इतने कठिन बिषय का बहुत ही सरल विवेचन गुरु जी आप को मेरे दंडवत प्रणाम हम गरीब विद्यार्थियों को मुफ्त में जो ज्ञान आप प्रदान कर रहे हैं उसके लिए आपका सादर आभार
सर कभी कभी आपकी क्लास लेकर आँखो में आंसू आ जाते हैं दिल करता है काश कभी सर से मुलाकात हो ।आप हम लोगो को इतना अछे से पढ़ते हैं ।बहुत बहुत धन्यवाद आपका ।मेरी आपसे विनती है अपने जन्मदिवस पर हम लोगों को कही बुलाइये बहुत सारी दुआयें देनी है आपको ओर कुछ तोहफे भी।और इसी बहाने मिल भी लेंगे आपसे।
समाज के प्रति अपना कर्तव्य, अपना सर्वश्रेठ दे कर निभाने में आपका कोई सानी नही है,,,,आप के शिक्षक के साथ साथ एक प्रेरणा हैं हम युवाओं के लिये,,,,,,प्रणाम
लाजवाब । श्रीमान् जी । बधाई हो । बिल्कुल सही । बेलौस व बेबाक जज्बे को सलाम करता हूं । तथाकथित बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों के वजहानुसार समाज सुधार के किरण दिखाई दे रही है ।
मुझे आशा है सर की """आप संविधान उन लोगो तक पंहुचा सकें जिनको इसकी समझ नही है !"""""आपको संविधान की क्लास शुरू करनी चाहिए जिसमे भाग और मुख्य अनुछेद सहित समझाया जा रहा हो इससे ग्रामीण भारत के करोडो बच्चो को उनकी तैयारी और पढाई में फायदा हो सकेगा साथ ही भावी पीढ़ी को संविधान के मूल्यों की जानकारी हो सकेगी तथा यही आपका राष्ट्र निर्माण में एक महान योगदान होगा और भावी पीढ़ी आपके प्रति क्रतघन रहेगी !!!!!!!!!!!!!!!!
सर अगर कोई व्यक्ति पाँच बार संसद सदस्य रहा और दो बार विधायक रहा तो क्या उसको पाँच बार संसद की दो बार विधायक की पेशन मिलेगी कृपया पेशन के बारे मे वताने की कृपा करे
Sir, I watched this video for many times. You really described the topic very lucidly. The way you clearly explained the difference between Dharma and Religion is really appreciable and exemplary.
सर् सर्वप्रथम आपको कोटि कोटि प्रणाम आपने अपना बहुमूल्य समय देकर सदैव हमारा बहुत मार्गदर्शन किया है। एक सहृदय अनुरोध है कि राजनीतिक शास्त्र और अंतरराष्ट्रीय सम्बन्ध विषय को सिविल सेवा के विषय के चुनाव पर प्रकाश डालने का कष्ट करें।धन्यवाद
सर, हमारा मूल संविधान हिन्दी भाषा में क्यों नहीं लिखा गया ? अंग्रेजी में लिखने के क्या कारण थे ? क्या कोई मजबूरी थी? क्या हम भारतीय लोग भाषा के लिए आत्मनिर्भर नहीं थे और न ही आज है ? क्यों हम अंग्रेज़ी भाषा का प्रयोग करने के लिए विवश हैं ? सर, कृपया इस विषय पर चर्चा अवश्य करें। यह हमारी राष्ट्रीयता की भावना से जुड़ा हुआ प्रश्न है जो जीवन के कई पड़ावो में बार बार चुभता है। सर, कृपया दो चार शब्द तो अवश्य ही कहें । 🙏
हिंदू धर्म वास्तव में ब्राह्मण धर्म है क्योंकि हिंदू धर्म के नाम पर जितने भी धार्मिक पुस्तके हैं, सभी ब्राह्मणों के हित में ब्राह्मणों द्वारा लिखित हैं। सबसे मजेदार बात यह है कि इन धार्मिक पुस्तको में हिंदू शब्द का उल्लेख ही नहीं है। दरअसल हिंदू शब्द सिंधु नदी से निकला हैं, जो एक भौगोलिक क्षेत्र को इंगित करता है न कि किसी धर्म को। धर्म में दोगलापन दिखाई पड़ता हैं अर्थात् जब धर्म को criticise किया जाता है तो वह नैतिकता और नैतिक मूल्यो की बात करता है और अपने अस्तित्व को बचाने का प्रयास करता है।धर्म का इतिहास रहा है कि यह हिंसा का आधार तैयार करता है । सद्भावना और न्याय इसके जुमले मात्र है ।
आपका ''ब्राह्मणों के हित में'' कहने से ऐसा प्रतीत होता है की आप उस ब्राह्मण समुदाय की बात कर रहे हैं जो आजकल अपना हित साधने के लिए धर्मं का नहीं वरन आंदोलनों का सहारा ले रहा है| इससे ऐसा प्रतीत होता है की अब उनकी निष्ठा धर्म से डगमगा गयी है इसीलिये उन्हें अन्य विकल्पों का सहारा लेना पड़ रहा है | आपने हिन्दू शब्द की उत्पत्ति का कारण तो इतिहास में जाकर खोज लिया लेकिन आपको थोडा और पीछे जाकर यह भी खोजना था की वास्तव में ब्राह्मण कौन होते हैं (उदाहरण के लिए विश्वामित्र को ब्रह्मार्षि वशिष्ठजी द्वारा ''ब्राह्मण की उपाधि'' दी गयी थी) और क्या जिसे आज हम और आप ब्राह्मण कहते हैं वे ब्राह्मण कहलाने लायक हैं भी या नहीं?? तब आपको इन आधारों पर हमारे समाज के बंटने का उचित कारण भी मिल जाता | क्या धर्म को आधार मान कर हिंसा करने वाले लोग सच में धर्म को बचने के लिए ही हिंसा करते हैं या स्वयं की स्वार्थ्य सिद्धि के लिए या अपना हित साधने के लिए ऐसा करते हैं यदि किन्ही भी कारणों से इन्होने धर्मं को बचा भी लिया हो तब भी एक प्रश्न खड़ा हो जाता है जो लोग स्वयं को गुलाम होने से नहीं बचा पाए उनमे इतनी शक्ति कैसे आ गयी की वे धर्मं को बचा पाए और इनका बचाया हुआ धर्म क्या धर्म कहलाने लायक है ?? क्या हम और आप धर्म की आलोचना सिर्फ इसी आधार पर करेंगे जैसा इन लोगो ने हमारे सामने इसे पेश किया?? मैं समझता हूँ इससे अधिक हय्स्यस्पद बात और क्या हो सकती है की हम इतिहास के गर्त में गये बिना ही धर्म को दोगला कहना शुरू कर दिया | निश्चित ही आपके लिए आपके लिए धर्म में दोगलापन दिखाई देना एकदम सामन्य बात होगा क्योंकि जिस हंसिया का उपयोग किसान फसल काट कर पेट भरने के लिए करता है उसी हंसिया का उपयोग वह अपनी रक्षा और दूसरों की हत्या करने के लिए भी कर सकता है| किसान की मनोदसा पर यह निर्भर करता है की वह हंसिये का उपयोग किस काम के लिए करेगा बजाय इसके की हंसिया केवल फसल काटने के लिए ही निर्मित किया गया था| लेकिन हम और आप इसे हंसिये का दोगलापन कहेंगे | क्योंकि यह अब नासमझ किसान के हाथ में है की वह इसका क्या करता है | (मैं यहाँ किसान का सिर्फ उदाहरण दे रहा हूँ) | हम सिर्फ तर्कों में ही पड़े रह जाते हैं बिना ये सोचे की तर्क और तथ्य में जो बुनियादी भेद है वह कभी कभी ज़मीन और आसमान जैसा हो जाता है(उदाहरण ले लिए आप Quantam physics को ही देख लीजिये ) | तर्क से हम कभी तथ्य पर नहीं पहुच सकते हैं और तथ्य ही सत्य है तर्क नही | धर्म अनुभव की चीज़ है तर्क, वितर्क अथवा कुतर्क की नहीं |
राहुल तर्क धर्म सनातन है ,पंथ अनेक हैं ,पुराण ब्राह्मणों ने लिखे थे ये बात सच है लेकिन वेद सभी प्राणियों के हित के लिए थे परंतु वो भी ब्राह्मणों तक सीमित रह गए। वेद आपकी तर्क की कसौटी पर खरे उतरेंगे।
I have attended first class of your channel.....no one can explain like you.....you are a real teacher.... thank you so much for making the knowledge based videos
नेता लोग, किताबों और समाचार पत्रों तथा न्यज चैनलों में धर्मनिरपेक्षता शब्द बार बार प्रयोग किया जाता है पहले तो यहाँ सुधारने की जरूरत है आपने धर्म का सही अर्थ बतलाये है आपको धन्यवाद
डा.साहब! यदि हिंदु धर्म में असंख्य पंथ हैं तो क्या बौद्ध धम्म भी उसमें शामिल है ? आपने इसका जिक्र नहीं किया . क्या हिंदु शब्द शास्त्र सम्मत है? किस पवित्र शास्त्र में उल्लेखित है?इस विश्लेषणात्मक अध्ययन में पंथ निर्पेक्षता से बचने के लिए बिना किसी कानूनी बाधा के, हिंदु धर्म के प्रचार होते रहने को बल मिलता है .गांधी जी ने वर्ण व्यवस्था को हिंदु धर्म का आधार कहा है जो रिगवेद की पुरुष सूक्ति की अवैज्ञानिक अवधारणा है. प्राचीन भाषा पालि का शब्द 'धम्म' है. जिसका संस्करण धर्म है. अर्थात् धम्म का धर्म चोरीकरण है क्योंकि इसका किसी ने स्रोत संदर्भ नहीं दिया. पालि को संस्कारित कर.संस्कृत का निर्माण किया गया है. धम्म का अर्थ बुद्ध के अनुसार सदाचार युक्त जीवन पद्धति है. धम्म नैसर्गिक है सर्वकालिक है सार्वदेशिक है सार्वजनीन है. किंतु धर्म कर्मकाण्डी रीति रिवाज पर आधारित है जो ईश्वरीय सत्ता में विश्वास करता है. हिंदु फारसी शब्द है जो मुस्लिम आक्रमण के वाद अस्तित्व में आया जिसका अर्थ चोर लुटेरा काफिर काला है तो हिंदु इस देश का प्राचीन धर्म कैसे हो सकता है. कोर्ट ने इसे धर्म नहीं, जीवन पद्धति बताया जिससे सरकार द्वारा प्रचारित करने में पंथ निरपेक्षता की बाधा उत्पन्न न हो . दर असल यह धर्म नहीं राजनीति है .
ऐसा मेरा अनुभव है कि ज्यादातर हिन्दुओं के घरों में भगवान् बुद्ध की प्रतिमा होती है और कभी ऐसा नहीं लगता की भगवान बुद्ध को वे हिन्दू धर्म के अभिन्न अंग के रूप में नहीं देखते.
यह उस स्थिति में है जब वे बुद्ध के आदर्शों से पूरी तरह से परिचित नहीं हो सके हैं जैसे जैसे उन्हें असली इतिहास.पता चलता जा रहा है तो वे हिंदु धर्म से ठगा महशूस कर अपने पूर्व बौद्ध धम्म की जीवन पद्धति में आ रहे हैं. मेरा अनुरोध है कि धर्म को जीवन पद्धति संविधान को स्थापित करें ताकि हिंदु संप्रदाय संविधान व लोकतंत्र के लिए खतरा न बने .
श्रीमान जहां तक मुझे जानकारी है पाली भाषा प्राचीन भाषा नहीं है संस्कृत भाषा ही प्राचीन भाषा है नए इतिहास जो आप लोग पढ़ रहे हैं वह पूरी तरह से राजनीतिक है और आपका यह कमेंट ईर्ष्या द्वेष और राजनीति से प्रेरित है सच में हिंदू कोई धर्म नहीं है बल्कि सनातन धर्म है हिंदू को रिलीजन मान सकते हैं
सर, आपका वीडियो सुनते रहने का मन होता है। लगता है आप बस युही पढ़ाते रहें और हम लोग सुनते रहे। आप किसी भी टॉपिक को इतना स्पष्ट समझाते हैं कि कोई doubt ही नही रहता । thank u sir
आदरणीय गुरु जी सौभाग्य है हमारा की आप से हमे स्नातक और परास्नातक में राजनीति शास्त्र में हमे मार्ग दर्शन प्राप्त हुआ क्राइस्ट चर्च पर स्नातक कालेज में.. गुरु जी सोधार्थी का पहला संस्करण फ़्री ऑफ कॉस्ट था जो आपने दिया था हम छात्रों को उसके बाद के संस्करण कैसे प्राप्त होंगे।
Sir aapke lacture ko jitni baar dekhte h utni Baar content ka depth strong hote jata h !!! Jo meri understanding capability ko build-up krta h ....!! Thank you so much sir 🙏🙏
Sir mai apka video dekhe bina hi first like karti hun apki har video itna double clear kar deta h ki koi doubt nahi rahta best knowledgeable videos thank you sir
#sir kya kahun mai aapne itna achha se explain kiya h ki mujhe ab kabhi bhi confusion nhi hogi u r the really best "GURU" very very thanks to uhh sir🙏🙏❤️
Thanks sir for secular word ko samjhane ke liye, sir Aapka video se Mera 90% concept clear ho Gaya, ab politics subject ka dar khatam, sir ham B.A Ignou se hai semester 2 me
सर आप जैसे बुद्ध जीवियों को आगे बढ़कर भारतीयों के आंखों में लगी पट्टी हटाना चाहिए जिसे हम वे धर्म कहते है वह असल में पंथ है धर्म तो सबका एक है । प्रकृति द्वारा जब इंसानों में मतभेद नहीं और जीवन जीने की कला पे हमेशा प्रकाश डाला पर वह प्रकाश ,पंथ व पंथ द्वारा दी गई रूडी वादी परम्परा में खो सी गई।
खासकर अब जब राजनेताओं द्वारा नागरिक संशोधन बिल पे आवाज़ तो जरूरी उठानी चाहिए जहां धर्म के नाम पर नागरिकता दी जा रही है जब की संविधान ने स्पष्ट कर दिया है हम पंथ निरपेक्ष है, राजनीतिज्ञो को ये बात बताना चाहिए जिस आधार पर आप नागरिकता दे रहे वह पंथ के आधार पर है न कि धर्म के आधार पर और कृपया कर बार बार धर्म शब्द का प्रयोग ना करे।
इतने कठिन बिषय का बहुत ही सरल विवेचन गुरु जी आप को मेरे दंडवत प्रणाम हम गरीब विद्यार्थियों को मुफ्त में जो ज्ञान आप प्रदान कर रहे हैं उसके लिए आपका सादर आभार
दंडवत ब्राह्मणवादी शब्द है।तर्कवत होना चाहिए
Well explained sir thank you.
पहली बार समझ मे आया है कि।
धर्म एक जीवन पद्धति है और पंथ एक पूजा पद्धति है।
Thanks Sumit
Are sir apne reply kiya prnam sir🙏🙏🙏🙏🙏
जीवन की कला, नैतिक मूल्य,आचरण ,आदि धम्म है
डा वर्मा आपने वहुत अच्छे ढँग से विश्लेषण किया है पंथ निरपेच्छ ही सही शब्द है ,बहुत२धन्यवाद
सर कभी कभी आपकी क्लास लेकर आँखो में आंसू आ जाते हैं दिल करता है काश कभी सर से मुलाकात हो ।आप हम लोगो को इतना अछे से पढ़ते हैं ।बहुत बहुत धन्यवाद आपका ।मेरी आपसे विनती है अपने जन्मदिवस पर हम लोगों को कही बुलाइये बहुत सारी दुआयें देनी है आपको ओर कुछ तोहफे भी।और इसी बहाने मिल भी लेंगे आपसे।
समाज के प्रति अपना कर्तव्य, अपना सर्वश्रेठ दे कर निभाने में आपका कोई सानी नही है,,,,आप के शिक्षक के साथ साथ एक प्रेरणा हैं हम युवाओं के लिये,,,,,,प्रणाम
सर आप कठिन से कठिन विषय को भी बहुत ही सरल और आसान शब्दो में समझाते है । और हर विषय को रुचिकर बना देते है। आपका बहुत बहुत धन्यवाद सर
ये बात सत्य है :- राष्ट्र निर्माण में एक अच्छे शिक्षक की भूमिका का महत्व सर्वोपरि है🙏🙏🙏 dhanyawad sir
Blessings
भारत और इंडिया
हमारे संवैधानिक नाम हैं।
अनुच्छेद 1 में भी है
लाजवाब । श्रीमान् जी । बधाई हो । बिल्कुल सही । बेलौस व बेबाक जज्बे को सलाम करता हूं । तथाकथित बुद्धिजीवी वर्ग के लोगों के वजहानुसार समाज सुधार के किरण दिखाई दे रही है ।
Dr. BR AMBEDKAR WAS greatest indian who wrote such very valuable constitution
आपको बहुत 2 नमन सर।आपका वीडियो देख आज मैं समझ पाया कि आप अद्वितीय हैं।
Thanks you Sanjay. Grateful. Blessings
डॉ भीमराव अंबेडकर ने
धम्म {धर्म } नैतिकता को माना है
{{{ धम्मं शरणं गच्छामी }}}
बुद्ध*
Bhai ambedkar saab nahi buddha ne kiya
अति उत्तम गुरु जी आप जैसे विद्वान मुश्किल से ही इस धरती पर जन्म लेते है।
आभार विजय. आशीर्वाद
@@DrAKVerma गुरु जी मुझे राजनीति विज्ञान से प्रवक्ता की पोस्ट टॉप करना है कृपया कुछ उचित मार्गदर्शन करने की कृपा कीजियेगा।
You deserve 1 million subscribers sir... 😊😊😊😃😃😃
Your satisfaction is for me more that that Hariom.
बहुत बहुत धन्यवाद सर जी बहुत दिन से धर्म और पंथ अंतर नहीं कर पा रहा था। मैं आज पूरी तरह से सहमत हुआ हूं सर आपका बहुत ज्यादा धन्यवाद।
Thanks and blessings Govind.
Complicated concept simplified so vividly. I'm grateful to you Sir🙏👍
thanks Lalit, blessings
बहुत बहुत धन्यवाद सर जी , ये शब्द भी बहुत कम पड़ेंगे आप को सुकरिया बोलने में, सादर प्रणाम 🙏🙏
मुझे आशा है सर की """आप संविधान उन लोगो तक पंहुचा सकें जिनको इसकी समझ नही है !"""""आपको संविधान की क्लास शुरू करनी चाहिए जिसमे भाग और मुख्य अनुछेद सहित समझाया जा रहा हो इससे ग्रामीण भारत के करोडो बच्चो को उनकी तैयारी और पढाई में फायदा हो सकेगा साथ ही भावी पीढ़ी को संविधान के मूल्यों की जानकारी हो सकेगी तथा यही आपका राष्ट्र निर्माण में एक महान योगदान होगा और भावी पीढ़ी आपके प्रति क्रतघन रहेगी !!!!!!!!!!!!!!!!
Thanks sir
Sahi bola bhaiya
बहुत बढ़िया, सरल शब्दों में गूढ़ ज्ञान डॉक्टर साहब।
Thanks
सर अगर कोई व्यक्ति पाँच बार संसद सदस्य रहा और दो बार विधायक रहा तो क्या उसको पाँच बार संसद की दो बार विधायक की पेशन मिलेगी कृपया पेशन के बारे मे वताने की कृपा करे
Bhut bhut dhnyabad guruji🙏🙏
welcome
Sir, I watched this video for many times. You really described the topic very lucidly. The way you clearly explained the difference between Dharma and Religion is really appreciable and exemplary.
Grateful Shailendra
अद्भुत, अद्वितीय, अकल्पनीय । बहुत ही सुगम व्याख्या
Grateful Jitendra, blessings
सर् सर्वप्रथम आपको कोटि कोटि प्रणाम आपने अपना बहुमूल्य समय देकर सदैव हमारा बहुत मार्गदर्शन किया है। एक सहृदय अनुरोध है कि राजनीतिक शास्त्र और अंतरराष्ट्रीय सम्बन्ध विषय को सिविल सेवा के विषय के चुनाव पर प्रकाश डालने का कष्ट करें।धन्यवाद
आशीर्वाद अमन. इसे मैंने नोट कर लिया है. आगे कभी चर्चा होगी.
भारतीय जीवन पद्धति को धर्म बताने का प्रयास किया जा रहा है जो कि पूर्णता है भारतीय परंपराओं पर आधारित है विषमता है उसका मूल आधार है
True, Dharm is different from religion.
सर, हमारा मूल संविधान हिन्दी भाषा में क्यों नहीं लिखा गया ? अंग्रेजी में लिखने के क्या कारण थे ? क्या कोई मजबूरी थी? क्या हम भारतीय लोग भाषा के लिए आत्मनिर्भर नहीं थे और न ही आज है ? क्यों हम अंग्रेज़ी भाषा का प्रयोग करने के लिए विवश हैं ?
सर, कृपया इस विषय पर चर्चा अवश्य करें। यह हमारी राष्ट्रीयता की भावना से जुड़ा हुआ प्रश्न है जो जीवन के कई पड़ावो में बार बार चुभता है। सर, कृपया दो चार शब्द तो अवश्य ही कहें । 🙏
बहुत ही विस्तृत रूप से बताया आपने, प्रभु आपको आशीष देवें ।।।
Thanks. Love and blessings
हिंदू धर्म वास्तव में ब्राह्मण धर्म है क्योंकि हिंदू धर्म के नाम पर जितने भी धार्मिक पुस्तके हैं, सभी ब्राह्मणों के हित में ब्राह्मणों द्वारा लिखित हैं। सबसे मजेदार बात यह है कि इन धार्मिक पुस्तको में हिंदू शब्द का उल्लेख ही नहीं है। दरअसल हिंदू शब्द सिंधु नदी से निकला हैं, जो एक भौगोलिक क्षेत्र को इंगित करता है न कि किसी धर्म को। धर्म में दोगलापन दिखाई पड़ता हैं अर्थात् जब धर्म को criticise किया जाता है तो वह नैतिकता और नैतिक मूल्यो की बात करता है और अपने अस्तित्व को बचाने का प्रयास करता है।धर्म का इतिहास रहा है कि यह हिंसा का आधार तैयार करता है । सद्भावना और न्याय इसके जुमले मात्र है ।
आपका ''ब्राह्मणों के हित में'' कहने से ऐसा प्रतीत होता है की आप उस ब्राह्मण समुदाय की बात कर रहे हैं जो आजकल अपना हित साधने के लिए धर्मं का नहीं वरन आंदोलनों का सहारा ले रहा है| इससे ऐसा प्रतीत होता है की अब उनकी निष्ठा धर्म से डगमगा गयी है इसीलिये उन्हें अन्य विकल्पों का सहारा लेना पड़ रहा है | आपने हिन्दू शब्द की उत्पत्ति का कारण तो इतिहास में जाकर खोज लिया लेकिन आपको थोडा और पीछे जाकर यह भी खोजना था की वास्तव में ब्राह्मण कौन होते हैं (उदाहरण के लिए विश्वामित्र को ब्रह्मार्षि वशिष्ठजी द्वारा ''ब्राह्मण की उपाधि'' दी गयी थी) और क्या जिसे आज हम और आप ब्राह्मण कहते हैं वे ब्राह्मण कहलाने लायक हैं भी या नहीं?? तब आपको इन आधारों पर हमारे समाज के बंटने का उचित कारण भी मिल जाता | क्या धर्म को आधार मान कर हिंसा करने वाले लोग सच में धर्म को बचने के लिए ही हिंसा करते हैं या स्वयं की स्वार्थ्य सिद्धि के लिए या अपना हित साधने के लिए ऐसा करते हैं यदि किन्ही भी कारणों से इन्होने धर्मं को बचा भी लिया हो तब भी एक प्रश्न खड़ा हो जाता है जो लोग स्वयं को गुलाम होने से नहीं बचा पाए उनमे इतनी शक्ति कैसे आ गयी की वे धर्मं को बचा पाए और इनका बचाया हुआ धर्म क्या धर्म कहलाने लायक है ?? क्या हम और आप धर्म की आलोचना सिर्फ इसी आधार पर करेंगे जैसा इन लोगो ने हमारे सामने इसे पेश किया?? मैं समझता हूँ इससे अधिक हय्स्यस्पद बात और क्या हो सकती है की हम इतिहास के गर्त में गये बिना ही धर्म को दोगला कहना शुरू कर दिया | निश्चित ही आपके लिए आपके लिए धर्म में दोगलापन दिखाई देना एकदम सामन्य बात होगा क्योंकि जिस हंसिया का उपयोग किसान फसल काट कर पेट भरने के लिए करता है उसी हंसिया का उपयोग वह अपनी रक्षा और दूसरों की हत्या करने के लिए भी कर सकता है| किसान की मनोदसा पर यह निर्भर करता है की वह हंसिये का उपयोग किस काम के लिए करेगा बजाय इसके की हंसिया केवल फसल काटने के लिए ही निर्मित किया गया था| लेकिन हम और आप इसे हंसिये का दोगलापन कहेंगे | क्योंकि यह अब नासमझ किसान के हाथ में है की वह इसका क्या करता है | (मैं यहाँ किसान का सिर्फ उदाहरण दे रहा हूँ) | हम सिर्फ तर्कों में ही पड़े रह जाते हैं बिना ये सोचे की तर्क और तथ्य में जो बुनियादी भेद है वह कभी कभी ज़मीन और आसमान जैसा हो जाता है(उदाहरण ले लिए आप Quantam physics को ही देख लीजिये ) | तर्क से हम कभी तथ्य पर नहीं पहुच सकते हैं और तथ्य ही सत्य है तर्क नही | धर्म अनुभव की चीज़ है तर्क, वितर्क अथवा कुतर्क की नहीं |
राहुल तर्क धर्म सनातन है ,पंथ अनेक हैं ,पुराण ब्राह्मणों ने लिखे थे ये बात सच है लेकिन वेद सभी प्राणियों के हित के लिए थे परंतु वो भी ब्राह्मणों तक सीमित रह गए। वेद आपकी तर्क की कसौटी पर खरे उतरेंगे।
ब्राह्मण किसे कहते हैं जानते हो? यह कोई जाति से नही बनता ,जिसके कर्म अच्छे होते हैं वही ब्राह्मण होता है ।
जो कि तुर्को का दिया हुआ शब्द है।।।#सिंधु - हिन्दू
Manish Verma kya aaj bhi ye bat mante hai log
Nice explained..
गुरुदेव को प्रणाम
मूलसंविधान अंग्रेजी में लिखा है
I have attended first class of your channel.....no one can explain like you.....you are a real teacher.... thank you so much for making the knowledge based videos
Thanks Shikha. Grateful.
नेता लोग, किताबों और समाचार पत्रों तथा न्यज चैनलों में धर्मनिरपेक्षता शब्द बार बार प्रयोग किया जाता है पहले तो यहाँ सुधारने की जरूरत है आपने धर्म का सही अर्थ बतलाये है आपको धन्यवाद
Mujhe proud fill ho rha h ki maine aap jaise guru se wjh ek topic ko bhut ache se samjha ...thank u sir
Thanks, blessings
प्रणाम सर,
धर्म पर जो आपने श्लोक पढ़ा है वह मनु स्मृति से लिया गया है। पता नहीं बहुत से लोग उस पुस्तक को गाली क्यों देते हैं!!
मूल ग्रन्थ न पढने से अनेक भ्रम बने रहते हैं मयंक.
@@DrAKVerma बिल्कुल सही कहा सर,मैनें इस ग्रन्थ का थोड़ा बहुत अध्ययन किया है कुछ भी विवादित नहीं लगा बल्कि यह तो ज्ञान और इतिहास का स्रोत लगा।
Bhaiya jisko gyaan Nhi hota vo hi aisi baate ya gaali galoz karta hai..
समाज को सिर्फ मनुस्मृति से ही खड़ा कर सकता है,,,,,,, बाक़ी कोई नहीं......
Sir, आपने बहुत ही सुंदर विश्लेषण किया है।
थैंक्स आशीष
Weldon sir
Grateful Kumkum
Thank u so much guru ji .🙏🙏
Blessings
डा.साहब! यदि हिंदु धर्म में असंख्य पंथ हैं तो क्या बौद्ध धम्म भी उसमें शामिल है ? आपने इसका जिक्र नहीं किया .
क्या हिंदु शब्द शास्त्र सम्मत है? किस पवित्र शास्त्र में उल्लेखित है?इस विश्लेषणात्मक अध्ययन में पंथ निर्पेक्षता से बचने के लिए बिना किसी कानूनी बाधा के, हिंदु धर्म के प्रचार होते रहने को बल मिलता है .गांधी जी ने वर्ण व्यवस्था को हिंदु धर्म का आधार कहा है जो रिगवेद की पुरुष सूक्ति की अवैज्ञानिक अवधारणा है.
प्राचीन भाषा पालि का शब्द 'धम्म' है. जिसका संस्करण धर्म है. अर्थात् धम्म का धर्म चोरीकरण है क्योंकि इसका किसी ने स्रोत संदर्भ नहीं दिया.
पालि को संस्कारित कर.संस्कृत का निर्माण किया गया है.
धम्म का अर्थ बुद्ध के अनुसार सदाचार युक्त जीवन पद्धति है. धम्म नैसर्गिक है सर्वकालिक है सार्वदेशिक है सार्वजनीन है. किंतु धर्म कर्मकाण्डी रीति रिवाज पर आधारित है जो ईश्वरीय सत्ता में विश्वास करता है.
हिंदु फारसी शब्द है जो मुस्लिम आक्रमण के वाद अस्तित्व में आया जिसका अर्थ चोर लुटेरा काफिर काला है तो हिंदु इस देश का प्राचीन धर्म कैसे हो सकता है. कोर्ट ने इसे धर्म नहीं, जीवन पद्धति बताया जिससे सरकार द्वारा प्रचारित करने में पंथ निरपेक्षता की बाधा उत्पन्न न हो . दर असल यह धर्म नहीं राजनीति है .
ऐसा मेरा अनुभव है कि ज्यादातर हिन्दुओं के घरों में भगवान् बुद्ध की प्रतिमा होती है और कभी ऐसा नहीं लगता की भगवान बुद्ध को वे हिन्दू धर्म के अभिन्न अंग के रूप में नहीं देखते.
यह उस स्थिति में है जब वे बुद्ध के आदर्शों से पूरी तरह से परिचित नहीं हो सके हैं जैसे जैसे उन्हें असली इतिहास.पता चलता जा रहा है तो वे हिंदु धर्म से ठगा महशूस कर अपने पूर्व बौद्ध धम्म की जीवन पद्धति में आ रहे हैं.
मेरा अनुरोध है कि धर्म को जीवन पद्धति संविधान को स्थापित करें ताकि हिंदु संप्रदाय संविधान व लोकतंत्र के लिए खतरा न बने .
श्रीमान जहां तक मुझे जानकारी है पाली भाषा प्राचीन भाषा नहीं है संस्कृत भाषा ही प्राचीन भाषा है नए इतिहास जो आप लोग पढ़ रहे हैं वह पूरी तरह से राजनीतिक है और आपका यह कमेंट ईर्ष्या द्वेष और राजनीति से प्रेरित है सच में हिंदू कोई धर्म नहीं है बल्कि सनातन धर्म है हिंदू को रिलीजन मान सकते हैं
TEESRI AZADI MOVIE TH-cam pe Dekho Tere A to Z Questions ka answer h wha
Dr. A. K. Verma Mene aaj tak nhi dekha
सर, आपका वीडियो सुनते रहने का मन होता है। लगता है आप बस युही पढ़ाते रहें और हम लोग सुनते रहे। आप किसी भी टॉपिक को इतना स्पष्ट समझाते हैं कि कोई doubt ही नही रहता । thank u sir
Jabardast
Such me aap doctor hai sir
Aaj tak aisa kisi ne nhi bataya
Dandwat pranam
Thanks Hitendra. Blessings
Waaaahhh sir kitna bareek antar hai or aapne kitni easy way me explain kiya hai.. Thanku sir
Welcome Ambika, blessings
गुरु जी आप हम लोगों को आप यूट्यूब के माध्यम से जो फ्री में ज्ञान दे रहे हैं इसके लिए में हम आप को दंडवत प्रणाम करते हैं और हम आपके बहुत आभारी हैं
पंकज, बहुत आशीर्वाद. ज्ञान ही तो ऐसी चीज़ है जो देने से बढती है. मुझे ख़ुशी मिलती है कि छात्रों के आज भी कुछ काम आ पा रहा हूँ.
@@DrAKVerma गुरु जी आप यूं ही हम जैसे छात्रों के काम आते रहिए आपके आशीर्वाद से एक अच्छे प्रोफेसर बन सके
@@DrAKVerma गुरु जी आपको दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई हो
बहुत हि उत्तम जानकारी है
धन्यवाद् गुरूजी
Thanks
आप बहुत ही बढ़िया समझाते हैं।
धन्यवाद सर।
सर आपके समझाने का तरीका बहुत अच्छा है,,,,आपकी विद्वता को नमन है🙏🙏
थैंक्स, आभार आशुतोष
सर आप ने बहुत अच्छी चीज़ बताई हैं।
Thanks Tonkda
sir you're deserve much more........आपके चरणों मे मेरा वंदन स्वीकार करें। इसी तरह प्लीज़ हमे ज्ञान देते रहिये
Grateful Ankit, blessings
Very helpful session...isi tarah ke concept clearing videos bnate rhe sir..achha citizen bnne me help krega..thank a million 🙏☺️
Grateful
आदरणीय गुरुजी इसके लिए आपको कोटि कोटि आभार
Blessings
आदरणीय गुरु जी सौभाग्य है हमारा की आप से हमे स्नातक और परास्नातक में राजनीति शास्त्र में हमे मार्ग दर्शन प्राप्त हुआ क्राइस्ट चर्च पर स्नातक कालेज में..
गुरु जी सोधार्थी का पहला संस्करण फ़्री ऑफ कॉस्ट था जो आपने दिया था हम छात्रों को उसके बाद के संस्करण कैसे प्राप्त होंगे।
Very glad to know Ziyaullah. Now shodharthy is available on line at the following link-
shodharthy.in/
Lots of love and blessings
Thank you so much sir ...ye chapter jitna difficult lg rha h aapne utna easy bna diya mere liye
Welcome, blessings
धन्यवाद , Sir बहुत बढ़ाया विडियो
Beshak sir..
Maaza aagya ap great h sir....... Thank you so much
Grateful
Guru ji bahot bahot sahi bataya aapne ek baar me samajh gya ki in sab me anter kya hai.
Bahot bahot Dhanyawaad guruji🚩🙏
Welcome Saurbh
Sir bahut बेहतरीन व्याख्या.. धन्यवाद
Waaah adbhud hamaare achhe karm hain ki aap jaise gurujii k gyan prapt katne ka sobhagya mil raha h
Thanks, blessings Chuhi
कम समय में ही सर ने बहुत अच्छे से समझाया ।
थैंक्यू सर
welcome rekha
ati sundar video Aap ka speech bhut knowledge di raha hai 🙏🙏🙏
Thanks सुरेश
Sir aapka bhut bhut dhanyawad itne kathin vishay ko apne itne asan tarike samjhaye...
Thanks and blessings
बहुत ही शानदार जानकारी सर बहुत-बहुत धन्यवाद
Thanks, welcome Rama Ram
Well done grandmaster👍👍👍👍
Thanks
Sir जी बहुत प्रभावी विश्लेषण 🙏
Thanks
Gurudev aapko parnam hum par Asai hi krapa banayai rakhiyega
आशीर्वाद कैलाश
बहुत बहुत धन्यवाद गुरु जी सादर प्रणाम करता है
Blessings
Thanku guru ji .... Ek sal se jo chij samaj me nhi ayi wo apne 10 minute me samjha di thanks...a lot☺️☺️☺️
वेलकम शाजिया
Bahut shandaar presentation sir
So intellectual person, u are sir
Sadar pranaam 🙏🙏
Thanks sir, for this knowledgeable and eye opening lecture.
Grateful Sunita
Bahut hi sunder
Guruji aap ne bahut accha samjha kar mere man ko shanti di hai.
Thanks Sapna
🙏🙏🙏🙏
आजकल के टीचर तो बिना पेन के इतनी बातें समझा ही नही सकते ।
आज पता चला है कि वास्तव में पहले भारत सोने की चिड़िया क्यों था
आभार
Sir aapke lacture ko jitni baar dekhte h utni Baar content ka depth strong hote jata h !!! Jo meri understanding capability ko build-up krta h ....!! Thank you so much sir 🙏🙏
Welcome, blessings
Bahut achha bataye guru ji
Thanks
Dhanyvad sar,
bahut acchi Tarah Se aapane explain Kiya
Shukriya 🙏🙏
Bhut achha bataye aap sir
Best way of learning kisi bhi video me itna achha nhi samajh aaya
Thanks Narendra
Thnq sir...
अहम् त्वम् शरणम् गच्छामि।।।
You are welcome
Bahut khubsurat tarike se apne Sari bat ko smjhaya h apko salute sir
धन्यवाद प्रमोद
Bhut hi sundar video sir... Kafi Kuch janne ko mila aj
Dhanyawad guru ji
बहुत बहुत आभार सर....चरण स्पर्श।
Thanks and blessings Rupesh
आज धर्म और पंथ में अंतर समझ में आया thanks sir🙏
Glad to know that Nisha
Bhot bdia sir aap bhot acha samjha sakte hai
Thanks
मज़ा आ गया सर
इस विडियो से
Sir mai apka video dekhe bina hi first like karti hun apki har video itna double clear kar deta h ki koi doubt nahi rahta best knowledgeable videos thank you sir
Thanks Prriyanka. Grateful
You are the best sir itne ache se aaj tak koi topic clear nhi hua tha litrally Sir today i found a Hiden Gem in this platform. 🙏🙏🙏🙏
Grateful for your love, blessings
Guruji bahut bahut dhanyawad 🙏🙏
#sir kya kahun mai aapne itna achha se explain kiya h ki mujhe ab kabhi bhi confusion nhi hogi u r the really best "GURU" very very thanks to uhh sir🙏🙏❤️
Aapne 10 "lakshana" btaye unme se 8th wali jo ki "Vidya" it means "Gyan" wo aapne humsabhi ko diye😊
"Dhanyawad sir ji" ❤️
Thanks and blessings
@@DrAKVerma again thanks to you sir🙏😊
Bahut hi saral aur jadui presentation sir
Grateful Arvind
Bahut simple tarike se itna hard subject ko samja diys. Thank you very much sir
Very nice way of teaching. Very simple,.easy understandable in detail . Thank you.sir.
Bahut achha sir
I think u r very experienced person... Apka samjhaane ka tarika bahut pyara hai
Thanks Akanksha
क्या बात है सर एकदम बढ़िया
आज ज्ञान का सागर मिल गया 🙏
Grateful
Thankyou so much sir...
Bahut acche se samjhaya aapne..
Welcome Vertika, blessings
Thanks sir
I am student of political science , your lecturer s are very nice
Abhut acchi jankari di aapne guru ji
Thanks sir for secular word ko samjhane ke liye, sir Aapka video se Mera 90% concept clear ho Gaya, ab politics subject ka dar khatam, sir ham B.A Ignou se hai semester 2 me
Welcome Sonu
सर आप जैसे बुद्ध जीवियों को आगे बढ़कर भारतीयों के आंखों में लगी पट्टी हटाना चाहिए
जिसे हम वे धर्म कहते है वह असल में पंथ है
धर्म तो सबका एक है । प्रकृति द्वारा जब इंसानों में मतभेद नहीं और जीवन जीने की कला पे हमेशा प्रकाश डाला पर वह प्रकाश ,पंथ व पंथ द्वारा दी गई रूडी वादी परम्परा में खो सी गई।
खासकर अब जब राजनेताओं द्वारा नागरिक संशोधन बिल पे आवाज़ तो जरूरी उठानी चाहिए जहां धर्म के नाम पर नागरिकता दी जा रही है जब की संविधान ने स्पष्ट कर दिया है हम पंथ निरपेक्ष है, राजनीतिज्ञो को ये बात बताना चाहिए जिस आधार पर आप नागरिकता दे रहे वह पंथ के आधार पर है न कि धर्म के आधार पर
और कृपया कर बार बार धर्म शब्द का प्रयोग ना करे।