तर्ज ऐसी की कितना भी सुनो मन नही भरेगा स्वर - संजीत दुबे।। रामायण ।। ramayan doha।।
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- เผยแพร่เมื่อ 18 ก.ย. 2024
- तर्ज ऐसी की कितना भी
सुनो मन नही भरेगा तर्ज ऐसी की कितना भी
सुनो मन नही भरेगा
स्वर - संजीत दुबेतर्ज ऐसी की कितना भी
सुनो मन नही भरेगा
स्वर - संजीत दुबे
स्वर - संजीत दुबेतर्ज ऐसी की कितना भी
सुनो मन नही भरेगा
स्वर - संजीत दुबेतर्ज ऐसी की कितना भी
सुनो मन नही भरेगा
स्वर - संजीत दुबेतर्ज ऐसी की कितना भी
सुनो मन नही भरेगा
स्वर - संजीत दुबेतर्ज ऐसी की कितना भी
सुनो मन नही भरेगा तर्ज ऐसी की कितना भी
सुनो मन नही भरेगा
स्वर - संजीत दुबे
स्वर - संजीत दुबे
जय हो प्रभु 🎉🎉🎉❤❤
जय श्री राम.बहुत हीं कर्ण प्रिय प्रस्तुति.जय हो
जय श्री राम अति सुन्दर 👍👍👍🙏
ATI SUNDER BHAIYA JI JAI OHO