Why Savarkar surrendered in Jail? सावरकर जेल में डर क्यों गए? वीडियो देखकर अपनी राय कमेन्ट में दीजिए। हमारा सहयोग कीजिए ; 1- Paid Membership लेकर : bit.ly/3GnVaXu ; 2- आर्थिक सहयोग देकर, bit.ly/3Z92crT
He wasn't deterred in the jail. Had he been a coward, he wouldn't have escaped from the vessel. He would have practiced in the court to live a peaceful life.
Pandey Veer Sawarkar ko jail me kitaab likkne ke azaadi nahi thi aur tu aur tere jaise vaambanthi aur congressi chatukaar ki bhi adaalat me peesi hooge aur tu bhi "MAAFIVEER" banega wait., Kitna jhoot bolta h gandi ne africa ko heela ke rakh diya th ? Tu ek congressi ka naam bata jisko kaala pani ya faanshi hue ho, challenging you ?
सावरकर के व्यक्तित्व के दोनो पक्षों, विशेषकर अंडमान जेल से शुरु हुए पक्ष पर आपने मेहनत से जो तथ्य प्रस्तुत किए हैं वे इतिहास को जानने समझने में मदद करेंगे। अगली कड़ी की प्रतीक्षा रहेगी। भाई परमानंद जी झांसी वालों की संघर्षशील जीवनगाथा बहुत प्रेरणादायक है। उनके प्रति श्रद्धाभाव से मेरा झुककर नमन! ❤
बहुत अच्छी सटीक जानकारी। जनसंघ या भाजपा वालों के लिए बेहतर होगा कि वो सावरकर के सम्बन्ध में चर्चा न करें जिससे कि उनके नकारात्मक पक्ष पर भी चर्चा करने का किसी को अवसर न मिले। वास्तव में सावरकर 1911 के पहले हीरो थे और उसके बाद 1947 आजादी तक वो अंग्रेजों के सहयोगी और स्वतंत्रता विरोधी थे।
सावरकर तो सिर्फ शुरूवात है । और बहुत सारे हिंदू नायकों को बदनाम करना है । हमें इन लोगों को भी माफीविर, डरपोक,कायर ऐसा बोलकर बदनाम करनेका है और इनका इतीहास से नामोनिशान मिटाना है । भगतसिंह, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु, सुखदेव, लाला लाजपतराय, लोकमान्य तिलक, आगरकर, गोपालकृष्ण गोखले, वल्लभभाई पटेल, खुदीराम बोस, डाक्टर बाबासाहेब आंबेडकर, महात्मा फुले, सावित्रीबाई फुले, सुभाषचंद्र बोस, शिवाजी महाराज,राणा प्रताप, संभाजी राजे, चंद्रगुप्त मौर्य, समुद्र गुप्त मौर्य, अशोक राजा, इन सबको हम बदनाम करेंगे तो ही हमें चुनावो में फायदा होगा । और संविधान हटाकर शरीया कानून लायेंगे ।
Same here . Even i did not hear about him this means his sacrifice was never highlighted by government. It just shows that spending time in jail was not creating any benefit rather than only personal sacrifice
सर जी , आपकी धरातली सत्यनिष्ठा और पारदर्शिता को सैल्यूट . कहा जा सकता है की समाज में एक नवीन स्वस्थ मस्तिष्क वाले नागरिकों का जनमत तैयार हो रहा है . शुक्रिया आपका 💯👌👌🙏🙏🙏🙏
आंखों में आंसू आ जातें है, आपके द्वारा इतिहास को सुनने पर। लेकिन सावरकर जी ने डर कर जो माफी मांगी, वो देशभक्ति पर प्रश्नवाचक चिन्ह लगा देता है। वो हजारों देशभक्त कैदी कैंसे दर्द को सहते हुऐ , भारत माता के चरणों में आत्म समर्पित हो गये।
कभी-कभी मैं सोचता हूं संगठित झूठ कितना विनाशकारी हो सकता है! यहां तो पूरे इतिहास को ही बदलने का षड्यंत्र रचा जा रहा है. और बड़े मजे की बात यह है कि लोग सच को सुनने के लिए भी तैयार नहीं हैं
आपकी तार्किक बुद्धि जबरदस्त लगन मेहनत और तथ्य के साथ गहनता का मिश्रण अद्भुत है.. आज के दौर में किताबें तो कोई पढ़ना नहीं है.. 18 वीं सदी और 19वीं सदी भारत की आजादी का इतिहास आंदोलन की परिस्थितियों का असंभव सा आकलन आपको करोडो लोगों की दुआएं रही है। आपने सब जीवंत कर दिया है पिछले 100 साल के इतिहास को.. गांधी पर आपका कार्य तथ्य सबूत और संकलन के साथ.. आपको लख-लख बधाई.. जल्दी भारत चड्डी धारी का समापन समारोह मनाएगा
सावरकर तो सिर्फ शुरूवात है । और बहुत सारे हिंदू नायकों को बदनाम करना है । हमें इन लोगों को भी माफीविर, डरपोक,कायर ऐसा बोलकर बदनाम करनेका है और इनका इतीहास से नामोनिशान मिटाना है । भगतसिंह, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु, सुखदेव, लाला लाजपतराय, लोकमान्य तिलक, आगरकर, गोपालकृष्ण गोखले, वल्लभभाई पटेल, खुदीराम बोस, डाक्टर बाबासाहेब आंबेडकर, महात्मा फुले, सावित्रीबाई फुले, सुभाषचंद्र बोस, शिवाजी महाराज,राणा प्रताप, संभाजी राजे, चंद्रगुप्त मौर्य, समुद्र गुप्त मौर्य, अशोक राजा, इन सबको हम बदनाम करेंगे तो ही हमें चुनावो में फायदा होगा । और संविधान हटाकर शरीया कानून लायेंगे ।
सर, आप वास्तव में इतिहासकार है, शोध करने में माहिर। सर , आप ने परमानन्द जी के क्रांतिकारी के रूप में तीस वर्षों तक जेल में रहकर, 1946 तक जीवित रहना बताया हैं। आप से अनुरोध है कि यह बताइए कि आजादी हेतु काला पानी के कष्ट कारी यातना पूर्ण सात साल से अधिक कारावास के बाद, आजादी उपरांत, कैबिनेट में मंत्री बनाया गया था। कि आजादी के बाद सामान्य रूप से रहने वाले ही मंत्री पद प्राप्त किया था।
सावरकर तो सिर्फ शुरूवात है । और बहुत सारे हिंदू नायकों को बदनाम करना है । हमें इन लोगों को भी माफीविर, डरपोक,कायर ऐसा बोलकर बदनाम करनेका है और इनका इतीहास से नामोनिशान मिटाना है । भगतसिंह, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु, सुखदेव, लाला लाजपतराय, लोकमान्य तिलक, आगरकर, गोपालकृष्ण गोखले, वल्लभभाई पटेल, खुदीराम बोस, डाक्टर बाबासाहेब आंबेडकर, महात्मा फुले, सावित्रीबाई फुले, सुभाषचंद्र बोस, शिवाजी महाराज,राणा प्रताप, संभाजी राजे, चंद्रगुप्त मौर्य, समुद्र गुप्त मौर्य, अशोक राजा, इन सबको हम बदनाम करेंगे तो ही हमें चुनावो में फायदा होगा । और संविधान हटाकर शरीया कानून लायेंगे ।
वीर गुरू गोविन्द सिंह जी के पुत्र थे। वीर भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, आजाद, अशफाक, बिस्मिल, गाँधी नेहरू पटेल , और हर वो क्रांतिकारी थे, आज भी भारतीय सेना का वो जवान वीर है, जो देश के लिऐ जान देते हैं। पाकिस्तान की जेल में मर गये। वो लोग वीर थे। माफीवीर होते तो लम्बी जिंदगी जीते। भारत माता की जय 😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭
सावरकर तो सिर्फ शुरूवात है । और बहुत सारे हिंदू नायकों को बदनाम करना है । हमें इन लोगों को भी माफीविर, डरपोक,कायर ऐसा बोलकर बदनाम करनेका है और इनका इतीहास से नामोनिशान मिटाना है । भगतसिंह, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु, सुखदेव, लाला लाजपतराय, लोकमान्य तिलक, आगरकर, गोपालकृष्ण गोखले, वल्लभभाई पटेल, खुदीराम बोस, डाक्टर बाबासाहेब आंबेडकर, महात्मा फुले, सावित्रीबाई फुले, सुभाषचंद्र बोस, शिवाजी महाराज,राणा प्रताप, संभाजी राजे, चंद्रगुप्त मौर्य, समुद्र गुप्त मौर्य, अशोक राजा, इन सबको हम बदनाम करेंगे तो ही हमें चुनावो में फायदा होगा । और संविधान हटाकर शरीया कानून लायेंगे ।
महोदय सावरकर पर किताब लिखने के सिवाय संक्षिप्त में वीडियो बनाकर तथ्य पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने के लिए बहुत धन्यवाद। आज समयाभाव के कारण ज्यादातर लोग ऐसी किताबें पढ नहीं पाते या सोसलमिडिया के अधकचरे ज्ञान में उलझे रहते हैं ऐसे काल में लोग आपके इस प्रयास से लाभान्वित हो रहे हैं । पुनः धन्यवाद।
सर जी, अभी तो अंड भक्त और नफरती चिंटू सावरकर को वीर कहते हैं काश यदि OBC SC and st के लोग अभी भी अशिक्षित होते तो आज देश के साथ गद्दारी करने वाले लोग सावरकर को,, राम, कृष्ण, विष्णु, महादेव से बड़ा काल्पनिक भगवान् बना देते
प्रशंसनीय. आपकी किताब पढी है!1908 मे 'अभिनव भारत' संघटन के सदस्य नाशिक मे शिवजयंती के साथ अकबर जयंती भी मनाते थे! (संदर्भ - नथुरामायण - य.दि.फडके, page no 85)
I am following you since last week and really appreciate your true historical perspective on many fronts,keep the good work going through this great channel.India needs people like you to eradicate these malicious propaganda currently on-going in our great Indian democratic value.🙏
His clemency letter should be distributed all over india and published in all news papers so the public knows savarkar is nothing but dealing in drugs and illegal firearms
माफिनामा जो होता है वो माफिनामे जैसा मांगा जाता है ' ये सरकार तूम मुझे माफ कर दो' ऐसा नही मांगा जाता. जिस सरकार ने जान बुझकर 25/25 साल की अलग अलग सजा दी मतलब 50 साल की तो उनको यकिन दिलाने के लिये कुछ तो लिखना पडेगा. सचिंद्रनाथ सन्याल जैसे अनेक क्रांतिकारीयोने ऐसेही माफी मांगि थी. सावरकर जैसे अपराध जिन्होने किये थे ऐसे कैदियो को माफी मिली लेकीन सावरकर को नही मिली. ये जो बोल रहे है परमानंद झांसीवाले और पंजाब वाले उनको भिं काला पानिसे छोडा है
और तूम सावरकर को वेपन डीलर बोल रहे हो तो सावरकर जैसे अंदमान मे पाओमे जन्जीर बांधके बैल की तरहा 7/8 घंटे कोलू पे तेल निकालते थे. टॉयलेट बाथरूम भी समय के पाबंधिमे करना हो ता था. कम खाना मिलता था. वैसे तूम 2 दिन भी निकालते तो तेरे गां*ड से तेल निकल आ जाता
@@umeshlad3253 अगर दूसरो ने भी माफी मांगी थी तो कितनो को माफ़ी और 60 रुपए महीना पेन्शन मिली ज़रा बताओ? 60 रुपए में 27.5 ग्राम सोना आता था. इतना ज्यादा पैसा किस खुशी मे ब्रिटिश सरकार इनको देती थी?
@@rashidsayyed4400 . पहिले पढाई करो पेन्शन या companseshan क्यु मिलता था लोगो को. जितने भी फ्रीडम फायटर थे उन्की डिगरीया संपत्ती ब्रिटिश सरकार लेती थी जेल मे रहने के बाद कमाई का कोई जरिया नही होणे के बाद उनको मामुली पेन्शन दी जाती. नेताजी बोस के भाई को सावरकरजीसे जादा पेन्शन मिळती थी. गांधीजीको भी पेन्शन मिलति थी. सावरकर जेल मे जाने के बाद संपत्ती जाने के बाद उनकी पत्नी और छोटे बच्चे की हालत हूई थी
जय हिंद सर🙏🙏 आपको पिछले 1 साल से fallow कर रहा हूं आप हम सबको WhatsApp university के ज्ञान से बचाने का जो प्रयास कर रहे हैं बहुत ही सराहनीय है हम भी क्लास में आने वाली पीढ़ी को सही और वास्तविक इतिहास से रूबरू कराने का प्रयास जारी रखेगे! आपसे हमको भी प्रेरणा मिलती है
अरे विक्रम संपत जी का जो हिस्ट्री का काम है वह व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी से नहीं किया हुआ है। पहले तुम्हारा खुदका यूनिवर्सिटी देख लो जिसमें follow का स्पेलिंग fallow बताते हैं।
@@ajitnadgouda6079 महोदय follow या fallow होना ये तो सिर्फ मानवीय भूल मात्र है typing error मात्र है लेकिन जो सुनियोजित रूप से विक्रम संपत और गोदी मीडिया इतिहास की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं वो अब लोग समझने लगे हैं! अब तक के इतिहास का सबसे कमजोर कायर pm नहीं देखा है जो जलता हुआ मणिपुर छोड़कर USA भाग गया हो! पंजाब में अपनी जान बचा कर 📷 पर बोलता हो! सब्र करो इतिहास में बड़े बड़े तानाशाह दफन हैं
Sir apke videos se bahut gyan aur whatsapp university ki sacchai milti hai Sir kya savarkar bulbul ke pankh par baith kar ghumte they. Aakhir ye sab kyu viral kia jata hai.
I have been reading Savarkar by Vikram Sampat which has references /note of 43 p as ges . Your critical review of the book in this video is illuminating. I wish I could read your book in English. Will listen to further parts. Thanks 🙏 .
Because his ideas remind them of the era of power that Chitpawan Brahmins enjoyed in the Maratha Empire under the rule of the Peshwas. However, please do remember that many Maharashtrian Brahmins reject his ideas and those of modern day Hindutvawaadis. Hero worship of Savarkar is based primarily on his exploits in England and the stint in Cellular Jail.
Because same behaviour of Chhatrapati Shivaji is seen by all Maharashtriyans. If Shivaji would not have run from Aurangzeb custody he would have got killed. Would you say same thing about Shivaji? We call this gorilla warfare. Savarkar was of same thought. He was not a sainik but a strategist. One needs to be cunning with the cunning enemy.
@@shounaknazar8602 Shivaji fought every day directly and indirectly for years after his escape. Savarkar did nothing to fight the British after he was released or we would have heard much more even before 2014. Stop defending a coward with idiotic comparisons
@@shounaknazar8602Maharaj could have killed even while running but he took that risk and never ask for maafi from Aurangzeb. That's the difference between Maharaj and Savarkar.
@@doogie.browser Requesting you kindly do use decent words. Believing that you really are intrested in knowing through discussions I am answering you. Savarkar in Andaman saw people suiciding dueto extreme pains. He himself tried to stop few. Then he understood that the method of trials in jail were enough violent to depress anyone. He also had such episode as told by Pandit Hridaynath Mangeshkar who is a disciple of Sawarkar. Sawarkar thought that the physical power of british is too large to be faught with alone. He felt that evenif he himself decides to die as a shahid, nothing much would change. He wanted to do a creative change rather than getting mere fame as a patriot. He decides then to find out the way to get out so that something can be done. Then you know what happened as you and all are hearing it daily on television. He came out and first recreated his writings. Then he defined hindutva. He decided to work to unite all as all his efforts earlier were destroyed by treacheries from his own people. Thus he started his work to irradiacate the evils like untouchability woman harassment etc. He parrallely worked for military training for youth. In that he found it difficult to do safety and hence advocated Indian youth to enter British Army in order to get trained. They could be used afterwords for a planned coup. This is where he had conflict with Hedgewar who got separated from him as Bharatiya Janasangh. He wrote many books which were distributed to maharastra youth secretely. He contacted Subhash chandra Bose and guided him to collect war prisoners to form an army which came up as Indian National Army. In this effort now he was more troubled by congress than British. Maharashtriyans of my generation know this. We all were provided with all his communication with society. Out of Maharashtra he was willingly made villain both by British and Congress with future political motives. He tried to intervene Kashmir Issue by giving various solutions. He convinienced Raja Hari singh for staying with India. But again with political rivelry he was presente as a villan to confuse the people and it is continuing till now.
Aapki video se sach pata chalta hai ,,,, how false narrative is created to glorify someone,,,,,, aapke next video ka intezaar hai ,,, u r just InCredible💐💐🙏🙏🙏
सावरकर जी की तारीफ भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जी इंदिरा गाँधी भी कर चुकी है. झांसी के भाई परमानन्द की जानकारी देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद. कृपया कालापानी जेल की सजा पाए अन्य महान क्रांतिकारियों पर एक सीरियल बना कर लोगों को जानकारी देने का कस्ट करें.
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अशोकजी... समय निकालकर J Sai Deepak की बातोंपर और उसके कथित तथ्य्यों पर उपर भी video बनाईये.
अशोक जी आप तमाम चुनौतियों के बीच अपना काम ईमानदारी से कर रहे हैं ईश्वर आपको कामयाब करे।
अंडमान जेल में ही सावरकर से काफी पहले एक मुस्लिम कैदी ने अंग्रेज सरकार के एक बहुत बड़े अफसर का मर्डर किया था ? वह इतिहास भी कभी।
He wasn't deterred in the jail. Had he been a coward, he wouldn't have escaped from the vessel. He would have practiced in the court to live a peaceful life.
Pandey Veer Sawarkar ko jail me kitaab likkne ke azaadi nahi thi aur tu aur tere jaise vaambanthi aur congressi chatukaar ki bhi adaalat me peesi hooge aur tu bhi "MAAFIVEER" banega wait.,
Kitna jhoot bolta h gandi ne africa ko heela ke rakh diya th ?
Tu ek congressi ka naam bata jisko kaala pani ya faanshi hue ho, challenging you ?
सावरकर के व्यक्तित्व के दोनो पक्षों, विशेषकर अंडमान जेल से शुरु हुए पक्ष पर आपने मेहनत से जो तथ्य प्रस्तुत किए हैं वे इतिहास को जानने समझने में मदद करेंगे। अगली कड़ी की प्रतीक्षा रहेगी। भाई परमानंद जी झांसी वालों की संघर्षशील जीवनगाथा बहुत प्रेरणादायक है। उनके प्रति श्रद्धाभाव से मेरा झुककर नमन! ❤
परमानंद झांसीवाले की गाथा आपने क्या ख़ूब कही कि रौंगटे खड़े हो गए.
आप हमेशा सच्चा इतिहास बताते हो !
आप पर ईश्वर की कृपा बनी रहे !
आप सदैव स्वास्थ और आरोग्यदाई बने रहे !
बहुत अच्छी सटीक जानकारी।
जनसंघ या भाजपा वालों के लिए बेहतर होगा कि वो सावरकर के सम्बन्ध में चर्चा न करें जिससे कि उनके नकारात्मक पक्ष पर भी चर्चा करने का किसी को अवसर न मिले।
वास्तव में सावरकर 1911 के पहले हीरो थे और उसके बाद 1947 आजादी तक वो अंग्रेजों के सहयोगी और स्वतंत्रता विरोधी थे।
सावरकर तो सिर्फ शुरूवात है ।
और बहुत सारे हिंदू नायकों को बदनाम करना है ।
हमें इन लोगों को भी माफीविर, डरपोक,कायर ऐसा बोलकर बदनाम करनेका है और इनका इतीहास से नामोनिशान मिटाना है ।
भगतसिंह, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु, सुखदेव, लाला लाजपतराय, लोकमान्य तिलक, आगरकर, गोपालकृष्ण गोखले, वल्लभभाई पटेल, खुदीराम बोस, डाक्टर बाबासाहेब आंबेडकर, महात्मा फुले, सावित्रीबाई फुले, सुभाषचंद्र बोस,
शिवाजी महाराज,राणा प्रताप, संभाजी राजे, चंद्रगुप्त मौर्य, समुद्र गुप्त मौर्य, अशोक राजा,
इन सबको हम बदनाम करेंगे तो ही हमें चुनावो में फायदा होगा । और संविधान हटाकर शरीया कानून लायेंगे ।
श्रीमान अशोक कुमार पाण्डेय जी 🙏, सर सच कहने की हिम्मत आप में है। और आप सच में धर्म के सारथी हैं।
झाँसी वाले परमानंद जी की दासताँ बहुत ही साहसिक लगी, पहली बार सुनी, रौंगटे खड़े करने वाली ज़िन्दगियाँ हैं इन महान लोगों की🙏
Same here . Even i did not hear about him this means his sacrifice was never highlighted by government. It just shows that spending time in jail was not creating any benefit rather than only personal sacrifice
झांसी वाले परमानंद ने सावरकर के माफी मांगने का विरोध किया था
आपको बहुत बहुत धन्यवाद सावरकर की हकीकत सामने लाने के लिए।
सर जी , आपकी धरातली सत्यनिष्ठा और पारदर्शिता को सैल्यूट . कहा जा सकता है की समाज में एक नवीन स्वस्थ मस्तिष्क वाले नागरिकों का जनमत तैयार हो रहा है . शुक्रिया आपका
💯👌👌🙏🙏🙏🙏
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति और प्रयास सच को सामने लाने और झूठ का पर्दाफाश करने के लिए।
बहुत ही अच्छी तरह narrate करते हैं आप। बहुत धन्यवाद।
BAHUT BAHUT DHANYAWAD BHAI SAHAB
आंखों में आंसू आ जातें है, आपके द्वारा इतिहास को सुनने पर। लेकिन सावरकर जी ने डर कर जो माफी मांगी, वो देशभक्ति पर प्रश्नवाचक चिन्ह लगा देता है। वो हजारों देशभक्त कैदी कैंसे दर्द को सहते हुऐ , भारत माता के चरणों में आत्म समर्पित हो गये।
कभी-कभी मैं सोचता हूं संगठित झूठ कितना विनाशकारी हो सकता है! यहां तो पूरे इतिहास को ही बदलने का षड्यंत्र रचा जा रहा है.
और बड़े मजे की बात यह है कि लोग सच को सुनने के लिए भी तैयार नहीं हैं
आपका आभार सर , बहुत ही शानदार
آپ کی خبریں صحیح اور معلوماتی ہوتی ہیں،،،،،،،،،،، بہت شکریہ
बहुत खूब । आप समृद्ध भारत के निर्माण में छोटा सा सहयोग
आपकी तार्किक बुद्धि जबरदस्त लगन मेहनत और तथ्य के साथ गहनता का मिश्रण अद्भुत है.. आज के दौर में किताबें तो कोई पढ़ना नहीं है.. 18 वीं सदी और 19वीं सदी भारत की आजादी का इतिहास आंदोलन की परिस्थितियों का असंभव सा आकलन आपको करोडो लोगों की दुआएं रही है। आपने सब जीवंत कर दिया है पिछले 100 साल के इतिहास को.. गांधी पर आपका कार्य तथ्य सबूत और संकलन के साथ.. आपको लख-लख बधाई.. जल्दी भारत चड्डी धारी का समापन समारोह मनाएगा
सावरकर तो सिर्फ शुरूवात है ।
और बहुत सारे हिंदू नायकों को बदनाम करना है ।
हमें इन लोगों को भी माफीविर, डरपोक,कायर ऐसा बोलकर बदनाम करनेका है और इनका इतीहास से नामोनिशान मिटाना है ।
भगतसिंह, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु, सुखदेव, लाला लाजपतराय, लोकमान्य तिलक, आगरकर, गोपालकृष्ण गोखले, वल्लभभाई पटेल, खुदीराम बोस, डाक्टर बाबासाहेब आंबेडकर, महात्मा फुले, सावित्रीबाई फुले, सुभाषचंद्र बोस,
शिवाजी महाराज,राणा प्रताप, संभाजी राजे, चंद्रगुप्त मौर्य, समुद्र गुप्त मौर्य, अशोक राजा,
इन सबको हम बदनाम करेंगे तो ही हमें चुनावो में फायदा होगा । और संविधान हटाकर शरीया कानून लायेंगे ।
माफी वीर rss ka icon है यह बात कितना अच्छा है सर
बहुत अच्छी जानकारी है गुड न्यूज
विनायक दामोदर सावरकर के जीवनी पर आधारित ये महत्वपूर्ण जानकारी प्रस्तुत करने के लिए आपका धन्यवाद सर जी 🙏🌹
पूरा संघ परिवार झूठ बोलने में अत्यंत माहीर है
उदाहरण देना संघ आरएसएस झूठ बोलने के
Forget sangh parivar. What did congress government do with parmanad and bose
Sirf apni castisism
झूठा है संपत और झूठ का पुलिंदा है उसका लेखन
जो डर गया वह मर गया पूरा नाम मिट्टी में मिला दिया । शहीद कराने वाले कभी
भी शहीद नही हो सकता जागो और जगाओ देश और संविधान को बचाओ।
Do you think people were not aware of those petitions. It was a ploy to come out the jail because he believed nothing can be achieved by being in jail
@@paragsonalkarसब मनगढ़ंत है अपने को अच्छा और देशभक्त दिखाने के लिए
सर आपका वचन शत प्रतिशत सत्य वचन है। इसमें कोई संदेह नहीं है👍👍
बहुत बहुत धन्यवाद अशोक सर, महान क्रांतिकारी परमानंद झांसी वाले से परिचित कराने के लिए।
माफीवीर सावरकर बुलबुलकर
Bahut sunder jankari sir mafiveer ke bare me
बहुत ही ज्ञानवर्धक और यथार्थ। बहुत बहुत धन्यवाद। प्रणाम 🙏
Nice information 👍 👌
सर, आप वास्तव में इतिहासकार है, शोध करने में माहिर। सर , आप ने परमानन्द जी के क्रांतिकारी के रूप में तीस वर्षों तक जेल में रहकर, 1946 तक जीवित रहना बताया हैं। आप से अनुरोध है कि यह बताइए कि आजादी हेतु काला पानी के कष्ट कारी यातना पूर्ण सात साल से अधिक कारावास के बाद, आजादी उपरांत, कैबिनेट में मंत्री बनाया गया था। कि आजादी के बाद सामान्य रूप से रहने वाले ही मंत्री पद प्राप्त किया था।
भारत के सच्चे वीर सपूतों के महान चरित्र को सामने लाकर सच्चा इतिहास बताने का आप का प्रयास अभिनन्दनीय है। धन्यवाद।
डर का ओर आर एस एस चोली दामन का नाता रहा जैसे अब मणिपुर में बैठक बुलाने की जगह दिल्ली में बैठक बुला रहे है मणिपुर में जनता भाजपा को सबक सिखा रही है
सावरकर तो सिर्फ शुरूवात है ।
और बहुत सारे हिंदू नायकों को बदनाम करना है ।
हमें इन लोगों को भी माफीविर, डरपोक,कायर ऐसा बोलकर बदनाम करनेका है और इनका इतीहास से नामोनिशान मिटाना है ।
भगतसिंह, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु, सुखदेव, लाला लाजपतराय, लोकमान्य तिलक, आगरकर, गोपालकृष्ण गोखले, वल्लभभाई पटेल, खुदीराम बोस, डाक्टर बाबासाहेब आंबेडकर, महात्मा फुले, सावित्रीबाई फुले, सुभाषचंद्र बोस,
शिवाजी महाराज,राणा प्रताप, संभाजी राजे, चंद्रगुप्त मौर्य, समुद्र गुप्त मौर्य, अशोक राजा,
इन सबको हम बदनाम करेंगे तो ही हमें चुनावो में फायदा होगा । और संविधान हटाकर शरीया कानून लायेंगे ।
Truth is bitter sirji.
बहुत बहुत दुर्भाग्य
वीर गुरू गोविन्द सिंह जी के पुत्र थे। वीर भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, आजाद, अशफाक, बिस्मिल, गाँधी नेहरू पटेल , और हर वो क्रांतिकारी थे,
आज भी भारतीय सेना का वो जवान वीर है, जो देश के लिऐ जान देते हैं। पाकिस्तान की जेल में मर गये। वो लोग वीर थे।
माफीवीर होते तो लम्बी जिंदगी जीते।
भारत माता की जय 😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭
सावरकर तो सिर्फ शुरूवात है ।
और बहुत सारे हिंदू नायकों को बदनाम करना है ।
हमें इन लोगों को भी माफीविर, डरपोक,कायर ऐसा बोलकर बदनाम करनेका है और इनका इतीहास से नामोनिशान मिटाना है ।
भगतसिंह, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु, सुखदेव, लाला लाजपतराय, लोकमान्य तिलक, आगरकर, गोपालकृष्ण गोखले, वल्लभभाई पटेल, खुदीराम बोस, डाक्टर बाबासाहेब आंबेडकर, महात्मा फुले, सावित्रीबाई फुले, सुभाषचंद्र बोस,
शिवाजी महाराज,राणा प्रताप, संभाजी राजे, चंद्रगुप्त मौर्य, समुद्र गुप्त मौर्य, अशोक राजा,
इन सबको हम बदनाम करेंगे तो ही हमें चुनावो में फायदा होगा । और संविधान हटाकर शरीया कानून लायेंगे ।
Zabardast video...
Sir ji, aap lajawab hain, aapki jaankari lajawab hai.
अशोक सर आपकी पत्रकारिता को नमन
Absolutely beautiful right 👍 sirji Thanks 🙏.
ਕੁੱਲ ਮਿਲਾਕੇ ਸਾਵਰਕਰ ਇੱਕ ਬੁਜ਼ਦਿਲ ਕਰਾਂਤੀ ਵੀਰ ਭਾਰਤ ਵਿੱਚ ਸ਼ਇਦ ਇੱਕ ਈ ਹੋਇਆ
ਜੋ ਬੁਜ਼ਦਿਲ ਬੀਜੇਪੀ ਦਾ ਬੁਜ਼ਦਿਲ ਵੀਰ ਹੈ
Very thorough research...keep it up sir
Thanx Excellent Sir !
Great job Ashok Kumar Pandey ji 💯🙏👍🌹❤️👈
Learning history.... Incredible work 💯
वीडियो का शीर्षक बहुत कुछ सोचने को मजबूर कर देता है। 😜
महोदय सावरकर पर किताब लिखने के सिवाय संक्षिप्त में वीडियो बनाकर तथ्य पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने के लिए बहुत धन्यवाद। आज समयाभाव के कारण ज्यादातर लोग ऐसी किताबें पढ नहीं पाते या सोसलमिडिया के अधकचरे ज्ञान में उलझे रहते हैं ऐसे काल में लोग आपके इस प्रयास से लाभान्वित हो रहे हैं । पुनः धन्यवाद।
Very nice information
Excellent research as usual Sh. Pandey ji...thanks.
Sir mai aapka fan ho gaya hoon aap sache deshbhakt hain history mera sabse priya subject hai savarkar ke upar jo series chal rahi bahut lajabab hai
❤ very informative good wishes, thanks
Sir I used to miss Vinod Dua but after watching your videos your voice is as effective as his.
बहुत बहुत धन्यवाद,, सर आपके अभ्यास के हर पैलू बहुत जाणकारी दे गये,,,,,
Aap ek shaandar historian h
शानदार विश्लेषण🙏🙏
आपके शोध को दिल से सलाम ❤
सर जी, अभी तो अंड भक्त और नफरती चिंटू सावरकर को वीर कहते हैं काश यदि OBC SC and st के लोग अभी भी अशिक्षित होते तो आज देश के साथ गद्दारी करने वाले लोग सावरकर को,, राम, कृष्ण, विष्णु, महादेव से बड़ा काल्पनिक भगवान् बना देते
तूम जैसे लिब्रांडू चमचे नही समझेन्गे सावरकर को
🌹Very Good information 🌹
Thank you very much sir for opening our eyes.
Very well explained ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Ap ko salam ❤
प्रशंसनीय. आपकी किताब पढी है!1908 मे 'अभिनव भारत' संघटन के सदस्य नाशिक मे शिवजयंती के साथ अकबर जयंती भी मनाते थे! (संदर्भ - नथुरामायण - य.दि.फडके, page no 85)
Excellent narration. Thanks for revealing the truth
Thanks sir for giving important information about freedom fighters
wah what a naration on freedom fighters sacrifices and betrayel odf traitors.🙏🏻
badiya sir
Thanks for the.... Video
U r really awesome sir
It's great you are doing great work God bless you
Sir, very very thanks to you, you are genius, doing great job,
Thank you for a real histry present.
Very good informative video
आपका शोध/प्रयास स्तुत्य है
सम्मानित श्री अशोक पांडेय जी को नमस्कार
I am following you since last week and really appreciate your true historical perspective on many fronts,keep the good work going through this great channel.India needs people like you to eradicate these malicious propaganda currently on-going in our great Indian democratic value.🙏
His clemency letter should be distributed all over india and published in all news papers so the public knows savarkar is nothing but dealing in drugs and illegal firearms
You will soon be able to see those documents publicly when Niranjan Takle sir will publish his book on "Pushpa jo jhuk gaya tha"
माफिनामा जो होता है वो माफिनामे जैसा मांगा जाता है ' ये सरकार तूम मुझे माफ कर दो' ऐसा नही मांगा जाता. जिस सरकार ने जान बुझकर 25/25 साल की अलग अलग सजा दी मतलब 50 साल की तो उनको यकिन दिलाने के लिये कुछ तो लिखना पडेगा. सचिंद्रनाथ सन्याल जैसे अनेक क्रांतिकारीयोने ऐसेही माफी मांगि थी. सावरकर जैसे अपराध जिन्होने किये थे ऐसे कैदियो को माफी मिली लेकीन सावरकर को नही मिली. ये जो बोल रहे है परमानंद झांसीवाले और पंजाब वाले उनको भिं काला पानिसे छोडा है
और तूम सावरकर को वेपन डीलर बोल रहे हो तो सावरकर जैसे अंदमान मे पाओमे जन्जीर बांधके बैल की तरहा 7/8 घंटे कोलू पे तेल निकालते थे. टॉयलेट बाथरूम भी समय के पाबंधिमे करना हो ता था. कम खाना मिलता था. वैसे तूम 2 दिन भी निकालते तो तेरे गां*ड से तेल निकल आ जाता
@@umeshlad3253 अगर दूसरो ने भी माफी मांगी थी तो कितनो को माफ़ी और 60 रुपए महीना पेन्शन मिली ज़रा बताओ? 60 रुपए में 27.5 ग्राम सोना आता था. इतना ज्यादा पैसा किस खुशी मे ब्रिटिश सरकार इनको देती थी?
@@rashidsayyed4400 . पहिले पढाई करो पेन्शन या companseshan क्यु मिलता था लोगो को. जितने भी फ्रीडम फायटर थे उन्की डिगरीया संपत्ती ब्रिटिश सरकार लेती थी जेल मे रहने के बाद कमाई का कोई जरिया नही होणे के बाद उनको मामुली पेन्शन दी जाती. नेताजी बोस के भाई को सावरकरजीसे जादा पेन्शन मिळती थी. गांधीजीको भी पेन्शन मिलति थी. सावरकर जेल मे जाने के बाद संपत्ती जाने के बाद उनकी पत्नी और छोटे बच्चे की हालत हूई थी
Nice information
👍 shared
अशोक कुमार पाण्डेय जी राम राम
❤❤❤❤❤❤
आप अपनी बात तर्कों और सबूतों के आधार पर बताते हैं
Highly appreciate your work sir
पर्मानेटा नाम पहले बार सुना है
बहुत ही महत्वपूर्ण बात और विश्लेषण बताया है आपने, विक्रम संपथ के सावरकर की किताब को भक्त मंडली ऐसे बताते है जैसे भागवत गीता मे श्री कृष्ण के बोल।
सभी कैदियों को चक्की, कोल्हू चलवाय जातें थे सावरकर कोई अलग नहीं थे ।
ऐसा कोल्हू तुने 2 दिन चालाया ना तो तेल कोल्हू से नही तेरे गां*ड मे से आयेगा
Really excellent👏👏
Namaskar sir Jay hind 🌷🙏🌹
जय हिंद सर🙏🙏 आपको पिछले 1 साल से fallow कर रहा हूं आप हम सबको WhatsApp university के ज्ञान से बचाने का जो प्रयास कर रहे हैं बहुत ही सराहनीय है हम भी क्लास में आने वाली पीढ़ी को सही और वास्तविक इतिहास से रूबरू कराने का प्रयास जारी रखेगे! आपसे हमको भी प्रेरणा मिलती है
अरे विक्रम संपत जी का जो हिस्ट्री का काम है वह व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी से नहीं किया हुआ है। पहले तुम्हारा खुदका यूनिवर्सिटी देख लो जिसमें follow का स्पेलिंग fallow बताते हैं।
@@ajitnadgouda6079 महोदय follow या fallow होना ये तो सिर्फ मानवीय भूल मात्र है typing error मात्र है लेकिन जो सुनियोजित रूप से विक्रम संपत और गोदी मीडिया इतिहास की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं वो अब लोग समझने लगे हैं! अब तक के इतिहास का सबसे कमजोर कायर pm नहीं देखा है जो जलता हुआ मणिपुर छोड़कर USA भाग गया हो! पंजाब में अपनी जान बचा कर 📷 पर बोलता हो! सब्र करो इतिहास में बड़े बड़े तानाशाह दफन हैं
Sir apke videos se bahut gyan aur whatsapp university ki sacchai milti hai
Sir kya savarkar bulbul ke pankh par baith kar ghumte they. Aakhir ye sab kyu viral kia jata hai.
Parmamnd ji jhansi ko salute 🙏🙏🙏🙏
A salute to you Sir.
Salute u sir
I have been reading Savarkar by Vikram Sampat which has references /note of 43 p as ges .
Your critical review of the book in this video is illuminating.
I wish I could read your book in English.
Will listen to further parts. Thanks 🙏
.
जय हिंद परमानंद भाई
When Mr. Savarkar asked for pardon on various grounds , why his fans mostly Maharastrian Bramhins never believe and become violent?
Because his ideas remind them of the era of power that Chitpawan Brahmins enjoyed in the Maratha Empire under the rule of the Peshwas. However, please do remember that many Maharashtrian Brahmins reject his ideas and those of modern day Hindutvawaadis. Hero worship of Savarkar is based primarily on his exploits in England and the stint in Cellular Jail.
Because same behaviour of Chhatrapati Shivaji is seen by all Maharashtriyans. If Shivaji would not have run from Aurangzeb custody he would have got killed. Would you say same thing about Shivaji? We call this gorilla warfare. Savarkar was of same thought. He was not a sainik but a strategist. One needs to be cunning with the cunning enemy.
@@shounaknazar8602 Shivaji fought every day directly and indirectly for years after his escape. Savarkar did nothing to fight the British after he was released or we would have heard much more even before 2014. Stop defending a coward with idiotic comparisons
@@shounaknazar8602Maharaj could have killed even while running but he took that risk and never ask for maafi from Aurangzeb. That's the difference between Maharaj and Savarkar.
@@doogie.browser Requesting you kindly do use decent words.
Believing that you really are intrested in knowing through discussions I am answering you.
Savarkar in Andaman saw people suiciding dueto extreme pains.
He himself tried to stop few.
Then he understood that the method of trials in jail were enough violent to depress anyone. He also had such episode as told by Pandit Hridaynath Mangeshkar who is a disciple of Sawarkar.
Sawarkar thought that the physical power of british is too large to be faught with alone.
He felt that evenif he himself decides to die as a shahid, nothing much would change.
He wanted to do a creative change rather than getting mere fame as a patriot.
He decides then to find out the way to get out so that something can be done. Then you know what happened as you and all are hearing it daily on television. He came out and first recreated his writings.
Then he defined hindutva.
He decided to work to unite all as all his efforts earlier were destroyed by treacheries from his own people.
Thus he started his work to irradiacate the evils like untouchability woman harassment etc.
He parrallely worked for military training for youth.
In that he found it difficult to do safety and hence advocated Indian youth to enter British Army in order to get trained. They could be used afterwords for a planned coup. This is where he had conflict with Hedgewar who got separated from him as Bharatiya Janasangh.
He wrote many books which were distributed to maharastra youth secretely.
He contacted Subhash chandra Bose and guided him to collect war prisoners to form an army which came up as Indian National Army.
In this effort now he was more troubled by congress than British.
Maharashtriyans of my generation know this.
We all were provided with all his communication with society.
Out of Maharashtra he was willingly made villain both by British and Congress with future political motives. He tried to intervene Kashmir Issue by giving various solutions. He convinienced Raja Hari singh for staying with India.
But again with political rivelry he was presente as a villan to confuse the people and it is continuing till now.
सम्मानित श्री विनायक दामोदर सावरकर जी को नमस्कार
सावरकर की मिलने वाली सकारात्मक प्रसिद्धि के चलते वामपंथी की बहुत जल रही है. इसलिए घिसे पिटे मुद्दे बार-बार दोहराते हैं
सावरकर दर्द सह बिना ढोंगी क्रांतिकारी था , दर्द आने पर झुक गया , वह क्रांति वीर नही माफी वीर था ,
फिरंगियों के सामने घुटने तक वही उसका मूल चरित्र था ,
Jay sanvidhan
देश के समाने सच्चाई सामने जरूर आनी चाहिए।
Dhanybad ❤😂.
Aapki video se sach pata chalta hai ,,,, how false narrative is created to glorify someone,,,,,, aapke next video ka intezaar hai ,,, u r just InCredible💐💐🙏🙏🙏
सावरकर जी की तारीफ भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जी इंदिरा गाँधी भी कर चुकी है. झांसी के भाई परमानन्द की जानकारी देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद.
कृपया कालापानी जेल की सजा पाए अन्य महान क्रांतिकारियों पर एक सीरियल बना कर लोगों को जानकारी देने का कस्ट करें.