33 से 38 तक जो साखी की जो आप ने व्याख्या की इस को समझने में बहुत ही विवेक की जरुरत है यह कलयुग का समय चल रहा हैं मनुष्य के अंदर बहुत भ्रांतियां भरी हुई हैं
आप ने बिल्कुल सही कहा भाई साहब । इसलिए हमारी कोशिश है कि लोगों तक सच पहुंचे जिसे अन्धविश्वास और पाखंड में ढक दिया गया है । सत्य के इछूक बहुत कम होते हैं । लोग भ्रांतियों में ही पड़े रहना पसंद करते हैं ।
साहेब बन्दंगी साहेब बन्दंगी साहेब बन्दंगी देवराज गुर्जर टोंक राजस्थान
🙏❤️
साहेब बन्दगी गुरु जी को
🙏🙏Sprem Saheb Bandgi Ji..
33 से 38 तक जो साखी की जो आप ने व्याख्या की इस को समझने में बहुत ही विवेक की जरुरत है यह कलयुग का समय चल रहा हैं मनुष्य के अंदर बहुत भ्रांतियां भरी हुई हैं
आप ने बिल्कुल सही कहा भाई साहब ।
इसलिए हमारी कोशिश है कि लोगों तक सच पहुंचे जिसे अन्धविश्वास और पाखंड में ढक दिया गया है । सत्य के इछूक बहुत कम होते हैं ।
लोग भ्रांतियों में ही पड़े रहना पसंद करते हैं ।
@@Kabirvicharmala iùùùùùùùùùùùùùùùùùùuùuuuuùùuùùuùuùùuù