🤔🤔1) बिलकुल सही कहा। 2) दुनिया में एक से एक समृद्ध जातियाँ और समुदाय हुए हैं, पर इतिहास गवाह है कि ज्ञानी सिर्फ सनातनी ही एकमात्र हुए हैं । 3) तो ..... अगर हम सब सिर्फ 2 साल तक भी हिन्दी में बातचीत शुरू कर दे, तो ये सारे हाई कोर्ट, बाॅलिवूड, और पूरा भारतवर्ष हिन्दी को आॅफिसियल भाषा मानने को मजबूर और तैयार दोनों हो जाएगा । 🇮🇳🇮🇳
@@meettailor6329 तुम्हें कोई हिंदी बोलने से रोक रहा है क्या एक अगर कोर्ट में कोई नागालैंड का जज हो तो तुमसे यही कहा जायेगा की प्लीज स्पीक इन इंग्लिश इसमें गलत क्या है
बस यही देखना बाकी रह गया था जब कोर्ट में ही हमारे देश की भाषा को स्वीकार नहीं किया जा रहा है तो कहीं किसी और जगह पर हुआ ऐसे भेद भाव को लेकर आम आदमी को इंसाफ़ कहा से मिलेगा 😣😣🧐 ये बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं किया जा सकता है 😡😡 उम्मीद है संसद अब न सिर्फ High court बल्कि Supreme court में भी हिंदी लागू करे🙏🏻
हिंदुस्तान में रहकर हिंदी की जगह इंग्लिश को प्राथमिकता देना हम भारतीयों को शोभा नहीं देती इसलिए हमे अपनी सांस्कृतिक भाषा को प्राथमिकता देनी चाहिए जिससे देश का प्रत्येक नागरिक सहजता से समझ सके 🙏
बहुत सोच नहीं है और शर्मनाक विषय है की हम भारत देश में रहकर और हमारे यहां के न्यायालय इंग्लिश में बहस करते हैं जबकि सभी न्यायालयों में हिंदी बहुत जरूरी होनी चाहिए
हमें हिंदी भाषा के लिए आंदोलन करना चाहिए, क्योंकि आज हमारे देश में कोर्ट हो या सरकार की सभी रिपोर्ट इंग्लिश भाषा पर बल दिया जाता है, आज हम अपने मातृ भाषा हिंदी के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
वास्तव में यह एक ज्वलन्त मुद्दा है और काफी आश्चर्यचकित करने वाला भी....कि एक तरफ तो हम आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं और दूसरी तरफ हमारे देश मे आम जनता न्याय की मांग अपनी मातृभाषा में नहीं कर सकती..... अब समय आ गया है कि इस न्यायिक प्रावधान में बदलाव हो। अनु.348(1) के अनुसार संसद कानून के माध्यम में सुप्रीम कोर्ट और उत्तर भारतीय राज्यो के हाई कोर्ट में *हिंदी* भाषा को केस हियरिंग हेतु लागू करे। अन्यथा यह तो अनु. 19 और 21 का उल्लंघन है। साथ ही, अनु. 348(2) के तहत राज्यपाल , राष्ट्रपति की पूर्वानुमति से सम्बंधित राज्यों में वहां की स्थानीय भाषा के प्रयोग को बढ़ाये। यह कदम लोगों का न्यायिक व्यवस्था के प्रति विश्वास और बढ़ाएगा और लोग न्यायपालिका से खुद को जुड़ा हुआ महसूस करेंगे। 😊😊धन्यवाद सर😊😊👌👌💐💐
अधिकतर विकसित देश विकसित इसलिए है क्योंकि वह अपना काम अपने स्थानीय भाषा मैं करते हैं जैसे अमेरिका, जापान, फ्रांस, चीन दूसरे देशों की बात करें तो इजराइल ये सभी साइंस और टेक्नोलॉजी में मैं इसलिए आगे हैं क्योंकि इनके यहां सोर्स इन की स्थानीय भाषा में उपलब्ध है। लेकिन अपने यहां दूसरी भाषाओं को थोपा जाता है जो कि हमें वह इफिशिएंसी नहीं दे सकता है जो हम अपने अपने स्थानीय भाषा में दे सकते हैं।
Problem ye hai ki woh Mono language country hai..Bharat ek Multi language country hai..even in a state there are so many language..Har koi apne bhasa ko No 1 dikhane ke liye kisi bhi language ko National language nehi banayenge .. specifically Tamilnadu
Sir- बात तो ये है कि इंग्लिश तो compulsory है किसी भी competitive Exam के लिए , वही दूसरी तरफ हमारी मात्र भाषा हिंदी को कोई महत्व ही नही दिये ,हिंदी भाषा को भी compulsory करना चाहिए
काहे का आजादी का अमृत महोत्सव जब भाषा जैसे बुनियादी चीजों के लिए अपने हीं देश में लोगों को अंग्रेजी में अपने विचार रखने को कहा जाए?क्या इस तरह अखंड भारत का निर्माण होगा?
इससे साबित होते हैं की जीतने भी न्यायमूर्ति हैं सभी के दिल में हिन्दी के प्रति कोई लगाव हीं नहीं है क्योंकि न्याय के लिए उन्होंने पहले ही language को लेकर भेदभाव है
क्योकि पहले सारे गवाही और दस्तावेज लिए जाते और उनको इंगलैण्ड भेजते है फिर इंगलैण्ड से फैसला तैयार होकर भारत आता है और तब जज उसे सुनाता है । कारण अंग्रेजो को पता था भारतीय इतने काबिल नी है कि सही फैसला दे सके इसलिए । जिनसे 70 साल मे एक भाषा नी तय कर सके वो क्या डिसीजन लेंगे ।
उच्चतम न्यायालय एवं हिन्दी क्षेत्रीय उच्च न्यायालयों की कार्यालयीन भाषा हिन्दी ही होनी चाहिए, किन्तु हिन्दी के नाम पर हम पर उर्दू लादा जाता है। जो सर्वथा अनुचित है।
चाहे न्यायिक व्यवस्था हो या प्रशाशनिक व्यवस्था हर जगह इंग्लिश को सर्वोच्चता प्रदान की है भारत सरकार, और ये लोग आम जनता को देशभक्ति का नारा देते है धन्य है भारत सरकार 🙏🏻
भारत में इतने भाषा हैं, फिर भी अंग्रेजी ही पूरे भारत पर छाई है, लोग अंग्रेजी के गुलाम हो गए हैं। कुछ लोग तो अंग्रेजी बोलने वाले को बहुत पढा लिखा समझते हैं , चाहे उसे कोई ज्ञान हो या न हो। हिंदी बोलने वाले को हीन भावना से देखा और समझ जाता है। भाषा वही सही , जो आम इंसान समझ सके, उसे फायदा हो ,
सरकार को दुसरी भाषा ncert मे पढानी ही नही चाहीये। जब हीन्दी गुजराती पढलि अब 25 सालो बाद पता चला की ये सब विना वझुद वाहीयात भाषाए हे सीर्फ अंगरेजी पढानी चाहीये थी
@@vinaykosi8665 ek dam shi baat hai bhai ki hindi har rajy me nhi boli jati or nhi hi Hindi rashtr bhasha h. Lekin eng bhi to har rajy me nhi boli jati fr har govt. Office court vgera me eng kyu use ki ja rhi hai or humne eng ko kyu unofficially national language bna rkha hai.
@@vinaykosi8665 mai eng sikhne se jyda Bharat ki koi si bhi bhasha jyda pasnd krunga lekin nhi mujhe to jabrdasti eng sikhai ja rhi h. Agr mai eng nhi sikhunga to mujhe job nhi di jayegi. Mujhe eng se koi dikkt nhi hai lekin eng ke naam pr jo discrimination hota hai usse dikkt hai. Agr aap bharat me rah kar koi bhi bhasha bol skte ho to eng na bolne ya na ane pr majk kyu bnya jata hai job kyu nhi di jati h
@@noraisalive8193 ha bhai koi bhi bhasha ho skti hai marathi hindi telgu..... koi bhi jisse ji me man ho use bt kre or communication acha rhe iske liye translator available krya jaye
अगर आप बोल रहे हैं हिंदी को ही इंपॉर्टेंस देना चाहिए तो फिर हमारे देश में कई सारे लैंग्वेजेस हैं। जोकि तेलुगू, उर्दू , बंगाली, मराठी , और कई भाषाएं हमारे देश में है। यह जो भाषाएं हैं यह अलग अलग राज्यों में पाई जाती है। अगर आप बोलेंगे हिंदी को ही प्राथमिकता देनी चाहिए। और मैं बोलूं मराठी को प्राथमिकता देनी चाहिए। और कोई बोले तेलुगु को प्राथमिकता देनी चाहिए। और कोई बोले उर्दू को प्राथमिकता देनी चाहिए। तो यहां पर सभी देशवासियों में भाषा वाद हो जाएगा। इसीलिए अंग्रेजी को सरकारी कामों और न्यायालयों में अंग्रेजी भाषा को प्राथमिकता दी गई है। क्योंकि अंग्रेजी भाषा किसी राज्य की भाषा नहीं है। ऐसी एक भाषा है जिसको आप किसी भी स्टेट में किसी भी देश में संवाद करने के लिए उपयोग में ला सकते हैं तो अगली बार यही बातें कोई और करें तो उसे यह बातें बताएं। 🙏
Sir ji aapne bahut achcha jaankari diya... Mai iske liye logo ko jaagruk karunga.... Hindi me kaam ho... Supreme Court me jaane waale lawyer bahut jaankaar hote hai
It is freedom of expression. Anyone should be allowed to use any 1 of the 23 languages in India. Edit: I never said do not use Hindi. 1 of the 23 languages includes Indian languages.
यह बहुत गलत हो रहा है हिंदी को भी अंग्रेजी की तरह तवज्जो देना चाहिए बल्कि हिंदी ही नहीं भारत के क्षेत्रीय भाषाओं को भी अंग्रेजी के हैसियत के बराबर रखना चाहिए जहां तक बात है जजमेंट की मां के क्षेत्रीय लोगों को न्यायालय में जज बनाना चाहिए तभी न्याय आसान और सरल होगा
Shukriya Sir ji, hume quality content hindi aur English dono me samjhane ke liye. Sabhi shabdo ki hindi translation me acche se samjhane ke liye koti koti pranam
नमस्ते सर 🙏🙏 । सर में कही दिनों से आपके द्वारा पढ़ाए गए तथ्यो को आसानी से समझ रहा हूं और मेरा आपसे यह आग्रह हे की हमारे देश मे जो आपातकाल की घोषणा हुई थी उसकी क्या वजह रही थी । कृपया एक सेक्शन इस विषय पर प्रदान करने की कृपा करें। धन्यवाद 🙏🙏
हम उम्मीद करते हैं आपका ये व्याख्यान न्यायालयों में अंग्रेजी की बाध्यता को खतम करने में मदद करे और सरकार पर दवाब बने , हम सभी को सर के इस वीडियो को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना चाहिए । 🙏🙏सोशल मीडिया की ताकत बहुत है आज के समय में 🙋🏻♂️
Artical में 15साल के बाद हिंदी को अपनाने की बात कही गई लेकिन दक्षिण भारत के कुछ नेताओं के कारण ऐसा हो न सका ।जिसमे उस समय की भारत सरकार ने भी कुछ नहीं किया😔😔😔
पूरी वह हिंदी में होनी चाहिए फैसला हिंदी में आना चाहिए सरकारी हर एक काम हिंदी में होना चाहिए लेकिन देश का दुर्भाग्य है कि हर एक काम इंग्लिश में होता है
I support " National Language Hindi " in Supreme Court and request to all Parliamentarians for pass of Law regarding implementation of " National Language Hindi " in High Court and Supreme Court.
फिलहाल भारत के हिंदी भाषी राज्यो में सभी काम हिंदी में ही होनी चाहिए। अगर किसी को आपत्ति होगी तो उसे अन्य भाषा में सुबिध उपलब्ध करा दिया जाए। जाहिर है किसी हो आपत्ति नहीं होगी। कुछ अंग्रजी पढ़े लोगो ने पूरे भारत में अंग्रेजी को थोप दिया
Sir unacademy pe bina subscription liye sirf aapka class nahi kharid sakte sir agar sirf akele apka batch nahi mila to sir aapse padhne ka sapna adhura rah jayenga
We live in India, studied in Bengali, for exam preparation need to master English, but the Nation official language is Hindi. Humlogo ko kahin bhi kabhi bhi Hindi ka jarurat nhi padhta. Na hi school college office adaalat kahi nhi. Jo hindi dekhe, sune...sirf movies me hi. Baki desho me, English bolte hai, English sunte hai, English likhte hai, English padhte hai. Unlogo ka yeh ek bada advantage hai. Lekin hamara yaha wo nhi hai. Mai ye sab isliye bata raha hu, hamare desh me bhi ek bhasa hi rahna chahiye, wohi bolna chahiye wohi kaam kaaj me istemaal hona chahiye. Isse bahut advantage milega bacho ko uski career me. 👍
Angrej chale gaye lekin angreji thop gye ..... Har desh ki Aak official language hoti .... Aur desh ko jodne ka kamm karati hain....Aur Hindi hi Aak language hai Jo almost BHARAT ke sabhee log read ya understand kar pate hai dusre language ke campare me.... Lekin, Khuchh Logo ko Hindi se bhee problem hai....aur ye log Kuchh hi hain... Mahatma Gandhi samet bahut sare leaders ne Hindi ko national language bnane ki baat kahi thee, ki ye language BHARAT ke lagbhag sab log jante hai... Lekin Kya kahe ye BHARAT hai yeha har cheeg me politics hogi...chhahe bo decision desh ke liye Aachha ho ya bura...
पंजाब दौरे पर प्रधानमंत्री की यात्रा में सुरक्षा चूक.| Analysis by Ankit Avasthi :- th-cam.com/video/oHWBlG1TPOQ/w-d-xo.html
❤️
Sir please pure hindi use mat karoo
@@devilpubg748 kyu Hindi nahi aata 😥
@@devilpubg748 5 rupees k underwear pehn k khudko angreez samajhraha kya ??
@@kanhaiyaprajapati09 a1
भारत के दो सबसे अच्छे शिक्षक अंकित सर और पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ जी को कोटि कोटि प्रणाम
अंकित सर जी बहुत ही ज्यादा जरूरत है; कानून में बदलाव की हिंदू मरा देश है तो हिंदी भाषा होनी चाहिए ❤️🇮🇳🚩🚩
भाई पुष्पेन्द्रा कुलस्रेठ तो ठीक है अंकित सर पढाते ते भी ठीक है मगर अंकित सर जब NDTV का एक्जम्पल देते हैं ये मुझे अच्छा नहीं लगता है
🤔🤔1) बिलकुल सही कहा। 2) दुनिया में एक से एक समृद्ध जातियाँ और समुदाय हुए हैं, पर इतिहास गवाह है कि ज्ञानी सिर्फ सनातनी ही एकमात्र हुए हैं । 3) तो ..... अगर हम सब सिर्फ 2 साल तक भी हिन्दी में बातचीत शुरू कर दे, तो ये सारे हाई कोर्ट, बाॅलिवूड, और पूरा भारतवर्ष हिन्दी को आॅफिसियल भाषा मानने को मजबूर और तैयार दोनों हो जाएगा । 🇮🇳🇮🇳
@@meettailor6329 तुम्हें कोई हिंदी बोलने से रोक रहा है क्या एक अगर कोर्ट में कोई नागालैंड का जज हो तो तुमसे यही कहा जायेगा की प्लीज स्पीक इन इंग्लिश इसमें गलत क्या है
@@amitthakur6215 प्वाइंट तो है, लेकिन नागालैंड में भी अंग्रेजी थोड़े चलती है।
बस यही देखना बाकी रह गया था जब कोर्ट में ही हमारे देश की भाषा को स्वीकार नहीं किया जा रहा है तो कहीं किसी और जगह पर हुआ ऐसे भेद भाव को लेकर आम आदमी को इंसाफ़ कहा से मिलेगा 😣😣🧐
ये बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं किया जा सकता है 😡😡 उम्मीद है संसद अब न सिर्फ High court बल्कि Supreme court में भी हिंदी लागू करे🙏🏻
Sansad court ke liye koi bhi kanun nahi bana sakti
@@techroster2442 आप में संवैधानिक ज्ञान का आभाव है,,,,,
अरे सिलेबस तो हिंदी मे बन नही रहा है इंजीनियरिंग, डॉक्टरी सभी तो इंग्लिस मे है
Sahi h
मेरी अभिवियक्ति मेरी अपनी भाषा मे हो।।।।बिल्कुल सही बोले गुरु जी।।।🇮🇳
हिंदुस्तान में रहकर हिंदी की जगह इंग्लिश को प्राथमिकता देना हम भारतीयों को शोभा नहीं देती इसलिए हमे अपनी सांस्कृतिक भाषा को प्राथमिकता देनी चाहिए जिससे देश का प्रत्येक नागरिक सहजता से समझ सके 🙏
सबसे ज्यादा भाषा हिंदी अगर भारत में समझा जाता था क्यों नहीं कोर्ट में भी इसको लागू किया कोर्ट में सिर्फ इंग्लिश का बच्चा है
बिल्कुल सही कहा आपने... 👍
@@brajeshpetter292 सवाल भाषा समझनेका नही है, मातृभाषाका है.
@@रोशनब्राह्मण Tamil aur Kannada walo ki nahi he matribhasha Hindi bs ham north lndian ki he
@@madhusoodanprasad2248 hamre matar bhasa punjabi hai ,
बहुत सोच नहीं है और शर्मनाक विषय है की हम भारत देश में रहकर और हमारे यहां के न्यायालय इंग्लिश में बहस करते हैं जबकि सभी न्यायालयों में हिंदी बहुत जरूरी होनी चाहिए
और देवनागरी भी
अगला चुनाव का मुद्दा बनाओ
Lekin hamesha Hindi Vs Regional language pe aake baat atak jaati hai ...
Manipuri aur Assamese bhi bolna hain
Haa
हमें हिंदी भाषा के लिए आंदोलन करना चाहिए, क्योंकि आज हमारे देश में कोर्ट हो या सरकार की सभी रिपोर्ट इंग्लिश भाषा पर बल दिया जाता है, आज हम अपने मातृ भाषा हिंदी के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
Bilkul sir jarur karna chahiye ham aapke sath hain
गुरु जी आप संसार के सबसे अच्छे गुरु जी हों...
आप कतई से ज़हर, ज़हर पढ़ाते हो... ❤️❤️❤️🙏
हमारे देश की शान हो आप 🙏🙏 सच्ची में
वास्तव में यह एक ज्वलन्त मुद्दा है और काफी आश्चर्यचकित करने वाला भी....कि एक तरफ तो हम आज़ादी के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं और दूसरी तरफ हमारे देश मे आम जनता न्याय की मांग अपनी मातृभाषा में नहीं कर सकती.....
अब समय आ गया है कि इस न्यायिक प्रावधान में बदलाव हो।
अनु.348(1) के अनुसार संसद कानून के माध्यम में सुप्रीम कोर्ट और उत्तर भारतीय राज्यो के हाई कोर्ट में *हिंदी* भाषा को केस हियरिंग हेतु लागू करे।
अन्यथा यह तो अनु. 19 और 21 का उल्लंघन है।
साथ ही, अनु. 348(2) के तहत राज्यपाल , राष्ट्रपति की पूर्वानुमति से सम्बंधित राज्यों में वहां की स्थानीय भाषा के प्रयोग को बढ़ाये।
यह कदम लोगों का न्यायिक व्यवस्था के प्रति विश्वास और बढ़ाएगा और लोग न्यायपालिका से खुद को जुड़ा हुआ महसूस करेंगे।
😊😊धन्यवाद सर😊😊👌👌💐💐
Our previous governments endorsed English everywhere to protect it's Christian missnarees convent school.... That's the bitter truth of India.
English
अधिकतर विकसित देश विकसित इसलिए है क्योंकि वह अपना काम अपने स्थानीय भाषा
मैं करते हैं जैसे अमेरिका, जापान, फ्रांस, चीन दूसरे देशों की बात करें तो इजराइल ये सभी साइंस और टेक्नोलॉजी में मैं इसलिए आगे हैं क्योंकि इनके यहां सोर्स इन की स्थानीय भाषा में उपलब्ध है। लेकिन अपने यहां दूसरी भाषाओं को थोपा जाता है जो कि हमें वह इफिशिएंसी नहीं दे सकता है जो हम अपने अपने स्थानीय भाषा में दे सकते हैं।
Problem ye hai ki woh Mono language country hai..Bharat ek Multi language country hai..even in a state there are so many language..Har koi apne bhasa ko No 1 dikhane ke liye kisi bhi language ko National language nehi banayenge .. specifically Tamilnadu
Bahut sahi kaha apne
1-12 + graduation
तब भी अंग्रेजी नहीं आई।
यह है हमारा शिक्षा व्यवस्था।
बिलकुल सही 100% कहा आपने
हिंदी भाषी गाय का मूत पीने वाले है गोबर खाने वाले लोग है😆😆 बहुत ज्यादा धार्मिक अंध विश्वाशि है साइन्स से दूर दूर तक कोई नाता नहीं है🤣🤣
Sir- बात तो ये है कि इंग्लिश तो compulsory है किसी भी competitive Exam के लिए , वही दूसरी तरफ हमारी मात्र भाषा हिंदी को कोई महत्व ही नही दिये ,हिंदी भाषा को भी compulsory करना चाहिए
भारत की राष्ट्रभाषा-वर्तमान में नहीं है।
राजभाषा- हिंदी है।
संपर्क भाषा- अंग्रेजी है।
Ha ye kese salega
English yes
I am a senior advocate in Pune.. it's very interesting and informative to watch all your videos..
It's quite interesting to know that s senior advocate is watching a lecture on court language
Aho kaka, atta tari Hindi madhe bola, kamit kami Marathi bhasha tari vaapra
यही दिन देखना रह गया था। आज शर्म आ रहा है यह जानकर कि जिस विदेशी भाषा का बहिष्कार करना था उसे लागू कर हिन्दी को ही बहिष्कृत कर दिया गया।
हिंदी का शुद्ध रूप ही 1950 के बाद आया , पहले हिन्दुस्तानी हुआ करती थी जिसमे अरेबिक और पर्सियन शब्दों की प्रचुरता थी
Bilkul sahi bole brother
Our previous governments endorsed English everywhere to protect it's Christian missnarees convent school.... That's the bitter truth of India.
जो हिंदी का ही खाकर इंग्लिश के गुण गाये। ऐसा आदमी क्या न्याय देगा?? 😠😠
बहुत खूब लिखा,,,,,,,
खूब लिखा
👏👏👏👏
काहे का आजादी का अमृत महोत्सव जब भाषा जैसे बुनियादी चीजों के लिए अपने हीं देश में लोगों को अंग्रेजी में अपने विचार रखने को कहा जाए?क्या इस तरह अखंड भारत का निर्माण होगा?
Right
एक तरफ तो शिक्षाविद् & मनोविज्ञानिक बहुभाषिता को विद्यालयो में बड़ाने को महत्व देते है और दूसरी तरफ अंग्रेजी की वध्यता करते है।
Our previous governments endorsed English everywhere to protect it's Christian missnarees convent school.... That's the bitter truth of India.
इससे साबित होते हैं की जीतने भी न्यायमूर्ति हैं सभी के दिल में हिन्दी के प्रति कोई लगाव हीं नहीं है क्योंकि न्याय के लिए उन्होंने पहले ही language को लेकर भेदभाव है
कोई बात नही , हम किसानों की तरह विरोध करेंगे ।
Do you know non hindi langauges then why you force hindi on others ?
@@Mambo05-f5k yes I know also Sanskrit 😀😀
@@Mambo05-f5k Abe idiot non Hindi States me regional language use karna chahiye na ki english lol
@@Plutonium001 kuch xhutiye hote hai jo faltu me bs hindi ka virodh karte hai har baat pr
सर आपको कोटि-कोटि धन्यवाद इतनी परफेक्ट जानकारी देने के लिए देश के हित में और स्वाभिमानी के लिए 🙏🙏🙏🙏
क्योकि पहले सारे गवाही और दस्तावेज लिए जाते और उनको इंगलैण्ड भेजते है फिर इंगलैण्ड से फैसला तैयार होकर भारत आता है और तब जज उसे सुनाता है । कारण अंग्रेजो को पता था भारतीय इतने काबिल नी है कि सही फैसला दे सके इसलिए । जिनसे 70 साल मे एक भाषा नी तय कर सके वो क्या डिसीजन लेंगे ।
उच्चतम न्यायालय एवं हिन्दी क्षेत्रीय उच्च न्यायालयों की कार्यालयीन भाषा हिन्दी ही होनी चाहिए, किन्तु हिन्दी के नाम पर हम पर उर्दू लादा जाता है।
जो सर्वथा अनुचित है।
न्यायालय में आम जन के लिए उनके क्षेत्र की भाषा न सही लेकिन राज्य भाषा की स्वतंत्रता तो हो ही ।जिससे हर व्यक्ति अपने अधिकारों की रक्षा कर सके।🤔🤔
English
सभी कोर्ट में हिन्दी भाषा और राजकीय भाषा होनी ही चाहिए 👍👍👍👍
देश के भीतर हमेशा हिन्दी को हीं प्राथमिकता दिया जाएं
No
@@erhemantgangwar तुम थोड़ा सा अनुच्छेद 351 पढ़ो उसके बाद comment करना
चाहे न्यायिक व्यवस्था हो या प्रशाशनिक व्यवस्था हर जगह इंग्लिश को सर्वोच्चता प्रदान की है भारत सरकार, और ये लोग आम जनता को देशभक्ति का नारा देते है धन्य है भारत सरकार 🙏🏻
Our previous governments endorsed English everywhere to protect it's Christian missnarees convent school.... That's the bitter truth of India.
भारत में इतने भाषा हैं, फिर भी अंग्रेजी ही पूरे भारत पर छाई है, लोग अंग्रेजी के गुलाम हो गए हैं।
कुछ लोग तो अंग्रेजी बोलने वाले को बहुत पढा लिखा समझते हैं , चाहे उसे कोई ज्ञान हो या न हो।
हिंदी बोलने वाले को हीन भावना से देखा और समझ जाता है।
भाषा वही सही , जो आम इंसान समझ सके, उसे फायदा हो ,
Amita Kumar: ज्ञान मत बाँटो, क्योंकि तुम पैरवी तो हिन्दी की कर रहे हो, लेकिन यहाँ तुमने अपना नाम अंग्रेजी में लिखा है।
गुरुदेव आपके पढ़ाने का तरीका शानदार लाजवाब
वो आदमी ही क्यों, जज भी तो हेल्पर ले सकता है 🙂
Right
Good.
आप मेरे सबसे आदर्श अध्यापक है🙏🙏
7:40 बहुत ही महत्वपूर्ण बात कही आपने
भारत के सभी कोर्ट में हिंदी और क्षेत्रीय भाषा लागू करना चाहिए ।✌️
बिल्कुल सही कहा
संसद मेंकानूनबनना चाहिए
भारत के सभी राज्यों में हिन्दी तथा वहाँ के क्षेत्रीय भाषाओं को ही अनिवार्य किया जाना चाहिए।
Fir inter state communication kaise hoga Union mai kaise rahege
हिंदी में होना चाहिए ।। ताकि एक गरीब गांव वाला भी उसे अच्छे से सुन सके !!!!✌️
कोर्ट को सहायक रखना चाहिए।
सहायक का बोझ पक्षकारों पर न डाला जाए
You are a legendary teacher 🔥🔥🔥🎉
सर सुप्रीम कोर्ट का लैंग्वेज हिंदी होना चाहिए क्योंकि इसी से हमारी पहचान
ये बड़े शर्म कि बात है हम भारतीयों के लिए
सरकार को दुसरी भाषा ncert मे पढानी ही नही चाहीये। जब हीन्दी गुजराती पढलि अब 25 सालो बाद पता चला की ये सब विना वझुद वाहीयात भाषाए हे सीर्फ अंगरेजी पढानी चाहीये थी
Bohot interesting hoti hai aapki class sir ,aap hamesha ese hi padaieyega sir
बहुत ही शर्मनाक है भाषा की गुलामी
सुप्रीम कोर्ट में भी हिंदी करे पार्लियामेंट
जय हिंद वंदे मातरम
Bhag be dhokle🤪
Supreme court tho pure desh ka hai fir sirf hindi kyu agar ye kardiya tho desh mai toofan ajayega
@@zomvier-maraxavier7113 english ke liye tufan q nhi aaya
@@atulsinghrajput6527 English wale bahar ke they wo force kar sakte they logo ko par ham nahi kar sakte
हिन्दी हैं हम वतन के हिन्दोस्तां हमारा
💝.
💝.
💝.
मेरा भारत महान
बेहतरीन !!
भारत में सभी न्यायालयों में हिन्दी अनिवार्य करनी चाहिए राष्ट्र भाषा के रूप में
भारत। के सभी राज्यो में हिंदी नहीं बोली जाती ना हीं हिंदी राष्ट्र भाषा है
Fir marathi kyu nahi
@@vinaykosi8665 ek dam shi baat hai bhai ki hindi har rajy me nhi boli jati or nhi hi Hindi rashtr bhasha h. Lekin eng bhi to har rajy me nhi boli jati fr har govt. Office court vgera me eng kyu use ki ja rhi hai or humne eng ko kyu unofficially national language bna rkha hai.
@@vinaykosi8665 mai eng sikhne se jyda Bharat ki koi si bhi bhasha jyda pasnd krunga lekin nhi mujhe to jabrdasti eng sikhai ja rhi h. Agr mai eng nhi sikhunga to mujhe job nhi di jayegi. Mujhe eng se koi dikkt nhi hai lekin eng ke naam pr jo discrimination hota hai usse dikkt hai. Agr aap bharat me rah kar koi bhi bhasha bol skte ho to eng na bolne ya na ane pr majk kyu bnya jata hai job kyu nhi di jati h
@@noraisalive8193 ha bhai koi bhi bhasha ho skti hai marathi hindi telgu..... koi bhi jisse ji me man ho use bt kre or communication acha rhe iske liye translator available krya jaye
पहली बार आपका वीडियो देखा है।आप का फेन हो गया। सर जी।
Hindi language ko hi importance di jaaye...🙏🙏
English
Hindi bhasi hamari country hai hum kyu angrejo ke gulaam wali bhasa ko importance de
English is an international language; And its importance is outside India.
sahi kaha
अगर आप बोल रहे हैं हिंदी को ही इंपॉर्टेंस देना चाहिए तो फिर हमारे देश में कई सारे लैंग्वेजेस हैं। जोकि तेलुगू, उर्दू , बंगाली, मराठी , और कई भाषाएं हमारे देश में है। यह जो भाषाएं हैं यह अलग अलग राज्यों में पाई जाती है। अगर आप बोलेंगे हिंदी को ही प्राथमिकता देनी चाहिए। और मैं बोलूं मराठी को प्राथमिकता देनी चाहिए। और कोई बोले तेलुगु को प्राथमिकता देनी चाहिए। और कोई बोले उर्दू को प्राथमिकता देनी चाहिए। तो यहां पर सभी देशवासियों में भाषा वाद हो जाएगा। इसीलिए अंग्रेजी को सरकारी कामों और न्यायालयों में अंग्रेजी भाषा को प्राथमिकता दी गई है। क्योंकि अंग्रेजी भाषा किसी राज्य की भाषा नहीं है। ऐसी एक भाषा है जिसको आप किसी भी स्टेट में किसी भी देश में संवाद करने के लिए उपयोग में ला सकते हैं तो अगली बार यही बातें कोई और करें तो उसे यह बातें बताएं। 🙏
Sir ji aapne bahut achcha jaankari diya... Mai iske liye logo ko jaagruk karunga.... Hindi me kaam ho... Supreme Court me jaane waale lawyer bahut jaankaar hote hai
कुछ तो कह रहे थे देश आजाद हो गया है आईपीसी आज भी ब्रिटिश जमाने की है देश का बटवारा हो गया पर आज भी विक्टोरिया मेमोरियल है वाह क्या आजादी है
Sir aapke jmjane ka trika bahut hi saral hai unpadh se unpadh admi bhi apki bat sarltase smj jata hai
It is freedom of expression. Anyone should be allowed to use any 1 of the 23 languages in India.
Edit: I never said do not use Hindi. 1 of the 23 languages includes Indian languages.
Bhai tum khud english bol rhe ho😂😂
@@namoyogi4064 English official hai
@@pchawdhry12 pr hindi ko jada importance mil na chaiye mera drishti mai
@@pchawdhry12 lath maro official bhasha ko ! Hum angreez k bhasha nhi bolenge
भाग जा साले इंग्लैंड
बहुत आवश्यक जानकारी
India has 22 offical languages and 1 English language all languages include in hight court & supreme Court.
सत्यमेव जयते
देशप्रेम देशभक्ति दिखाने की चीज नहीं है
देशप्रेम अपनी जिम्मेदारी, कर्तव्यों को पूरी निष्ठा इमानदारी से पूरा करने का संकल्प है
यह बहुत गलत हो रहा है हिंदी को भी अंग्रेजी की तरह तवज्जो देना चाहिए बल्कि हिंदी ही नहीं भारत के क्षेत्रीय भाषाओं को भी अंग्रेजी के हैसियत के बराबर रखना चाहिए जहां तक बात है जजमेंट की मां के क्षेत्रीय लोगों को न्यायालय में जज बनाना चाहिए तभी न्याय आसान और सरल होगा
हिंदी दिवस कि हार्दिक शुभकामनाएं ✍️✍️✍️✌️✌️🙏🙏
Ji wo September mei ata hai 😂
Shukriya Sir ji, hume quality content hindi aur English dono me samjhane ke liye. Sabhi shabdo ki hindi translation me acche se samjhane ke liye koti koti pranam
नमस्ते सर 🙏🙏 । सर में कही दिनों से आपके द्वारा पढ़ाए गए तथ्यो को आसानी से समझ रहा हूं और मेरा आपसे यह आग्रह हे की हमारे देश मे जो आपातकाल की घोषणा हुई थी उसकी क्या वजह रही थी । कृपया एक सेक्शन इस विषय पर प्रदान करने की कृपा करें।
धन्यवाद 🙏🙏
13:54 language of Supreme Court shall be English until the parliament by law allows any other language.
हम उम्मीद करते हैं आपका ये व्याख्यान न्यायालयों में अंग्रेजी की बाध्यता को खतम करने में मदद करे और सरकार पर दवाब बने , हम सभी को सर के इस वीडियो को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना चाहिए । 🙏🙏सोशल मीडिया की ताकत बहुत है आज के समय में 🙋🏻♂️
Thanks a bunch for this video ❤️
अति सुंदर प्रस्तुति प्रशंसनीय
World me hmm Hindi language ke liye Jane jate hai hmme Hindi ko hi bolna Chahiye jai Hind 🇮🇳🇮🇳
Artical में 15साल के बाद हिंदी को अपनाने की बात कही गई लेकिन दक्षिण भारत के कुछ नेताओं के कारण ऐसा हो न सका ।जिसमे उस समय की भारत सरकार ने भी कुछ नहीं किया😔😔😔
मंजिल कितनी भी दूर क्यों न हो मगर लक्ष्य मेरा अर्जुन के तीर सा हो , कमजोरियां मुझमें चाहे कितनी भी हो मगर हौसला सीमा पर खड़े वीर सा हो ।🥳🤔👌
Good sir ji
Wo admi ko mera koti koti naman 👍
क्यो सहायक क्यों ले?????अपने ही देश मे ऐसा होगा??😠😠😠😠😠
धन्यवाद सर पढ़ाने के लिए
पूरी वह हिंदी में होनी चाहिए फैसला हिंदी में आना चाहिए सरकारी हर एक काम हिंदी में होना चाहिए लेकिन देश का दुर्भाग्य है कि हर एक काम इंग्लिश में होता है
जहा हिंदी है वह हिंदी से ही काम होना चाहिए लेकिन बहुत राज्यो में हिंदी जरूरी नहीं
@Qbnqwjwjq Wnwhehehw yahi hota hai JB koi anpdh adami Desh ka pm aur hm bne
@Qbnqwjwjq Wnwhehehw सुप्रीम कोर्ट पुरे देश का होता है सिर्फ हिंदी क्यू भारत की अन्य भाषा क्यू नही
अब समझ आया कि बड़े लोग विशेष कर जज लोग आज भी अंग्रेजों के गुलाम क्यों हैं।
जय हिन्द, जय भारत, वंदेमातरम।
हिंदी, हिंदी, हिंदी और हिंदी।
बहुत ही अच्छी जानकारी सर
Aaj ke time pr english ko language nahi balki knowledge, boldness ki tarah dekhte hai shame... 😞😞
Lovely n fantastic indeed.
1:52 इंग्लिश बोलिये..नहीं बोलेंगे...आती नहीं है / हमारी मर्जी 😂🤣🤣🙋♂️
🤣🤣
🤪🤪🤪🙃..... Salute h oss shakhs pr.....
Meri marzi....
@@srmohd3945 andhnamazi halala
झकास 👍
So many films showing court proceedings in hindi
Very important knowledge...
Thank you sir ji
Haar subject mai aap jaisa teacher honge toh kuch bhi doubt nhi rahega.
6:40 Sir slide mai bne huye map mai bhi hindi ko glt likha h हिदी nhi hota हिंदी h
Jay hind sir, aapka prayaas sarahaniya hai
Good evening sir ☀️😊
देश का न्याय देश की भाषा में होना चाहिए
only HINDI❤️✌️
हम भारतीय हैं। और हिंदी ही बोलेंगे। हिंदी को ही प्राथमिकता देंगे।।
I support " National Language Hindi " in Supreme Court and request to all Parliamentarians for pass of Law regarding implementation of " National Language Hindi " in High Court and Supreme Court.
Are gawar India me koi national language nahi hai.. kin kin anpadho k hath internet aur mobile lag gya hai..
Aapke samjhane ka tareeka bhaut sahi hai sir
Hindi bolna koi pap ni h hme Hindi ko hi important dena chahiye because we are indians or Hinduism
पहले हिंदी मे लिखना सीख लो फिर हिंदी का पक्ष लेना अच्छा लगेगा ।
भाई हिंदू लोगो की भाषा संस्कृत है
@@नयनगिरडकर bhai sanskrit to bramin hi bol sakte hai hm to hindi hi ..,...
@@tophanchoudhary4447 सिखने मे क्या जाता . ❤️🙏
धन्यवाद
फिलहाल भारत के हिंदी भाषी राज्यो में सभी काम हिंदी में ही होनी चाहिए। अगर किसी को आपत्ति होगी तो उसे अन्य भाषा में सुबिध उपलब्ध करा दिया जाए। जाहिर है किसी हो आपत्ति नहीं होगी।
कुछ अंग्रजी पढ़े लोगो ने पूरे भारत में अंग्रेजी को थोप दिया
आपको बहुत-बहुत धन्यवाद श्रीमान जी बहुत अच्छे से बताया हमारी समझ में आ गया
कानून तो यही है,,,,
Thank you very much Sir Ji
Sir unacademy pe bina subscription liye sirf aapka class nahi kharid sakte sir agar sirf akele apka batch nahi mila to sir aapse padhne ka sapna adhura rah jayenga
Thanks
Thankyou so much for providing best and actual content 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🥰
Welcome fairlovely
@@devanandyadav1689 🙄🙄🙄
We live in India, studied in Bengali, for exam preparation need to master English, but the Nation official language is Hindi. Humlogo ko kahin bhi kabhi bhi Hindi ka jarurat nhi padhta. Na hi school college office adaalat kahi nhi. Jo hindi dekhe, sune...sirf movies me hi.
Baki desho me, English bolte hai, English sunte hai, English likhte hai, English padhte hai. Unlogo ka yeh ek bada advantage hai. Lekin hamara yaha wo nhi hai.
Mai ye sab isliye bata raha hu, hamare desh me bhi ek bhasa hi rahna chahiye, wohi bolna chahiye wohi kaam kaaj me istemaal hona chahiye. Isse bahut advantage milega bacho ko uski career me. 👍
Angrej chale gaye lekin angreji thop gye .....
Har desh ki Aak official language hoti .... Aur desh ko jodne ka kamm karati hain....Aur Hindi hi Aak language hai Jo almost BHARAT ke sabhee log read ya understand kar pate hai dusre language ke campare me.... Lekin, Khuchh Logo ko Hindi se bhee problem hai....aur ye log Kuchh hi hain...
Mahatma Gandhi samet bahut sare leaders ne Hindi ko national language bnane ki baat kahi thee, ki ye language BHARAT ke lagbhag sab log jante hai...
Lekin Kya kahe ye BHARAT hai yeha har cheeg me politics hogi...chhahe bo decision desh ke liye Aachha ho ya bura...
हिंदी बोलना चाहिए ❤️❤️❤️❤️🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Hindi honi chahiye SC ki bhasa