ขนาดวิดีโอ: 1280 X 720853 X 480640 X 360
แสดงแผงควบคุมโปรแกรมเล่น
เล่นอัตโนมัติ
เล่นใหม่
🙏👍जय जिनेन्द्र देव जी की 👍🙏
जय जिनेन्द्र
🙏🙏🙏👌👌👌
बैसाखी जरुरत पंगु को होती ही ईसी प्रकार अल्पज्ञानी संसारी जीव क्षयोपशम ज्ञान रुप बैसाखी से पर पदार्थो का ज्ञान करता है लेकीन यह उसकी पराधीनता है उससे मुक्त होने के लिए पुर्ण ज्ञानी जिन को अपना आदर्श मानता है
वितराग विज्ञान शब्द जैन दर्शन में आता है, मैं जहां तक समझा " कारण कार्य व्यवस्था के आलोक में जैन दर्शन को समझना ही वितराग विज्ञान कहा है।
चार अभाव. पांच भाव पंच परावर्तन.
🙏👍जय जिनेन्द्र देव जी की 👍🙏
जय जिनेन्द्र
🙏🙏🙏👌👌👌
बैसाखी जरुरत पंगु को होती ही ईसी प्रकार अल्पज्ञानी संसारी जीव क्षयोपशम ज्ञान रुप बैसाखी से पर पदार्थो का ज्ञान करता है लेकीन यह उसकी पराधीनता है उससे मुक्त होने के लिए पुर्ण ज्ञानी जिन को अपना आदर्श मानता है
वितराग विज्ञान शब्द जैन दर्शन में आता है, मैं जहां तक समझा " कारण कार्य व्यवस्था के आलोक में जैन दर्शन को समझना ही वितराग विज्ञान कहा है।
चार अभाव. पांच भाव पंच परावर्तन.
जय जिनेन्द्र