पाँव बेचकर सफ़र ख़रीदे, सफ़र बेचकर राहें ........
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- เผยแพร่เมื่อ 15 ก.ค. 2023
- अहमदाबाद में सृष्टि संवेदना करुकमलांजलि मंच के स्थापना दिवस पर संपन्न हुए अखिल भारतीय कवि सम्मलेन में पधारे अंतर्राष्ट्रीय कवि गजेन्द्र प्रियांशु ने अपनी हास्य क्षणिकाओं से श्रोताओं को हास्य से सराबोर किया साथ ही 'सिया तेरा अभिशापित है राम' तथा अपने कई छंदों से सभी का मन मोह लिया |
🙏✅👍🚅😘🥰😍🥳🤓🌛🌜💯
सत प्रतिशत
संभवता सच है ❤
Underrated kavi sahab .. need more fam
वाह लाजवाब कवि क्या सुन्दर प्रस्तुति है
❤😊🎉😂😊 J1y हो महराज
❤
आप की महिमा
निराली है
प्रभु❤😊🎉😮
❤🎉😮😊
143
Good sir
Jay ho ❤
इतने nirmohinkayese
❤
Wah wah good❤
😂😂🙏🙏🌹🌹