भगति तो म्हारे गुरु न करी । रचना मीरा बाई। स्वर ईश्वर सिंह बहबल पुर। सत्संग बहबल पुर डेरा।

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  • เผยแพร่เมื่อ 21 ธ.ค. 2024

ความคิดเห็น •

  • @gyangudrisantokikrishanjan3108
    @gyangudrisantokikrishanjan3108 18 วันที่ผ่านมา

    बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति जी

  • @सन्तोंकेभजन
    @सन्तोंकेभजन 18 วันที่ผ่านมา

    बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति जी धन्यवाद

  • @MahadevParivar
    @MahadevParivar 18 วันที่ผ่านมา

    राम राम सभी को बहुत अछा शब्द भाई जी ❤❤❤❤

  • @DHARMVIRJANGRA
    @DHARMVIRJANGRA 18 วันที่ผ่านมา

    जय श्री नाथ जी

  • @dharmvirj
    @dharmvirj 17 วันที่ผ่านมา

    राधास्वामी जी