वाकाटक वंश पर बहुत ही रोचक व ज्ञानवर्धक जानकारी देने के लिए आपका आभार सर...अब तक आपको सुनने के बाद यही लगता है कि विश्वविद्यालयों में 'सही इतिहास' नहीं पढ़ाया जा रहा है...👌👍🙏🙏🙏
आदणीय डाॅ, राजेन्द्र प्रसाद सिंग सर हृदयसे धन्यवाद आभार..बुद्ध धम्म का सच्चा इतिहास की जानकरी देकर हमारा ज्ञान वर्धन कर रहे ..इतना महान समृद्ध इतिहास हमसे छुपाया गया था..इसे दुबारा अभ्यासक्रमे पढाना चाहीए...एक शिवाजी महाराजका इतिहास पढाया गया वह भी सरासर गलत....मुगल के पहिले का इतिहास पढाया नही जाता था, जिसमे भारत का सच्चा प्राचीन इतिहास छुपा हुआ है.....बहुत-बहुत शुक्रगुजार है हम आपके.💙जयभीम 🧡नमोबुद्धाय शत-शत नमन 🙏🙏🙏💐💐💐हार्दिक शुभ कामनायांए आपको और आपके परिवार को🌹❤🌹....
That means नाग वंश लोग बहुत ही skillfull craftsmen, कारीगर, artists, मूर्तिकार, बुनकर technologically advanced people, and highly intelligent that's why all these words are related to 'Tak'. Thank you so much Rajendra Sir 💐🙏 #Jaibhim #namobuddhaya
आदरणीय महोदय ।आज जब फिर से भारत में भ्रांतियां फैलाने वाले लोग मुखर हो रहे हैं। ऐसे परिवेश में आपका यह कार्य कि भारत के सही इतिहास को साक्ष्यों के साथ भारत के इतिहास पटल पर स्वर्णिम रूप में रख रहे हैं यह अत्यंत ही सराहनीय है। अद्भुत हैं ।आपको बहुत-बहुत बधाई ,शुक्रिया, साधुवाद 🙏 मैं पूर्व में भी आपसे विनम्र निवेदन किया था और फिर से कर रहा हूं कि आप अपने इस अद्भुत ज्ञान और खोज को कलमबद्ध करके आम जन मानस तक पहुंचाने का भी कार्य करेंगे । मैं व्यक्तिगत रूप से आपका बहुत-बहुत आभारी रहूंगा। आपको मेरा सादर नमो बुद्धस्स।जय भीम जी
सर आपसे से निवेदन है की एक किताब वाकाटको के इतिहास पर लिखिए। यकीन मानिए आज नही तो कल राजेंद्र सर आप के द्वारा बताया गया इतिहास के सही जमराकारी की कीमत जरूर होगी । ❤❤❤ भारतीय इतिहास में आपका नाम अमर रहेगा
Dr. RP Singh, you are really giving great information about India 's past and its inhabitants. I am sure the light you are showing and igniting young minds will one day encourage youngsters especially of those who are from a disadvantageous background, to study their history, architectural inheritance, archaeology, Pali prakrit language, phonetics, science for gaining knowledge and not only for securing jobs. The learning only will uplift their confidence and will bring success to them.
वैदिक ब्राह्मणी धर्म के लेखक श्री कांत पाठक कहते है निग्रेटो के बाद यहाँ पर आद्य निषाद ( नाग वंशीय ) ही रहते है विश्व विद्द्यालय अयोध्या जी की पढ़ो किताब ये धयान से नाग निषाद की गाथा गाऊँ सुनियो तुम धयान से क्रमशः --------- स्कॉलर / रिचसर्र प्रो राजेंद्र प्रसाद सिंह साहब को भीम जोहार वन्दे बुद्धाय
आदरणीय सर, आपने नागपूर और उसके आसपास की बौद्ध विरासत की बहोत अच्छी और ऐतिहासिक जानकारी पुरे सबूतो और प्रमाणो के साथ दी. आपका बहोत बहोत शुक्रिया.जय भीम, नमो बुध्दाय भवतु सब्ब मंगलम 👍🌹🙏
आपका मै सारे विडिओ को सुनता हूं अगर जनता आवाज उठाये तो फिर से इतिहास को सुधारा जा सकता है जो भी दर्शक बह इनके विडिओ को खुब शेयर करते रहें , मै लग भग पांच सौ लोगो तक शेयर कर देता हूँ इस कार्य को हम सब करे इतिहास जरूर सुधार जायेगा
मेरे लंगोटीया यार वर्ग मीत्र का गांव है..नागरधन. वहाँ वाकाटक का किला भी है. सरकार का या पुरातत्व विभाग का ध्यान न होने के कारण नामशेष होने के कगार पर है. कभी वहाँ भेट देने जायेंगे तो आपका आवभगत करने मे खुषी ही होगी. धन्यवाद
भाषा वैज्ञानिक इतिहास गुरु प्रो. राजेन्द्र प्रसाद सिंह, आपको साष्टांग करबद्ध सप्रेम नमन। आप ज्ञानचक्षु को पूर्णरूपेण निखारते है। मै यह जानने का जिज्ञासु हूँ कि ब्राह्मण द्वारा अंग्रेज काल में निर्मित तथाकथित विश्वकर्मा वंश/समाज क्या वकाटक/ कर कोटक/ तटक्षक वंश के लोग ही है❓जो लोहार, बढई, सोनार, ठठेरा, कुम्हार है। अगर है तो कौन कौन है या कौन नहीं है ? वास्तव में ये लोग किस वंश के है। कृप्या कर इस रहस्यों पर से पर्दा हटाने की कृपा करें। अबतक यह तो स्पष्ट हो चुका है कि ये सभी बौद्ध थे और धम्म को मानने वाले थे। मार्गदर्शन करें।
विश्वकर्मा जी आप ही लोगों को तक्षक कहा गया है ऋग्वेद में।आप लोग ही महान सैंधव सभ्यता के निर्माता भरतजनों के एक जन थे, जिन्होने महान सैंधव सभ्यता की नींव रखी थी।यही तक्षक( नाग जाति के नागरिक सभ्यता के लोग)लोग सबसे ज्यादा जिस क्षेत्र में रहते थे,उसका नाम ही तक्षशिला पड़ गया था।भारत का तात्कालीन व्यापार उद्योग धंधों का गढ़। वहां के शिल्पकार को ही तक्षक कहा गया था।
@@pramendrakumaryadav9240 जहाँ पर ऋगवेद का जिक्र हो गया, वह ओटोमेटिकली एक डपोरशंख पोंगा गपोडलीला जनेऊ लीला का पर्याय माना जाता है। इसका कोई ओथैंटिक सबूतों/प्रमाण है ही नहीं। जो मुग़ल काल में पैदा किया गया है। विदेशी डीएनए आतंकवादी नस्ल भरोसे के लायक नहीं होता।
❤🎉wonderful information . I wish , whoever makes this video, if visual graphics are added in background it definitely enhance the level of information and presentation. ❤
@@नरेन्द्रसहारकर hum sabhi maratha Mahar mang chambar dhor mali chamar yadav hum sabhi mulnivasi nagvanshi raja hai bharat ke ye bramhan videshi irani aur yahudi hai
आठवीं सदी में जन्मे शंकराचार्य ने शैव पंथ और ग्यारहवीं सदी में जन्मे रामानुजाचार्य ने वैष्णव पंथ की स्थापना की। वाकाटक इनसे पूर्व के हैं इसलिए वाकाटक शैव या वैष्णव नहीं, बौद्ध थे। शंकराचार्य और रामानुजाचार्य से पूर्व भारत पूर्णतः बौद्धमय भारत था।
वाकाटक वंश पर बहुत ही रोचक व ज्ञानवर्धक जानकारी देने के लिए आपका आभार सर...अब तक आपको सुनने के बाद यही लगता है कि विश्वविद्यालयों में 'सही इतिहास' नहीं पढ़ाया जा रहा है...👌👍🙏🙏🙏
अनिरुद्ध सर आप की बात सत्य है. ईतिहास पढानेवाले और अभ्यासक्रम यानी syllabus तय करनेवाले मनुवादी बामण लोग थे कृपया आपका पता और पेशा बताईए
अद्भुत आश्चर्यचकित किंतु सटीक जानकारी के लिए धन्यवाद❤
ना सूर्यवंशी ना चंद्रवाशी हम भारत के लोग है नागवंशी🔥🔥🙏🙏⚡⚡
नागरधन जो रामटेक के करिब है उस भाग में आज भी नागों की पुजा घर घर में होती हैं। बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारी देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद सर।
आदणीय डाॅ, राजेन्द्र प्रसाद सिंग सर हृदयसे धन्यवाद आभार..बुद्ध धम्म का सच्चा इतिहास की जानकरी देकर हमारा ज्ञान वर्धन कर रहे ..इतना महान समृद्ध इतिहास हमसे छुपाया गया था..इसे दुबारा अभ्यासक्रमे पढाना चाहीए...एक शिवाजी महाराजका इतिहास पढाया गया वह भी सरासर गलत....मुगल के पहिले का इतिहास पढाया नही जाता था, जिसमे भारत का सच्चा प्राचीन इतिहास छुपा हुआ है.....बहुत-बहुत शुक्रगुजार है हम आपके.💙जयभीम 🧡नमोबुद्धाय शत-शत नमन 🙏🙏🙏💐💐💐हार्दिक शुभ कामनायांए आपको और आपके परिवार को🌹❤🌹....
Shivaji mahraj to OBC hai. Kya OBC log pahle raja hote they.
@@rpsingh6861 pahle sab Buddhadhamma ko mannewale Bharat desh ke mulniwasi the... baad me shudra ,antej banaye gye...aur Hindu dharm me fasaye gaye..
आपको सुनना एक नए अनुभव से गुजरना है।जय भीम नमो बुद्ध।
भारतीय इतिहास की जानकारी देने राजेन्द्र प्रसाद सिंह को धन्यवाद। भारतीय सभ्यता बुद्ध सभ्यता थी।
ना रामायण का ना महाभारत का आखे खोल के देखो दुनिया भारत का सारा इतिहास बिचारा हुवा हे बुद्ध और सम्राट असोक का. जयभिम 💐💐
वकाटक वंश बुद्धिस्ट अमरावती स्तूप जय हो गुरुदेव
वर्तमान भारतके सबसे प्रबुद्ध इतिहासकार है डॉक्टर राजेंद्र सिंह जी।
मराठा थे वाकाटक, सातवाहन,
heads off you sir ji..
@@user-96k मराठा साम्राज्य सातवाहन के समय नही था। उसके बाद बना है।
@@prabuddhabharat6535 नहीं था वो अभी अभी की बात है... लेकीन सातवाहन मराठा थे.. see Kaneri cave
@@user-96k सातवाहन महाराष्ट्र के थे ये सही है, मराठा शब्द दिखाओ पुराने अभिलेख में।
That means नाग वंश लोग बहुत ही skillfull craftsmen, कारीगर, artists, मूर्तिकार, बुनकर technologically advanced people, and highly intelligent that's why all these words are related to 'Tak'. Thank you so much Rajendra Sir 💐🙏
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नमो बुद्धाय आप सर महान हैं।
आपका ज्ञान knowledge बेमिसाल है सर 🎉🎉🎉
उत्तम एवं रोचक विषय जिसका उजागर आप ने किया बहुत बहुत साधुवाद 🙏
बहुत बहुत साधुवाद सर । धम्म चक्क ही राजचिन्ह था , बहुत बड़ा इतिहास बल , इस इतिहास बोध से 🎉🎉🎉🎉❤❤❤
बहुत जबर्दस्त तरीके से विश्लेषण करते हैं , श्री आर पी एस सर । इतिहास अब नये सिरे से लिखा जाना चाहिए .
महान इतिहासकार,सच्चा इतिहासकार।नमो बुद्धदेव सर
सर आप जैसे और भी इतिहासकार होने चाहिए क्योंकि आप बौद्धों के छूटे हुए इतिहास से परिचय कराते हैं jaibhim nmobuddhay jaibharatkemulnivasi
आदरणीय महोदय ।आज जब फिर से भारत में भ्रांतियां फैलाने वाले लोग मुखर हो रहे हैं। ऐसे परिवेश में आपका यह कार्य कि भारत के सही इतिहास को साक्ष्यों के साथ भारत के इतिहास पटल पर स्वर्णिम रूप में रख रहे हैं यह अत्यंत ही सराहनीय है। अद्भुत हैं ।आपको बहुत-बहुत बधाई ,शुक्रिया, साधुवाद 🙏 मैं पूर्व में भी आपसे विनम्र निवेदन किया था और फिर से कर रहा हूं कि आप अपने इस अद्भुत ज्ञान और खोज को कलमबद्ध करके आम जन मानस तक पहुंचाने का भी कार्य करेंगे । मैं व्यक्तिगत रूप से आपका बहुत-बहुत आभारी रहूंगा। आपको मेरा सादर नमो बुद्धस्स।जय भीम जी
सर आपसे से निवेदन है की एक किताब वाकाटको के इतिहास पर लिखिए।
यकीन मानिए आज नही तो कल राजेंद्र सर आप के द्वारा बताया गया इतिहास के सही जमराकारी की कीमत जरूर होगी ।
❤❤❤
भारतीय इतिहास में आपका नाम अमर रहेगा
भाषा विज्ञान एवंतार्किक इतिहासकार आपको कोटि कोटि प्रणाम
गुरुदेव सादर जय भीम नमो बुद्धाय🙏🙏🙏🙏🙏
इतिहास की खोज में आपकी योगदान का दुनिया याद रखेगी आप अमर हैं गहरी पैठ के कारण जय भीम नमो बुद्धय
जय भीम नमोबुद्धाय आदरणीय सर,,,🎉❤
बहुत खूबसूरत आपकी प्रस्तुति सुनकर हम सब धन्य हो गए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद
Ajanta main gaya Bahut hi Sunder paintings🖌️ Vakatako banbai hai aaj bhi Chamak hai
bahut sundar sir...so enlightening clip...
Dr. RP Singh, you are really giving great information about India 's past and its inhabitants. I am sure the light you are showing and igniting young minds will one day encourage youngsters especially of those who are from a disadvantageous background, to study their history, architectural inheritance, archaeology, Pali prakrit language, phonetics, science for gaining knowledge and not only for securing jobs. The learning only will uplift their confidence and will bring success to them.
वाकाटक एक अद्धभुत जानकारी से भरा मिला धन्यवाद सर्🙏🏻🙏
सर नमस्कार बहुत अच्छी और सच्ची जानकारी वाकटक वंश राजाओं के जो बुद्धिष्ठ राजा थे ।
बहुत बढ़िया जानकारी दी है सर जी
आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Nagpur, Nanded, Nashik, Naghbhid.
Nagvansh. ❤❤❤❤
बुद्ध से बुद्धि मिली कबीर से मिला ज्ञान ज्योतिबा से ज्योति मिली बाबा साहब से संविधान जय भीम नमो बुद्धाय जय सम्राट जय मूल निवासी
@@girajasankarmaurya9746 बहुत सुंदर तुकबंदी।
@@manojkumaryadav6409sabhi budhhist log shudra kaise ban gaye they.
वैदिक ब्राह्मणी धर्म के लेखक श्री कांत पाठक कहते है
निग्रेटो के बाद यहाँ पर आद्य निषाद ( नाग वंशीय ) ही रहते है
विश्व विद्द्यालय अयोध्या जी की पढ़ो किताब ये धयान से
नाग निषाद की गाथा गाऊँ सुनियो तुम धयान से
क्रमशः ---------
स्कॉलर / रिचसर्र प्रो राजेंद्र प्रसाद सिंह साहब को भीम जोहार वन्दे बुद्धाय
Sir ko Namaskar 🙏🏿 Aapke video me fact or Evidence ke aadhar pe Saccha itihaas hota hai Satya mev Jayte Sir 👍✌️🇮🇳
आपके सभी videos बहुत ज्ञानवर्धक एवं प्रभावशाली होते है।
जय हो
आपको सादर अभिवादन बहुत खूबसूरत लगा।
❤❤❤❤❤❤
नमन करते हैं
नमो बुद्धाय नमो बुद्धाय नमो बुद्धाय
सादर नमन सर आपको भारतीय इतिहास उजागर करने के लिए 🙏🙏
A,True,history,of,India,revealed,by,Dr,Rajendra,Sinha..jaybhim
सर जी आपके द्वारा बहुत अच्छी जानकारी दी है आपने जय भीम नमो बुद्धाय
बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारी दी है सर आपने।जय भीम जय भारत 😊
Subscribe Comment Like Share Karte Rahe Dosto 🙏💐
Very very nice information thankyou so much 🙏 sir
आदरणीय सर, आपने नागपूर और उसके आसपास की बौद्ध विरासत की बहोत अच्छी और ऐतिहासिक जानकारी पुरे सबूतो और प्रमाणो के साथ दी. आपका बहोत बहोत शुक्रिया.जय भीम, नमो बुध्दाय भवतु सब्ब मंगलम 👍🌹🙏
नमो बुद्धाय आचार्य जी
बहुत अच्छी जानकारी लगी आपको बहुत-बहुत धन्यवाद
आपका मै सारे विडिओ को सुनता हूं अगर जनता आवाज उठाये तो फिर से इतिहास को सुधारा जा सकता है जो भी दर्शक बह इनके विडिओ को खुब शेयर करते रहें , मै लग भग पांच सौ लोगो तक शेयर कर देता हूँ इस कार्य को हम सब करे इतिहास जरूर सुधार जायेगा
Absolutely no doubt sir u are right sir 🙏🙏🙏
मेरे लंगोटीया यार वर्ग मीत्र का गांव है..नागरधन. वहाँ वाकाटक का किला भी है. सरकार का या पुरातत्व विभाग का ध्यान न होने के कारण नामशेष होने के कगार पर है.
कभी वहाँ भेट देने जायेंगे तो आपका आवभगत करने मे खुषी ही होगी. धन्यवाद
Namo buddhay Jay Bheem bahut acche Jankari Sharab Dete Hain dhanyvad
नमो।बुधाय 🌹🌹🌹🌹
Thanks for sharing valuable most authentic information.🙏
Bahut sundar jaankari ❤️
krantikari Jai Bhim Namo Buddhay Jai Samvidhan Jai Bharat Jai moolnivasi ✊🙏💙💙🙏
Respected sir .your heartily Thanks for such authentic information about Vakatak density..
Very important information. Sincere gratitude Sir, and many Thanks
बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी सर
Knowledgeable stream sir 🙏
धन्यवाद धन्यवाद बहुत विषेश हैं धन्यवाद सरजी
Guruji aapka Gyan aapka yogdan bahujano ki aane wali pidhi ko bahut labhanvit karti rahegi aapko dil se Sadar Naman
Pranam gurujii 🎉🎉🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤❤❤❤
बहुत सुन्दर शिक्षा सर जी 🙏🙏🙏🙏
Excellent information 👍🙏💐🌷🌹
भाषा वैज्ञानिक इतिहास गुरु प्रो. राजेन्द्र प्रसाद सिंह, आपको साष्टांग करबद्ध सप्रेम नमन। आप ज्ञानचक्षु को पूर्णरूपेण निखारते है। मै यह जानने का जिज्ञासु हूँ कि ब्राह्मण द्वारा अंग्रेज काल में निर्मित तथाकथित विश्वकर्मा वंश/समाज क्या वकाटक/ कर कोटक/ तटक्षक वंश के लोग ही है❓जो लोहार, बढई, सोनार, ठठेरा, कुम्हार है। अगर है तो कौन कौन है या कौन नहीं है ? वास्तव में ये लोग किस वंश के है। कृप्या कर इस रहस्यों पर से पर्दा हटाने की कृपा करें। अबतक यह तो स्पष्ट हो चुका है कि ये सभी बौद्ध थे और धम्म को मानने वाले थे। मार्गदर्शन करें।
विश्वकर्मा जी आप ही लोगों को तक्षक कहा गया है ऋग्वेद में।आप लोग ही महान सैंधव सभ्यता के निर्माता भरतजनों के एक जन थे, जिन्होने महान सैंधव सभ्यता की नींव रखी थी।यही तक्षक( नाग जाति के नागरिक सभ्यता के लोग)लोग सबसे ज्यादा जिस क्षेत्र में रहते थे,उसका नाम ही तक्षशिला पड़ गया था।भारत का तात्कालीन व्यापार उद्योग धंधों का गढ़। वहां के शिल्पकार को ही तक्षक कहा गया था।
@@pramendrakumaryadav9240 जहाँ पर ऋगवेद का जिक्र हो गया, वह ओटोमेटिकली एक डपोरशंख पोंगा गपोडलीला जनेऊ लीला का पर्याय माना जाता है। इसका कोई ओथैंटिक सबूतों/प्रमाण है ही नहीं। जो मुग़ल काल में पैदा किया गया है। विदेशी डीएनए आतंकवादी नस्ल भरोसे के लायक नहीं होता।
@@pramendrakumaryadav9240😂😂
ईसा मसीह भी बढ़ाई थे और उन्होंने तक्ष शिला से ज्ञान प्राप्त किया था।
जयभीम जयसंविधान नमो बुद्धाय
आओ मिलकर सभी प्रबुद्ध भारत बनाय
Thank sir for giving true history to mulnivasi bahujan samaj
NAMO BUDDA JAI BHIM JAI SAMRAAT🙏🙏
❤🎉wonderful information . I wish , whoever makes this video, if visual graphics are added in background it definitely enhance the level of information and presentation. ❤
Mera mun apko suntey suntey boudh dhumm mai Rang gaya hai saheb Hamari boudh culture kitnee badi thee kitnee Vishal thee .jai bhem namo budhay.
Namo budaye 🔵☸️🇮🇳🙏🌹
Sir good news
Very useful knowledge sir
Bohot acha laga ❤❤❤❤
Bahut bahut badhai ho sir
नमोबुद्धाय सर जी !🙏🏼
.
Very nice interpretation of historical truth.
Go ahead sir. Its a very beautifully presentation. Specially I gain new knowledge of Taka/ Tak/ Tanka / Bakatak / Takkasila/ Tak desh/ Textiles etc.
नागपुर के निवासी (SC) नागवंशी ही है।
Nagpur he nahi pure sc nagvanshi hai
नागपुर के निवासी ST भी नागवंशी ही हैं
@@नरेन्द्रसहारकर hum sabhi maratha Mahar mang chambar dhor mali chamar yadav hum sabhi mulnivasi nagvanshi raja hai bharat ke ye bramhan videshi irani aur yahudi hai
Jay Bheem namo buddhay sir 🎉🎉🎉🎉🎉🎉
🎉🎉🎉🎉🎉 dear sir Namo Buddhay 🎉🎉🎉🎉🎉
❤ Namo buddhay Doctor Rajendra Prasad ji❤
Sahi bat
बहुत शानदार सर आभार
Jaybhim namo budhhay sir thank for information ❤❤❤
Very good excellent sir
Thank you very much Sir for enlightening us!!!
अवश्य श्रवणीय है। डो ने कमाल की बात कही।। ❤
बेहतरीन जानकारी और उम्दा ज्ञान💯📖📚📝
🙏🙏🙏 गुरू जी
दादा जी हमारा प्यार और सम्मान आपके साथ है आप ऐसे से ही सच्चाई को सामने लाते रहें🙏🙏🙏
आठवीं सदी में जन्मे शंकराचार्य ने शैव पंथ और ग्यारहवीं सदी में जन्मे रामानुजाचार्य ने वैष्णव पंथ की स्थापना की। वाकाटक इनसे पूर्व के हैं इसलिए वाकाटक शैव या वैष्णव नहीं, बौद्ध थे। शंकराचार्य और रामानुजाचार्य से पूर्व भारत पूर्णतः बौद्धमय भारत था।
Great work well done sir ji ❤❤❤
Thanks a lot sir for details information about Vakatak vanse
Jai Bheem Namo Buddha 🙏🌷☸️
heads of you Sir is anmol jankari ke liye ..
Always Great. Sir
जय भीम नमो बुद्धाय सर ❤
सर राजेन्द्र प्रसाद गोतम जी का ज्ञान फेलाना चाहिए जयभीम नबोबुदधाय
Brambha Ko Tum Pelo Jai Sringi Rishi Khir Putra Haramte Ramte
Brambha Ko Tum Pelo Jai Sringi Rishi Khir Putra Haramte Ramte
SUKRIYA SIR JI💙🙏💙