विद्या भारती वार्षिक गीत सत्र 2023-24 / सस्वती के पावन आँगन की /प्राथमिक कक्षाओं हेतु /Varshik geet

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  • เผยแพร่เมื่อ 16 ก.ย. 2024
  • विद्या भारती द्वारा निर्धारित
    सत्र 2023-24 हेतु वार्षिक गीत प्राथमिक कक्षाओं हेतु
    सरस्वती के पावन आँगन की,
    हम गुन्जित किलकारी ।
    भारत भाल सजाने वाले,
    नन्हीं - नन्हीं फुलवारी ।।
    सात स्वरों से साज सजाकर,
    राज दिलों पर करते हैं ।।
    नटखट चाल - चलन बोली से,
    सबके मन में रहते हैं ।।
    मातु- पिता गुरू आज्ञा पालन,
    श्रद्धा सेवा धारी ।
    भारत भाल सजाने . || .... शेखर , बोस , जोरावर जैसे,
    देश धर्म के सेनानी ।
    राष्ट्र की रक्षा पर बलि जाएं
    सूर वीर हम बलिदानी ।।
    रोम - रोम में देश की सेवा,
    की निकले चिनगारी ।
    भारत भाल सजाने ... ....... ||
    ऊँच - नीच का भेद मिटाकर,
    आगे बढ़ते जायेंगे ।
    हिल मिल कर सब काम करेंगे
    अपना धर्म निभायेंगे ।।
    वैभव होगा भारत माँ का
    हम लें जिम्मेदारी ।
    भारत भाल सजाने ..... ||

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