मिथिला का इतिहास कर्णाट वंश से प्रारम्भ नहीं होता है अपितु विदेह राजवंश से प्रारम्भ होता है । विदेह राजवंश का राज्य का नाम उस राज्य के संस्थापक विदेह माधव / निमि विदेह के नाम पर "विदेह" पड़ा और राजधानी जयन्तपुर । जयन्तपुर का नाम मिथि जनक के बाद मिथिला या मिथिलापुरी या मिथिला नगरी कहलाने लगा । बाद में यह मिथिला नगरी जनकपुर कहा जाने लगा और मिथिला शब्द विदेह का पर्यायी बन गया । जनक राजवंश के बाद विदेह की धरती पर गणतन्त्र स्थापित हुआ । इस गणतन्त्र के सभी गण मिलकर एक संघ / महासंघ का निर्माण किया जिसका नाम पड़ा बज्जि महासंघ । (क्रमश:)
भाई आप भी बहुत बुद्धिमान हो । सही बताते बताते नान्यदेव के बारे में चालाकी से कुछ गलत बात भी बता गये । सिम्रौनगढ़ - बारा जिला बेतिया / चम्पारण के ठीक ऊपर (उत्तर) है, न कि दरभंगा -मधुबनी के ऊपर/उत्तर । राजधानी सिम्रौनगढ़ लाने का मुख्य कारण पश्चिम से हो रहे लगातार उपद्रव/आक्रमण थे ।
नेपाल तराई में (जलेश्वर-जनकपुर आदि स्थानों में) मैथिलों की उपस्थिति का जो आपने हरिसिंदेव के बाद वाला कॉनसेप्ट दिया है वह बिल्कुल गलत है । वहाँ मैथिलों की उपस्थिति विदेह राजवंश के समय से ही है । आपका उपरोक्त संदर्भित कथन अत्यन्त आपत्तिजनक और भ्रामक है ।
Aaj bhi hamare gau me aur hamare puray chetra me RAJPUT ki he chalati hai⚔️⚔️ Lekin hamare idhar bhavano ki hum bhaut respect kartay hai .. Jila - madhubani Currently Mithla region dominated by RAJPUT ,brahmins & some extent of yadavs..
Santi se mithila rajya alag nahi hosakta jabtak telangna jaisa bidroh torfor etyadi nahi hoga jabtak mithila rajya alag nahi hga dhanyawad Aapka subhchintak ex lndian military police and Railway retair Ambika nand Pathak ok thanks for you reply to you
Queen Dewal Devi of Simraungadh, wife of last King Hari Simha Dev, was the sister of then Bhaktapur King, who took refuge in Bhaktapur after they ran away from the attacks of Muslims. She got her son Jagat Simha in married with daughter of Bhaktapur King, Nayak Devi. They had only a daughter, Rajalla Devi. Then, Dewal Devi got her grand daughter in married to one of royal linage from Vaishali, Stithi Dev who became King of Bhaktapur after marriage, took the title Malla and became Jaystithi Malla. Therefore, it can be concluded that the Malla kings of Nepal Mandal has blood linage with the Karnat Kings of Simraungadh.
Very nice sir ..
Nice sir 👍
मिथिला का इतिहास कर्णाट वंश से प्रारम्भ नहीं होता है अपितु विदेह राजवंश से प्रारम्भ होता है ।
विदेह राजवंश का राज्य का नाम उस राज्य के संस्थापक विदेह माधव / निमि विदेह के नाम पर "विदेह" पड़ा और राजधानी जयन्तपुर । जयन्तपुर का नाम मिथि जनक के बाद मिथिला या मिथिलापुरी या मिथिला नगरी कहलाने लगा । बाद में यह मिथिला नगरी जनकपुर कहा जाने लगा और मिथिला शब्द विदेह का पर्यायी बन गया ।
जनक राजवंश के बाद विदेह की धरती पर गणतन्त्र स्थापित हुआ । इस गणतन्त्र के सभी गण मिलकर एक संघ / महासंघ का निर्माण किया जिसका नाम पड़ा बज्जि महासंघ । (क्रमश:)
मिथिला, जनकपुर, सीतामढ़ी,मगध, पाटलिपुत्र, गया, गंगा नदी इत्यादि आदिकाल के सतयुग का सत्य शब्द है।
Wah
भाई आप भी बहुत बुद्धिमान हो ।
सही बताते बताते नान्यदेव के बारे में चालाकी से कुछ गलत बात भी बता गये ।
सिम्रौनगढ़ - बारा जिला बेतिया / चम्पारण के ठीक ऊपर (उत्तर) है, न कि दरभंगा -मधुबनी के ऊपर/उत्तर ।
राजधानी सिम्रौनगढ़ लाने का मुख्य कारण पश्चिम से हो रहे लगातार उपद्रव/आक्रमण थे ।
नेपाल तराई में (जलेश्वर-जनकपुर आदि स्थानों में) मैथिलों की उपस्थिति का जो आपने हरिसिंदेव के बाद वाला कॉनसेप्ट दिया है वह बिल्कुल गलत है । वहाँ मैथिलों की उपस्थिति विदेह राजवंश के समय से ही है । आपका उपरोक्त संदर्भित कथन अत्यन्त आपत्तिजनक और भ्रामक है ।
Very contradictory and confusing as far as chronology and geography is concerned
very nice sir🙏🙏🙏🙏
Thanks and Welcome💐
Jay Mithila
Japan k kon me museum me hai currently i am in japan
Aaj bhi hamare gau me aur hamare puray chetra me RAJPUT ki he chalati hai⚔️⚔️
Lekin hamare idhar bhavano ki hum bhaut respect kartay hai ..
Jila - madhubani
Currently Mithla region dominated by RAJPUT ,brahmins & some extent of yadavs..
Jatiwadi kide 🤣
अमरकोष अमर सिंह ने नही लिखा था ,लिखा था मदमर सिंह ने लिखा था,
Is Nanyadev belongs to Rajput Family or Karna Kayastha Family???
Kshatriya the
Sir ye pure mithila ka gyab kis book me milega
बिहार सामान्य विवरणिका,, प्रकाशन - Bihar Naman Publishing House
❤
बख्तियार खिलजी का आक्रमण कब हुआ था?
खण्डवाल नहीं, खण्डवला वंश या खण्डवलाकुल
He was Nyaya deo not Nanyang deo he was from karnatika
Santi se mithila rajya alag nahi hosakta jabtak telangna jaisa bidroh torfor etyadi nahi hoga jabtak mithila rajya alag nahi hga dhanyawad Aapka subhchintak ex lndian military police and Railway retair Ambika nand Pathak ok thanks for you reply to you
Kuch nhi milega alag rajya
Video to clear h nhi
Queen Dewal Devi of Simraungadh, wife of last King Hari Simha Dev, was the sister of then Bhaktapur King, who took refuge in Bhaktapur after they ran away from the attacks of Muslims. She got her son Jagat Simha in married with daughter of Bhaktapur King, Nayak Devi.
They had only a daughter, Rajalla Devi. Then, Dewal Devi got her grand daughter in married to one of royal linage from Vaishali, Stithi Dev who became King of Bhaktapur after marriage, took the title Malla and became Jaystithi Malla.
Therefore, it can be concluded that the Malla kings of Nepal Mandal has blood linage with the Karnat Kings of Simraungadh.
Jagat Singh is not a Malla descendent. He belongs to Karna Kayastha Dynasty.
Correct
@@RanjitMalla-sq2rwhe took the title of malla only.
Pallavi is not interested at all 😆
ओइंवर वंश हिंदू वंश था या मुस्लिम
Maithil Brahman (shotri Brahman)
Baar aap apni video me muslim shaasak ko "saahab" bol kar kyu respect de rahay ho
Voh kahi se bhi deserve nhi karte kyuki voh sb bhaut cruel thay😠😠🤬
मस्लिम शासकों को साहब क्यों संबोथित करते हैं?
सेन वंश के लछह्मण सेन को हराया था
दरभंगा तो बागमती के पूरब में है
सिमराउगढ़ नही सिमरनगढ़ है ।
Both are correct. Yeh apvrans se name change huwa.
sahab kya bolte hai sir ........chor lottera bikmanga log tha
Panjikar ka galat bataye aap en.wikipedia.org/wiki/Panjis
Jay mithila