का प्यार ख़तम हो गईल || Ajay Kumar || Bhojpuri Poem

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  • เผยแพร่เมื่อ 5 ก.พ. 2025
  • का ई सच रहे कि तु प्यार ना कईले रहलु हमसे,
    या फिर तुहु डेरा गइल रहलु जमाना के डर से,
    तू त जानत रहलु हो कि हम डेरानी ना केहू से,कि
    हम बागी हई।
    या फिर तू पड़ोसी अउर मुहल्ला के चक्कर मे,
    हमसे कहलु ना,
    कि ओह दर्द के अहसास अब ओह मुहल्ला के बा,
    का उनको ओतने लागेला जतना हमरा लागेला,
    जतना तहरा लागेला..
    एगो समय के बाद न सब भूला जाला हो,
    ना भुलाला त उ जेकरा संगे भइल रहेला,
    या जेकरा संगे गुजरत रहेला।
    ई दुनिया के देखे के चक्कर मे का प्यार के मिटावल ठीक रहेला,
    हमरा कहला से प्यार खत्म ना हो गइल होइ,
    आ तहरा छोडला से दर्द बीतल ना होई..
    तू त बस कहले रहितु हो,
    हम त सबका के देख लिहिती।
    : निखिल मिश्रा

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