JO DESIGN DIKHA RAHE HO BILKUL AISE PATTERN VIDESHON MEIN KHET KE ANDAR ACHANK SE MILE....APP UN DESIGN KO BHI SAMKH SAKTE HAIN...EK VIDEO AISE DESIGN PAR BHI BNAO PLEASE !
Shandar explanation
We are always waiting for your videos...
Thank you so much 😀
जय श्री राम।
Great Ho aap bhai g😊
Om Namah Shivay🪔🌹🕉️🙏🤗
Jay Shri Ram😊😊😊😊😊😊
यह प्रतिमा हरि हर की हो सकती हैं जो शिव तथा विषणु का मिश्रीत रूप है
आप बहुत बुद्धिनाथ हैं
Prabin ji app great hu❤❤❤❤
Praveen. Ji..! Apka...! Atishukchhm..! Drastikon..! Ki.... Asamaany..! Pratibha...! Ko.... Dekhne... Samaghhne... Se... Yesa... Pratitt... Hota... Hai...! Ki. App... !prabhu... Shri.. raam. Ji.. ke..! Pul.. nirmaan... Mai..! Madad.. karne.. vaale...! Divvy.. bandaron...! Mai.. se... Koi.. yek.. hain..! Jo... Shri.. hanumaan. Ji. Ke.. !sangi... Saathi... Thae..! Pichhle... Jannmo. Mai..!!!!! ❤
Awasome research sir 🤯
Thanks!