Pranav Sharma शर्मा जी आप कभी गरुड़ पुराण सुने हो गरुड़ पुराण में कहा है कि सारे भगवान हमारे शरीर में और आत्मा में है और वहीं पर ही अजप्पा जाप का वर्णन है मूर्ति पूजा तो कहीं पर है ही नहीं भगवान कोई गाय भैंस नहीं है जिनको बांध कर रखा जाए आप गरुड़ पुराण और गीता को अच्छा से अध्ययन करिए हो सके तो हमारे गुरु जी रामपाल जी महाराज का पुस्तक को पढ़िए और गीता और चारों वेदों से मिलाइए तब आपको पता चल जाएगा मूर्ति पूजा का वर्णन कहीं पर नहीं है अपने शरीर के अंदर जो सात चक्र है उसको मंत्र द्वारा जागृत किया जाता है जो कि ब्रह्मा विष्णु महेश दुर्गा और गणेश जी का मंत्र है जिनका वर्णन करूं पुराण में भी है
Ye baba ka dar hai ,,,barna is reporter ki purani vedio dekho baba pe kitni ungli utha raha hai,,,jab hmare guru ji samne aye to iski hawa tight ho gyi
@@Prashant-classes-p7v koi baat ni bhai pahle bahoot log virodh karte the lekin ab sab divane ho gaye h, aur hame yahi to chahiye jo virodh kr rqhe the vo to abb gurudev ko maan rahe h aur jo abhi bhi virodh kr rahe h vo jada sanay nahi lagega vo bhi sitaram bolne lagenge 🙏jai shre ram 🚩🚩🙏🙏जय बागेश्वर धाम 🚩
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी एक बहुत ही सरल और स्पष्टवादी है बागेश्वर हनुमान जी और उनके गुरु के प्रति इनकी भक्ति सनातन के प्रति उनका प्रेम ।। समाज के लिए जो यह कर रहे हैं सचमुच कितना सुंदर है अद्भुत है इनका संकल्प कितने पवित्र है इनके भाव। इनकी वजह से ही आज का युवा वर्ग इतनी तेजी से सनातन धर्म जुड़ रहा है। धन्य है श्री हनुमान जी और धन्य है उनकी लीला। कितना सुंदर यह समय है कि हम आप सभी इन सुंदर पलो के साक्षी हैं। इनके गुरु और इनके इष्ट बागेश्वर हनुमान जी की कृपा इन पर सदा बनी रहे ऐसी प्रार्थना है। 🙏🙏👌👌
Pranav Sharma शर्मा जी आप कभी गरुड़ पुराण सुने हो गरुड़ पुराण में कहा है कि सारे भगवान हमारे शरीर में और आत्मा में है और वहीं पर ही अजप्पा जाप का वर्णन है मूर्ति पूजा तो कहीं पर है ही नहीं भगवान कोई गाय भैंस नहीं है जिनको बांध कर रखा जाए आप गरुड़ पुराण और गीता को अच्छा से अध्ययन करिए हो सके तो हमारे गुरु जी रामपाल जी महाराज का पुस्तक को पढ़िए और गीता और चारों वेदों से मिलाइए तब आपको पता चल जाएगा मूर्ति पूजा का वर्णन कहीं पर नहीं है अपने शरीर के अंदर जो सात चक्र है उसको मंत्र द्वारा जागृत किया जाता है जो कि ब्रह्मा विष्णु महेश दुर्गा और गणेश जी का मंत्र है जिनका वर्णन करूं पुराण में भी है
भाई भगवान तो बस दो ही होते है हमारे माता पिता, और ये सब तो धर्म के ठेकेदार है, और हम सब इनके अंध भक्त, बहुत शर्म आती है की आज भी हमाता देश इन सबकी अंध भक्ति का गुलाम है, इतने पढ़े लिखें लोग भी इन लोगों के चक्कर मे आ जाते है 😢
जय श्री राम 🙏🏻🙏🏻 जय श्री राम 🙏🏻🙏🏻 जय श्री सीताराम 🙏🏻🙏 जय श्री सीताराम 🙏🏻🙏 जय हो श्री बजरंग बली महराज संन्यासी बाबा हलुमान जी आप को पावन चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम 🙏🏻🙏🏻 प्रभु 🙏🙏🌹🌹
Pranav Sharma शर्मा जी आप कभी गरुड़ पुराण सुने हो गरुड़ पुराण में कहा है कि सारे भगवान हमारे शरीर में और आत्मा में है और वहीं पर ही अजप्पा जाप का वर्णन है मूर्ति पूजा तो कहीं पर है ही नहीं भगवान कोई गाय भैंस नहीं है जिनको बांध कर रखा जाए आप गरुड़ पुराण और गीता को अच्छा से अध्ययन करिए हो सके तो हमारे गुरु जी रामपाल जी महाराज का पुस्तक को पढ़िए और गीता और चारों वेदों से मिलाइए तब आपको पता चल जाएगा मूर्ति पूजा का वर्णन कहीं पर नहीं है अपने शरीर के अंदर जो सात चक्र है उसको मंत्र द्वारा जागृत किया जाता है जो कि ब्रह्मा विष्णु महेश दुर्गा और गणेश जी का मंत्र है जिनका वर्णन करूं पुराण में भी है
Pranav Sharma शर्मा जी आप कभी गरुड़ पुराण सुने हो गरुड़ पुराण में कहा है कि सारे भगवान हमारे शरीर में और आत्मा में है और वहीं पर ही अजप्पा जाप का वर्णन है मूर्ति पूजा तो कहीं पर है ही नहीं भगवान कोई गाय भैंस नहीं है जिनको बांध कर रखा जाए आप गरुड़ पुराण और गीता को अच्छा से अध्ययन करिए हो सके तो हमारे गुरु जी रामपाल जी महाराज का पुस्तक को पढ़िए और गीता और चारों वेदों से मिलाइए तब आपको पता चल जाएगा मूर्ति पूजा का वर्णन कहीं पर नहीं है अपने शरीर के अंदर जो सात चक्र है उसको मंत्र द्वारा जागृत किया जाता है जो कि ब्रह्मा विष्णु महेश दुर्गा और गणेश जी का मंत्र है जिनका वर्णन करूं पुराण में भी है
उद्देश्य केवल सतगुरु से दीक्षित होकर सच्ची भक्ति करना है, जिससे आत्मा को मोक्ष प्राप्त हो सके। कबीर साहेब की वाणी में कहा गया है कि यह जीवन एक दुर्लभ अवसर है, जिसे भक्ति और सत्संग के द्वारा सार्थक बनाना चाहिए। गरीबदास जी महाराज ने भी कहा कि यह संसार माया का जाल है, जिसमें फंसकर जीव बार-बार जन्म-मरण के चक्र में पड़ता है। सतगुरु की शरण में जाकर ही इस जाल से मुक्ति मिलती है। तजि माया सत भजो। गुरु के उपदेश मान लो॥" (गरीबदास जी महाराज)
Radhey radhey sadhu ji sita ram jay shre ram jay Bageshwar Dham Balaji Maharaj ki Jay Ho Sanyasi Baba ji ki Jay Ho Gurudev Ji ko Koti Koti Charan Sparsh Jay Siyaram Sadhu ji Sitaram
Pranav Sharma शर्मा जी आप कभी गरुड़ पुराण सुने हो गरुड़ पुराण में कहा है कि सारे भगवान हमारे शरीर में और आत्मा में है और वहीं पर ही अजप्पा जाप का वर्णन है मूर्ति पूजा तो कहीं पर है ही नहीं भगवान कोई गाय भैंस नहीं है जिनको बांध कर रखा जाए आप गरुड़ पुराण और गीता को अच्छा से अध्ययन करिए हो सके तो हमारे गुरु जी रामपाल जी महाराज का पुस्तक को पढ़िए और गीता और चारों वेदों से मिलाइए तब आपको पता चल जाएगा मूर्ति पूजा का वर्णन कहीं पर नहीं है अपने शरीर के अंदर जो सात चक्र है उसको मंत्र द्वारा जागृत किया जाता है जो कि ब्रह्मा विष्णु महेश दुर्गा और गणेश जी का मंत्र है जिनका वर्णन करूं पुराण में भी है
9:10 This was life changing moment in Dhirendra Shastri Bhaiya Live by his Grandfather 11:07 Bachpan ki Paheliya 😂 11:45 4+3 = 7 Thathri 16:28 Hame Tadapne 😮me maja aata hai Darshan me nahi! 16:46 Prabhu Shri Ram 🚩 ko mangenge kyoki Hanuman Ji sath me aa jaenge
It is the same reporter(male) 4 months ago was accusing Dheerendra Shastri as a fake guru. These kinds of filthy reporters will divide the entire nation.
उद्देश्य केवल सतगुरु से दीक्षित होकर सच्ची भक्ति करना है, जिससे आत्मा को मोक्ष प्राप्त हो सके। कबीर साहेब की वाणी में कहा गया है कि यह जीवन एक दुर्लभ अवसर है, जिसे भक्ति और सत्संग के द्वारा सार्थक बनाना चाहिए। गरीबदास जी महाराज ने भी कहा कि यह संसार माया का जाल है, जिसमें फंसकर जीव बार-बार जन्म-मरण के चक्र में पड़ता है। सतगुरु की शरण में जाकर ही इस जाल से मुक्ति मिलती है। तजि माया सत भजो। गुरु के उपदेश मान लो॥" (गरीबदास जी महाराज)
जय श्री सीतराम, जय श्री हनुमान जी (बालाजी सरकार ), सन्यासी बाबा,दादा गुरु महाराज, बागेश्वर धाम सरकार तथा सभी सनातनी धर्मो की जय हो मेरा अर्जी स्वीकार हो! जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम .........
@@deepaksainideepaksaini9072 Pranav Sharma शर्मा जी आप कभी गरुड़ पुराण सुने हो गरुड़ पुराण में कहा है कि सारे भगवान हमारे शरीर में और आत्मा में है और वहीं पर ही अजप्पा जाप का वर्णन है मूर्ति पूजा तो कहीं पर है ही नहीं भगवान कोई गाय भैंस नहीं है जिनको बांध कर रखा जाए आप गरुड़ पुराण और गीता को अच्छा से अध्ययन करिए हो सके तो हमारे गुरु जी रामपाल जी महाराज का पुस्तक को पढ़िए और गीता और चारों वेदों से मिलाइए तब आपको पता चल जाएगा मूर्ति पूजा का वर्णन कहीं पर नहीं है अपने शरीर के अंदर जो सात चक्र है उसको मंत्र द्वारा जागृत किया जाता है जो कि ब्रह्मा विष्णु महेश दुर्गा और गणेश जी का मंत्र है जिनका वर्णन करूं पुराण में भी है
प्रामाणिक ऐतिहासिक रिकॉर्ड दर्शाते हैं कि जब भी कोई राष्ट्र या समाज यौन रूप से अनैतिक हो जाता है और अपने शारीरिक सुखों को बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के कृत्यों में संलग्न हो जाता है, तो सभी प्रकार के नैतिक पंथों को त्यागने के अपने उत्साह के कारण, उन्होंने अनिवार्य रूप से किसी भी प्रकार के नैतिक पंथ में भगवान के धर्म और विश्वास को छोड़ दिया है। शुद्ध प्रेम और शुद्धता. धर्म त्यागने के एक दशक के भीतर, उन देशों ने खुद को नश्वर पीड़ा और खतरों में पाया। पहले और दूसरे विश्व युद्ध की भयावहता अभी भी हममें से कई लोगों के दिमाग में ताज़ा है, और इसमें कोई संदेह नहीं है कि 1900 के दशक में यूरोप और उत्तरी अमेरिका में मौत और विनाश की भयावहता उनके आवारा यौन क्रांतिकारी तरीकों के कारण थी, और भी अधिक द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारत के लोगों पर अप्रत्यक्ष पीड़ा पड़ी। हालाँकि भारत सीधे तौर पर युद्ध में शामिल नहीं था, लेकिन उनके लोगों को भुखमरी से अनकहा आतंक और दर्द का सामना करना पड़ा क्योंकि पूरे क्षेत्र को सदी के सबसे खराब अकाल का सामना करना पड़ा। भारत में स्थानीय इतिहासकारों ने बताया कि प्रथम विश्व युद्ध के अंत से, लाखों भारतीय जो हाल ही में मुट्ठी भर विलासिता की वस्तुओं के आदी हो गए थे, जो आधुनिक तकनीक ने उन्हें प्रदान की थी, वे खुश हो गए और कई लोग अपने यौन जीवन में अत्यधिक लिप्त हो गए, और हालांकि अधिकांश विवाहित जोड़े के बीच यौन मुठभेड़ हुई, आनंद की अधिकता और मानव मांस के आनंद और शोषण के कारण वे अपनी आत्मा खो बैठे और लापरवाह हो गए। जल्द ही, उन्हें भीषण अकाल और सूखे का सामना करना पड़ा जिसके कारण लाखों लोगों की मृत्यु हो गई। इसे बाद में 1943 के बंगाल अकाल के रूप में जाना गया और ब्रिटिश भारत के बंगाल प्रांत में इस मानवजनित अकाल में कम से कम 50 लाख लोग प्रत्यक्ष रूप से या अप्रत्यक्ष रूप से कुपोषण और जोखिम से भुखमरी से मर गए। भारत के बुजुर्गों और गुरुओं ने इस बात पर शोक व्यक्त किया था कि वहां के लोग बहुत अधिक कामुक थे और इसके कारण उन्हें इतनी तीव्र पीड़ा झेलनी पड़ी। इतिहास में कहीं भी ऐसा एक भी स्थान या क्षेत्र नहीं मिलेगा जहां लोगों ने एक-दूसरे के साथ यौन आनंद लेने के लिए रचनात्मक तरीके ईजाद करके यौन संबंधों में अत्यधिक लिप्त होने के बाद बहुत अधिक पीड़ा न झेली हो। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, भारतीयों को जो कठिनाई हुई, वह उनकी यौन संकीर्णता के कारण थी, ठीक उसी तरह, उसी समय के दौरान रूस में जो भयानक युद्ध हुआ, वह उनकी यौन भोग-विलास की अधिकता के कारण था। आर्थिक इतिहासकारों ने बंगाल के अकाल के पीछे के वास्तविक कारण की जांच करने की कोशिश की है, लेकिन वे शायद ही किसी एक विशेष कारण पर सहमत हो पाए हैं। हालाँकि, वे इस बात पर ज़ोर देते हैं कि इस दावे की पुष्टि नहीं की जा सकती कि उपनिवेशवाद के कारण अकाल पड़े, क्योंकि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि पहले अकाल कम पड़ते थे या कम घातक होते थे। लेकिन जैसे-जैसे कई भारतीय क्षेत्रों में यौन गतिविधियाँ बढ़ीं, जनसंख्या बढ़ी और आपदा ने उन पर बेरहमी से हमला किया, और भले ही उन्होंने विश्व युद्ध में शामिल नहीं होने का फैसला किया था, फिर भी उन्हें उन तीन मिलियन लोगों के समान भाग्य का सामना करना पड़ा जो लगभग भूख से मर गए थे। लेनिनग्राद की घेराबंदी. कुछ दावों के विपरीत, अंग्रेजों ने अकाल की शुरुआत नहीं की। भूगोल ने ऐसा किया और ऐसा उस क्षेत्र में रहने वाले लोगों के अत्यधिक यौन भोग के कारण हुआ। कुछ लोग यह तर्क दे सकते हैं कि लोगों के बीच यौन मुठभेड़ हजारों वर्षों से होती आ रही है, और जब पिछली पीढ़ियों को अपेक्षाकृत आसानी से छोड़ दिया गया तो इस पीढ़ी को अप्रत्याशित उथल-पुथल और आतंक से क्यों पीड़ित होना चाहिए? तथ्य हम सभी के लिए काफी स्पष्ट रूप से बोलते हैं, जैसा कि हम देख सकते हैं कि पिछली शताब्दियों के दौरान, यहां तक कि छठी शताब्दी की शुरुआत में, जब जस्टिनियन प्लेग हुआ था और दुनिया को क्रूर ज्वालामुखी सर्दियों का सामना करना पड़ा था, पिछली शताब्दी तक। जिसने दो सबसे घातक विश्व युद्ध देखे, हमारे पूर्वजों को पीड़ा का सामना करना पड़ा, जो लगभग हमेशा यौन गतिविधियों में वृद्धि से पहले होता था। हालाँकि, इस युग में लोगों को निश्चित रूप से अकल्पनीय परिमाण की बहुत बड़ी आपदा का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि मानव इतिहास में पहले कभी भी लोग इतने अधिक यौन रूप से विकृत और कामुक रूप से रचनात्मक नहीं हुए थे। आज,
Jai bageshwar dham sarkar ki jai shanyasibaba ki jai guruji ki charno kamalo me koti koti pranam 🙏🏻🙏🙏🙏🙏🚩💞🌹🌹🌹💞🚩💞🌹🌹🌹💞🚩💞🌹🌹🌹 Rabish patel Gopalganj Bihar se
उद्देश्य केवल सतगुरु से दीक्षित होकर सच्ची भक्ति करना है, जिससे आत्मा को मोक्ष प्राप्त हो सके। कबीर साहेब की वाणी में कहा गया है कि यह जीवन एक दुर्लभ अवसर है, जिसे भक्ति और सत्संग के द्वारा सार्थक बनाना चाहिए। गरीबदास जी महाराज ने भी कहा कि यह संसार माया का जाल है, जिसमें फंसकर जीव बार-बार जन्म-मरण के चक्र में पड़ता है। सतगुरु की शरण में जाकर ही इस जाल से मुक्ति मिलती है। तजि माया सत भजो। गुरु के उपदेश मान लो॥" (गरीबदास जी महाराज)
उद्देश्य केवल सतगुरु से दीक्षित होकर सच्ची भक्ति करना है, जिससे आत्मा को मोक्ष प्राप्त हो सके। कबीर साहेब की वाणी में कहा गया है कि यह जीवन एक दुर्लभ अवसर है, जिसे भक्ति और सत्संग के द्वारा सार्थक बनाना चाहिए। गरीबदास जी महाराज ने भी कहा कि यह संसार माया का जाल है, जिसमें फंसकर जीव बार-बार जन्म-मरण के चक्र में पड़ता है। सतगुरु की शरण में जाकर ही इस जाल से मुक्ति मिलती है। तजि माया सत भजो। गुरु के उपदेश मान लो॥" (गरीबदास जी महाराज)
Jai Jai bageshwar balaji derender shastri maharaj ji jai Saniasi baba ji Jai dada gurudev ji Jai Jai siya Ram parbu ji aap ke charno me mera koti koti naman
Jay.bajrang.bali.
Reporter sir mam ko ❤❤ love mera 🙏 नमस्ते
Itni खूबसूरती से इंटरव्यू कभी नहीं देखा 😢😢❤❤❤😊😊😊😊😊😊
Pranav Sharma शर्मा जी आप कभी गरुड़ पुराण सुने हो गरुड़ पुराण में कहा है कि सारे भगवान हमारे शरीर में और आत्मा में है और वहीं पर ही अजप्पा जाप का वर्णन है मूर्ति पूजा तो कहीं पर है ही नहीं भगवान कोई गाय भैंस नहीं है जिनको बांध कर रखा जाए आप गरुड़ पुराण और गीता को अच्छा से अध्ययन करिए हो सके तो हमारे गुरु जी रामपाल जी महाराज का पुस्तक को पढ़िए और गीता और चारों वेदों से मिलाइए तब आपको पता चल जाएगा मूर्ति पूजा का वर्णन कहीं पर नहीं है अपने शरीर के अंदर जो सात चक्र है उसको मंत्र द्वारा जागृत किया जाता है जो कि ब्रह्मा विष्णु महेश दुर्गा और गणेश जी का मंत्र है जिनका वर्णन करूं पुराण में भी है
आप दोनों रिपोर्टर बहुत अच्छे है गुरुदेव के सामने आप बिना जूता चप्पल के है ये होती है संस्कार 🙏🙏आप लोगो को बहुत बहुत साधुवाद 🙏🙏
Par baba ne paduka pehnni hai.. Hypocrisy ki bhi koi seema hoti hai 😂😂
yes
Ye baba ka dar hai ,,,barna is reporter ki purani vedio dekho baba pe kitni ungli utha raha hai,,,jab hmare guru ji samne aye to iski hawa tight ho gyi
@@Prashant-classes-p7v koi baat ni bhai pahle bahoot log virodh karte the lekin ab sab divane ho gaye h, aur hame yahi to chahiye jo virodh kr rqhe the vo to abb gurudev ko maan rahe h aur jo abhi bhi virodh kr rahe h vo jada sanay nahi lagega vo bhi sitaram bolne lagenge 🙏jai shre ram 🚩🚩🙏🙏जय बागेश्वर धाम 🚩
@@pritamcomedycorner jai bagheswar dham 🙏
सीता राम सीता राम सीता राम 🦶🪔⚘️❤️👏
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी एक बहुत ही सरल और स्पष्टवादी है बागेश्वर हनुमान जी और उनके गुरु के प्रति इनकी भक्ति सनातन के प्रति उनका प्रेम ।। समाज के लिए जो यह कर रहे हैं सचमुच कितना सुंदर है अद्भुत है इनका संकल्प कितने पवित्र है इनके भाव। इनकी वजह से ही आज का युवा वर्ग इतनी तेजी से सनातन धर्म जुड़ रहा है।
धन्य है श्री हनुमान जी और धन्य है उनकी लीला। कितना सुंदर यह समय है कि हम आप सभी इन सुंदर पलो के साक्षी हैं।
इनके गुरु और इनके इष्ट बागेश्वर हनुमान जी की कृपा इन पर सदा बनी रहे ऐसी प्रार्थना है। 🙏🙏👌👌
Pranav Sharma शर्मा जी आप कभी गरुड़ पुराण सुने हो गरुड़ पुराण में कहा है कि सारे भगवान हमारे शरीर में और आत्मा में है और वहीं पर ही अजप्पा जाप का वर्णन है मूर्ति पूजा तो कहीं पर है ही नहीं भगवान कोई गाय भैंस नहीं है जिनको बांध कर रखा जाए आप गरुड़ पुराण और गीता को अच्छा से अध्ययन करिए हो सके तो हमारे गुरु जी रामपाल जी महाराज का पुस्तक को पढ़िए और गीता और चारों वेदों से मिलाइए तब आपको पता चल जाएगा मूर्ति पूजा का वर्णन कहीं पर नहीं है अपने शरीर के अंदर जो सात चक्र है उसको मंत्र द्वारा जागृत किया जाता है जो कि ब्रह्मा विष्णु महेश दुर्गा और गणेश जी का मंत्र है जिनका वर्णन करूं पुराण में भी है
जय श्री हनुमान 🚩🙏
मेरे गुरू जी भगवान है ए सबकी दिलो में बसे हैं सबकी मानो कामना पूरी करते हैं और उनके चरणो में कोटि कोटि प्रणाम करती हूं
भाई भगवान तो बस दो ही होते है हमारे माता पिता, और ये सब तो धर्म के ठेकेदार है, और हम सब इनके अंध भक्त, बहुत शर्म आती है की आज भी हमाता देश इन सबकी अंध भक्ति का गुलाम है, इतने पढ़े लिखें लोग भी इन लोगों के चक्कर मे आ जाते है 😢
वीरेंद्र शास्त्री जी हमें कब दर्शन देंगे😊
भारत सरकार के नेता में और विश्व सरकार अर्थात् परमात्मा का दरबार के नेताओं में कोई तुलना नही किया जा सकता।अपने अपने जगह सभी अति महत्व पूर्ण हैं।
Ek no. interview yrr Dil ko chu gya 😊❤
हमारे गुरुदेव की जय हमारे गुरुजी को कोई नहीं हरा सकता चाहे न्यूज़ वाले हो चाहे मीडिया वाले हो चाहे टीवी वाले हों
Yes 🤗
Kabhi AshaRam Balatkari Bhi Andho Ka Guru Our BAAP Thaa Aaj Unhi Andho Ka Bagheswar baba Hai Guru Hai
@@RaazBhai265kabhi जाकर नायक bhi mera bita tha
Andhe Bahakto Ke Baba Apne Bhakto Ka Hee Balatkar Karte hai Yad Rakhna
@@RaazBhai265chadar chandane wale to fir madharchod hai 😂. Ya dallllahhhhhh
जय श्रीराम जय श्री हनुमानजी महाराज , जय श्री बागेश्वर धाम। जय श्री सनातन धर्म , जय श्री धीरेन्द्र शास्त्री महाराज।
जय श्री राम 🙏🏻🙏🏻 जय श्री राम 🙏🏻🙏🏻 जय श्री सीताराम 🙏🏻🙏 जय श्री सीताराम 🙏🏻🙏 जय हो श्री बजरंग बली महराज संन्यासी बाबा हलुमान जी आप को पावन चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम 🙏🏻🙏🏻 प्रभु 🙏🙏🌹🌹
जय हो श्री बागेश्वर धाम की पूज्य गुरुदेव के श्री चरणों में मेरा प्रणाम Vivek bhaiya aap ko bhi बहुत-बहुत शुभकामनाएं
Pranav Sharma शर्मा जी आप कभी गरुड़ पुराण सुने हो गरुड़ पुराण में कहा है कि सारे भगवान हमारे शरीर में और आत्मा में है और वहीं पर ही अजप्पा जाप का वर्णन है मूर्ति पूजा तो कहीं पर है ही नहीं भगवान कोई गाय भैंस नहीं है जिनको बांध कर रखा जाए आप गरुड़ पुराण और गीता को अच्छा से अध्ययन करिए हो सके तो हमारे गुरु जी रामपाल जी महाराज का पुस्तक को पढ़िए और गीता और चारों वेदों से मिलाइए तब आपको पता चल जाएगा मूर्ति पूजा का वर्णन कहीं पर नहीं है अपने शरीर के अंदर जो सात चक्र है उसको मंत्र द्वारा जागृत किया जाता है जो कि ब्रह्मा विष्णु महेश दुर्गा और गणेश जी का मंत्र है जिनका वर्णन करूं पुराण में भी है
Pure video ko dekh liya hun bageswar baba ki baat bohuth mithaa lagta hai ❤❤🙏🙏
आज पहली बार कोई मिडिया बीना चप्पल ना जुता वाह आप दोनो धन्य है
जय श्री बागेश्वर धाम🙏🙏🙏🙏
Shi kha aapne❤
Yes. I observed too
Pranav Sharma शर्मा जी आप कभी गरुड़ पुराण सुने हो गरुड़ पुराण में कहा है कि सारे भगवान हमारे शरीर में और आत्मा में है और वहीं पर ही अजप्पा जाप का वर्णन है मूर्ति पूजा तो कहीं पर है ही नहीं भगवान कोई गाय भैंस नहीं है जिनको बांध कर रखा जाए आप गरुड़ पुराण और गीता को अच्छा से अध्ययन करिए हो सके तो हमारे गुरु जी रामपाल जी महाराज का पुस्तक को पढ़िए और गीता और चारों वेदों से मिलाइए तब आपको पता चल जाएगा मूर्ति पूजा का वर्णन कहीं पर नहीं है अपने शरीर के अंदर जो सात चक्र है उसको मंत्र द्वारा जागृत किया जाता है जो कि ब्रह्मा विष्णु महेश दुर्गा और गणेश जी का मंत्र है जिनका वर्णन करूं पुराण में भी है
जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम जय श्री राम❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤🥰🥰🥰🥰🥰🧨🧨🥰🥰🥰🥰🥰🥰🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏👿👿👿👿👿😈😈😈👏👏👏👏
hamari Aastha ka Samman karne ke liye thank you TV9 Bharat Jay Bageshwar dham
जय श्री बालाजी 👏🌹
I am ex muslim now I'm am very happy too sanatani Jai shri ram ram
👏👏👏🙏🙏🙏
U were Sanatani from Before u just lost your way ..
Now u r again back to the right way
Ghar vapsi ❤
अब आप मानवता के जीवन में लौट आए हैं,,, जय श्री राम,,,🙏
Joy Sri Ram 🙏🙏🚩🚩
नेता लोग तो चुनाव खत्म होने के बाद
अपना घर भरेत है❤❤
interview lene vale dono interviewers ne shoes nhi dale hue ye bohot samman ki bat hai...... i praise this news channel
Taaki stage kharab na ho😂
उद्देश्य केवल सतगुरु से दीक्षित होकर सच्ची भक्ति करना है, जिससे आत्मा को मोक्ष प्राप्त हो सके। कबीर साहेब की वाणी में कहा गया है कि यह जीवन एक दुर्लभ अवसर है, जिसे भक्ति और सत्संग के द्वारा सार्थक बनाना चाहिए। गरीबदास जी महाराज ने भी कहा कि यह संसार माया का जाल है, जिसमें फंसकर जीव बार-बार जन्म-मरण के चक्र में पड़ता है। सतगुरु की शरण में जाकर ही इस जाल से मुक्ति मिलती है।
तजि माया सत भजो। गुरु के उपदेश मान लो॥"
(गरीबदास जी महाराज)
प्रनाम वागेश्वरजी।❤👌👍
सीता राम प्रभु आपकी जय हो ❤
Radhey radhey sadhu ji sita ram jay shre ram jay Bageshwar Dham Balaji Maharaj ki Jay Ho Sanyasi Baba ji ki Jay Ho Gurudev Ji ko Koti Koti Charan Sparsh Jay Siyaram Sadhu ji Sitaram
Pranav Sharma शर्मा जी आप कभी गरुड़ पुराण सुने हो गरुड़ पुराण में कहा है कि सारे भगवान हमारे शरीर में और आत्मा में है और वहीं पर ही अजप्पा जाप का वर्णन है मूर्ति पूजा तो कहीं पर है ही नहीं भगवान कोई गाय भैंस नहीं है जिनको बांध कर रखा जाए आप गरुड़ पुराण और गीता को अच्छा से अध्ययन करिए हो सके तो हमारे गुरु जी रामपाल जी महाराज का पुस्तक को पढ़िए और गीता और चारों वेदों से मिलाइए तब आपको पता चल जाएगा मूर्ति पूजा का वर्णन कहीं पर नहीं है अपने शरीर के अंदर जो सात चक्र है उसको मंत्र द्वारा जागृत किया जाता है जो कि ब्रह्मा विष्णु महेश दुर्गा और गणेश जी का मंत्र है जिनका वर्णन करूं पुराण में भी है
जय श्री राम 🙏🙏🚩🚩🪔🪔🕉️🕉️
You are Bageswar maharaj
Balaji ke aap avtar hain
Aapki jai ho।
Ho Sakta hia😂
राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय जय श्री राम जय राम जय राम
16:39 कितनी गहरी बात है. ❤
जय श्री राम 🙏
Om bhageshwar AI namah ❤❤❤❤ jai sita ram love you Guru ji maharaj ki jai ❤❤❤❤❤
9:10 This was life changing moment in Dhirendra Shastri Bhaiya Live by his Grandfather 11:07 Bachpan ki Paheliya 😂 11:45 4+3 = 7 Thathri 16:28 Hame Tadapne 😮me maja aata hai Darshan me nahi! 16:46 Prabhu Shri Ram 🚩 ko mangenge kyoki Hanuman Ji sath me aa jaenge
आप सबको राधे राधे❤❤❤❤
Well news reporters have removed there shoes.... Huge respect for this resporters🙏
It is the same reporter(male) 4 months ago was accusing Dheerendra Shastri as a fake guru. These kinds of filthy reporters will divide the entire nation.
Right
उद्देश्य केवल सतगुरु से दीक्षित होकर सच्ची भक्ति करना है, जिससे आत्मा को मोक्ष प्राप्त हो सके। कबीर साहेब की वाणी में कहा गया है कि यह जीवन एक दुर्लभ अवसर है, जिसे भक्ति और सत्संग के द्वारा सार्थक बनाना चाहिए। गरीबदास जी महाराज ने भी कहा कि यह संसार माया का जाल है, जिसमें फंसकर जीव बार-बार जन्म-मरण के चक्र में पड़ता है। सतगुरु की शरण में जाकर ही इस जाल से मुक्ति मिलती है।
तजि माया सत भजो। गुरु के उपदेश मान लो॥"
(गरीबदास जी महाराज)
जय श्री सीता राम 🙏🏼🙏🏼
Kitnaaa शांतिपूर्ण interview hai wow❤❤😢😢😢 पत्रकारों sir mam ko aisa interview kabhi nhi dekha शांतिपूर्ण
🙏
ଜୟ ଶ୍ରୀ ସୀତାରାମ🙏🙏 ❤❤❤🙏🙏🙏🙏ଜୟ ଶ୍ରୀ ହନୁମାନ 🙏🙏❤❤
ଜୟ ଶ୍ରୀସୀତାରାମ🙏🙏🙏❤️❤️❤️
ଜୟ ଶ୍ରୀହନୁମାନ 🙏🙏🙏❤❤❤
ଜୟ ଶ୍ରୀଜଗନ୍ନାଥ 🙏🙏🙏❤❤❤
@@satyabanpujari97ni🙏🙋🌹💐🌻 ATI Sundar ATI Sundar
❤❤❤❤
Jay shree Ram 🚩🚩🚩
जय श्री सीतराम, जय श्री हनुमान जी (बालाजी सरकार ), सन्यासी बाबा,दादा गुरु महाराज, बागेश्वर धाम सरकार तथा सभी सनातनी धर्मो की जय हो मेरा अर्जी स्वीकार हो! जय श्री सीताराम जय श्री सीताराम .........
पुरे भारत में एक ही नारा है जय जय श्री राम
Sach me ham bhi bhawuk ho gye bala ji ki kripa ham pe bni rahi h jay ho sarkar ki 🙏🙏
❤❤Jay shree ram ❤❤
@@deepaksainideepaksaini9072 Pranav Sharma शर्मा जी आप कभी गरुड़ पुराण सुने हो गरुड़ पुराण में कहा है कि सारे भगवान हमारे शरीर में और आत्मा में है और वहीं पर ही अजप्पा जाप का वर्णन है मूर्ति पूजा तो कहीं पर है ही नहीं भगवान कोई गाय भैंस नहीं है जिनको बांध कर रखा जाए आप गरुड़ पुराण और गीता को अच्छा से अध्ययन करिए हो सके तो हमारे गुरु जी रामपाल जी महाराज का पुस्तक को पढ़िए और गीता और चारों वेदों से मिलाइए तब आपको पता चल जाएगा मूर्ति पूजा का वर्णन कहीं पर नहीं है अपने शरीर के अंदर जो सात चक्र है उसको मंत्र द्वारा जागृत किया जाता है जो कि ब्रह्मा विष्णु महेश दुर्गा और गणेश जी का मंत्र है जिनका वर्णन करूं पुराण में भी है
बागेश्वर धाम सीताराम🙏🙏🙏🙏
Guru dev bhagwan aapke komal charno me mera koti koti pranam 🙏🏻🌹🙏🏻🌹
जय श्री राम ❤❤❤🙏🙏🙏❤️❤️❤️
गुरु जी के श्री चरणों में कोटि कोटि प्रणाम करता हूं भगवान आपकी कृपा दृष्टि बनाए रखना जय जय जय श्री राम जय बजरंग बली महराज की जय
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.homework m
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गुरु से बड़ा कोई नहीं है और एक समान दिल से धन्यवाद
प्रामाणिक ऐतिहासिक रिकॉर्ड दर्शाते हैं कि जब भी कोई राष्ट्र या समाज यौन रूप से अनैतिक हो जाता है और अपने शारीरिक सुखों को बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के कृत्यों में संलग्न हो जाता है, तो सभी प्रकार के नैतिक पंथों को त्यागने के अपने उत्साह के कारण, उन्होंने अनिवार्य रूप से किसी भी प्रकार के नैतिक पंथ में भगवान के धर्म और विश्वास को छोड़ दिया है। शुद्ध प्रेम और शुद्धता. धर्म त्यागने के एक दशक के भीतर, उन देशों ने खुद को नश्वर पीड़ा और खतरों में पाया। पहले और दूसरे विश्व युद्ध की भयावहता अभी भी हममें से कई लोगों के दिमाग में ताज़ा है, और इसमें कोई संदेह नहीं है कि 1900 के दशक में यूरोप और उत्तरी अमेरिका में मौत और विनाश की भयावहता उनके आवारा यौन क्रांतिकारी तरीकों के कारण थी, और भी अधिक द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारत के लोगों पर अप्रत्यक्ष पीड़ा पड़ी। हालाँकि भारत सीधे तौर पर युद्ध में शामिल नहीं था, लेकिन उनके लोगों को भुखमरी से अनकहा आतंक और दर्द का सामना करना पड़ा क्योंकि पूरे क्षेत्र को सदी के सबसे खराब अकाल का सामना करना पड़ा। भारत में स्थानीय इतिहासकारों ने बताया कि प्रथम विश्व युद्ध के अंत से, लाखों भारतीय जो हाल ही में मुट्ठी भर विलासिता की वस्तुओं के आदी हो गए थे, जो आधुनिक तकनीक ने उन्हें प्रदान की थी, वे खुश हो गए और कई लोग अपने यौन जीवन में अत्यधिक लिप्त हो गए, और हालांकि अधिकांश विवाहित जोड़े के बीच यौन मुठभेड़ हुई, आनंद की अधिकता और मानव मांस के आनंद और शोषण के कारण वे अपनी आत्मा खो बैठे और लापरवाह हो गए। जल्द ही, उन्हें भीषण अकाल और सूखे का सामना करना पड़ा जिसके कारण लाखों लोगों की मृत्यु हो गई। इसे बाद में 1943 के बंगाल अकाल के रूप में जाना गया और ब्रिटिश भारत के बंगाल प्रांत में इस मानवजनित अकाल में कम से कम 50 लाख लोग प्रत्यक्ष रूप से या अप्रत्यक्ष रूप से कुपोषण और जोखिम से भुखमरी से मर गए। भारत के बुजुर्गों और गुरुओं ने इस बात पर शोक व्यक्त किया था कि वहां के लोग बहुत अधिक कामुक थे और इसके कारण उन्हें इतनी तीव्र पीड़ा झेलनी पड़ी। इतिहास में कहीं भी ऐसा एक भी स्थान या क्षेत्र नहीं मिलेगा जहां लोगों ने एक-दूसरे के साथ यौन आनंद लेने के लिए रचनात्मक तरीके ईजाद करके यौन संबंधों में अत्यधिक लिप्त होने के बाद बहुत अधिक पीड़ा न झेली हो। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, भारतीयों को जो कठिनाई हुई, वह उनकी यौन संकीर्णता के कारण थी, ठीक उसी तरह, उसी समय के दौरान रूस में जो भयानक युद्ध हुआ, वह उनकी यौन भोग-विलास की अधिकता के कारण था। आर्थिक इतिहासकारों ने बंगाल के अकाल के पीछे के वास्तविक कारण की जांच करने की कोशिश की है, लेकिन वे शायद ही किसी एक विशेष कारण पर सहमत हो पाए हैं। हालाँकि, वे इस बात पर ज़ोर देते हैं कि इस दावे की पुष्टि नहीं की जा सकती कि उपनिवेशवाद के कारण अकाल पड़े, क्योंकि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि पहले अकाल कम पड़ते थे या कम घातक होते थे। लेकिन जैसे-जैसे कई भारतीय क्षेत्रों में यौन गतिविधियाँ बढ़ीं, जनसंख्या बढ़ी और आपदा ने उन पर बेरहमी से हमला किया, और भले ही उन्होंने विश्व युद्ध में शामिल नहीं होने का फैसला किया था, फिर भी उन्हें उन तीन मिलियन लोगों के समान भाग्य का सामना करना पड़ा जो लगभग भूख से मर गए थे। लेनिनग्राद की घेराबंदी. कुछ दावों के विपरीत, अंग्रेजों ने अकाल की शुरुआत नहीं की। भूगोल ने ऐसा किया और ऐसा उस क्षेत्र में रहने वाले लोगों के अत्यधिक यौन भोग के कारण हुआ।
कुछ लोग यह तर्क दे सकते हैं कि लोगों के बीच यौन मुठभेड़ हजारों वर्षों से होती आ रही है, और जब पिछली पीढ़ियों को अपेक्षाकृत आसानी से छोड़ दिया गया तो इस पीढ़ी को अप्रत्याशित उथल-पुथल और आतंक से क्यों पीड़ित होना चाहिए? तथ्य हम सभी के लिए काफी स्पष्ट रूप से बोलते हैं, जैसा कि हम देख सकते हैं कि पिछली शताब्दियों के दौरान, यहां तक कि छठी शताब्दी की शुरुआत में, जब जस्टिनियन प्लेग हुआ था और दुनिया को क्रूर ज्वालामुखी सर्दियों का सामना करना पड़ा था, पिछली शताब्दी तक। जिसने दो सबसे घातक विश्व युद्ध देखे, हमारे पूर्वजों को पीड़ा का सामना करना पड़ा, जो लगभग हमेशा यौन गतिविधियों में वृद्धि से पहले होता था। हालाँकि, इस युग में लोगों को निश्चित रूप से अकल्पनीय परिमाण की बहुत बड़ी आपदा का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि मानव इतिहास में पहले कभी भी लोग इतने अधिक यौन रूप से विकृत और कामुक रूप से रचनात्मक नहीं हुए थे। आज,
Guru randhawa se bada hunny singh hai bhai 🤔🤔
@@MuftiAbdurRahman-rd1kekitne janam lage ye likhne me tujhe pagal insan😂😂
जय सीताराम 🙏🚩🚩🚩🚩
Jai bageshwar dham sarkar ki jai shanyasibaba ki jai guruji ki charno kamalo me koti koti pranam 🙏🏻🙏🙏🙏🙏🚩💞🌹🌹🌹💞🚩💞🌹🌹🌹💞🚩💞🌹🌹🌹 Rabish patel Gopalganj Bihar se
लुधियाना पंजाब से महाराज की कृपा करो कृपा करो कृपा करो
जय माता दी जय बजरंगबली love u my life Dhirendra kirsna ji🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹😭😭♥️♥️🌹🌹♥️❤️♥️♥️♥️♥️
जय श्री राम जय बजरंगबली
🙏🏼🙏♥️🙏🙏🏼🙏
Thank you.pranam baba balaji.🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
I loved this interview ..it was one of the best interviews of shastri ji.
Guru ji aap k charno me koti koti pradam aap shi me bhut ache
Om bagheswararay namah 🙏🇮🇳🔱🚩🕉️
जय हिंदू राष्ट्र की जय सन्यासी बाबा की जय बागेश्वर धाम की जय गुरु जी धीरेंद्र शास्त्री जीकी
जय श्री राम जय बागेश्वर धाम प्रभु सीता राम गूरूजी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌺🌺
रिपोटरो को राम राम जिन्होंने इतनी खूबसूरती से गुरुजी से सवाल किए
जय श्री राम
I am coming soon bageshawer dham radhe radhe 💐
बहुत खूब लगी बाबा से गुफ्तगू
उद्देश्य केवल सतगुरु से दीक्षित होकर सच्ची भक्ति करना है, जिससे आत्मा को मोक्ष प्राप्त हो सके। कबीर साहेब की वाणी में कहा गया है कि यह जीवन एक दुर्लभ अवसर है, जिसे भक्ति और सत्संग के द्वारा सार्थक बनाना चाहिए। गरीबदास जी महाराज ने भी कहा कि यह संसार माया का जाल है, जिसमें फंसकर जीव बार-बार जन्म-मरण के चक्र में पड़ता है। सतगुरु की शरण में जाकर ही इस जाल से मुक्ति मिलती है।
तजि माया सत भजो। गुरु के उपदेश मान लो॥"
(गरीबदास जी महाराज)
Jay. Bajrang. Bali❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉
पहले तो आप दोनो को एक सतं की स्वागत अचछी लगी ओर आपकी सवाल पुछने का अंदाज जय श्री राम
Jai siya Ram Jai bhageswar daam ki jai sanyasi baba ki jai guru dev ki ❤❤❤
🙏🌹🚩🚩जय श्री राम जय हिन्दू राष्ट्र जय बागेश्वर धाम सरकार जी 🚩🚩
🚩🕉️🕉️🕉️🙏🙏🙏🙏🙏👋👋🙏🏽🙏🏽🙏🏽🙏🏽🌄🌄🌄🌄🚩🚩👋👋👋👋👋👋🌹🌹👍👍👍🌎
परम पूज्य आदरणीय गुरुदेव भगवान जी के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम
पूज्य गुरुदेव भगवान बाबा बागेश्वर की जय जय हो
पता नहीं हम कब milayag bagaswar dham sa 😊KAS हम भी milta bagaswar baba sa ❤
Jai😊guru😊dav😊ji😊🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🌺🌺🌺🌺
जय.श्री.राम जय.श्री.राम जय.श्री.राम जय.श्री.राम जय.श्री.राम जय.श्री.राम जय.श्री.राम जय.श्री.राम ❤❤❤❤
❤जय श्री राम❤जय जय श्री राम❤जय बागेश्वर धाम की जय जय बजरंग बली की जय हो❤❤❤❤❤
मेरे प्रिय आदरणीय गुरुदेव भगवान जी सबसे सुंदर हैं
Ram Ram guru ji 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Jai bageshwar dham guru 🚩 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
गुरुजी से इतना प्रेम से जानकारी पूछा। मुझे बहुत अच्छा लगा, आप लोगों का तालमेल।
Jai Bageshwar dham ki jai ❤❤
Mere sarkar 🙏
Jai Hindustan,I am blessed to born in Bharat.
My respect to our ancient achariyas who blessed our country.
❤
জয় শ্রীরাম ❤❤❤
sab bakwas isase Samadhan Desh nahin chalega
জয় শী রাম জয় বাগের সর দাম 💙🙏💙🙏💙
True, faithful , honourable , great Guruji Direndra Krishna😊
जय श्री बागेश्वर धाम सरकार 🙏🏻 जय श्री राम 🙏🏻
❤❤❤harhar Mahadev baba p.k management
Jai shree ram 🕉️🙏🇮🇳🔱🚩🚩
The way anchors have been interviewing a dharam guru in a repectful manner is really appreciable. Jai Ho🙏🌹🙏
Tera baap hy sala😂
Acha itrveu
Jai shriram jai hind jai Hindustan
Baba ke jai ho satya vachan
❤ jay shree ram Jay bajrang dham
जय बागेश्वर बालाजी महाराज,,,🙏
जय संन्यासी बाबा,,,🙏
जय गुरुदेव,,,🙏
जय हिंदू राष्ट्र भारत,,,🙏
🙏🙏🙏🙏jay siyaram jay hanuman jay bageswar baba🌹🌹🙏🙌🙌🙌🙏🙏
Jai shree bhagheswar dham guru bala ji ki jai🙏🙏
Happy man, radhe radhe 💐
Bageshwar dham Sarkar ki Jai Ho
Jai Bageshwar Dham 🙏🙏🙏
जय श्री राम श्री गुरुजी सीताराम बागेश्वर धाम जय ❤🚩🚩🚩🚩🙏🙏🙏🌺🌺🌺🌹🌹🥀🥀
उद्देश्य केवल सतगुरु से दीक्षित होकर सच्ची भक्ति करना है, जिससे आत्मा को मोक्ष प्राप्त हो सके। कबीर साहेब की वाणी में कहा गया है कि यह जीवन एक दुर्लभ अवसर है, जिसे भक्ति और सत्संग के द्वारा सार्थक बनाना चाहिए। गरीबदास जी महाराज ने भी कहा कि यह संसार माया का जाल है, जिसमें फंसकर जीव बार-बार जन्म-मरण के चक्र में पड़ता है। सतगुरु की शरण में जाकर ही इस जाल से मुक्ति मिलती है।
तजि माया सत भजो। गुरु के उपदेश मान लो॥"
(गरीबदास जी महाराज)
जय श्री राम🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
ओम नमः शिवाय बाबा काशी विश्वनाथ 🌹 श्रीराम जय राम राम राम राम गुरुदेव कोटी कोटी प्रणाम गुरुदेव ❤
ओम नमः शिवाय बाबा काशी विश्वनाथ 🌹 श्रीराम जय राम जय श्री राम जय श्री राम राम गुरुदेव कोटी कोटी प्रणाम गुरुदेव
सच्चाई कभी छूपती नहीं जय गूरूजी आपके पावन चरणों मे कोटी कोटी प्रणाम ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Jai Bholanaath
Anchors on barefoot show huge respect towards babaji❤❤❤❤
Jai Jai bageshwar balaji derender shastri maharaj ji jai Saniasi baba ji Jai dada gurudev ji Jai Jai siya Ram parbu ji aap ke charno me mera koti koti naman
❤❤❤❤❤
Fantastic interview
Wonderful.
Jay shree Ram baba bageshwar dham ke jay❤❤❤❤❤❤❤❤❤
नमो बुद्धाय जय भिम साथियो🙏🙏🙏