अति प्रिय राजर्षि मनीष जी!! आपने बताया,"समष्टि चित्त सर्वव्यापी है और स्थूल देह से व्यष्टि चित्त के बाहर निकल जाने के बाद भी समष्टि चित्त तो उसी देह में मौजूद रहता है "!!!!! यह माना इस बन्दे ने। पर इस व्यष्टि चित्त की शंका व जिज्ञासा यह है कि जब तक व्यष्टि चित्त देह में स्थित रहता है, तब तक तो वह देह जीवित रहता है, किन्तु उस देह में समष्टि चित्त के मौजूद रहने के बावजूद वह मृत/ निर्जीव क्यों हो जाता है?? 😮😮😮😢😢😢😢
Sir mujhe bhi spiritual journey bhut achi lgti h per m khi pahuch nhi paa rhi hu ek pyas se bni hui h kuch khoj rhi hu mil nhi rha fir pariwar bhi dekhna bas shanti nhi ho pa rhi
itne sahi se TH-cam pr koi samjhaye, awesome
Jai ho
Conciousness and individual conciouseness
🙏🙏🙏
आप को हृदय से धन्यवाद🙏🙏
🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️🕉️❤️
🕉️ tatsat 🌷🙏🙏🙏🌷
Bhut badiya
Jay sharikushan
अति प्रिय राजर्षि मनीष जी!!
आपने बताया,"समष्टि चित्त सर्वव्यापी है और स्थूल देह से व्यष्टि चित्त के बाहर निकल जाने के बाद भी समष्टि चित्त तो उसी देह में मौजूद रहता है "!!!!! यह माना इस बन्दे ने।
पर इस व्यष्टि चित्त की शंका व जिज्ञासा यह है कि जब तक व्यष्टि चित्त देह में स्थित
रहता है, तब तक तो वह देह
जीवित रहता है, किन्तु उस देह में समष्टि चित्त के मौजूद
रहने के बावजूद वह मृत/ निर्जीव क्यों हो जाता है??
😮😮😮😢😢😢😢
ओम् तत् सत् सद्गुरू देव जी को बारम्बार सादर चरण-स्पर्श 🌷🙏🌷
राम राम जी
अगर मृत शरीर में भी चेतना रहती है तो क्या जलाने के बाद भी उस मृत शरीर की चेतना उसकी राख (भष्म) में रहती है
बहोत अच्छा समझाया इस ज्ञान के लिये हम आपके बहुत बहुत आभारी है । 🌷🙏🌷
Man buddhee chitta aur ahankar sahee keram kya hai
🙏😇🙏Wah! Adbhut.
Topmost expression, sir
Thanks a lot for giving detail studies
🙏🙏🙏 Sir, Chitt kyahe ?
I could not understand. 🙏🙏🙏
Ego is the reason of all prblms.
Sir mujhe bhi spiritual journey bhut achi lgti h per m khi pahuch nhi paa rhi hu ek pyas se bni hui h kuch khoj rhi hu mil nhi rha fir pariwar bhi dekhna bas shanti nhi ho pa rhi
Guru ji, sutra 1 se "last" tak ka video "serial" se banakar post kijiye.. Yogsutra ko samjhana hai.
Playlist me jaye usme charo adhyayo ke playlist hain. Samadhipad, sadhna pad, vibhutipad, kaivalya pad
aap baat karenge please
Guruji, Brihadarankya upnishada bhi samjha dijiye. 🙂🙂