बड़े भैया बहुत दिनों पश्चात पुनः आपके मुख से नमस्कार मित्रों सुनकर कानों में मिश्री घुल गई और आपके अच्छे स्वास्थ्य एवं शोधकार्य में प्रगति की गुप्त सूचना भी प्राप्त हुई। वामपंथियों के मुख में आपके द्वारा निरंतर आपके शोधकार्य से कालिख पोतने से हृदय में बहुत शीतलता मिलती हैं। आपका सभी देशभक्तों की ओर से हार्दिक अभिनंदन। 🎉🎉🎉🎉🎉🎉
राजेंद्र प्रसाद सिंह कई एजेंडा यू ट्यूबर के पित्र पुरुष हैं। इनके कृत्य को उजागर करना कई लोगों की जड़ों में मठ्ठा डालना है जो आप बखूबी कर रहे हैं।आपका आभार।
@@RajeevRanjanPrasad जो ईरान से आये वो आम खा के पैदा हुए , तुम्हारी उम्र जिगरी बाल झड़ गये पर अक्ल भी झाड़ गई ,तुम ख़ुद मूर्ख हो यहाँ दूसरों को मूर्ख बना रहे हो , व्यूज़ से पैसे मिल सकते है पर धर्म का सत्यानाश होता है
@@harishharishjaat3438 भाई, तुझे इसका सबूत कही पे भी नही मिलेगा; कयोंकि भारत का original संविधान डॉ. आंबेडकर ने ही बनाया और लिखा है। प्रेम बिहारी एक calligraphy artist था उसने सिर्फ original संविधान को government के कहने पे हस्तलिखित किया था ना की उसने लिखा है। इस वजह से लोगों को लगता है की उसने लिखा है जो इस संधर्भ से सही है।
बहुतही आवश्यक और अभ्यासपूर्ण माहिती.सिंधू घाटी लिपी और प्रयोग की हुवी भाषा का अभ्यासपूर्ण विवेचन..भाषा संस्कृत ही थी अखंड जंबू द्विप , भारत वर्ष मे, कालानुरूप बदल हो गए होंगे पर मूल भाषा संस्कृत प्रचूर ही थी..प्रयोग मे लाने वाली लिपिया भिन्न भिन्न थी.. धन्यवाद महत्वपूर्ण माहीती प्रदान करने के लिए..
@@SilentSound-oe9pgapne aap sei pucho kabhi sanskrit is closely related to old persian aka awastan even you can find vedic gods names in Mesopotamia so tell me sanskrit cannot written in brahmi well it's written just go and search
@@SilentSound-oe9pgsanskrit bramhi me bhi likhi ja sakti hai.. Or jis pali ka tum ullekh kar rahe ho usme to khud kuch akshar sanskrit ke hai,,jo pali me milte hi nahi.. Or ak spashtikarn chahiye,,,koi pali naam ki bhasha thi aisa ullekh kahi ho to bataye 😂aisa koi Ashok kalin shilalekh jisme pali shabdh ka ullekh aya ho 😂😂 Gyat ho to bataye.. Warna gapodgyan se dusro ko bhramit na kare..
क्योंकि ब्राह्मणों से जब अशोक के शिलालेख को पढ़ने को कहा गया तो उन्होंने अशोक के शिलालेख को महाभारत की कहानी लिखी हुई बता डाली और इसी तरह बुद्ध के मनौती स्तूपों को शिवलिंग बता दिया। ब्राह्मण जब भी मुंह खुलेगा झूठ ही बोलेगा इसीलिए अंग्रेजों की बातों का यकीन करते हैं
@@RahulSaini-j4k क्योंकि अशोक के शिलालेख पर लिखे लेख को ब्राह्मणों ने महाभारत की कहानी बताया था ब्राह्मणों के पीछे पीछे अन्य लोग भी उनकी हा मे हा मिला देते हैं। उन्हें शिलालेख को जेम्स प्रिंसेप नहीं पढ़ कर बताया और भारत का इतिहास बदल गया भारत के इतिहास में काल्पनिक महाभारत को ब्राह्मणों ने बताया लेकिन वह तो अशोक का साम्राज्य निकला
इस विडियो की मैं बहुत पहले से प्रतीक्षा कर रहा था प्रसाद सर। मुझे हमारा अतीत और श्रीमान राजेन्द्र प्रसाद सिंह साहेब पर हसी आती है। भारतीय वैदिक पौराणिक और सभी भारतीय भाषाओं में उपलब्ध लाखों शब्दों के विन्यास अर्थ भावों को पढ़ने से प्रतीत होता है कि समस्त जीव जगत प्रकृति में होने वाली क्रियाओं के आधार पर कर्ता से लेकर संबोधन तक कि शब्दों की साहित्यिक और लौकिक बोलियों में वाणी के निरंतर प्रवाह के रूप में बनें पाते हैं भले ही लिपिबद्ध विकास अति प्राचीन नहीं है। किंतु बुद्ध पाली प्राकृत से सब कुछ निकलने की बात हास्यास्पद लगती है। बहुत तर्क़ युक्त समीक्षा कर रहे हैं आप। बहुत बहुत धन्यवाद
हमारा अतीत,साइंस जर्नी और राम पुनियानी का चैनल नितांत निर्लज्ज चैनल हैं जो खुले आम झूठ परोस कर लोगों को गुमराह कर रहे ।न ही पुस्तकों का नाम ,न साक्ष्य और न ही स्पष्ट चित्र प्रस्तुत करते हैं । साक्ष्य मांगने पर जवाब नहीं देते ।।और किसी गलत बात को सही ठहराने का स्पष्टीकरण भी नहीं देते हैं ।।इस तरह से नव बौद्धों ,भीमटो को खुलेआम गुमराह कर रहे हैं ।।और भेड़ की तरह गुमराह लोगों की संख्या खड़ी होती जा रही है ।।
Science journey channel bhi Sanatan dharm ke against bolata h. Usko kalpana or brahmano ko dhurt. Sanatan ko uuadhar ka dharm. Shivling ko stoop aadi....
जबसे यज्ञदेवम् ने अपने शोध प्रकाशित किया है तबसे लाल इतिहासकारों के मुँह में जैसे दही जम गई है, यहां तक की बहुत से बेचारे विरोध करने से भी डर रहे हैं, की कहीं विरोध के चक्कर में ही एक्सपोज ना हो जाए। 😂 बहरहाल इस कार्य पर और अधिक शोध होना चाहिए।
यज्ञदेवम का विरोध करने के लिए उनके सामान ज्ञान और शोध करना पड़ेगा। अगर उतना कर पाते तो कबका सिंधु लिपि पढ़ ली गई होती। कुछ पता ही नहीं तो विरोध क्या करेंगे।😂
बहुत ज्ञानवर्धक व्याख्यान रहा सर! ❤ सर! यज्ञदेवम के लिपि संबंधी कार्यों को एक बार अन्य एक वीडियो में थोड़ा विस्तृत रूप में समझाए तो आपकी महान दया होगी!
राष्ट्र भाषा के शुद्ध लेखन की आप से आशा रख कर मैं, आपका ध्यान इस ओर आकर्षित करवाना चाहता हूँ :- 1. आरंभ… या आरम्भ 2. हु या हूँ 3. मे या में 4. चिन्ह या चिह्न ।
बहुत संक्षिप्त वीडियो है..साधारण लोगों के लिए उदाहरणों के माध्यम से कुछ वाक्यों को समझाइए..इस पर आप से और अधिक विस्तृत विवेचना की अपेक्षा है...एक series बनाइए
@@RajeevRanjanPrasad यज्ञदेवम द्वारा प्रेषित वीडियो में कई बार तकनीकी शब्दों का प्रयोग है जो साधारण व्यक्ति के लिए क्लिष्ट हो जाता है ..अगर आप सरल भाषा में सारी गुत्थियों को क्रमवार खोलें तो बहुत कृपा होगी।
@@Dhanurjachhatriasadak kinare milne wale pustak se or rajendra prasad ke likhi kitabo se itihas janne wale plumber ajit ke pass subooto ka abhav hai.. Pratidhvandhi ko mute rakhke apna bhashan pravachan dene se use diabete nahi kaha jata.. Murkh nov Buddhisto ko murkh bana sakta hai sj,,kyu ki hindu virodh ki bhasha nov Buddhist ko atipriy hai to unhe bina praman wala kapod kalpit gyan bhi sunaya jaay to murkh wah wah hi karenge 😂😂chahe usme pramano ka abhav ho 😂or dushprachaar ki bharmaar
आदिवासी नेता लेखक कलम आचार्य डॉ मोती रावेन कंगली साहब ने गोंडी लिपि से सिंधु घाटी सभ्यता लिपि पर ली है गोंडी सुमिरन पता पर आधारित गोंडी पुनेम दर्शन पुस्तक पढ़ें।
टकलू तूं एक बात और बता ये जो हस्तिनापुर से खुदाई में दफ़नाए हुए शव मिल रहे हैं ये चमत्कार कैसे हुआ? महाभारत में तो दाह-संस्कार का उल्लेख है।जली हुई लाशें दफ़नाए हुए मुर्दों में कब तब्दील हो गईं ? 🤣🤣
राजीव सर आपने बहुत ज्ञानवर्धक जानकारी दी वरना आजकल तो हर प्राचीन चीजों को बौद्ध काल का बताया जा रहा है जेसे लगता है कि बौद्धों से पहले देश का कोई इतिहास ही नहीं था ये सब एक सोची समझी साजिश के tahat किया जा रहा है l इसे आप जैसे विद्वान इतिहास कार ही झुठला सकते हैं आपका बहुत-2 धन्यवाद l
Or mute mute khele 😂😂 Uttar dene ka awasar nahi milega,,apitu SJ ka bina tark or saksh wala gapodgyan sunna padega mute rahke o alag 😂😂 Tere sj ko kabhi sanatan samiksha pe bhej dena bhai,,sare suboot leke 😂
अंधविश्वास अंधश्रद्धा पाखंड आडम्बर फैलाने वालों के कारण ही अशोक के शिलालेखों को कोई भारतीय नहीं पढ़ सका। दूसरों की निंदा करना आसान है, सत्य की खोज कठिन है। प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद इतिहासकार हैं। वे सही दिशा में कार्य कर रहे हैं। ज्यों ज्यों शिक्षा का विस्तार होगा। अंधविश्वास अंधश्रद्धा पाखंड आडम्बर की पोल खुलती जाएगी। वास्तविकता सामने आती रहेगी। ज्ञान चर्चा में सबकी सुनिए, मनन करिये और जो बुद्धि विवेक की कसौटी पर खरी उतरे उसे सत्य मानिये। ज्ञान चर्चा में पक्ष और विपक्ष दोनों ही महत्वपूर्ण हैं।
Dr Puneet Gupta has created DR GUPTA ROSETTA HARAPPAN CODE . He claim that his ( DR GUPTA ROSETTA MODEL) work has individual independent symbols and major as combined symbols. This script evolved from ABJAD to ABUGIDA to DIACRITIC. The MATURE DIACRITIC HARAPPAN BRAHMI paved the way for SRI LANKAN BRAHMI , PROTO TAMIL BRAHMI as well as ASHOKAN BRAHMI, LALITVISTARA BRAHMI ETC
Sur vedo mai jo krishn-asur ke bare hai Usko lekar ek video bnao please Yah Nav-bodh Aisa prasarit kar rahe hain ki vo Shri Krishna hai ......... Sir please is topic per bhi ek video banaen Iski reality kya hai
Rupa Bhaty Historian and Astronomist ne bhi bola tha ki Sanskrit bohot old hai Even aaj ki Sanskrit jo hai vo Ancient Period ke sanskrit se thodi alag aur asaan bhi hai Bohot pehle oldest version Sanskrit ka hard bhi hai
Professor if R & L are always interchangeable sounds, globally , than Meluha becomaes Meruha--- sri Meru or sumeru or Meru of Ha region. Sindh,vindhya-->Av+anti(s)! Sindhu suté is Shri/sri/Lakshmi. Brahman/varah+mans should have origin in Sindhu. But Sindhu is SInd+Hu & Hu was ancient Prime meridian , Lanka was @ 0 0 degrees. With help of Linguistics of Indo-Orobian origins sounds dholavira or Dravida should infer same thing as is Mumbai or Pompeii.
But creation stupa for burial purposes is older than Buddhism itself.In sattapath and aitriya brahmana it is mentioned devas should be buried in rectangular mound and asuras should be buried in circular mound which is similar to stupa.
( पूरी पढ़ें ओर comment में जरूर बताओ SIR ) रामग्राम के कोलिय के बारे में कब बताओ गए SIR 6साल से बोल रहा हु ( गौतम बुद्ध के जन्म से पहले शाक्य ओर कोलिय शुद्ध रक्त की परम्परा ) के बारे में भी बताओ हमारा हक अधीकार है अपने वंश का इतिहास जानना पर हर कोई कोलिय वंश का है इतिहास छुपाता है जब भी कोलिय वंश के इतिहास की बात होती है 😊 हर कोई मुंह बना लेता है कोई भी बात नहीं करना चाहता यह तक आप की आप भी नहीं शर्म की बात है
बड़े भैया बहुत दिनों पश्चात पुनः आपके मुख से नमस्कार मित्रों सुनकर कानों में मिश्री घुल गई और आपके अच्छे स्वास्थ्य एवं शोधकार्य में प्रगति की गुप्त सूचना भी प्राप्त हुई। वामपंथियों के मुख में आपके द्वारा निरंतर आपके शोधकार्य से कालिख पोतने से हृदय में बहुत शीतलता मिलती हैं।
आपका सभी देशभक्तों की ओर से हार्दिक अभिनंदन।
🎉🎉🎉🎉🎉🎉
हार्दिक आभार
राजेंद्र प्रसाद सिंह कई एजेंडा यू ट्यूबर के पित्र पुरुष हैं। इनके कृत्य को उजागर करना कई लोगों की जड़ों में मठ्ठा डालना है जो आप बखूबी कर रहे हैं।आपका आभार।
हार्दिक आभार
Rajendra Singh wampanthi frustrated bhimata hai
@@meerakushwaha4007 धन्य हो कुशवाहा जी मुझे तो आप ही ब्राह्मणवादी पाखंडीयो से जुड़ी हुई लग रही हो
@@RajeevRanjanPrasad जो ईरान से आये वो आम खा के पैदा हुए , तुम्हारी उम्र जिगरी बाल झड़ गये पर अक्ल भी झाड़ गई ,तुम ख़ुद मूर्ख हो यहाँ दूसरों को मूर्ख बना रहे हो , व्यूज़ से पैसे मिल सकते है पर धर्म का सत्यानाश होता है
@@meerakushwaha4007😂😂😂
आपने बहुत सरल तरीके से और आसान भाषा में समझाया । 😊
आपका हार्दिक आभार।
@harishharishjaat3438 यह तो आपको इंटरनेट पर भी मिल जाएगा।
@harishharishjaat3438 बहुत से educational site में यह जानकारी मिल जाएगी।
@harishharishjaat3438 " who has written constitution of india ? " लिख कर सर्च करो ।
@@harishharishjaat3438 भाई, तुझे इसका सबूत कही पे भी नही मिलेगा; कयोंकि भारत का original संविधान डॉ. आंबेडकर ने ही बनाया और लिखा है। प्रेम बिहारी एक calligraphy artist था उसने सिर्फ original संविधान को government के कहने पे हस्तलिखित किया था ना की उसने लिखा है। इस वजह से लोगों को लगता है की उसने लिखा है जो इस संधर्भ से सही है।
सुप्रभात सर ❤,, बहुत सुंदर विश्लेषण किया है आपने,,, ऐसे ही इन लाल सलाम वालों की धोती खोलते रहे,, बहुत बहुत साधुवाद
हार्दिक आभार।
अत्यंत ही महत्व पूर्ण जानकारी के लिए आपकाधन्यवाद 👌🏻👌🏻🙏🏻
इस विषय पर आपके वीडियो की प्रतीक्षा रहेगी 🙏🏻
हार्दिक आभार।
Aapke karya ke liye Sadhuwad. Jai Hind Vndematram
हार्दिक आभार
आपकी अभ्यासपूर्ण मधुर वाणी सुनणे के लिये हम लालाईत रहते है. 🚩🙏
हार्दिक आभार।
बहुत सुंदर तथ्यात्मक ज्ञानवर्धक प्रस्तुति के लिए बहुत बहुत धन्यवाद ❤❤जय श्री राम❤❤
हार्दिक आभार।
मैं कल ही आपके चैनल को खँगाल रहा था और सोच रहा था बहुत दिन से कोई वीडियो ही नहीं आया,,राजीव रंजन जी पता नहीं कहाँ व्यस्त हैं
जी कुछ निजी व्यस्तताएं थी। हार्दिक आभार।
@RajeevRanjanPrasad जी आपका हार्दिक स्वागत है।हम सब आपको मिस कर रहे थे💐
लम्बे अन्तराल के बाद आपके विचार सुनने का अवसर प्राप्त हुआ है । धन्यवाद ।।
समाज को सत्य का ज्ञान करते रहे हिंदू समाज में इतनी जागरूकता आ गई है कि इस धर्म में पैदा होने वाले गद्दारों की साजिश को विफल कर सके
aapko hardik pranam ,Dil prashann ho jata h aapke logic ko sunkar,kya mohanajodado lipi hi sindhu saraswati lipi h .
महाशय ,
मैं विज्ञान शिक्षक हूं , पर अपने इतिहास को समझना चाहता हूं।
हमें अपना इतिहास जानना ही चाहिए।
बहुतही आवश्यक और अभ्यासपूर्ण माहिती.सिंधू घाटी लिपी और प्रयोग की हुवी भाषा का अभ्यासपूर्ण विवेचन..भाषा संस्कृत ही थी अखंड जंबू द्विप , भारत वर्ष मे, कालानुरूप बदल हो गए होंगे पर मूल भाषा संस्कृत प्रचूर ही थी..प्रयोग मे लाने वाली लिपिया भिन्न भिन्न थी..
धन्यवाद महत्वपूर्ण माहीती प्रदान करने के लिए..
हार्दिक आभार।
गलत। संस्कृत भाषा की लिपि देवनागरी है इसके अलावा कोई नहीं। क्योंकि इसके अलावा किसी भी लिपि में आधे अक्षर नही होते।
उस से पहले पाली थी
@@SilentSound-oe9pg भाषा और लिपि का अंतर जानने के लिए थोड़ा पढ़ें, गूगल भी करेंगे तो कुछ बोध हो जाएगा। हास्यास्पद है आपकी टिप्पणी।
@@SilentSound-oe9pgapne aap sei pucho kabhi sanskrit is closely related to old persian aka awastan even you can find vedic gods names in Mesopotamia so tell me sanskrit cannot written in brahmi well it's written just go and search
@@SilentSound-oe9pgsanskrit bramhi me bhi likhi ja sakti hai..
Or jis pali ka tum ullekh kar rahe ho usme to khud kuch akshar sanskrit ke hai,,jo pali me milte hi nahi..
Or ak spashtikarn chahiye,,,koi pali naam ki bhasha thi aisa ullekh kahi ho to bataye 😂aisa koi Ashok kalin shilalekh jisme pali shabdh ka ullekh aya ho 😂😂
Gyat ho to bataye..
Warna gapodgyan se dusro ko bhramit na kare..
मेरा देश का दुर्भाग्य है. .. सब तक अंग्रेज ना बोल दे हम लोग यकीन नही करते.. बल्कि हमारे देश मे बहुत ज्ञानी लोग है 🙏
क्योंकि ब्राह्मणों से जब अशोक के शिलालेख को पढ़ने को कहा गया तो उन्होंने अशोक के शिलालेख को महाभारत की कहानी लिखी हुई बता डाली और इसी तरह बुद्ध के मनौती स्तूपों को शिवलिंग बता दिया। ब्राह्मण जब भी मुंह खुलेगा झूठ ही बोलेगा इसीलिए अंग्रेजों की बातों का यकीन करते हैं
@@RahulSaini-j4k क्योंकि अशोक के शिलालेख पर लिखे लेख को ब्राह्मणों ने महाभारत की कहानी बताया था ब्राह्मणों के पीछे पीछे अन्य लोग भी उनकी हा मे हा मिला देते हैं। उन्हें शिलालेख को जेम्स प्रिंसेप नहीं पढ़ कर बताया और भारत का इतिहास बदल गया भारत के इतिहास में काल्पनिक महाभारत को ब्राह्मणों ने बताया लेकिन वह तो अशोक का साम्राज्य निकला
@@subhashshakya433 तो अशोक के शिलालेख किसी चुद्धिस्ट से भी पढ़े नहीं गए थे वो अंग्रेजो द्वारा डिकोड किए गए
इस क्रांति के लिए आपका आभार 🙏🏻🙏🏻
हार्दिक आभार
व्यासजी ने यज्ञ देवम की शोध की बहुत अच्छी व्याख्या प्रस्तुत की है उनके सिंधु सरस्वती लिपी के संस्कृत में कूट वाचन की व्याख्या पर एक और वीडियो बनाए
अवश्य
Your presentation is always a pleasure to listen to. Thanks.
हार्दिक आभार।
इस विडियो की मैं बहुत पहले से प्रतीक्षा कर रहा था प्रसाद सर। मुझे हमारा अतीत और श्रीमान राजेन्द्र प्रसाद सिंह साहेब पर हसी आती है। भारतीय वैदिक पौराणिक और सभी भारतीय भाषाओं में उपलब्ध लाखों शब्दों के विन्यास अर्थ भावों को पढ़ने से प्रतीत होता है कि समस्त जीव जगत प्रकृति में होने वाली क्रियाओं के आधार पर कर्ता से लेकर संबोधन तक कि शब्दों की साहित्यिक और लौकिक बोलियों में वाणी के निरंतर प्रवाह के रूप में बनें पाते हैं भले ही लिपिबद्ध विकास अति प्राचीन नहीं है। किंतु बुद्ध पाली प्राकृत से सब कुछ निकलने की बात हास्यास्पद लगती है। बहुत तर्क़ युक्त समीक्षा कर रहे हैं आप। बहुत बहुत धन्यवाद
हमारा अतीत,साइंस जर्नी और राम पुनियानी का चैनल नितांत निर्लज्ज चैनल हैं जो खुले आम झूठ परोस कर लोगों को गुमराह कर रहे ।न ही पुस्तकों का नाम ,न साक्ष्य और न ही स्पष्ट चित्र प्रस्तुत करते हैं । साक्ष्य मांगने पर जवाब नहीं देते ।।और किसी गलत बात को सही ठहराने का स्पष्टीकरण भी नहीं देते हैं ।।इस तरह से नव बौद्धों ,भीमटो को खुलेआम गुमराह कर रहे हैं ।।और भेड़ की तरह गुमराह लोगों की संख्या खड़ी होती जा रही है ।।
आपका हार्दिक आभार।
Science journey channel bhi Sanatan dharm ke against bolata h. Usko kalpana or brahmano ko dhurt. Sanatan ko uuadhar ka dharm. Shivling ko stoop aadi....
@King_OG183 हां लेकिन कोई तथ्य नहीं देता
सनातन ही सत्य है
आदरणीय बुद्ध तो खुद आर्य थे, आर्य ka अर्थ कोई समाज विशेष नहींहै, आर्य का अर्थ ही श्रेष्ठ है, वह भी गुणों कर्मो आचरणों से 🙏
The 😂
Agar the to kripaya 🙏unka koi samkalin saksh prastut kare..
@@durgeshrahangdale-hd2wbunhone char arya stya baat kahi hai apne dharm granth me
Bahut sunder oryaas yagna deva ko sadhuvaad aur apka abhinandan
हार्दिक आभार।
जबसे यज्ञदेवम् ने अपने शोध प्रकाशित किया है तबसे लाल इतिहासकारों के मुँह में जैसे दही जम गई है, यहां तक की बहुत से बेचारे विरोध करने से भी डर रहे हैं, की कहीं विरोध के चक्कर में ही एक्सपोज ना हो जाए। 😂
बहरहाल इस कार्य पर और अधिक शोध होना चाहिए।
सहमत।
यज्ञदेवम का विरोध करने के लिए उनके सामान ज्ञान और शोध करना पड़ेगा। अगर उतना कर पाते तो कबका सिंधु लिपि पढ़ ली गई होती। कुछ पता ही नहीं तो विरोध क्या करेंगे।😂
बहुत ज्ञानवर्धक व्याख्यान रहा सर! ❤
सर! यज्ञदेवम के लिपि संबंधी कार्यों को एक बार अन्य एक वीडियो में थोड़ा विस्तृत रूप में समझाए तो आपकी महान दया होगी!
Har har Mahadev
हार्दिक आभार
6 महीने के बाद आप ने ये वीडियो बनाया है। हैम आपके वीडियो की प्रतीक्षा करते है।
हार्दिक आभार।
Aapki bhasha or gyan dono atulniya hai
Dhanyvad
@@ManishKumar-lo4ws हार्दिक आभार
प्रसाद जी राजेंद्र प्रसाद जी के प्रवचन के संबंध में आपने जो कहा, मैं इसके लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद देता हूं।
हार्दिक आभार।
आदरणीय महोदय सादर प्रणाम 🙏🙏
@@ShivamRaikwar-sq3nb प्रणाम मित्र
Wonderful video
All the best
👍🏽👍🏽👍🏽👍🏽🇮🇳🇮🇳🇮🇳🚩🚩🚩
@@parthabasu3305 हार्दिक आभार।
Bharat ke Gaurav shaali ateet aur itihaas ko ujaagar karne ka mahaan peayaas aapne kiyaa hai .🙏🙏
@@chotabheem9308 हार्दिक आभार
जय सिया राम
जय श्री राम।
Apko koti koti dhanyabad
Jay Shree Krishna.
हार्दिक आभार
बहुप्रतीक्षित विषय ,शोध में और क्या प्रगति हो रही जानने की उत्कंठा बनी रहेगी ..👍🙏
अवश्य। हार्दिक आभार।
Jay Hind.
जय हिंद।
आपको मेरा सादर प्रणाम 🙏🙏🙏 जय श्री राम जय श्री कृष्णा 🚩🚩🚩
जय श्री राम।
बहुत बहुत धन्यवाद श्रीमान जी 🙏🙏🙏🙏
हार्दिक आभार।
Good analysis sir. OM TAT SAT.
हार्दिक आभार
मैं पहले से कहता आ रहा हु सिंधु सरस्वती सभ्यता के मुहरों मे जो चिन्ह उत्कृत है वो ब्राह्मी लिपि शब्द से बहुत अधिक मिलती है!
हार्दिक आभार।
राष्ट्र भाषा के शुद्ध लेखन की आप से आशा रख कर मैं, आपका ध्यान इस ओर आकर्षित करवाना चाहता हूँ :-
1. आरंभ… या आरम्भ
2. हु या हूँ
3. मे या में
4. चिन्ह या चिह्न ।
@@MaheshBhadu1999 वाल्मीकि रामायण के दो खण्ड प्राकृत में ही लिखित हैं।
@@MaheshBhadu1999 प्राकृत का इतिहास बुध्द से भी प्राचीन है, कनिष्क से पूर्व बुध्द का कोई प्रमाण नही मिलता जबकि प्राकृत उससे भी पूर्व की है
@@MaheshBhadu1999 स्वयं बुध्द बोलते है "एक हजार कल्प वर्ष पूर्व वो सुमेध नामक ब्राह्मण के रूप में जन्म ले चतुर्वेद ज्ञाता थे"
ati sundar vyakhya
हार्दिक आभार
धन्यवाद
Jai Sanatan
नमस्कार
Bahut sunder
हार्दिक आभार।
जय श्री राम
जय श्री राम
Jai shree ram
जय श्री राम
जय श्रीराम 🙏
हार्दिक आभार।
जय मां भारती।
नमस्कार
बहुत संक्षिप्त वीडियो है..साधारण लोगों के लिए उदाहरणों के माध्यम से कुछ वाक्यों को समझाइए..इस पर आप से और अधिक विस्तृत विवेचना की अपेक्षा है...एक series बनाइए
प्रयास रहेगा। हार्दिक आभार।
@@RajeevRanjanPrasad यज्ञदेवम द्वारा प्रेषित वीडियो में कई बार तकनीकी शब्दों का प्रयोग है जो साधारण व्यक्ति के लिए क्लिष्ट हो जाता है ..अगर आप सरल भाषा में सारी गुत्थियों को क्रमवार खोलें तो बहुत कृपा होगी।
@@mahendradaga1845 अवश्य प्रयास करूंगा।
@@mahendradaga1845 हाँ, मैं आपसे सहमत हूँ। 😊
Jay shree ram
जय श्री राम
Aapne pahli baal fenki Hindi me, aapko bahut bahut sadhuwaad ❤❤❤
हार्दिक आभार
Jabardast sir, science journey aur hamara attet to Gaya
हार्दिक आभार।
Devet karne se pata chalega sir......
@@Dhanurjachhatria unbiased contents
@@Dhanurjachhatriasadak kinare milne wale pustak se or rajendra prasad ke likhi kitabo se itihas janne wale plumber ajit ke pass subooto ka abhav hai..
Pratidhvandhi ko mute rakhke apna bhashan pravachan dene se use diabete nahi kaha jata..
Murkh nov Buddhisto ko murkh bana sakta hai sj,,kyu ki hindu virodh ki bhasha nov Buddhist ko atipriy hai to unhe bina praman wala kapod kalpit gyan bhi sunaya jaay to murkh wah wah hi karenge 😂😂chahe usme pramano ka abhav ho 😂or dushprachaar ki bharmaar
धन्यवाद sir
हार्दिक आभार
Atyant sundar vishleshan
हार्दिक आभार।
🧘🪔
Video - Indus Script ....
Channel - Abhijit Chavda
Shivom Project
We expect discussion on above subject
to counter
Anti Hindu Tattwa
🚩
बहुत दिनों बाद दर्शन दिये आपने।
हार्दिक आभार
you are realy authentic
हार्दिक आभार
बहुत साधुवाद 🙏
हार्दिक आभार
आदिवासी नेता लेखक कलम आचार्य डॉ मोती रावेन कंगली साहब ने गोंडी लिपि से सिंधु घाटी सभ्यता लिपि पर ली है गोंडी सुमिरन पता पर आधारित गोंडी पुनेम दर्शन पुस्तक पढ़ें।
आप भी यज्ञदेवम का शोधपत्र पढ़ें।
कंगाली जी ने स्वीडिश भाषाविद aasko parpola के रिसर्च से तथ्य लिए हैं।
अरे टकलू ज़रा ऋग्वेद जा कर पढ़ ले उसमें मथुरा पर आर्यों के आक्रमण और इंद्र द्वारा श्रीकृष्ण की हत्या का वर्णन है कि नहीं?
😂😂
टकलू तूं एक बात और बता ये जो हस्तिनापुर से खुदाई में दफ़नाए हुए शव मिल रहे हैं ये चमत्कार कैसे हुआ? महाभारत में तो दाह-संस्कार का उल्लेख है।जली हुई लाशें दफ़नाए हुए मुर्दों में कब तब्दील हो गईं ?
🤣🤣
@@sunilkumaryadav1688तूने पढ़ा क्या? ऋग्वेद जो बोल रहा है!
राजीव सर आपने बहुत ज्ञानवर्धक जानकारी दी वरना आजकल तो हर प्राचीन चीजों को बौद्ध काल का बताया जा रहा है जेसे लगता है कि बौद्धों से पहले देश का कोई इतिहास ही नहीं था ये सब एक सोची समझी साजिश के tahat किया जा रहा है l इसे आप जैसे विद्वान इतिहास कार ही झुठला सकते हैं आपका बहुत-2 धन्यवाद l
हार्दिक आभार।
❤
❤❤❤❤❤
हार्दिक आभार
Aap ki hindi akalpniy avismaryin dharapravh hai maine eise hindi kabhi nahi sune main Varanasi se hoon
नमः आप से contact केसे करें ? मेरे इतिहास को लेकर कुछ प्रश्न है ।
rajeevnhpc102@gmail.com
जय श्रीकृष्ण!
जय श्री कृष्ण
Vampanth left lobby is already ignoring him neither gov is promoting his work
इस कार्य को हम सभी को आगे बढ़ाना चाहिए।
Jai shree Ram
जय श्री राम
सराहनीय प्रयास।
धन्यवाद
हार्दिक आभार।
सनातन धर्म की जय हो 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
हार्दिक आभार।
🎉🎉🎉
हार्दिक आभार
I like sir £€
Like like like super like sir
हार्दिक आभार।
Aap me bhut gyan hai kripya s j sir se sari sabut ke sath dibete kren
यह अकादमिक चैनल है यहाँ विषय की जानकारी के इच्छुक का स्वागत है। शेष से मेरा कोई मतलब नहीं।
Or mute mute khele 😂😂
Uttar dene ka awasar nahi milega,,apitu SJ ka bina tark or saksh wala gapodgyan sunna padega mute rahke o alag 😂😂
Tere sj ko kabhi sanatan samiksha pe bhej dena bhai,,sare suboot leke 😂
Welcome sir
हार्दिक आभार।
Salute sir! 🫡❤
हार्दिक आभार।
बहुत खूब सर
हार्दिक आभार।
अंधविश्वास अंधश्रद्धा पाखंड आडम्बर फैलाने वालों के कारण ही अशोक के शिलालेखों को कोई भारतीय नहीं पढ़ सका। दूसरों की निंदा करना आसान है, सत्य की खोज कठिन है। प्रोफेसर राजेन्द्र प्रसाद इतिहासकार हैं। वे सही दिशा में कार्य कर रहे हैं। ज्यों ज्यों शिक्षा का विस्तार होगा। अंधविश्वास अंधश्रद्धा पाखंड आडम्बर की पोल खुलती जाएगी। वास्तविकता सामने आती रहेगी। ज्ञान चर्चा में सबकी सुनिए, मनन करिये और जो बुद्धि विवेक की कसौटी पर खरी उतरे उसे सत्य मानिये। ज्ञान चर्चा में पक्ष और विपक्ष दोनों ही महत्वपूर्ण हैं।
@@RajeevRanjanPrasadmain apki videos har jaga fela dunga 😢😢
@@RajeevRanjanPrasadsalute you sir plz collab with sanatan samiksha channel plz I request 😢😢😢
@Subhakar-r4k हार्दिक आभार
धन्यवाद भैया
Dr Puneet Gupta has created DR GUPTA ROSETTA HARAPPAN CODE . He claim that his ( DR GUPTA ROSETTA MODEL) work has individual independent symbols and major as combined symbols. This script evolved from ABJAD to ABUGIDA to DIACRITIC. The MATURE DIACRITIC HARAPPAN BRAHMI paved the way for SRI LANKAN BRAHMI , PROTO TAMIL BRAHMI as well as ASHOKAN BRAHMI, LALITVISTARA BRAHMI ETC
Bahut shandar
हार्दिक आभार।
Sur vedo mai jo krishn-asur ke bare hai
Usko lekar ek video bnao please
Yah Nav-bodh Aisa prasarit kar rahe hain ki vo Shri Krishna hai .........
Sir please is topic per bhi ek video banaen
Iski reality kya hai
अवश्य
@@RajeevRanjanPrasad
Iss ashvasan ke liye bahut bahut dhanyvad sit
Rupa Bhaty Historian and Astronomist ne bhi bola tha ki Sanskrit bohot old hai Even aaj ki Sanskrit jo hai vo Ancient Period ke sanskrit se thodi alag aur asaan bhi hai Bohot pehle oldest version Sanskrit ka hard bhi hai
हार्दिक आभार।
प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद का तो पोपट बन गया 😂
No rosetta stone available.. because its a continuous evolution. There is no break in civilization but contuity. Indus script-Brahmhi-Devnagri.
Excellent summary
@@HarappanEnigma2024 हार्दिक आभार।
Very good.
हार्दिक आभार।
राजेंद्र प्रसाद को टक्कर देने कोई तो आया ।। बहुत इंतजार था।।
राम की कोई प्राचीन मूर्ति मिली हो तो बताइए ।।
धन्यवाद। प्रतिमाओं पर मेरे कार्यक्रम की प्रतीक्षा कीजिये।
राम सबके ह्रदय में ह। मूर्ति के विषय मे सब लिखा ह। बना ले ह्रदय में।
सुन्दर!
हार्दिक आभार
Professor if R & L are always interchangeable sounds, globally , than Meluha becomaes Meruha--- sri Meru or sumeru or Meru of Ha region. Sindh,vindhya-->Av+anti(s)! Sindhu suté is Shri/sri/Lakshmi. Brahman/varah+mans should have origin in Sindhu. But Sindhu is SInd+Hu & Hu was ancient Prime meridian , Lanka was @ 0 0 degrees. With help of Linguistics of Indo-Orobian origins sounds dholavira or Dravida should infer same thing as is Mumbai or Pompeii.
Joi shree Ram m🙏🙏🙏🙏🙏
नमस्कार।
please provide link of research paper by yagyadevam
कृपया Academia की साइट पर सर्च कर लीजिए, उपलब्ध है।
But creation stupa for burial purposes is older than Buddhism itself.In sattapath and aitriya brahmana it is mentioned devas should be buried in rectangular mound and asuras should be buried in circular mound which is similar to stupa.
स्तूपों पर भी अलग से चर्चा करेंगे।
🙏🙏🙏
( पूरी पढ़ें ओर comment में जरूर बताओ SIR ) रामग्राम के कोलिय के बारे में कब बताओ गए SIR 6साल से बोल रहा हु ( गौतम बुद्ध के जन्म से पहले शाक्य ओर कोलिय शुद्ध रक्त की परम्परा ) के बारे में भी बताओ हमारा हक अधीकार है अपने वंश का इतिहास जानना पर हर कोई कोलिय वंश का है इतिहास छुपाता है जब भी कोलिय वंश के इतिहास की बात होती है 😊 हर कोई मुंह बना लेता है कोई भी बात नहीं करना चाहता यह तक आप की आप भी नहीं शर्म की बात है
👏
हार्दिक आभार
गुरुवर प्रणाम
प्रणाम मित्र।
हार्दिक आभार सचमुच आप बधाई के योग्यतम सुपात्र है
हार्दिक आभार।
ज्ञानवर्धक विवेचना 🙏
हार्दिक आभार।
राजेन्द्र प्रसाद सिंह हिन्दी के प्रोफेसर हैं। समझिए वे कितने इतिहास के जानकार होंगे।
जी, और कुतर्क फैला रखा है उन्होंने।
please watch yajnadevam he disciphered almost every sign of indus
सहमत।
Good work Sir ji
हार्दिक आभार।
आपके जैसा इतिहासकार हो तो भारत का इतिहास कभी किसी को मिलेगा नही
जाकी रही भावना जैसी...।