1100 वर्ष पुराना महोबा का रहस्यमई सूर्य मंदिर और कुतुबुद्दीन ऐबक ने किया था आक्रमण
ฝัง
- เผยแพร่เมื่อ 27 ก.ย. 2024
- सूर्य मंदिर का इतिहास बहुत बड़ा है इसका निर्माण चंदेल शासन नरेश देव बर्मन ने 890 से 915 ईसवी में करवाया था जो बुंदेलखंड के राजा थे महोबा में बनवाया था यह सूर्य मंदिर जो रहस्य मंदिर के नाम से भी जाना जाता है इस मंदिर को बनने में 25 वर्ष का समय लगा और फिर 12 वीं शताब्दी में कुतुबुद्दीन ऐबक ने इस मंदिर पर आक्रमण किया और इसे क्षतिग्रस्त कर दिया क्योंकि बताते इस मंदिर में धन संपत्ति भी थी मगर तब भी इसे पूरा ना मिटा सका इसमें बड़ी-बड़ी पत्थर की सिलाए लगी हुई है मंदिर को रहलिया का सूर्य मंदिर कहा जाता है जो महोबा से 3 किलोमीटर दूरी में बना हुआ है इस मंदिर की खासियत है कि सूर्य की पहली किरण इसके गर्भ ग्रह में जाती है
Gajab news hai
Thanks
Jai bundelkhand ❤❤
Jay ho
Bhai mandir me jute pahan kar nahi chadte
Achha Bhai
Nice❤
Thanks