असं वाटत होतं की किर्तन संपुच नये | ह.भ.प. रामरावजी महाराज ढोक | यांचे लोणी उदगीर येथील किर्तन
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- เผยแพร่เมื่อ 26 ก.ย. 2024
- असं वाटत होतं की किर्तन संपुच नये | ह.भ.प. रामरावजी महाराज ढोक | यांचे लोणी उदगीर येथील किर्तन
श्रीगुरु ह.भ.प.ब्रम्हनिष्ठ वै. विठ्ठल महाराज सांडोळकर यांचा समाधी सोहळा व अखंड हरिनाम सप्ताह
श्री विठ्ठल रुक्मीणी मंदिर समाधी मंदिर महादेव मंदिर प्रतिष्ठाण एम. आय.डी.सी. लोणी ता. उदगीर जि. लातूर. महाराष्ट्र
आयोजक - श्री ह.भ.प. मठाधिपती ब्रम्हनिष्ठ भारकर महाराज सांडोळकर मोः ७०५७२६४६९८ / ७०५७२७४६९८
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नामदेव उगिले - 8975243812 ,
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अति उत्तम किर्तन राम कृष्णा हरी
Jai gajanan mauli
राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी जय जय राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी राम कृष्ण हरी
रामकृष्ण हरी. बाबा धन्य आम्ही जन्माला आलो संत समगम झालो
धन्य आम्ही जन्मा आलो दास विठोबाचे झालो
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Jai sri ram 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏
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