गं गणपतये नमो नमः कात्यायनी डॉ पूर्णिमा शर्मा
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- เผยแพร่เมื่อ 5 ต.ค. 2024
- अथर्वशीर्ष में दस ऋचाओं में मूलाधार चक्र में गणपति का निवास बताया गया है... मूलाधार चक्र ॐकारमय आत्मा का निवास भी माना जाता है... ध्यान केन्द्रित करने के अभ्यास का प्रथम सोपान भी यही है - जहाँ से आरम्भ करके समस्त चक्रों को शान्त करते हुए अन्त में सहस्रार चक्र में प्रविष्ट होना ध्यान का अन्तिम सोपान होता है... कल श्री गणपति विसर्जन है... इस अवसर पर प्रस्तुत है इसी श्री गणपत्यथर्वशीर्ष का हिन्दी पद्यभावानुवाद... कात्यायनी...
परब्रह्म गुरुए नमः
ॐ नमःशिवाय
बहुत सुन्दर प्रस्तुति ❤❤
अति सुंदर व मधुर👌👌💖💖
प्रणाम करता हूं आपको ❤❤