बहुत ही सुन्दर व्याख्या.......जितने भी student है, इस विडियो को एक -दूसरे को शेयर करें। ब्राह्मणों ने हमारे हीं पूर्वजों को,हमारे ही संस्कृति को गलत तरीके से उपयोग करते हुए नकली 'धर्म ' हिन्दू धर्म को बनाया। तरह-तरह की काल्पनिक नकली ग्रन्थों को लिखा।
Rawan aapka devta hai to aap puja kariye. Rawan mata seeta ko churaya aor shree ram ne rawan ko Mara .isliye ham rawan ka putla jalate rhenge .Jai shree ram . Jai hindutwa Jai Hanuman🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@@ravangamingyt132 रावण के दुश्चरित्र रावण का चरित्र हम वाल्मीकीय रामायण से प्रस्तुत करते हैं। पाठकगण समझ जायेंगे कि रावण कितना "चरित्रवान" था:- प्रमाण क्रमांक-१ (क) रावण यहां वहां से कई स्त्रियां हर लाया था:- रावण संन्यासी का कपट वेश त्यागकर सीताजी से कहता है:- बह्वीनामुत्तमस्त्रीणामाहृतानामितस्ततः । सर्वासामेव भद्रं ते ममाग्रमहिषी भव ॥ २८ ॥ मैं यहां वहां से अनेकों सुंदर स्त्रियों को हरण करके ले आया।उन सबमें तू मेरी पटरानी बन,इसमें तेरी भलाई है।।२८।। (अरण्यकांड सर्ग ४७/२८) प्रमाण क्रमांक-२ परस्त्रीगमन राक्षसों का धर्म है! रावण ने सीता से कहा: - स्वधर्मो रक्षसां भीरु सर्वथैव न संशयः । गमनं वा परस्त्रीणां हरणं संप्रमथ्य वा ॥ ५ ॥ "भीरू! तू ये मत समझ कि मैंने तुझे हरकर कोई अधर्म किया है।दूसरों की स्त्रियों का हरण व परस्त्रियों से भोग करना राक्षसों का धर्म है-इसमें संदेह नहीं ।।५।।" ( सुंदरकांड सर्ग २०/५) लीजिये महाराज! रावण ने खुद स्वीकार किया है कि वो इधर उधर से परस्त्रियों को हरकर उनसे संभोग करता है। अब हम आपकी मानें या रावण की? निश्चित ही रावण की गवाही अधिक माननीय होगी, क्योंकि ये तो उसका अपना अनुभव है और आप केवल वकालत कर रहो हैं।वाल्मीकीय रामायण से इस विषय पर सैकड़ों प्रमाण दिये जा सकते हैं। प्रमाण क्रमांक-३ मंदोदरि का रावणवध के बाद विलाप करते हुये रोती है तथा कहती है। धर्मव्यवस्थाभेत्तारं मायास्रष्टारमाहवे । देवासुरनृकन्यानां आहर्तारं ततस्ततः ।। ५३ ।। आप(रावण) धर्मकी व्यवस्था को तोड़ने वाले,संग्राम में माया रचने वाले थे। देवता,असुर व मनुष्यों की कन्याओं यहां वहां से हरण करके लाते थे।।५३।। ( युद्धकांड सर्ग १११) लीजिये, अब रावण की पटरानी,बीवी की गवाही भी आ गई कि रावण परस्त्रीगामी था। प्रमाण क्रमांक-४ यही नहीं, रावण ने वेदवती,पुंजिकास्थिलिका नामक अप्सरा और बहुत सी नारियों से बलात्कारपूर्वक भोग किया था।
@@vijayaccounts3405 रावण के दुश्चरित्र रावण का चरित्र हम वाल्मीकीय रामायण से प्रस्तुत करते हैं। पाठकगण समझ जायेंगे कि रावण कितना "चरित्रवान" था:- प्रमाण क्रमांक-१ (क) रावण यहां वहां से कई स्त्रियां हर लाया था:- रावण संन्यासी का कपट वेश त्यागकर सीताजी से कहता है:- बह्वीनामुत्तमस्त्रीणामाहृतानामितस्ततः । सर्वासामेव भद्रं ते ममाग्रमहिषी भव ॥ २८ ॥ मैं यहां वहां से अनेकों सुंदर स्त्रियों को हरण करके ले आया।उन सबमें तू मेरी पटरानी बन,इसमें तेरी भलाई है।।२८।। (अरण्यकांड सर्ग ४७/२८) प्रमाण क्रमांक-२ परस्त्रीगमन राक्षसों का धर्म है! रावण ने सीता से कहा: - स्वधर्मो रक्षसां भीरु सर्वथैव न संशयः । गमनं वा परस्त्रीणां हरणं संप्रमथ्य वा ॥ ५ ॥ "भीरू! तू ये मत समझ कि मैंने तुझे हरकर कोई अधर्म किया है।दूसरों की स्त्रियों का हरण व परस्त्रियों से भोग करना राक्षसों का धर्म है-इसमें संदेह नहीं ।।५।।" ( सुंदरकांड सर्ग २०/५) लीजिये महाराज! रावण ने खुद स्वीकार किया है कि वो इधर उधर से परस्त्रियों को हरकर उनसे संभोग करता है। अब हम आपकी मानें या रावण की? निश्चित ही रावण की गवाही अधिक माननीय होगी, क्योंकि ये तो उसका अपना अनुभव है और आप केवल वकालत कर रहो हैं।वाल्मीकीय रामायण से इस विषय पर सैकड़ों प्रमाण दिये जा सकते हैं। प्रमाण क्रमांक-३ मंदोदरि का रावणवध के बाद विलाप करते हुये रोती है तथा कहती है। धर्मव्यवस्थाभेत्तारं मायास्रष्टारमाहवे । देवासुरनृकन्यानां आहर्तारं ततस्ततः ।। ५३ ।। आप(रावण) धर्मकी व्यवस्था को तोड़ने वाले,संग्राम में माया रचने वाले थे। देवता,असुर व मनुष्यों की कन्याओं यहां वहां से हरण करके लाते थे।।५३।। ( युद्धकांड सर्ग १११) लीजिये, अब रावण की पटरानी,बीवी की गवाही भी आ गई कि रावण परस्त्रीगामी था। प्रमाण क्रमांक-४ यही नहीं, रावण ने वेदवती,पुंजिकास्थिलिका नामक अप्सरा और बहुत सी नारियों से बलात्कारपूर्वक भोग किया था।
जय सेवा जय जोहार जय रावेन जय गोंडवाना l वो धर्म नही है जो किसी को बड़ा बनाता है जैसा पिछले वीडियो मे मैंने महिषासुर को अपना पूर्वज बताया था तो कुछ लोग मुझ पर कमेंट किये की अगर आपके पूर्वज राक्षस है तो तुम भी उपद्रवी होगे तो मैंने कहा ये तो बातचीत करने से ही लग रहा है की कौन उपद्रवी है l भाई ये मेरी संस्कृति है आप कौन होते है बोलने वाले आप अपने समाज को अच्छे रास्ते पर ले जाये और मे अपने समाज को l
बड़े सम्मान के साथ पूछना चाहता हूं कि आपके पूर्वज बहुत सालों तक इस देश मे शासन किए सबको मालूम है ।परन्तु कोई एक ऐसे शासक का नाम बतायें जिनका नाम रावण, महिषासुर, के परिवार के नाम से रखा गया हो ।
आप को मेरा दिल से सेवा जोहर राहुल दादा ए जो फिल्म में दिखाया जाता हैं रामयण में अचल मे देखा जा तो इसमें रावण का कोई गलती नही है फिर भी रावण कोहि दोषी बना दिया हैं और कौन आदमी अपनी बहन के साथ हत्याचार होने के बाद चुपचाप बैठ कर देखेगा, जय गोंडवाना ्
Ramayan mai RAWAN ko brahman bataya gaya hai jab Lanka Vijay karke aye to brahman vadh ke dish ke liye Ram ne yagy karwaya tha. Kya satya hai . Aap log hi jaane kya satya hai
पुरे लाकडाऊन से रामायण दिखाया जा रहा है, इससे लगता है कि भारत एक ही धर्म को मानने वाला लगता है। जबकि भारत देश तो सभी धर्मों को मानने वाला देश है। इससे लगता है भारत देश किसी एक धर्म हिंदू धर्म को बढ़ावा दे रहा है। जो सरासर गलत प्रतीत होता है। वा रे भारत🌹 धर्म निरपेक्ष राष्ट्र 🌹💐जय सेवा 🌹🌹
राहुल भाई। बहुत बहुत सेवा जोहार।। बुद्ध परम्परा के मौर्य वंश के दश राजा को भी रावण से जोड़ा जाता है और आप गोंड परम्परा से बता रहे हैं। दोनों में से कौन सही है। मुझे लगता है कि दोनों परम्परा का आपस में गहरा सम्बन्ध होगा।।। एक बात देखने ने आती है कि रामायण मैं बुद्ध का जिक्र है और सम्राट अशोक के नाम पर अशोक वाटिका भी है।।।
इतिहास जानना और इतिहास लिखना दोनों ही किसी भी समाज के लिए अत्यंत आवश्यक है। जब हम इतिहास लिखेंगे ही नहीं तो आने वाली पीढ़ी को इसकी अपूर्णीय क्षति होगी। हो सकता है 4-5 पीढ़ी बाद की ही जानकारी न हो। मेरा मानना है कि हम हमारे इतिहास और हमारे पूर्वजों के लिए दु:ख व्यक्त करते हैं लेकिन वर्तमान को नहीं मान पाते हैं या उसको जी नहीं पा पातें हैं। यहाँ पर मेरे कहने का मतलब है हम वर्तमान में आपस में मिल जुलकर नहीं रहते हैं। और हमारा वर्तमान ही इतिहास बनेगा। अब हम सोच सकते हैं कि हमारा इतिहास कैसा होगा।
जय सेवा.सभी सगा जनोंको।हम सभी सगा जन पहिले महात्मा रावण मडावी महाराज को समज लेना बहुत जरुरी है।जब तक हम महात्मा रावण महाराज को नहीं जानेंगे,तब तक यह character को अन्य धर्मीय लोग राक्षस ही मानेंगे।क्यो की,यह character को गलत त-हेचे पेश किया गया है।और यही character लोगो के ध्यान में रहा है,और यही सही मानने लगे।अब यही बात को हमें लोगो के मन से निकल वाना है। ईसलिए हमें अपनी घर से शुरुआत करनी है। हमें हमारे समुदाय के इस बात को नहीं मानने वाले लोगोंको बताना है।उन्हे इस बात की समिक्षा करने को कहना है।ताकी एक दिन जो सही है वही सामने आयेगा।जय सेवा.
क्या आप RRR का ट्रेलर देखे उसमें कोमुराम भीम जी को मुस्लिम टोपी में दिखाया गया है ।। देखो जरा ,,, रियल आदिवासी को मुस्लिम जैसा दिखाया गया है । जबकि वो खुद निजाम से लड़े थे ।।
भाई हा महाराष्ट्र मे रहते है सातपुडा पर्वत मे हमारा निवास है आदिवासी के मृत्यु के पेन पूजा की जाती है यह सत्य है हम पावरा आदिवासी है पावरा आदिवासी भिलआदिवासी से आती है इसे यह समज मे आती है की सभी आदिवासी एक प्रकृतिक पूजक है और मैं ये भी मानूंगा की रावण हम सब का राजा था हमे उनका नाम आदर सत्कार से लेना चाहिये और मुझे ये भी खाना है जितना चाहे उतना हमारे समाज मे हमारी इतिहास समजना और समझना जरुरी है हमने अपना इतिहास छोडके किसी और का इतिहास पड रहे है यह गलत है इसलिये हमे अपना रस्ता चुनना चाहिए टाकी इस देश का मूल मालक ही आदिवासी है यदि अपना अस्तित्व खो देता है तो कुछ शेस नही रह जाता जोहार जय आदिवासी सातपुडा महाराष्ट्र
बहुत ही सुन्दर व्याख्या.......जितने भी student है, इस विडियो को एक -दूसरे को शेयर करें। ब्राह्मणों ने हमारे हीं पूर्वजों को,हमारे ही संस्कृति को गलत तरीके से उपयोग करते हुए नकली 'धर्म ' हिन्दू धर्म को बनाया। तरह-तरह की काल्पनिक नकली ग्रन्थों को लिखा।
Brahman ldne gye the kya
Dimag diya h bhgwan ne uska prayog kro
Ye koi apas me lada rha gond brahman ka support karenge he karenge
Ravan khud Brahmn. Thaa
जय जय राजा रावण... 🙏🙏🙏 सच कभी मरता नहीं झूठ की उम्र चाहे जितनी लंबी हो मरता अवश्य है!
Rawan aapka devta hai to aap puja kariye.
Rawan mata seeta ko churaya aor shree ram ne rawan ko Mara .isliye ham rawan ka putla jalate rhenge .Jai shree ram .
Jai hindutwa
Jai Hanuman🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@@16STARXK TO hum ram ko jalate hai to chalega tumhe
Jai ho raja ravan ki...mahaan pandit scientist,gyaani...
@@ravangamingyt132 रावण के दुश्चरित्र
रावण का चरित्र हम वाल्मीकीय रामायण से प्रस्तुत करते हैं। पाठकगण समझ जायेंगे कि रावण कितना "चरित्रवान" था:-
प्रमाण क्रमांक-१
(क) रावण यहां वहां से कई स्त्रियां हर लाया था:-
रावण संन्यासी का कपट वेश त्यागकर सीताजी से कहता है:-
बह्वीनामुत्तमस्त्रीणामाहृतानामितस्ततः ।
सर्वासामेव भद्रं ते ममाग्रमहिषी भव ॥ २८ ॥
मैं यहां वहां से अनेकों सुंदर स्त्रियों को हरण करके ले आया।उन सबमें तू मेरी पटरानी बन,इसमें तेरी भलाई है।।२८।।
(अरण्यकांड सर्ग ४७/२८)
प्रमाण क्रमांक-२
परस्त्रीगमन राक्षसों का धर्म है!
रावण ने सीता से कहा: -
स्वधर्मो रक्षसां भीरु सर्वथैव न संशयः ।
गमनं वा परस्त्रीणां हरणं संप्रमथ्य वा ॥ ५ ॥
"भीरू! तू ये मत समझ कि मैंने तुझे हरकर कोई अधर्म किया है।दूसरों की स्त्रियों का हरण व परस्त्रियों से भोग करना राक्षसों का धर्म है-इसमें संदेह नहीं ।।५।।"
( सुंदरकांड सर्ग २०/५)
लीजिये महाराज! रावण ने खुद स्वीकार किया है कि वो इधर उधर से परस्त्रियों को हरकर उनसे संभोग करता है। अब हम आपकी मानें या रावण की? निश्चित ही रावण की गवाही अधिक माननीय होगी, क्योंकि ये तो उसका अपना अनुभव है और आप केवल वकालत कर रहो हैं।वाल्मीकीय रामायण से इस विषय पर सैकड़ों प्रमाण दिये जा सकते हैं।
प्रमाण क्रमांक-३
मंदोदरि का रावणवध के बाद विलाप करते हुये रोती है तथा कहती है।
धर्मव्यवस्थाभेत्तारं मायास्रष्टारमाहवे ।
देवासुरनृकन्यानां आहर्तारं ततस्ततः ।। ५३ ।।
आप(रावण) धर्मकी व्यवस्था को तोड़ने वाले,संग्राम में माया रचने वाले थे। देवता,असुर व मनुष्यों की कन्याओं यहां वहां से हरण करके लाते थे।।५३।।
( युद्धकांड सर्ग १११)
लीजिये, अब रावण की पटरानी,बीवी की गवाही भी आ गई कि रावण परस्त्रीगामी था।
प्रमाण क्रमांक-४
यही नहीं, रावण ने वेदवती,पुंजिकास्थिलिका नामक अप्सरा और बहुत सी नारियों से बलात्कारपूर्वक भोग किया था।
@@vijayaccounts3405 रावण के दुश्चरित्र
रावण का चरित्र हम वाल्मीकीय रामायण से प्रस्तुत करते हैं। पाठकगण समझ जायेंगे कि रावण कितना "चरित्रवान" था:-
प्रमाण क्रमांक-१
(क) रावण यहां वहां से कई स्त्रियां हर लाया था:-
रावण संन्यासी का कपट वेश त्यागकर सीताजी से कहता है:-
बह्वीनामुत्तमस्त्रीणामाहृतानामितस्ततः ।
सर्वासामेव भद्रं ते ममाग्रमहिषी भव ॥ २८ ॥
मैं यहां वहां से अनेकों सुंदर स्त्रियों को हरण करके ले आया।उन सबमें तू मेरी पटरानी बन,इसमें तेरी भलाई है।।२८।।
(अरण्यकांड सर्ग ४७/२८)
प्रमाण क्रमांक-२
परस्त्रीगमन राक्षसों का धर्म है!
रावण ने सीता से कहा: -
स्वधर्मो रक्षसां भीरु सर्वथैव न संशयः ।
गमनं वा परस्त्रीणां हरणं संप्रमथ्य वा ॥ ५ ॥
"भीरू! तू ये मत समझ कि मैंने तुझे हरकर कोई अधर्म किया है।दूसरों की स्त्रियों का हरण व परस्त्रियों से भोग करना राक्षसों का धर्म है-इसमें संदेह नहीं ।।५।।"
( सुंदरकांड सर्ग २०/५)
लीजिये महाराज! रावण ने खुद स्वीकार किया है कि वो इधर उधर से परस्त्रियों को हरकर उनसे संभोग करता है। अब हम आपकी मानें या रावण की? निश्चित ही रावण की गवाही अधिक माननीय होगी, क्योंकि ये तो उसका अपना अनुभव है और आप केवल वकालत कर रहो हैं।वाल्मीकीय रामायण से इस विषय पर सैकड़ों प्रमाण दिये जा सकते हैं।
प्रमाण क्रमांक-३
मंदोदरि का रावणवध के बाद विलाप करते हुये रोती है तथा कहती है।
धर्मव्यवस्थाभेत्तारं मायास्रष्टारमाहवे ।
देवासुरनृकन्यानां आहर्तारं ततस्ततः ।। ५३ ।।
आप(रावण) धर्मकी व्यवस्था को तोड़ने वाले,संग्राम में माया रचने वाले थे। देवता,असुर व मनुष्यों की कन्याओं यहां वहां से हरण करके लाते थे।।५३।।
( युद्धकांड सर्ग १११)
लीजिये, अब रावण की पटरानी,बीवी की गवाही भी आ गई कि रावण परस्त्रीगामी था।
प्रमाण क्रमांक-४
यही नहीं, रावण ने वेदवती,पुंजिकास्थिलिका नामक अप्सरा और बहुत सी नारियों से बलात्कारपूर्वक भोग किया था।
जय सेवा जय जोहार जय रावेन जय गोंडवाना l वो धर्म नही है जो किसी को बड़ा बनाता है जैसा पिछले वीडियो मे मैंने महिषासुर को अपना पूर्वज बताया था तो कुछ लोग मुझ पर कमेंट किये की अगर आपके पूर्वज राक्षस है तो तुम भी उपद्रवी होगे तो मैंने कहा ये तो बातचीत करने से ही लग रहा है की कौन उपद्रवी है l भाई ये मेरी संस्कृति है आप कौन होते है बोलने वाले आप अपने समाज को अच्छे रास्ते पर ले जाये और मे अपने समाज को l
Waise aapne bahut sahi jawab diya tha dada ji
बहुत अच्छा व्याख्यान , राहुड, राजा, राहुड,शेर,राहुड ,राव, राव राजा, जय सेवा, सेवा जोहार, संभूदिप,कोयामुर्रीदिप,
उत्तम जनकारी है आप महान हैं जो लोगों की आँखों से पर्दा उठाने का का कर रहे हैं
Nice sir aap jese digital Gondvana ki sapna pura krege 👌✍🏼✌️
Ur great Rahulji❤️🙏👍
Nayi pidhi ke liye aapki jankari bahut mahattvpura hai
Viswa sanskriti ki janni gond sanskriti ko Mera sat sat naman
बड़े सम्मान के साथ पूछना चाहता हूं कि आपके पूर्वज बहुत सालों तक इस देश मे शासन किए सबको मालूम है ।परन्तु कोई एक ऐसे शासक का नाम बतायें जिनका नाम रावण, महिषासुर, के परिवार के नाम से रखा गया हो ।
Bahut badhiya 👍 seva seva 🙏
पृथ्वी के महाराज कोयावंसी लंकापति गोंड राजा रावण मंडावी की जय
*I hope my all ADIVASI people wake one day and they will help to make a RAVEN gongo THANA and i'm sure that in future we will see RAVEN THANA*
बहुत बहुत धन्यवाद राहुल भाई
सच्चाई सामने आता है दादा सेवा जोहार जय रावण
आप को मेरा दिल से सेवा जोहर राहुल दादा ए जो फिल्म में दिखाया जाता हैं रामयण में अचल मे देखा जा तो इसमें रावण का कोई गलती नही है फिर भी रावण कोहि दोषी बना दिया हैं और कौन आदमी अपनी बहन के साथ हत्याचार होने के बाद चुपचाप बैठ कर देखेगा, जय गोंडवाना ्
Ravan ki bahan dusre manushya ke sath kyu bat krne chli gyi thi Bhai or virodh krne par gussa krne LG gyi or baad me nak kaam kata gya to atyachar ??
बहोत सारा धन्यवाद सर..🌞⭐🌛🌜🌟🌘🌗🌖🌕🌔🌔🌚☀️🌠🌹🌼🙏🙏🚩🚩
बहुत ही अच्छी जानकारी👌🙏
ईतिहास मे ऐक ही तिथीओ पर कई सारी घटनाऐ हुई है.
आज मुवी मे जैसे दिखाते है की किसी त्योहार पर किसी की हत्या होती है वैसा ही ईतिहास मे हुआ है
sar bahut achhaa laga yse bat sune ko mil rahe hai
सेवा सेवा सेवा जोहार राहुल दादा
जय आदिवासी जय जोहार जय भिम जय
Rahul sir aapko bahut bahut dhanywad - maharajadhiraj rawan ki Jay Jay aadiwasi Jay gondwana Jay fadapen
जय आदिवासी जय जोहार
🙏जय रावण🙏
First like
इतिहास का जनकारि देने के लिए धन्यवाद
जय सेवा जय आदिवासी
जानकारी देने के लिए धन्यवाद जय जोहार जय निषादराज
Seva johar dada.. bahut achhi baat bataye....👌🏻🙏
Wah bhai sahab aap log hamare samaj ke dharohar hai Jai seva Johar
Bahut badhiya sir ji
Ramayan mai RAWAN ko brahman bataya gaya hai jab Lanka Vijay karke aye to brahman vadh ke dish ke liye Ram ne yagy karwaya tha. Kya satya hai . Aap log hi jaane kya satya hai
Good information dada seva johar
Jai ravan , jai seva .
Jay raven Jay Sewa johar Jay bhim
सेवा जोहार
जय जोहार
बहुत अच्छा जानकारी
Bhahut sundar jay mulnivasi
Jay
SewaJohar
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👍👍👍👍👍👍👌👌👌👌👌👌👌👌Jay
Godwana
Jay
Adivasi
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आदिवासी का इतिहास आज भी दबा हुआ है। वास्तविक इतिहास आदिवासी के कधा कहानी में है । वास्तव में मानव को मानव समझना ही धरम है ।
जय सेवा जय आदिवासी
लाख लाख जोहार जय मूलनिवासी जयभील प्रदेश
उत्तम जानकारी ❤
Bhahut badhiya jankari bhaiya jay sewa
जय रावण ❤❤
जय रावण जय आदिवासी भाऊ
नना राउन्न वेढ़ी तोल कोइयतुर आंदन सेवा जोहार
पुरे लाकडाऊन से रामायण दिखाया जा रहा है, इससे लगता है कि भारत एक ही धर्म को मानने वाला लगता है। जबकि भारत देश तो सभी धर्मों को मानने वाला देश है। इससे लगता है भारत देश किसी एक धर्म हिंदू धर्म को बढ़ावा दे रहा है। जो सरासर गलत प्रतीत होता है। वा रे भारत🌹 धर्म निरपेक्ष राष्ट्र 🌹💐जय सेवा 🌹🌹
बहुत अच्छा ,जय सेवा ,जय फड़ापेन , जय गोंडवाना
गोंड गोंडी गोंडवाना सेवा सेवा जोहार जय रावेन सेवा सेवा जोहार
Great sir
Good job 👏👏👏
सेवा जोहार जय गोंडवाना ❤❤❤❤जय रावण 🎉🎉🎉🎉
जय सेवा, जय रावेन, जय गोंडवाना
th-cam.com/video/-HkIs7NXX-M/w-d-xo.html
Jay adivasi,,,,
थैंक्स सर जय भीम जय मूल निवासी
राहुल भाई।
बहुत बहुत सेवा जोहार।।
बुद्ध परम्परा के मौर्य वंश के दश राजा को भी रावण से जोड़ा जाता है और आप गोंड परम्परा से बता रहे हैं।
दोनों में से कौन सही है।
मुझे लगता है कि दोनों परम्परा
का आपस में गहरा सम्बन्ध होगा।।।
एक बात देखने ने आती है कि
रामायण मैं बुद्ध का जिक्र है और सम्राट अशोक के नाम पर अशोक वाटिका भी है।।।
जय आदिवाशी जय रावन महाराज
डॉ. सूरज धुर्वे (बाली) से जो सहमत हैं
लाइक और कमेंट करें।
जय सेवा , जय बड़ा देव
Jaisewa sir
Rahul bhai Jay Raven Jay Gaundi Raja
इतिहास जानना और इतिहास लिखना दोनों ही किसी भी समाज के लिए अत्यंत आवश्यक है। जब हम इतिहास लिखेंगे ही नहीं तो आने वाली पीढ़ी को इसकी अपूर्णीय क्षति होगी। हो सकता है 4-5 पीढ़ी बाद की ही जानकारी न हो। मेरा मानना है कि हम हमारे इतिहास और हमारे पूर्वजों के लिए दु:ख व्यक्त करते हैं लेकिन वर्तमान को नहीं मान पाते हैं या उसको जी नहीं पा पातें हैं। यहाँ पर मेरे कहने का मतलब है हम वर्तमान में आपस में मिल जुलकर नहीं रहते हैं। और हमारा वर्तमान ही इतिहास बनेगा। अब हम सोच सकते हैं कि हमारा इतिहास कैसा होगा।
Sahi baat hai.. Bhai🌹🌹.
Awasome sir
जय सेवा जय जौहर
Very good. Jai aadiwasi Jai johar
तुलसी दास के बारे में क्या कहेंगे जो रावण को बुराई का प्रतीक माना गया हैं।
@Ajay Singh आपने तो पुरा रामायण ही सुना दिया
@Ajay Singh 🙏
Bahut sahi kiya guruji par log itne andhe hai ki ek ek jankari malum hone ke baad bhi wahi marte hai
Aankh khol ke dekho rahul bhaiya ka bat sahi se suno
Jay Bheem
History..like
Johar malik
सेवा जोहार दादा
Thanks Rahul 🙏🙏🙏
Good nice
Jai sewa johar
जय सेवा.सभी सगा जनोंको।हम सभी सगा जन पहिले महात्मा रावण मडावी महाराज को समज लेना बहुत जरुरी है।जब तक हम महात्मा रावण महाराज को नहीं जानेंगे,तब तक यह character को अन्य धर्मीय लोग राक्षस ही मानेंगे।क्यो की,यह character को गलत त-हेचे पेश किया गया है।और यही character लोगो के ध्यान में रहा है,और यही सही मानने लगे।अब यही बात को हमें लोगो के मन से निकल वाना है। ईसलिए हमें अपनी घर से शुरुआत करनी है। हमें हमारे समुदाय के इस बात को नहीं मानने वाले लोगोंको बताना है।उन्हे इस बात की समिक्षा करने को कहना है।ताकी एक दिन जो सही है वही सामने आयेगा।जय सेवा.
अच्छा लगा सुन के, ओर सर महेषसुर कौन है इसके प्रति भी बताएं
रामायण का रावण ब्रोधत मोर्य राजा का किरदार है
ओर राम पुष्यमित्र शुंग ब्रह्मण को बनाए गए
Thank you very much.
सर जी आपका बिडियो बहुत ही अच्छा लगा इसके लिए आपको बहुत बहुत सेवा सेवा सेवा जोहार. ए पुस्तक कैसे हमको प्राप्त हो गा और कितने का हैं ्
क्या आप RRR का ट्रेलर देखे उसमें कोमुराम भीम जी को मुस्लिम टोपी में दिखाया गया है ।।
देखो जरा ,,,
रियल आदिवासी को मुस्लिम जैसा दिखाया गया है । जबकि वो खुद निजाम से लड़े थे ।।
Vo movie dekhna to ap ko pata chal jayega
Bhai movie me vo dikhya h uske piche kuch raj h pura film dekhne ke bad pata chalega
Sewa johar sir
Jai aadivasi jai Ravan jai gondvana jai mulnivasi
सही बात कही है
Nice video
Seva Johar dada
Very nice sir
Nice story
Jay adivasi
जय भीम जय गोंडवानालैंड जय सेवा जोहार ,
Nice
Sahi baat he bhai
जय राजा रावण मंडावी 👑
Ravan nahi Raven
Jai seva Jai Johar.
Jao johar 🙏 jai aadiwasi 🙏 jai cg 🙏
जय जोहार
भाई हा महाराष्ट्र मे रहते है सातपुडा पर्वत मे हमारा निवास है आदिवासी के मृत्यु के पेन पूजा की जाती है यह सत्य है हम पावरा आदिवासी है पावरा आदिवासी भिलआदिवासी से आती है इसे यह समज मे आती है की सभी आदिवासी एक प्रकृतिक पूजक है और मैं ये भी मानूंगा की रावण हम सब का राजा था हमे उनका नाम आदर सत्कार से लेना चाहिये और मुझे ये भी खाना है जितना चाहे उतना हमारे समाज मे हमारी इतिहास समजना और समझना जरुरी है हमने अपना इतिहास छोडके किसी और का इतिहास पड रहे है यह गलत है इसलिये हमे अपना रस्ता चुनना चाहिए टाकी इस देश का मूल मालक ही आदिवासी है यदि अपना अस्तित्व खो देता है तो कुछ शेस नही रह जाता जोहार जय आदिवासी सातपुडा महाराष्ट्र
JAYBHIM BHAI
Nice 👍👍👍👍👍👍👍
Correct bhai
Jay bhim namo buddhay Jay mulnivasi
Jai johar, Jai samvidhan.
Jay sewa jay Gondwana
Thanks bhaiya Aapne itni Achhi jankari 🙌
Pr Ramayan ye bhart ka itihas he koi kalpnik ghtna nhi