मैने लगभग हर तरह की किताब को पढ़ा, जाना, समझा है गहराई से पूरे अर्थो मे - फिर चाहे वो किताब धर्म, विज्ञान, नैनो टेक्नोलॉजी, क्वांटम फिजिक्स, अंतरिक्ष विज्ञान, इतिहास, भूगोल, गणित, मनोविज्ञान, सामाजिक विज्ञान, सामान्य ज्ञान की हो या फिर कैसी भी क्यों ना हो, और मै पूरे वैज्ञानिक नजरिये से जांचते परखते हुए इस नतीजे पर पहुंचा हूँ कि किसी को, मै फिर जोर दे कर कहता हूँ कि किसी को भी सच नहीं मालूम है और ब्रह्मांड के सूक्ष्म व सही नियमो की जानकारी बिल्कुल भी नहीं है कम से कम आज की तारीख मे तो l यानी किसी को कुछ भी नहीं पता है l सब बस अपनी अपनी बात बोल रहे हैं अपने दिमाग मे उठने वाले तूफानी विचारों से और खुद को सही मान रहे हैं और बिल्कुल ही मुगालते मे जी रहे हैं l जबकि असल सच यह है कि किसी को कुछ भी नहीं पता है - कुछ नहीं पता है l ब्रह्मांड बड़ा पेचीदा है और इसको समझने के लिए बहुत बड़ी करोडो तेज दिमागों के बराबर वाली सूझबूझ व अक्ल चाहिए जो अभी इंसानो के पास नहीं है l दरअसल अक्ल के मामले मे इंसान बस जानवरों से थोड़ा सा ही बेहतर है और इसी बेहतर अक्ल के दम पर उसने अपने फ़ायदे के लिए अक्ल को इस्तेमाल किया है मगर अभी उसकी अक्ल इतनी तेज नहीं हुई है जो ब्रह्मांड के असली नियमों को जान और खोज सके l हमारा कम्पटीशन जानवरो से है और हम इंसान निसंदेह जानवरों से बेहतर हैं - मगर असली सच इस ब्रह्मांड का हमको समझ मे नहीं आने वाला है क्योंकि हम इंसानो की अक्ल अभी बहुत छोटी ही है - हाँ जानवरों की अक्ल से थोड़ा बेहतर है l अब तक बुद्दिमान इंसानो ने जो कुछ भी खोजा है वो सब सत्य और सच के सापेक्ष गलत ही है - ब्रह्मांड का सच जब भी मिलेगा वो बिल्कुल दूसरे तरीके का और हमारी सोच से बिल्कुल अकल्पनीय रूप से अलग ही होगा l तो आज मे पूरे जोर शोर से ये घोषणा कर सकता हूँ कि किसी को कुछ नहीं पता है और इतना तो मुझको अब पता चल ही गया है l इंसान ने कुछ अपने काम निकालने सीख लिए हैं कुदरत के सहयोग से तो इंसान बड़े बड़े दावे करने लगा है कि उसने तो सबकुछ जान लिया है जबकि उसने कुछ नहीं जाना है l ये ब्रह्मांड बहुत बहुत बहुत बड़ा है और यहाँ गणनाएँ लाखों करोड़ो मे नहीं खरबों खरब और उससे भी आगे जाकर नील, पदम, शंख, महाशंख और फिर अनंत तक जाती हैं और सूक्ष्म स्तर पर शून्य से इतर माइनस साइड मे जाकर बहुत सूक्ष्मता की गहराइयों तक जाती हैं तो भैया कोई भी और कैसी भी इंसानी बुद्धि इस ब्रह्मांड को समझने मे नाकाम ही रहेगी हमेशा l "किसी को कुछ भी नहीं पता" - बस इतना याद रखो l "किसी को कुछ नहीं पता" ये एक सत्य वचन है बस इसको ये समझो कि पत्थर पर खींची गई लकीर l डिबेट मे अगर कोई अच्छा पाइंट और अच्छे विचार दे रहा है तो वो सच को साबित नहीं कर रहा होता है बल्कि दूसरे लोगों के पाइंट और विचारों को गलत साबित कर रहा होता है जो उससे कमतर तार्किक लोगों के द्वारा दिये गए होते हैं लेकिन फिर भी इससे ये साबित नहीं होता कि अच्छे तर्क देने वाले का ब्रह्मांड के असल सच का कोई संबंध है l ब्रह्मांड तो अनंत है तो इसको जानने के लिए बहुत बड़ी बुद्धि चाहिए महज एक खोपडी, दो हाथ, दो पैर, 70-75 किलो वजन और 5-6 फीट के शारीरिक दायरे मे कैद मामूली और तुच्छ इंसान इस ब्रह्मांड के असल सच को कभी भी नहीं जान सकता है - बस भ्रम और मुगालता पाल सकता है l बेचारा मामूली इंसान ब्रह्मांड के सच को जान लेने का बड़ा दावा करता है सिर्फ दूसरे लोगों को प्रभावित करने के लिए l कल का न्यूटन और आईंस्टीन आज गलत सिद्ध होगा तथा आज के तमाम महान वैज्ञानिक आने वाले कल मे गलत सिद्ध होंगे - तो ज्ञान का प्रवाह इतना प्रबल है कि सबकी खोजें, अनुमान, थ्योरी, खोज और बड़े बड़े दावे सब गलत साबित ही होंगे असल सत्य की खोज मे l बहुत बड़ा और सटीक पैमाना चाहिए इस ब्रह्मांड के सत्य को मापने के लिए जो अभी इंसानी बुद्धि से बहुत बहुत परे है l इतना जान लो कि हर नई खोज के बाद बस एक नया झूंठ या नया पर्दा ही सामने आता है इंसानो के सामने और सत्य की सारी खोजे, अनुभव और विचार सब गुड गोबर हो जाते हैं l लेकिन हाँ, आधे अधूरे ज्ञान से भी यू ट्यूब पर तहलका मचाया जा सकता है क्योंकि हर विचार पर भरोसा कर लेना आम इंसानो की प्रवृत्ति और कमजोरी है l
वेदों के अनुसार भी बहुत सी प्रजातियां हैं जो मनुष्य धरती पर हैं उससे कन्हि उन्नत मनुष्य सुदूर ब्रह्ममांड में हैं ,, और हां इसका कोई कोई पुख्ता सबूत हमारे पास नहीं पर कई योगियों की सोच है सर । आपका ज्ञान सत्य है ।
सच में यह ब्रह्माण्ड कितना बड़ा है अकल्पनीय एवं अद्भुत। अभी कितना रहस्य चारों ओर बिखरा पड़ा है, अभी हम अल्पांश ही जान पाए हैं। रेतीले टीले के एक रेत के कण के बराबर ही हम अभी तक जान पाए हैं। अनंत विस्तार है इस ब्रह्माण्ड का .......🌏.....🌏???.....
Kisi ko.nahi.bus ek view dimak.main dalo all things not connect fully to Indian..all are Indian but without or mutual support can't confined relationship between science and spirituality.😇😇
Sir Apka Dil se Dhanyabd. Mai ek IT company me hu lekin apka har video jarur dekhne ki kosis karta hu. Kafi knowledge gain.hota hai wo bhi free of cost. Bahut hi asani se sare doubts clear ho jate hai. Jyda to nahi lekin base jarur yaad rhta hai. Bhagwan apko lambi umar de. Jai Maa Bharti 🙏
सर जी एक वीडियो चर्चा में रहा जलवायु परिवर्तन जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने article 14&21 (F.R) तहत रखा है plz plz क्योंकि मै इसके बारे कई जगह पढ़ी but उतना क्लियर नही हुआ, आपके वीडियो से एक बार में ही क्लियर हो जाता है...❤❤😊😊
Wahhhh kyaa Gajab tareeke se samjhaya hai...😢😢😢😢😢 Kaash aap jaisa koi mere ko meri study ke time me mila hota to ajj shyad me MBA ki jagah apna dream pcs ips yaa science kar ke usi field me chla geaa hota.. Hats 👒 off to you ankit bro.. Sir salute..
प्रॉब्लम ये है की जो कुछ भी किया वो कैसे किया इसका कोई विवरण नही मिलता है. खोज के साथ ये भी जानना जरूरी है कि वो खोज कैसे की गई, इसके बिना खोज को वैज्ञानिक खोज नही माना जा सकता है.
@@whykoks अंगकोरवाॅट मंदिर, कैलास मंदिर, चेन्नकेश्वर मंदिर कैसे बनाया, इसकी खोज आज भी जारी हैं. उसका भी कोई विवरण नहीं मिल रहा हैं. लेकीन सामने खडा दिख रहा हैं.
बच्चा विस्फोट से पैदा नहीं होता है बल्कि परमइच्छा, परममनसा, परमप्रज्ञा, परमसोच, परमरूपरेखा, परमक्रिया परमदृश्य के अन्तर्भूत से यह सृष्टि चलाया जा रहा है
मैंने यूट्यूब पर बहुत खोजा पर हिग्स बोसान थ्योरी मिल रही,, पर ये थ्योरी जिस बोसन सिद्धांत पर आधारित है जो की सत्येंद्रनाथ बोस ने दिया था उसकी ना कोई बात कर रहा ना ही बहुत ज्यादा लोग बात करते है।
@anglerlala देख बड़े आप इसे नहीं मानते ये आपकी मर्ज़ी है इससे सत्य बदल नहीं सकता। साइंस बस रिसर्च कर सकता है उसे बना नहीं सकता साइंस एक पानी को नहीं बना सकता बस उसे पता है कि हाइड्रोजन और ऑक्सीजन मिलकर ही पानी बनता है लेकिन उसे खुद नहीं बना सकता जबकि हाइड्रोजन और ऑक्सीजन हमारे वायुमंडल में पर्याप्त है। मृत शरीर और जीवित शरीर में मात्रा जीवन का फ़र्क होता है साइंस के ये भी नहीं पता की उसमें जीवन कहा से आया। मनुष्य की उत्पत्ति से ही ये क्वेशन सबके दिमाग़ में आता हैं की इस ब्रम्हांड को बनाने वाला कोई तो होगा? ये कोई अचानक आने वाला सवाल नहीं है ये ऊपर वाला परमेश्वर का काम हैं जो एक समय में मनुष्य को पता लगाने के विषय में उनके मन में देता है। परमेश्वर ने अपनी बुद्धि को मनुष्य को दिया हैं लेकिन मनुष्य अपने को ही ज्ञानी समझने लगता है। आप पढ़िए परमेश्वर के जीवित वचन बाईबल को वहां पर आपको सारे सवालों का जवाब मिलेगा।
Mr Dwivedi, might you have gone through the research paper of Peter Higgs published in 1964. That is a small 6-7 page very beautiful paper , articulately discussed his investigations through mathematical formulations. Prof. Dr. Om P. Singh At Greater Noida.
I was studying Higgs-mechanism for my exam today and learned about this news. Thank you sir for educating our people about this advanced science theory.
13.8 अरब साल पहले तो किसी का अब्बा डब्बा आदम खादम भी नहीं था, तो भी हिन्दू धर्म शास्त्र से मिल्तीजुल्ती ऐसे विज्ञनिक बातों को सरल भाषा में व्याख्या के लिए धन्यवाद अंकित सर को।
❤ is sabse pahle vah theek poochha Hai pahle Kaun jaanta tha hamare Rishi Muni supreme scientist the vah sab kuchh yah jante the aur Aaj main unhen ek jo tippani ki thi use per to maine green light thi maine green light use de Diya Hai ine Sabse pahle vah jante the jab ham sare duniya yah vaigyanik bhi Jaise Jaise paida hue hain usse pahle yah jungle mein dol rahe the pashan Yug aur purv pashan jab ke hamare Rishi Hain yah hamare Rishi pahle kah chuke hain dikkat yah I hai ki humne language ko jana hi nahin tha Sanskrit ko humne Jana nahin aur main apni bhi Kah Raha Hun main bhi kahan jaanta hun lekin ab main pakka dawa Karta Hun ki main jyada samay nahin lagaunga Sanskrit ke bagair aaye Mera Kalyan nahin Haisattu unhone jab main Kah Raha Hun jab unhone kah diya kayam brahmand Rupam ab ek baat bataiye main doctor ko hi padha Raha Hun ki ham khate kya nahin Hai diamond bhasma ham khate golden bus ham khate kaun si aisi bus mein iron ham khate Jo sabjiyon mein vaigyanik aadami search kar rahe hain ham iron pahle se hi kah rahe hain hamare yahan kalyug ka matlab kya hai yah pagal ham samjhe nahin ham to pahle se hi yah char bhai hai yah Charon bhai ek sath chalte Hain ismein kuchh bhi alag alag nahin kar sakta alag alag jo bhi nahin alag alag samajhta Hai vah mahamurkh Hai yah alag kabhi hote hi nahin Hai yah sari prakriya Hai jab kayam brahmand Rupam to kya samajh rahe Ho hamare Rishi muniyon ne kya Khoj Dala unhone yah God partical pahle se hi Khoj Rakha Hai Lekin ham piche kyon rahe ki humne use Sanskrit ke marm ko jana hi nahin mujhe schoolon mein gali Di gai vah kahate the ki Sanskrit lekar kya Karen to pandit pujariyon ki Bhasha Hai jab yahan bhashaon ke liye bhi gali Diya jata Hai to yahan sikhega Kaun kyayah IAS God ka janm Maran ine sabse pahle hai isiliye Rishi muniyon ne kaha hai ki hamare liye mrutyu hoti nahin Hai hamari mrutyu hoti nahin Hai yah bilkul theek kaha hai ki hamari mrutyu hoti kahan hai hamen koi katla karo kuchh karo kar do shauk se katal hamari to mrutyu hoti nahin God partical ki koi mrutyu nahin Hoti vah Rani ka aur matlab kya hai Geeta mein sab kuchh to Geeta ka pura Sara ka sara jitna vigyan hai jo vedon mein kitne shastron 18 puranon aur yah sab itni chij banaa Di gai hai unhen to aap jab padhoge to pahle Geeta hi padhna nahin aata humse jab vah itna jabardast shlok hai usmein aur kya padhoge physics nahin padhoge khak padhoge yah metaphysics ka matlab kya hota hai aur matter chemistry ka matlab kya hota hai kya ham samajh rahe Hain ki ham agar physics padh rahe Hain to hamen jante Hain aakhir vah nahin jante vaigyanik kya unhone physics naam se aur unke naam bhi de rakhe hain Sanskrit mein un sab vigyanon ka naam bhi de rakha hai lekin chuke Sanskrit humse theek nahin aaya isliye ham Sanskrit ko samjhe nahin to yah God partical to pahle se khoja hua Haimain vaigyanikon ko challenge nahin kar raha bhai yah bhi to Rishi ki aulad Hai yah bhi to tapasvi Hai to yah kyon nahin Khoj sakte jise ham nahin Jaan sakte the chahe inhone kisi bhi kriyaon se padh kar Paya aakhir kitni mehnat Kari hogi Kitna sanyas jivan bitaya hoga inhone yah to inhen poochho na inhone kaise Pali I say ab yah aapane socha nahin kabhi is Desh mein kab socha aur Vaishnav Ho Sakta Hai kahin bahar soch Liya ho na kahate Ho lekin ek baat bataiye aap 2 minut Tak karke baith jaaiye itne billions Tare aapko dikhai denge aur vah pal mein chhutiyon se udkar khatm ho jaate Hain yani hamara construction aur destruction pal pal mein itna hota hai ki ham soch bhi nahin sakte hamen pata hi nahin Hai kitni Rachna kitni Hoti Hai kitni mahatvpurn Rachna hoti hai aur kitni second mein vah khatm Ho jaati Hai kitni second mein aur kitni second mein vah banti hai jo medical science mein million sales ko second mein khatm Ho jaati Hai second mein replace medical scienceto main vaigyanikon ka to swagat karta hun unke Charan bhi chahta hun bahut sahab ka bhi Inka bhi yah inhone lekin aapane tapasvi to mano tapasvi kyon nahin mante inhen agar man lijiye Jaise mujhe pata nahin hai main yah man Lo mujhe nahin pata hai aur agar inse pata lag Raha Hai to mere liye to Dev Rishi Ho Gaye na yah hamen inki Puja karni padegi uska Karan Hai hamare yahan Gyan ki Puja hoti hai lekin avsthi Sahab aap khol to bahut jyada rahe Ho itna khol rahe ho inse Bhartiya Janata party se kahiye inhone to padhaai kar hi satyanash kar rakha hai aur England ki maharani mister prime minister se Modi se kah chuki hai ki aapke yahan education ka bahut bura hal hai❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ aaj vaigyanik jab gujre Hain 94 sal ki umra mein hai mujhe dukh bhi hota hai ki darshan kab hamen Darshan nahin Hui Aaj unke Darshan ho rahe hain hamen Neha apni Puri jindagi yad karte rahenge aur apne sapt rishiyon ke sath jodte rahenge❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
❤ aaj mujhe Khushi ho rahi hai koi Gaurav Sen Sahab hai unhone kaha hai ki Rishi Muni Maine use per green per Laga diya ab vah first number per a Gaya yah Pratham Hai tab tak is Prithvi per globe per tab tak koi nahin jaanta tha yah kyunki hamari to Sanskriti agar dekhen to aapko Sanskriti Sanskrit se Sanskriti ban gaya aur Sanskriti ka matlab vigyan Ho Gaya aur is per 11 volume mein America mein ek Rishi ne banaa diya usmein kya hai aur Sanskrit ke vidwan Lage hue hain ismein to sab vigyan hai lekin hamen padhne ko to yahan nahin mil rahi na hamen padhne kahan dete Hain yah padhne ka to inhone top per a Gaya Hai Jo main rishiyon ko pahle number per vah ab inhone pahle number per rakh diye to ham to Jo sochte Hain Aaj unhin ki badaulat sochte Hain ab yah Jo hamare vaigyanik Bosch hue aur big soi hai jo bhi abhi gujre Hain yah sab unki hi to solve Hai yah sari unki son Hai yah to hamare Devra Bhagwan bhi yahi kahate the ki kahin ka poochh lovah sabko SOL kahate the unka pata hi nahin lagta main kabhi Mila nahin unse kyunki na hamen to ab yah to ab pata Laga Hai unka to yah bataya jata Hai unka pata hi nahin Hai vah Kahan chale gaye hain kahan chale jaate Hain vah koi kapda pahnana nahin kuchh pahnana nahin aur pata nahin hajar sal rahe 700 sal rahe 800 sal rahe unki koi umra bhi nahin decide kar Paya ab tak bhi to yah sab sochana yah vaigyanikon ne atmaon mein se main to Inka khoob aadar kar paaun aakhri hai apni Tapasya mein jivan bitate hain aur dekhiae tapasvi hai❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
वेदांत मे यही तो एक प्रश्न की चर्चा होती है. आखिर निराकार निर्गुण सगुण साकार कैसे बनता है. याने की जो चैतन्य हम अनुभव करते है वो अव्यक्त कैसे व्यक्त होता है
Higgs ji ka swarg vaas hua toh jaakar bahot logon ko SN BOSE ji ke baare mein pata chala hoga. Yahi sabse badi demerit h Indian edu system ki. Asli heroes ko hum abhi bhi nahi jaante
Sir, Scientist to Sirf experiment par bharosha karte h, Vedo me Gita me, kuran me , Bible me saf likha h , 6 din me param parmeshwar ne Brahmand ki rachna karke 7 ve din Takhat pe Ja baraja, Insaan Janam le rahe h Martyu ho Rahi h, sabhi Jivo me aatmaye h, Ye sabhi Param parmeshwar ki kripa se hi sambhav h, pritvi Surya ke chakkar kyo laga Rahi h, Surya Aaj ka gola kyo h , chandrama Shital kyo h, ye big bang ki theory se solve nahi hota, Rampal ji maharaj sahi hi bol rahe h, Kabir ki param parmeshwar h
सर जी पृथ्वी और आकाश और समंदर की सब वस्तुओ को ईश्वर ने अपने वचन के द्वारा बनाया है जी और मनुष्य को अपने हाथो के द्वारा मिट्टी से बनाया है जी। यह तो 100 फीसदी सत्य है जी।
हमारे सनातन धर्म उसी को आद्य शक्ति महालक्ष्मी कहते हैं जिससे यह संपूर्ण ब्रह्मांड बना जिसने इस संपूर्ण ब्रह्मांड को चांद सितारे यामायाम गोल बनाए मैं उन्हें पुनः पुनः नमन करता हूं
वाकई साइंस काफी रोचक विषय है लेकिन इसे सिर्फ सैद्धांतिक रूप से हमलोग पढ़ते आए आए व्यवहारिक या प्रैक्टिकल रूप में न पढ़ाने के कारण हम लोगों को ये सब्जेक्ट भारी लगता है लेकिन यही बातें आपकी वीडियो के माध्यम से इमेज ग्राफिक्स का उपयोग कर जब बताया जा रहा है तो मजा आ जा रहा है सर
I really wished that someone should explain simply about bing bang and related things. Today I am so happy that I understood the basic. Thank you so much. You are an amazing teacher.
It was already explained to us, easily. The one who has no size, no shape, no color, the one who doesn't exist created this universe. Formless Shiva is the idea of nothingness. From nothingness(0), everything was created.😅
Sorry Bhai Jaise ram ko lekar aaye Modi aise hi Srishti ko kyunki bhai Ram ka janm hi nahin hua tha ram ko paida Kiya hai Modi na bhai ji Modi ka kam dekho
ब्रह्म पार्टिकल को मेने भी सूक्ष्म द्रष्टि से सूर्य के प्रकाश में देखा है ।चमकीला सा घूमते रहते हें असंख्य पदार्थ के रूप मे ब्रह्मांड में गहरे ध्यान की अवस्था में ।
@@sahebkumar7621 actually I am not a bsc students I want to know is brabu University good for study mai loco pilot ke bare me pata nahi tha use me bhi itni bhari bharkam padna padta hai
Mai ek railway employee hu sir. Pichhle kuchh dino se aapke videos dekh raha hu. You are great sir, kash mere study ke dino me aap jaise teacher mile hote to aaj mai bhi kam se kam IAS hota sir. Mera nivedan hai students se ki we funny videos ki jagah aapka video dekhe aur apna future secure kare. Aapki har video ki last line mujhe bahut impressive lagti hai.
Wah...wah...very nice. Kya..He..very.2 Long...tuff..cheptar ko..saral Bhasha me..Easy Andaz me..Anket je ne...Explain kiya hai..mai to Empress ho gaya..motye...Demag ka bhe Admi easy way me follow ker lega....Awall..Alah noor upaya kudrat se sub..Bundye..Only one noor.Light se..god partical se kaynat creat hue...kya...Bat hai hai....lot a thanks..Dear...Anket Bhai.
Similar concepts can be seen in the 4th chapter pf the Durga Sapta Shati. This is in reference of the concept SHAKTI, Particles are the Devatas,within their own realms.uniting together or getting integrated to form Jyoti, with infinite energy.I am a student of religious studies,your lecture is very interesting. your approach is is very connecting and lucid in making things clear ,you are explainning the concepts of Brahman am nd Brahmand like the modulation of the Upanioshadic classes..
Excellent explanation of one of the basic problem of physics. It was so well done and so fundamental, for understanding of creation of the matter from the initial energy in the universe, that I went to listen to the entire program twice. Big Thanks and All the Best in Your Versatile Plural Work!!!!
सुर्य धरती के चारों ओर घुमता है किसी धर्म की किताब में बताया गया तर्क भी दिऐ लेकिन गैलेलियो ने कहा नहीं धरती सुरज के चक्कर लगातीं हैं तर्क और तथ्यों के साथ कहा सार बचा जिवन जेल में कटा तो भाई कुतर्क और जिज्ञासा दोनों में अन्तर होता है और यह जिज्ञासा ही वैज्ञानिकों को चैन से सोने नहीं देती एक जिज्ञासा के पिछे पुरा जीवन खपा देत है।
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😅😅
😀😀👍
@@AnitaRaut-ul3zb⁸
भगवान कण के अन्दर भी कुछ है
समान्य विद्या से ब्रह्म विद्या ( भगवान कण ) = ब्रह्म विद्या भृगु ऋषि
मैने लगभग हर तरह की किताब को पढ़ा, जाना, समझा है गहराई से पूरे अर्थो मे - फिर चाहे वो किताब धर्म, विज्ञान, नैनो टेक्नोलॉजी, क्वांटम फिजिक्स, अंतरिक्ष विज्ञान, इतिहास, भूगोल, गणित, मनोविज्ञान, सामाजिक विज्ञान, सामान्य ज्ञान की हो या फिर कैसी भी क्यों ना हो, और मै पूरे वैज्ञानिक नजरिये से जांचते परखते हुए इस नतीजे पर पहुंचा हूँ कि किसी को, मै फिर जोर दे कर कहता हूँ कि किसी को भी सच नहीं मालूम है और ब्रह्मांड के सूक्ष्म व सही नियमो की जानकारी बिल्कुल भी नहीं है कम से कम आज की तारीख मे तो l
यानी किसी को कुछ भी नहीं पता है l सब बस अपनी अपनी बात बोल रहे हैं अपने दिमाग मे उठने वाले तूफानी विचारों से और खुद को सही मान रहे हैं और बिल्कुल ही मुगालते मे जी रहे हैं l जबकि असल सच यह है कि किसी को कुछ भी नहीं पता है - कुछ नहीं पता है l
ब्रह्मांड बड़ा पेचीदा है और इसको समझने के लिए बहुत बड़ी करोडो तेज दिमागों के बराबर वाली सूझबूझ व अक्ल चाहिए जो अभी इंसानो के पास नहीं है l
दरअसल अक्ल के मामले मे इंसान बस जानवरों से थोड़ा सा ही बेहतर है और इसी बेहतर अक्ल के दम पर उसने अपने फ़ायदे के लिए अक्ल को इस्तेमाल किया है मगर अभी उसकी अक्ल इतनी तेज नहीं हुई है जो ब्रह्मांड के असली नियमों को जान और खोज सके l
हमारा कम्पटीशन जानवरो से है और हम इंसान निसंदेह जानवरों से बेहतर हैं - मगर असली सच इस ब्रह्मांड का हमको समझ मे नहीं आने वाला है क्योंकि हम इंसानो की अक्ल अभी बहुत छोटी ही है - हाँ जानवरों की अक्ल से थोड़ा बेहतर है l
अब तक बुद्दिमान इंसानो ने जो कुछ भी खोजा है वो सब सत्य और सच के सापेक्ष गलत ही है - ब्रह्मांड का सच जब भी मिलेगा वो बिल्कुल दूसरे तरीके का और हमारी सोच से बिल्कुल अकल्पनीय रूप से अलग ही होगा l
तो आज मे पूरे जोर शोर से ये घोषणा कर सकता हूँ कि किसी को कुछ नहीं पता है और इतना तो मुझको अब पता चल ही गया है l
इंसान ने कुछ अपने काम निकालने सीख लिए हैं कुदरत के सहयोग से तो इंसान बड़े बड़े दावे करने लगा है कि उसने तो सबकुछ जान लिया है जबकि उसने कुछ नहीं जाना है l ये ब्रह्मांड बहुत बहुत बहुत बड़ा है और यहाँ गणनाएँ लाखों करोड़ो मे नहीं खरबों खरब और उससे भी आगे जाकर नील, पदम, शंख, महाशंख और फिर अनंत तक जाती हैं और सूक्ष्म स्तर पर शून्य से इतर माइनस साइड मे जाकर बहुत सूक्ष्मता की गहराइयों तक जाती हैं तो भैया कोई भी और कैसी भी इंसानी बुद्धि इस ब्रह्मांड को समझने मे नाकाम ही रहेगी हमेशा l
"किसी को कुछ भी नहीं पता" - बस इतना याद रखो l "किसी को कुछ नहीं पता" ये एक सत्य वचन है बस इसको ये समझो कि पत्थर पर खींची गई लकीर l
डिबेट मे अगर कोई अच्छा पाइंट और अच्छे विचार दे रहा है तो वो सच को साबित नहीं कर रहा होता है बल्कि दूसरे लोगों के पाइंट और विचारों को गलत साबित कर रहा होता है जो उससे कमतर तार्किक लोगों के द्वारा दिये गए होते हैं लेकिन फिर भी इससे ये साबित नहीं होता कि अच्छे तर्क देने वाले का ब्रह्मांड के असल सच का कोई संबंध है l ब्रह्मांड तो अनंत है तो इसको जानने के लिए बहुत बड़ी बुद्धि चाहिए महज एक खोपडी, दो हाथ, दो पैर, 70-75 किलो वजन और 5-6 फीट के शारीरिक दायरे मे कैद मामूली और तुच्छ इंसान इस ब्रह्मांड के असल सच को कभी भी नहीं जान सकता है - बस भ्रम और मुगालता पाल सकता है l बेचारा मामूली इंसान ब्रह्मांड के सच को जान लेने का बड़ा दावा करता है सिर्फ दूसरे लोगों को प्रभावित करने के लिए l
कल का न्यूटन और आईंस्टीन आज गलत सिद्ध होगा तथा आज के तमाम महान वैज्ञानिक आने वाले कल मे गलत सिद्ध होंगे - तो ज्ञान का प्रवाह इतना प्रबल है कि सबकी खोजें, अनुमान, थ्योरी, खोज और बड़े बड़े दावे सब गलत साबित ही होंगे असल सत्य की खोज मे l बहुत बड़ा और सटीक पैमाना चाहिए इस ब्रह्मांड के सत्य को मापने के लिए जो अभी
इंसानी बुद्धि से बहुत बहुत परे है l
इतना जान लो कि हर नई खोज के बाद बस एक नया झूंठ या नया पर्दा ही सामने आता है इंसानो के सामने और सत्य की सारी खोजे, अनुभव और विचार सब गुड गोबर हो जाते हैं l
लेकिन हाँ, आधे अधूरे ज्ञान से भी यू ट्यूब पर तहलका मचाया जा सकता है क्योंकि हर विचार पर भरोसा कर लेना आम इंसानो की प्रवृत्ति और कमजोरी है l
आपकी राय से मैं सहमत हूं। परन्तु वै वैज्ञानिकों को भी अपना काम करना है।स सबको apna apna kaam करना है
❤❤❤
आपने सही कहा है कि हर परिभाषा,अगली परिभाषा के लिए गढ़ी गई है।परम सत्य क्या है यह अभी अज्ञात है।
kahna kya chahte ho
वेदों के अनुसार भी बहुत सी प्रजातियां हैं जो मनुष्य धरती पर हैं उससे कन्हि उन्नत मनुष्य सुदूर ब्रह्ममांड में हैं ,, और हां इसका कोई कोई पुख्ता सबूत हमारे पास नहीं पर कई योगियों की सोच है सर । आपका ज्ञान सत्य है ।
सच में यह ब्रह्माण्ड कितना बड़ा है अकल्पनीय एवं अद्भुत। अभी कितना रहस्य चारों ओर बिखरा पड़ा है, अभी हम अल्पांश ही जान पाए हैं। रेतीले टीले के एक रेत के कण के बराबर ही हम अभी तक जान पाए हैं। अनंत विस्तार है इस ब्रह्माण्ड का .......🌏.....🌏???.....
Bhaiya hum apane prithvi ko nahi jante hai to brahmand Ko janane ki koshish ka koi matlab nahi hai ki samundar ke kitane rahsy hai koi nahi janta
ऐसे वैज्ञानिक मेरा सत सत नमन😢😢😢😢
मे इस महान वैज्ञानिक के जाने से बहुत दुखी हु और उनको सचची श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा हूं ❤❤❤❤
19:39 90% विज्ञान की खोज भारतीयों ने की है और बाकीयों ने उनका विश्लेषण,शोध करके अपने नाम कर लीं है ।
Bas petient nahi karaya
Kuch jyada Gyan hai bhai ko
Bhai app kisko kah rahe ho
Kisi ko.nahi.bus ek view dimak.main dalo all things not connect fully to Indian..all are Indian but without or mutual support can't confined relationship between science and spirituality.😇😇
@@ShubhamKumar-bk6yj definitely you are right but everyone have another perspective to think
Jai hind sir jee
Dil jeet liye pehle etni achi se kabhi physics ko samjha he nhi....
Sir Apka Dil se Dhanyabd. Mai ek IT company me hu lekin apka har video jarur dekhne ki kosis karta hu. Kafi knowledge gain.hota hai wo bhi free of cost. Bahut hi asani se sare doubts clear ho jate hai. Jyda to nahi lekin base jarur yaad rhta hai. Bhagwan apko lambi umar de. Jai Maa Bharti 🙏
सर बहुत अच्छी जानकारी बोसोन के बारे में ! हिंदुस्तानियों के ज्ञान और विज्ञान को समझने में अभी भी सदियां लगेंगी इस दुनिया को।
You are right
Hoga boson theory ko Indian scientist ne bahut pahle bataya h
@@RahulJaii sirf india mein sb kuch pahle se hi likha hota he mandbudhilog😂😂
सर जी एक वीडियो चर्चा में रहा जलवायु परिवर्तन जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने article 14&21 (F.R) तहत रखा है plz plz क्योंकि मै इसके बारे कई जगह पढ़ी but उतना क्लियर नही हुआ, आपके वीडियो से एक बार में ही क्लियर हो जाता है...❤❤😊😊
all ready video ban chuka hai ankit sir ka is topic pe
@@SmilingCartoonCat-ht7nl kab bana hai
SusheelKumar-vn7tz ha
@SusheelKumar-vn7tznhi
SusheelKumar-vn7tz but ye to haal hi ke charcha me tha to purana pahle hi video kaise bana diye hai sir
Wahhhh kyaa Gajab tareeke se samjhaya hai...😢😢😢😢😢
Kaash aap jaisa koi mere ko meri study ke time me mila hota to ajj shyad me MBA ki jagah apna dream pcs ips yaa science kar ke usi field me chla geaa hota..
Hats 👒 off to you ankit bro..
Sir salute..
😢
@@manoramakumari2144 Kay hoaa bro
Thanks आईस्टीन साहब को जो बोस जी के रिसर्च को प्रकाशित करवा दिये❤❤❤❤❤❤
Earth gayi
Absolutely
महर्षी कणाद जी ने हजारो साल पहले पदार्थ कैसे बने हैं.उसका विश्लेषण संस्कृत में कणाद संहिता में किया है.
और भी बहोत कुछ हैं.
Sehi baat hai. Hindu apne hi history nehi jaante yehi to dukh hai
प्रॉब्लम ये है की जो कुछ भी किया वो कैसे किया इसका कोई विवरण नही मिलता है. खोज के साथ ये भी जानना जरूरी है कि वो खोज कैसे की गई, इसके बिना खोज को वैज्ञानिक खोज नही माना जा सकता है.
@@whykoks अंगकोरवाॅट मंदिर, कैलास मंदिर, चेन्नकेश्वर मंदिर कैसे बनाया, इसकी खोज आज भी जारी हैं. उसका भी कोई विवरण नहीं मिल रहा हैं. लेकीन सामने खडा दिख रहा हैं.
@@debojyotighosh4153kyuki pakhandwad ne uski jagah le li
Jisse jo actual chij hai wo mitati ja rahi hai
Khiliji ne khatam kiya 😢
बहुत सरल भाषामे सटीक समज देदी सर।
Sir you have explained this concept of cause & base of creation very simply. Thanks peter higgs, satyenderji who has worked on this concept.
আজ আমি এই তত্ত্ব সম্পর্কে প্রথম জানলাম । খুব ভালো লাগলো ধন্যবাদ
बच्चा विस्फोट से पैदा नहीं होता है
बल्कि परमइच्छा, परममनसा, परमप्रज्ञा, परमसोच, परमरूपरेखा, परमक्रिया परमदृश्य के अन्तर्भूत से यह सृष्टि चलाया जा रहा है
अति सुंदर 🎉❤
Tu dekhne gaya tha kya. Konsa research kiya hai hai tune ya bas hawai kitaabo ki baate kar rha hai😂
👹👽👿😈🥸🤓☠️💀🙊🙊
Very exciting information Bharat Ratna सत्येंद्रनाथ बोस तथा नोबल saanmanit हिगस्को प्रणाम god bless you
Ati sundar vishleshan, Peter Higgs ko bhavpurn sardhanjali🌹🌺🙏🏽🙏🏽
मैंने यूट्यूब पर बहुत खोजा पर हिग्स बोसान थ्योरी मिल रही,, पर ये थ्योरी जिस बोसन सिद्धांत पर आधारित है जो की सत्येंद्रनाथ बोस ने दिया था उसकी ना कोई बात कर रहा ना ही बहुत ज्यादा लोग बात करते है।
बहुत अच्छा सेशन रहा सर❤ मजा ही आ गया
पीटर हिग्स एक महामानव थे ।उनके नहीं रहने से विज्ञान जगत की अपूर्णीय क्षति हुई है ।
सादर नमन
जिन लोगों ने दावा किया कि वह ईश्वर के पुत्र, ईश्वर के संदेशवाहक, ईश्वर के अंतिम पैगंबर हैं, उनसे मैं नफरत करता हूं
Kya karna hai nafrat karne ka?Koi khas bat hai?
यही तो फ़र्क है बड़े आप नफरती व्यक्ति है और हम एक दूसरे से प्रेम करने वाले में।
@@skkuldeep6002 I am atheist I don't believe in imagery God.
@anglerlala देख बड़े आप इसे नहीं मानते ये आपकी मर्ज़ी है इससे सत्य बदल नहीं सकता।
साइंस बस रिसर्च कर सकता है उसे बना नहीं सकता साइंस एक पानी को नहीं बना सकता बस उसे पता है कि हाइड्रोजन और ऑक्सीजन मिलकर ही पानी बनता है लेकिन उसे खुद नहीं बना सकता जबकि हाइड्रोजन और ऑक्सीजन हमारे वायुमंडल में पर्याप्त है।
मृत शरीर और जीवित शरीर में मात्रा जीवन का फ़र्क होता है साइंस के ये भी नहीं पता की उसमें जीवन कहा से आया।
मनुष्य की उत्पत्ति से ही ये क्वेशन सबके दिमाग़ में आता हैं की इस ब्रम्हांड को बनाने वाला कोई तो होगा?
ये कोई अचानक आने वाला सवाल नहीं है ये ऊपर वाला परमेश्वर का काम हैं जो एक समय में मनुष्य को पता लगाने के विषय में उनके मन में देता है।
परमेश्वर ने अपनी बुद्धि को मनुष्य को दिया हैं लेकिन मनुष्य अपने को ही ज्ञानी समझने लगता है।
आप पढ़िए परमेश्वर के जीवित वचन बाईबल को वहां पर आपको सारे सवालों का जवाब मिलेगा।
Great 👍
घणों धन्यवाद अंकित सर... इतने मुश्किल टॉपिक को इतनी आसानी से समझाने के लिए 😍🙏🏻
Energy and matter are the same thing and Intertransformable.
He was legendary particle physicist since Satendra nath Bose
Mr Dwivedi, might you have gone through the research paper of Peter Higgs published in 1964. That is a small 6-7 page very beautiful paper , articulately discussed his investigations through mathematical formulations.
Prof. Dr. Om P. Singh
At Greater Noida.
I was studying Higgs-mechanism for my exam today and learned about this news. Thank you sir for educating our people about this advanced science theory.
बहुत गजब के अध्यापक है गुरु जी आप 🙏🏻
सर की क्लास तो मा की लोरी के जैसे होगयी बिना सुने नींद हि ना आती 😢😢
13.8 अरब साल पहले तो किसी का अब्बा डब्बा आदम खादम भी नहीं था, तो भी हिन्दू धर्म शास्त्र से मिल्तीजुल्ती ऐसे विज्ञनिक बातों को सरल भाषा में व्याख्या के लिए धन्यवाद अंकित सर को।
बाकी तो सब उपर से निकला but भारतीय का नाम सुना तो मन खुश हो गया.
सब कुछ दिखावा सा लगाने लगा है ••!
जज़्बात ,ख़यालात ,मोहब्बत ,लोग और ये दुनियां 😢😢
हमारे ऋषि मुनियो के लिए Respect button ✅🚩
Ram ram bhai.
@@mr.adityakumarsingh9198 राम ही राम भाई जी 🙏🏻😊
सत्य।अभी सब भड़भड़ा रहे हैं।
❤ is sabse pahle vah theek poochha Hai pahle Kaun jaanta tha hamare Rishi Muni supreme scientist the vah sab kuchh yah jante the aur Aaj main unhen ek jo tippani ki thi use per to maine green light thi maine green light use de Diya Hai ine Sabse pahle vah jante the jab ham sare duniya yah vaigyanik bhi Jaise Jaise paida hue hain usse pahle yah jungle mein dol rahe the pashan Yug aur purv pashan jab ke hamare Rishi Hain yah hamare Rishi pahle kah chuke hain dikkat yah I hai ki humne language ko jana hi nahin tha Sanskrit ko humne Jana nahin aur main apni bhi Kah Raha Hun main bhi kahan jaanta hun lekin ab main pakka dawa Karta Hun ki main jyada samay nahin lagaunga Sanskrit ke bagair aaye Mera Kalyan nahin Haisattu unhone jab main Kah Raha Hun jab unhone kah diya kayam brahmand Rupam ab ek baat bataiye main doctor ko hi padha Raha Hun ki ham khate kya nahin Hai diamond bhasma ham khate golden bus ham khate kaun si aisi bus mein iron ham khate Jo sabjiyon mein vaigyanik aadami search kar rahe hain ham iron pahle se hi kah rahe hain hamare yahan kalyug ka matlab kya hai yah pagal ham samjhe nahin ham to pahle se hi yah char bhai hai yah Charon bhai ek sath chalte Hain ismein kuchh bhi alag alag nahin kar sakta alag alag jo bhi nahin alag alag samajhta Hai vah mahamurkh Hai yah alag kabhi hote hi nahin Hai yah sari prakriya Hai jab kayam brahmand Rupam to kya samajh rahe Ho hamare Rishi muniyon ne kya Khoj Dala unhone yah God partical pahle se hi Khoj Rakha Hai Lekin ham piche kyon rahe ki humne use Sanskrit ke marm ko jana hi nahin mujhe schoolon mein gali Di gai vah kahate the ki Sanskrit lekar kya Karen to pandit pujariyon ki Bhasha Hai jab yahan bhashaon ke liye bhi gali Diya jata Hai to yahan sikhega Kaun kyayah IAS God ka janm Maran ine sabse pahle hai isiliye Rishi muniyon ne kaha hai ki hamare liye mrutyu hoti nahin Hai hamari mrutyu hoti nahin Hai yah bilkul theek kaha hai ki hamari mrutyu hoti kahan hai hamen koi katla karo kuchh karo kar do shauk se katal hamari to mrutyu hoti nahin God partical ki koi mrutyu nahin Hoti vah Rani ka aur matlab kya hai Geeta mein sab kuchh to Geeta ka pura Sara ka sara jitna vigyan hai jo vedon mein kitne shastron 18 puranon aur yah sab itni chij banaa Di gai hai unhen to aap jab padhoge to pahle Geeta hi padhna nahin aata humse jab vah itna jabardast shlok hai usmein aur kya padhoge physics nahin padhoge khak padhoge yah metaphysics ka matlab kya hota hai aur matter chemistry ka matlab kya hota hai kya ham samajh rahe Hain ki ham agar physics padh rahe Hain to hamen jante Hain aakhir vah nahin jante vaigyanik kya unhone physics naam se aur unke naam bhi de rakhe hain Sanskrit mein un sab vigyanon ka naam bhi de rakha hai lekin chuke Sanskrit humse theek nahin aaya isliye ham Sanskrit ko samjhe nahin to yah God partical to pahle se khoja hua Haimain vaigyanikon ko challenge nahin kar raha bhai yah bhi to Rishi ki aulad Hai yah bhi to tapasvi Hai to yah kyon nahin Khoj sakte jise ham nahin Jaan sakte the chahe inhone kisi bhi kriyaon se padh kar Paya aakhir kitni mehnat Kari hogi Kitna sanyas jivan bitaya hoga inhone yah to inhen poochho na inhone kaise Pali I say ab yah aapane socha nahin kabhi is Desh mein kab socha aur Vaishnav Ho Sakta Hai kahin bahar soch Liya ho na kahate Ho lekin ek baat bataiye aap 2 minut Tak karke baith jaaiye itne billions Tare aapko dikhai denge aur vah pal mein chhutiyon se udkar khatm ho jaate Hain yani hamara construction aur destruction pal pal mein itna hota hai ki ham soch bhi nahin sakte hamen pata hi nahin Hai kitni Rachna kitni Hoti Hai kitni mahatvpurn Rachna hoti hai aur kitni second mein vah khatm Ho jaati Hai kitni second mein aur kitni second mein vah banti hai jo medical science mein million sales ko second mein khatm Ho jaati Hai second mein replace medical scienceto main vaigyanikon ka to swagat karta hun unke Charan bhi chahta hun bahut sahab ka bhi Inka bhi yah inhone lekin aapane tapasvi to mano tapasvi kyon nahin mante inhen agar man lijiye Jaise mujhe pata nahin hai main yah man Lo mujhe nahin pata hai aur agar inse pata lag Raha Hai to mere liye to Dev Rishi Ho Gaye na yah hamen inki Puja karni padegi uska Karan Hai hamare yahan Gyan ki Puja hoti hai lekin avsthi Sahab aap khol to bahut jyada rahe Ho itna khol rahe ho inse Bhartiya Janata party se kahiye inhone to padhaai kar hi satyanash kar rakha hai aur England ki maharani mister prime minister se Modi se kah chuki hai ki aapke yahan education ka bahut bura hal hai❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ aaj vaigyanik jab gujre Hain 94 sal ki umra mein hai mujhe dukh bhi hota hai ki darshan kab hamen Darshan nahin Hui Aaj unke Darshan ho rahe hain hamen Neha apni Puri jindagi yad karte rahenge aur apne sapt rishiyon ke sath jodte rahenge❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
❤ aaj mujhe Khushi ho rahi hai koi Gaurav Sen Sahab hai unhone kaha hai ki Rishi Muni Maine use per green per Laga diya ab vah first number per a Gaya yah Pratham Hai tab tak is Prithvi per globe per tab tak koi nahin jaanta tha yah kyunki hamari to Sanskriti agar dekhen to aapko Sanskriti Sanskrit se Sanskriti ban gaya aur Sanskriti ka matlab vigyan Ho Gaya aur is per 11 volume mein America mein ek Rishi ne banaa diya usmein kya hai aur Sanskrit ke vidwan Lage hue hain ismein to sab vigyan hai lekin hamen padhne ko to yahan nahin mil rahi na hamen padhne kahan dete Hain yah padhne ka to inhone top per a Gaya Hai Jo main rishiyon ko pahle number per vah ab inhone pahle number per rakh diye to ham to Jo sochte Hain Aaj unhin ki badaulat sochte Hain ab yah Jo hamare vaigyanik Bosch hue aur big soi hai jo bhi abhi gujre Hain yah sab unki hi to solve Hai yah sari unki son Hai yah to hamare Devra Bhagwan bhi yahi kahate the ki kahin ka poochh lovah sabko SOL kahate the unka pata hi nahin lagta main kabhi Mila nahin unse kyunki na hamen to ab yah to ab pata Laga Hai unka to yah bataya jata Hai unka pata hi nahin Hai vah Kahan chale gaye hain kahan chale jaate Hain vah koi kapda pahnana nahin kuchh pahnana nahin aur pata nahin hajar sal rahe 700 sal rahe 800 sal rahe unki koi umra bhi nahin decide kar Paya ab tak bhi to yah sab sochana yah vaigyanikon ne atmaon mein se main to Inka khoob aadar kar paaun aakhri hai apni Tapasya mein jivan bitate hain aur dekhiae tapasvi hai❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
वेदांत मे यही तो एक प्रश्न की चर्चा होती है. आखिर निराकार निर्गुण सगुण साकार कैसे बनता है. याने की जो चैतन्य हम अनुभव करते है वो अव्यक्त कैसे व्यक्त होता है
इनका कर्म हमेसा जिंदा रहेगा 🙏🏻🙏🏻
वह तो ठीक है जिस चीज को खोजने के लिए इतना मेहनत किया बारे में पता चला कि उसे भी कोई सूक्ष्म चीज होता है फिर काहे का गॉड पार्टिकल
Koch aap bhi kariye..
🌹नमो बुद्धाय🌹👌👌👌👌👌
Very nice explanation sir
You are great personality of world astronomy ❤
Exellent explanation sir ❤❤❤❤❤
Higgs ji ka swarg vaas hua toh jaakar bahot logon ko SN BOSE ji ke baare mein pata chala hoga. Yahi sabse badi demerit h Indian edu system ki. Asli heroes ko hum abhi bhi nahi jaante
वेदों में सृष्टि और ब्रह्मांड के बारे में इससे ज्यादा बताया गया है. Hics ने ही वेदों को पढ़कर थ्योरी बनाई है.
Learn to respect scientists you live for them
kya gaali dun bhai, bas ek hi baat bolne ko mann krta hai, gend m dele, kya kaam aae ved
Sir, Scientist to Sirf experiment par bharosha karte h, Vedo me Gita me, kuran me , Bible me saf likha h , 6 din me param parmeshwar ne Brahmand ki rachna karke 7 ve din Takhat pe Ja baraja, Insaan Janam le rahe h Martyu ho Rahi h, sabhi Jivo me aatmaye h, Ye sabhi Param parmeshwar ki kripa se hi sambhav h, pritvi Surya ke chakkar kyo laga Rahi h, Surya Aaj ka gola kyo h , chandrama Shital kyo h, ye big bang ki theory se solve nahi hota, Rampal ji maharaj sahi hi bol rahe h, Kabir ki param parmeshwar h
सर जी पृथ्वी और आकाश और समंदर की सब वस्तुओ को ईश्वर ने अपने वचन के द्वारा बनाया है जी और मनुष्य को अपने हाथो के द्वारा मिट्टी से बनाया है जी। यह तो 100 फीसदी सत्य है जी।
Abhi koi comment krga ki kain kaun ANKIT SIR ko dil se like krta h 😁😁😂🤣🤣mai to mn se krta hu 😁😌😌😌😊😊
Muze to lagata hai wo ladki tu hi hai 😐
Thanks you सर आप जैसे गुरु हमारी जीवन मे पहले आ जाते तो हम बहुत कुछ शिख लिये होता
सभी भाइयों को ईद मुबारक🎆
Jay Shri Ram ❤ sare bhaiya n Jay mata ki
Bahot badiya sir ....khojne par bhi nahi mil pa rahi thi ye jankari.
Thank you sir
Hy
sir economy ke current affair bhi karte rahiye please
आपने इतना आसान करके समझाया की सामान्य व्यक्ती को भी समझें। बहुतही धन्यवाद
हमारे सनातन धर्म उसी को आद्य शक्ति महालक्ष्मी कहते हैं जिससे यह संपूर्ण ब्रह्मांड बना जिसने इस संपूर्ण ब्रह्मांड को चांद सितारे यामायाम गोल बनाए मैं उन्हें पुनः पुनः नमन करता हूं
Sach ko dekho jaano kuch bhi mat bolo
विषय बेहतर समझ आया, धन्यवाद ।
Hamare Hindu dharm kab se ye kaha ja raha he.. Ek Energy se Brahma, Vishnu aur Shiv Nikle Usko Hum "Electron, Proton aur Nutron" Bol sakte he...
Andhbhakti
@@rabindovlogseating9999 यस्य नास्ति स्वयं प्रज्ञा शास्त्रं तस्य करोति किम् ।
लोचनाभ्यां विहीनस्य दर्पणः किं करिष्यति ॥ Chanakya ji ne ya baat kahi thi...
Very interesting session ❤
Jai bhim. Jai Ambedkar sahib ji.
वाकई साइंस काफी रोचक विषय है लेकिन इसे सिर्फ सैद्धांतिक रूप से हमलोग पढ़ते आए आए व्यवहारिक या प्रैक्टिकल रूप में न पढ़ाने के कारण हम लोगों को ये सब्जेक्ट भारी लगता है लेकिन यही बातें आपकी वीडियो के माध्यम से इमेज ग्राफिक्स का उपयोग कर जब बताया जा रहा है तो मजा आ जा रहा है सर
I really wished that someone should explain simply about bing bang and related things.
Today I am so happy that I understood the basic.
Thank you so much. You are an amazing teacher.
It was already explained to us, easily. The one who has no size, no shape, no color, the one who doesn't exist created this universe. Formless Shiva is the idea of nothingness. From nothingness(0), everything was created.😅
@@sagarpatel3043प्रकाश पूंज था भाई उसमे मेगनेटिक वातावरण में डार्क मेटर के साथ भंयकर टकर हुई और भार अस्तित्व में आया। 😊
महर्षि कपिल ने सांख्य दर्शन में सब बातों का स्पष्ट विश्लेषण किया है
सभी मुस्लिम दोस्तों को ईद की जय श्री राम🙏🏻🙏🏻🙏🏻🥰🥰
😂
😊
मुझसे लड़ ले एक बार
फिजकली
एक पटकी में तेरे जैसे 3 को मोक्ष दिला सकता हु 💪💪💪🚩🚩🚩 बजरंग बली की कृपा से💪💪💪🚩🚩
मुझसे लड़ ले एक बार
फिजकली
एक पटकी में तेरे जैसे 3 को मोक्ष दिला सकता हु 💪💪💪🚩🚩🚩 बजरंग बली की कृपा से💪💪💪🚩🚩
Gaduye hoba kauno kam layak hoba 😅😅😅😅
सर विज्ञान के क्षेत्र से हूं लेकिन काफ़ी बाते अतार्किक लगी।
Sir my aap ko 20k subscribe se follow karte aarhe hai
Sir to godi h tu godi hota to reply kr dete ter ko😂
Mai only 143 se hu sir k sath
@@Indian4u634 😂
Thanks a lot for explaining very easy way. May God bless you. I'm from Kolkata where the great scientist Sir Satyendra Nath Bose worked and lived.
Eid ki ram ram sabhi shantidoot ko
Jhulsiyon ko bhiram ram
Wah , adbhut jankari 🤗🤗
Prabhu unki aatma ko shanty de 👏👏 😥😓😥
हर बार मोदी सरकार ❤🙏
😂
Sorry Bhai Jaise ram ko lekar aaye Modi aise hi Srishti ko kyunki bhai Ram ka janm hi nahin hua tha ram ko paida Kiya hai Modi na bhai ji Modi ka kam dekho
Reply jarur Dena bhai
ब्रह्म पार्टिकल को मेने भी सूक्ष्म द्रष्टि से सूर्य के प्रकाश में देखा है ।चमकीला सा घूमते रहते हें असंख्य पदार्थ के रूप मे ब्रह्मांड में गहरे ध्यान की अवस्था में ।
आप ध्यान के उच्च स्तर को छू गयें हो कितने वर्ष लगे इस अवस्था में पहुंचने के लिए।
सभी मुस्लिम भाईयो को ईदगाह की जय श्री राम 🚩🚩🚩🚩
बात तो सही है 😅😂
Ye Shahi hai guru
Musalman sirf Allah ko manta hai
😂
Kyu pIaida ho gya be zandu tu
सरल शब्दों में कीमती जानकारी
और जानकारी देने की सरलता
दोनों कमाल
इसके लिए धन्यवाद मित्रवर !
Ap Sabhi Muslim Bhaiyo ko Eid ki Jai Shree Ram🙏🚩
Bhai saab meri taraf se bhi unko ram ram
भाई मेरी तरफ से भी नवरात्रि और राम नवमी की अल्लाह हु अकबर....
@@mohammadzaid2408 haa bhai smjhta hu tere conversion ka dard
एक ही है, वो है शिव जिसका कोई आदि न कोई अंत,
Art's wale isse dur rhe 😂
Ye nhi smjenge ye physics ki bate h physics lover❤❤
Main arts field mein hu but i understand higgs bosan particle. It is fundamental particle of our universe so it's called God particle
I have arts..I know that’s why you write message in Hindi 😂😂😂😂
Kyu gyan pr tumhara personal hq h kya Waise hm science k student h
*Oooo Seeta Aunty ji Apne Art se std ki hai na tabhi apne kaha Art vale Dur rahe 😂*
Kaun kaun god particle pahale se janta tha
Sab jante h
Ye bhi koi question hai
Hamare chemistry Wale Sir ne bataya tha(Motihari)
@@sahebkumar7621 actually I am not a bsc students I want to know is brabu University good for study mai loco pilot ke bare me pata nahi tha use me bhi itni bhari bharkam padna padta hai
@@Raghwendray mai nahi janata tha is liye poocha liya lekin sir ne achha samjhaya
Mai ek railway employee hu sir. Pichhle kuchh dino se aapke videos dekh raha hu.
You are great sir, kash mere study ke dino me aap jaise teacher mile hote to aaj mai bhi kam se kam IAS hota sir.
Mera nivedan hai students se ki we funny videos ki jagah aapka video dekhe aur apna future secure kare.
Aapki har video ki last line mujhe bahut impressive lagti hai.
ऐसी अमूल्य जानकारी के लिए बधाई
Satyendra Nath Boss ko Saadar Naman, Bhavpurn Sardhanjali ❤🌹🌺🙏🏽🙏🏽🇮🇳🇮🇳
Achhchhi information hai aap ki.
ऐसे महान ज्ञानी हमेशा अमर रहे
आप के video में " magic" हैं ! 😍🕉️🇮🇳🙏
Very very lMPORTANT session.
जय हिन्द सर जी ❤❤
Wah...wah...very nice. Kya..He..very.2 Long...tuff..cheptar ko..saral Bhasha me..Easy Andaz me..Anket je ne...Explain kiya hai..mai to Empress ho gaya..motye...Demag ka bhe Admi easy way me follow ker lega....Awall..Alah noor upaya kudrat se sub..Bundye..Only one noor.Light se..god partical se kaynat creat hue...kya...Bat hai hai....lot a thanks..Dear...Anket Bhai.
Similar concepts can be seen in the 4th chapter pf the Durga Sapta Shati. This is in reference of the concept SHAKTI, Particles are the Devatas,within their own realms.uniting together or getting integrated to form Jyoti, with infinite energy.I am a student of religious studies,your lecture is very interesting. your approach is is very connecting and lucid in making things clear ,you are explainning the concepts of Brahman am nd Brahmand like the modulation of the Upanioshadic classes..
Ankit ji aap ki presentation ka jawaab nahi.. Hats off to you brother... Love from City of Angeles (LA-USA)
Excellent explanation of one of the basic problem of physics. It was so well done and so fundamental, for understanding of creation of the matter from the initial energy in the universe, that I went to listen to the entire program twice. Big Thanks and All the Best in Your Versatile Plural Work!!!!
ਮੈ ਜਾਣਦਾ ਹਾਂ ਇਹ ਬਹੁਤ ਸਾਲ ਪਹਿਲਾ ਜਰਮਨ ਤੇ ਫਰਾਂਸ ਵਿੱਚ ਇੱਕ kolidr ਬਣਾਈ ਜਿੱਥੇ rmanoo ditof ਭਜ ਕੀਤੀ
Kitni baar proud karoge indians ko sir❤
Super information with simple language ....I like it so much...
कठिन परिश्रम कर श्रोताओ को समझाने का प्रयास सराहनीय है।
इस पर वीडियो बनाने के लिए आप को सर दिल से सलाम ❤❤❤हमारे देश मे काफ़ी लोग राजनीति के चक्कर मे ही रहते है science के बारे मे सोचना नहीं चाहता है 😢
तर्क विश्व का सबसे बड़ा प्रमाण हैऔर शास्त्रार्थ में कुतर्क वही करता जिसकी सम्पूर्ण हार हो चुकी होती है
सुर्य धरती के चारों ओर घुमता है किसी धर्म की किताब में बताया गया तर्क भी दिऐ लेकिन गैलेलियो ने कहा नहीं धरती सुरज के चक्कर लगातीं हैं तर्क और तथ्यों के साथ कहा सार बचा जिवन जेल में कटा तो भाई कुतर्क और जिज्ञासा दोनों में अन्तर होता है और यह जिज्ञासा ही वैज्ञानिकों को चैन से सोने नहीं देती एक जिज्ञासा के पिछे पुरा जीवन खपा देत है।
Great sir....aap bahut dimag wala ho,.
Mera pasandida chapter hai quantum theory, aap point to point samjhaya❤❤❤
sir to kya Shankaracharya ko follow karna chahiye ?? ya nhi ??Please Reply .....Thanks
OM .Bhavpurn Sirddan Jali 💐💐 S....hanti
We all proud of india bose ji ko pranam or 🕉️ me v yhi h koi energy jo duniya ko janm diya❤❤
Thanks, Sir understand, ur lecture is so nicely explained.
Thank you Universe , thank you sir for this class .........
अच्छा प्रयास.अच्छी जानकारी.मजाआया.
Very very interesting topic, Thanks.
Wha, man gaye Ankit Sir, itni difficult baat ko aap nay kitna saral bhasa may samjha dia.
Shabash
बहुत सुन्दर व्याख्या