आज, भाजपा सरकार द्वारा डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार राजघाट जैसे अधिक गरिमापूर्ण स्थान के बजाय निगमबोध घाट पर करने के निर्णय से व्यापक आक्रोश और निराशा फैल गई है। इस कथित उपेक्षा ने कई लोगों को यह सवाल उठाने पर मजबूर कर दिया है कि क्या सिखों के साथ दोयम दर्जे के नागरिकों जैसा व्यवहार किया जा रहा है।
आज, भाजपा सरकार द्वारा डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार राजघाट जैसे अधिक गरिमापूर्ण स्थान के बजाय निगमबोध घाट पर करने के निर्णय से व्यापक आक्रोश और निराशा फैल गई है। इस कथित उपेक्षा ने कई लोगों को यह सवाल उठाने पर मजबूर कर दिया है कि क्या सिखों के साथ दोयम दर्जे के नागरिकों जैसा व्यवहार किया जा रहा है।