जहाँ ले चलोगे वहीं मैं चलूँगा
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- เผยแพร่เมื่อ 21 ม.ค. 2024
- जहाँ ले चलोगे वहीं मैं चलूँगा,
जहां नाथ रख लोगे, वहीं मैं रहूँगा।
यह जीवन समर्पित चरण में तुम्हारे,
तुम्ही मेरे सर्वस तुम्ही प्राण प्यारे।
तुम्हे छोड़ कर नाथ किससे कहूँगा,
जहाँ ले चलोगे वहीं मैं चलूँगा॥
ना कोई उलाहना, ना कोई अर्जी,
करलो करालो जो है तेरी मर्जी।
कहना भी होगा तो तुम्ही से कहूँगा,
जहाँ ले चलोगे वहीं मैं चलूँगा॥
दयानाथ दयनीय मेरी अवस्था,
तेरे हाथ अब मेरी सारी व्यवस्था।
जो भी कहोगे तुम, वही मैं करूँगा,
जहाँ ले चलोगे वहीं मैं चलूँगा॥
❤Bahut hi sunder Bhajan
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Jay shree ram..❤
,❤🎉🎉🙏
अतिसुन्दर
Rajan ji mahraj bhajan jai shri ram 😢
❤🎉bahut sundar rachna hai
Yeh ek krishna bhakt shri vinod agrawal ji ka bhajan hai jise shri Rajan ji maharaj ne shri Ram katha mein gaya tha yeh sanatan ki rachna hai
Shri Ram
🙏🙏🙏🙏