🙏🙏🙏Tu hi nirakar mai teri sharan hu mujhe bakash lo bhut pehle mujhe ye gyan mila tha lekin aj puri trah samaj mai aya hai ankho mai ansoo arahe hai .itna saral sahaj ho kar guruji apne gyan de diya ahobhav hai mera🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤️
गुरु जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद अज्ञान दूर करने के लिए, गुरु जी बताया नहीं जा सकता कि कितना अज्ञान दूर किया है आपने आज कितनी बार ऐसा लगता था कि गुरु जी से सीखना है ये सब पर कैसे सीखे आज आप तक पुकार चली ही गई ! गुरु जी ऐसा ही मार्गदर्शन की जरूरत है हम जैसे अज्ञानियों को! गुरु जी के चरणों में साधिका का प्रणाम 🙏🙏🌼🌺
मुझे सत्य स्वरूप जानने के लिए जो सपष्टता चाहिए वो मिल गया। मेरे सारे जीवन की खोज को आपने बहुत ही आसानी तरीके से हल कर दिया।आपका बहुत बहुत धन्यवाद। मैं आपसे जुड़ना चाहता हु कैसे जुडू ताकि अभी जो प्रश्न है आपसे उत्तर पा सकूं। मना मत कीजिएगा कुछ तो उपाय दीजिएगा
साक्षीभाव में तो अहम और कर्ता भाव क़ो भी एक अनुभव की तरह देखा जाता है फिर साक्षीभाव में मैं की मिलावट क्योंकि की जाती है क्या दृष्टा के साथ अहम क़ो युक्त किये बगैर साक्षीभाव में नहीं रहा जा सकता? मार्गदर्शन करें 🙏🌹
Guruji pranam Jap karta hu koi jap ko hote hue dekhta hai fir koi anya bhi hai jo jap ko dekh raha hai is tarah se teen ho Jate hai aur peechhe fir bhi ek dekhne wala rahta hai jise fir koi janta hai Kis jagah par ruk jana chahiye Pranam
अगर सृष्टि में से जीव क़ो हटा भी दिया जाये तो भी अनुभव रहेगा क्योंकि माया अनंत है वह दूसरे रूपों में प्रकट रहेगी लेकिन फिर जीव के बगैर अनुभवकर्ता क़ो माया के उन मिथ्या रूपों का अनुभव कैसे होगा? क्या तब अस्तित्व अद्वेत की स्थिति में होगा? 🙏
दादा,क्या मात्र सुन लेना प्रायप्त है? या कोई ढंग है? जो सोचने से अलग हो के काम करे, क्योंकि बहुत उत्तम वीडियो है और मैंने सुना भी बड़े ध्यान से, समझ भी आया, पर,,,,,,,मुझ में अंतर तो कोई नही आया,,,,हुआ कुछ नही । बस सुना और बस सुना ।
जो व्यवस्थित रूप से ज्ञानमार्ग पर चलना चाहते हैं, उन्हें ज्ञानदीक्षा कार्यक्रम करना चाहिए, निशुल्क और ऑनलाइन है: gyanmarg.guru/eok सभी सेवायें : gyanmarg.guru
आपका में भाव कब तुरोहित होगा श्रीमान वाचक जी 🙄 जहाँ देखो वही "में" साक्षीभाव में ज़ब तक मैं रहेगा आपकी कहीं भी प्रगति नहीं होगी पहले खुद साक्षीभाव मैं ठहरो तब दूसरों को ज्ञान देने के काबिल बनोगे गुरु 😊
"मैं" शब्द मात्र है। इसका अर्थ यहाँ अनुभवकर्ता या साक्षी है। ज्ञान के बाद मैं का अर्थ बदल जायेगा। आपकी प्रगति परनिंदा से नहीं होगी , ज्ञान लेने का प्रयास करें, नीचता से बचें । सही गुरु की शरण में जाएँ। शुभकामनायें। 🙏🌷
@dineshpratapsingh4357 बन्दर क्या जाने अदरक का स्वाद। तू मंदबुद्धि है जो एक वीडियो देखकर अपना ज्ञान झाड़ रहा है। गुरु को सिखाने चला गधा। मुँह से केवल दम्भ बोल रहा है। नीच लोग भी ये चैनल देखते हैं पता नहीं था। अपने स्तर का देख बेटा।
🕉️🙏🙏🌺
Bilkul sahi bahut sundar Jai shree radhe ❤❤
❤
Guru ji Bahut Bahut Dhanyavad. Koti Koti PARNAM 🙏🙏
Nomo bhudh 🎉
❤sakshi bhav and drsta bhav hi best parnmji
Aapki sada hi Jai Ho
धन्यवाद जी, गुरु जी को सतत् नमन🙏🙏🙏🙏 🌹🌹🌹🌹
🙏🙏🙏Tu hi nirakar mai teri sharan hu mujhe bakash lo bhut pehle mujhe ye gyan mila tha lekin aj puri trah samaj mai aya hai ankho mai ansoo arahe hai .itna saral sahaj ho kar guruji apne gyan de diya ahobhav hai mera🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤️
Bahot bahot Dhanyawad guruji 🙏 pranam gurudev 🙏
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गुरु जी आपका बहुत बहुत धन्यवाद अज्ञान दूर करने के लिए, गुरु जी बताया नहीं जा सकता कि कितना अज्ञान दूर किया है आपने आज कितनी बार ऐसा लगता था कि गुरु जी से सीखना है ये सब पर कैसे सीखे आज आप तक पुकार चली ही गई ! गुरु जी ऐसा ही मार्गदर्शन की जरूरत है हम जैसे अज्ञानियों को! गुरु जी के चरणों में साधिका का प्रणाम 🙏🙏🌼🌺
Thanks awesome bro for sharing this video God bless you with the good health and wealth.
धन्यवाद गुरूजी 🙏🏻🌹
🙏🙏प्रणाम गुरुदेव धन्यवाद आभार
Dhanyawad guruji 🙏😇
Wow
सद्गुरू सादर प्रणाम।
Love you sooooo much❤💐🌸
Thanks 🌹🙏🌹
🙏🙏🙏🙏
धन्यवाद गुरुजी🙏🏻🙏🏻🌺
नमन गुरू जी 🙏🙏🙏💓 अहोभाव
Waaaaaaahh
Kya bodh hai
धन्यवाद गुरु देव, बहुत बहुत आभार 🌼🌺🙏🙏😊
सादर प्रणाम गुरु देव
🙏 प्रणाम 🙏
🙏🙏🙏
Mere Naman aapko sara gyan bata dia apne aubhav karta or anubhab me rahna he Dhyan hai.budhi ko saral karna padta hai..
🙏 👋
कोटि कोटि pranaam guru ji को 🌹🌹🙏🙏
🙏🙏🌺🌺🌺
🙏🌹🙏
🙏🏵️
Goal can be either be aware of maya or to conquer it, if it was to get aware it can happen in a month, but to conquer it takes lifetime
🙏🙏🌹🌹
13:55
🌸🙏
मुझे सत्य स्वरूप जानने के लिए जो सपष्टता चाहिए वो मिल गया। मेरे सारे जीवन की खोज को आपने बहुत ही आसानी तरीके से हल कर दिया।आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
मैं आपसे जुड़ना चाहता हु कैसे जुडू ताकि अभी जो प्रश्न है आपसे उत्तर पा सकूं।
मना मत कीजिएगा कुछ तो उपाय दीजिएगा
नमस्ते 🙏, सभी साधक ईमेल या टेलीग्राम के माध्यम से संपर्क करने के लिए आमंत्रित हैं - gyanmarg.guru/contact.php
🙏🌹🌹👌🙏
Gurujii agar hum bhagwaan hai toh har kharab samay me ek shakti hmari sath deti hai hmari help krne ke liye vo kya hai? Krupa ispe margdarshan dijiye
एक ही तत्व कई रूपों में प्रकट है। स्वयं को जानना ज़रूरी है।
यहाँ सहायता मिलेगी : th-cam.com/video/y7bVo3TIs5I/w-d-xo.htmlsi=hqf10W7pnEorMjDJ
हम आपके बहुत बहुत आभारी है ❤️ह्रदय से धन्यवाद 😊🙏विश्व मंगलम... 🌎🧘😊
Apse phone pr bat krni h ji
संपर्क की जानकारी : gyanmarg.guru/contact.php
साक्षीभाव में तो अहम और कर्ता भाव क़ो भी एक अनुभव की तरह देखा जाता है फिर साक्षीभाव में मैं की मिलावट क्योंकि की जाती है क्या दृष्टा के साथ अहम क़ो युक्त किये बगैर साक्षीभाव में नहीं रहा जा सकता? मार्गदर्शन करें 🙏🌹
हाँ जरूर हो सकता है। साक्षीभाव में "मैं" का अर्थ साक्षी है।
@@bodhivarta धन्यवाद गुरुदेव 🙏🌹
Guruji pranam
Jap karta hu koi jap ko hote hue dekhta hai fir koi anya bhi hai jo jap ko dekh raha hai is tarah se teen ho Jate hai aur peechhe fir bhi ek dekhne wala rahta hai jise fir koi janta hai
Kis jagah par ruk jana chahiye
Pranam
प्रणाम
जप करने वाला और देखने वाला एक ही है। सभी मेरे ही रूप हैं। 🙏
परमात्मा क्या है
अगर सृष्टि में से जीव क़ो हटा भी दिया जाये तो भी अनुभव रहेगा क्योंकि माया अनंत है वह दूसरे रूपों में प्रकट रहेगी लेकिन फिर जीव के बगैर अनुभवकर्ता क़ो माया के उन मिथ्या रूपों का अनुभव कैसे होगा? क्या तब अस्तित्व अद्वेत की स्थिति में होगा? 🙏
🍀🍁🪔✨🙏
शुद्धि श्रृंखला के vdos नही मिल रहे
दादा,क्या मात्र सुन लेना प्रायप्त है? या कोई ढंग है? जो सोचने से अलग हो के काम करे, क्योंकि बहुत उत्तम वीडियो है और मैंने सुना भी बड़े ध्यान से, समझ भी आया, पर,,,,,,,मुझ में अंतर तो कोई नही आया,,,,हुआ कुछ नही । बस सुना और बस सुना ।
ज्ञान का प्रयोग आवश्यक है। गुरु के निर्देश में विधिवत शिक्षा आवश्यक है। सुनने से कोई ज्ञान नहीं होगा।
@@bodhivarta प्रयोग कैसे करें दादा, करना क्या है आगे और जाना कहां तक है?
जो व्यवस्थित रूप से ज्ञानमार्ग पर चलना चाहते हैं, उन्हें ज्ञानदीक्षा कार्यक्रम करना चाहिए, निशुल्क और ऑनलाइन है:
gyanmarg.guru/eok
सभी सेवायें :
gyanmarg.guru
@@bodhivarta आपका धन्यवाद प्रभु । सादर नमन
th-cam.com/video/SPdLl3HVYM0/w-d-xo.html
Prabhu thoda aur 🙏
But isn't it a little too easy, why not learn aquire Shakti first and then be in Nirvana,
आपका में भाव कब तुरोहित होगा श्रीमान वाचक जी 🙄
जहाँ देखो वही "में"
साक्षीभाव में ज़ब तक मैं रहेगा
आपकी कहीं भी प्रगति नहीं होगी
पहले खुद साक्षीभाव मैं ठहरो तब दूसरों को ज्ञान देने के काबिल बनोगे गुरु 😊
"मैं" शब्द मात्र है। इसका अर्थ यहाँ अनुभवकर्ता या साक्षी है। ज्ञान के बाद मैं का अर्थ बदल जायेगा। आपकी प्रगति परनिंदा से नहीं होगी , ज्ञान लेने का प्रयास करें, नीचता से बचें । सही गुरु की शरण में जाएँ। शुभकामनायें। 🙏🌷
@dineshpratapsingh4357 बन्दर क्या जाने अदरक का स्वाद। तू मंदबुद्धि है जो एक वीडियो देखकर अपना ज्ञान झाड़ रहा है। गुरु को सिखाने चला गधा। मुँह से केवल दम्भ बोल रहा है। नीच लोग भी ये चैनल देखते हैं पता नहीं था। अपने स्तर का देख बेटा।
स्पष्ट करने के लिए धन्यवाद श्रीमान जी 🙏🏻🙏🏻
Hlo bhai aap sakshi ध्यान के बारे कुछ बता सकते हो
@b😅😅odhivarta
🙏
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