तर्ज ऐसी की कितना भी सुनो मन नही भरेगा स्वर - संजीत दुबे।। रामायण ।। ramayan doha।।

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  • เผยแพร่เมื่อ 18 ก.ย. 2024
  • तर्ज ऐसी की कितना भी
    सुनो मन नही भरेगा तर्ज ऐसी की कितना भी
    सुनो मन नही भरेगा
    स्वर - संजीत दुबेतर्ज ऐसी की कितना भी
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    स्वर - संजीत दुबे
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ความคิดเห็น • 4

  • @shreeparshvacapitalrealinf7809
    @shreeparshvacapitalrealinf7809 9 วันที่ผ่านมา +3

    जय हो प्रभु 🎉🎉🎉❤❤

  • @PremShankarTiwaryTataNagarJhar
    @PremShankarTiwaryTataNagarJhar 10 วันที่ผ่านมา +2

    जय श्री राम.बहुत हीं कर्ण प्रिय प्रस्तुति.जय हो

  • @mahavirmandirkaseru1707
    @mahavirmandirkaseru1707 10 วันที่ผ่านมา +3

    जय श्री राम अति सुन्दर 👍👍👍🙏

  • @SwetDubey-vl1wl
    @SwetDubey-vl1wl 10 วันที่ผ่านมา +2

    ATI SUNDER BHAIYA JI JAI OHO