रसुलाण दीवा देवी मंदिर मध्य हिमालय में समुद्र तल से लगभग 2700 मीटर ऊंचाई पर बांज, बुरांश,रसुली(रजत देवदार या silver fir) खर्शू मोरू तिलिंज, अंयार,कैल,भमोर, देवदार आदि के घने जंगलों के बीच ऊंची चोटी पर विकासखण्ड पोखड़ा, जनपद पौड़ी गढ़वाल में स्थित है, दूधातोली पर्वत की चोटियों के बाद पौड़ी की यह दूसरी सबसे ऊंचाई पर स्थित चोटी है,मंदिर के पश्चिमोत्तर से लेकर पूर्वोत्तर तक हिमाद्री की 500 किलोमीटर से भी लंबी रेंज दिखाई देती है जिसमें यमुनोत्री चोटी,गंगोत्री समूह,कलानाग,चौखंबा, मेरु,शुमेरू,हाथी,नीलकंठ,द्रोणागिरी नंदादेवी पूर्व, नंदादेवी पश्चिम, नंदाकोट,त्रिशूल,पंचाचुली,बद्रीनाथ,केदारनाथ, हिमाचल एवं नेपाल की अन्य चोटिया दिखाई देती है मंदिर के उत्तर पूर्व में उत्तराखंड का पठार दूधातोली पश्चिमोत्तर में अमेली पर्वत एम दक्षिण में पट्टी खाटली दीवा देवी दिखाई देते है,हिमालय की त्रिशूल एवं नंदादेवी चोटी सूर्योदय के समय सूर्य की किरणों को सात भागो में विभाजित कर देती है यह से सूर्योदय का दृश्य अद्भुत एवं अतुल्य दिखाई देता है ऐसा प्रतीत होता है कि स्वयं सूर्यदेव हमारी तरफ बढ़ रहे हो इसकी तुलना कांसे की थाली से भी की जा सकती है, यहां की एक ओर विशेषता यहां के रसुली याने कि हिमालयन देवदार वृक्ष है, जो इस स्थान को चार चांद लगा देते है ! दीवा माता की कहानी - दीवा देवी को दीशा ( गढ़वाल में विवाहित बेटी को) दीवा देवी भी कहा जाता है , जिसका कारण माता की इस कहानी को जाने पर पता चलता है , आज से सैकड़ों वर्ष पहले जब पोखड़ा ब्लॉक के पट्टी किमगड़ी गाड़ के चोपड़ा (काला भण्डारी जाति के लोगो का गांव ) की एक बेटी (जिसका नाम दीवा था) का विवाह पट्टी चौथान (राठ छेत्र) में हो रहा था तो बेटी के पिता द्वारा मां भगवती से सुख शांति से कार्य के पूरा होने पर भेंट करने का वचन दिया था परंतु किसी कारण वश वह वचन पूरा नही हो पाया जब बरात शादी कर के वापस लौट रही थी यानी चोपड़ा गांव से चौथान पट्टी की तरफ जा रही थी तो पैदल मार्ग वर्तमान दीवा देवी चोटी से गुजरी लेकिन तभी अचानक भारी बर्फ बारी सुरु हो गई और पूरी बारात का कोई पता नही चला जब चोपड़ा गांव के लोगो ने बारात को खोजने का बहुत प्रयास किया लेकिन बारात का कोई अता पता नही चला तो रात को मां दीवा गांव वालो के सपने मे आई और बोली मैं देवी बन गई हूं और आपको मुझे ढूंढने की कोई आवश्यकता नही है और मेरा स्थान इस छेत्र की सबसे ऊंची चोटी पर है और जगह का पता बताया व यह भी बताया की पूरी बारात रसूली के पेड़ बन चुके है ( उन पेड़ो पर कोई कभी हथियार नही लगा सकता यदि हथियार लगाया तो खून निकलता है ) फिर जब गांव वालो ने ढूढा तो सबसे ऊंची चोटी पर त्रिशूल एवं दिया मिला तब से दीवा माता का मंदिर प्रसिद्ध है रसूली के पेड़ो की एक अन्य कहानी है की एक बार माता अपने भाई बिनसर से मिलने दूधातोली( थैलिसेन) गई तो माता ने कुछ पौधे चुपके से अपने धाम के लिए ले आई , भाई बिनसर महादेव तो सब जानते थे लेकिन कुछ बोले नही जब माता ने वहां (बिनसर ) से प्रस्थान किया तो भगवान बिनसर ने बोला "भुली तू रसूली लिजाणी त छै पर तेरी रसुल्यू फर कभी खुषबू नी आणी" (यानि बहन तू रसुली के पेड़ तो ले जा राही है लेकिन तेरी रसुली के बागान से कभी खुषबू नही आयेगी) इस प्रकार माता ने इन रसूली के वृक्षों को एक रात में सात गैरी (घाटियों) तक लगाया, यहां का प्रसाद भी इन्ही की पत्तियां है , इस लिए और इस वर्ष से प्रत्येक वर्ष अब दीवा माता के माइके यानी चोपड़ा गांव से डोली यात्रा जाती है जून के महीने में । (जय दीवा भगवती🙏🙏). Note - मेरे द्वारा दी गई सारी जानकारियां मैने अपने पूर्वजों से सुनी है।
प्रणाम सुप्रभात नमस्कार दीपू पटवाल भैजी आपथैं सपरिवार सहित हाथ जोड़िक प्रणाम करदु और छुट्टा बच्चों को प्यार कैर दिया बहुत ही सुन्दर और अच्छा दर्शन जय माॅं दीबा देवी जय हो
हमे बहुत अच्छा लगा कि आप मां कि डोली के साथ साथ गये .जय मां भगवती आते जाते अपने भगतो पर अपनी कृपा हमेशा बनाये रखना मां .मां कि जात्रा देखकर बहुत सुकून मिल गया .आपका सौभाग्य है कि आपको मां दीबा कि जात्रा मे जाने का मौका मिला .ऐसे हर किसी के भाग्य मे नही होता .बारिश का आना मतलब शुभ होता है माता रानी अपने भगतो को देखकर बहुत खुश हुयी है .यहां से भी आगे एक छोटा सा ढाबा है वहां चाय पानी और जो खाना. खाना चाहता हो वो खाना भी खा सकता है मां दीबा भगवती आपको सुखी रखे और आपके पूरे परिवार पर अपनी कृपा हमेशा बनाये रखे जय माता दी 🙏
Yakin nhi tha Deepu bhai aap hmare gaon jhalpadi me ma deeba doli yatra me samil huye bahut accha lga ki aap ne hme mata rani ki doli yatra ke darshan krwye Bahut bahut dhanyavad aap ka Jai deeba mat ki
Jai maa deeba...aaj se lagbhg 20 saal pahle gaye the...yade taza ho gyi...or haa hum bhi raat ko hi gye the...subah k time thand se mar gaye...lekin jab subah k time maa k darshan kiye or suryouday dekha to sari thand or thak dur ho gyi thi...jai maa deeba Bhagwati
रसुलाण दीवा देवी मंदिर मध्य हिमालय में समुद्र तल से लगभग 2700 मीटर ऊंचाई पर बांज, बुरांश,रसुली(रजत देवदार या silver fir) खर्शू मोरू तिलिंज, अंयार,कैल,भमोर, देवदार आदि के घने जंगलों के बीच ऊंची चोटी पर विकासखण्ड पोखड़ा, जनपद पौड़ी गढ़वाल में स्थित है, दूधातोली पर्वत की चोटियों के बाद पौड़ी की यह दूसरी सबसे ऊंचाई पर स्थित चोटी है,मंदिर के पश्चिमोत्तर से लेकर पूर्वोत्तर तक हिमाद्री की 500 किलोमीटर से भी लंबी रेंज दिखाई देती है जिसमें यमुनोत्री चोटी,गंगोत्री समूह,कलानाग,चौखंबा, मेरु,शुमेरू,हाथी,नीलकंठ,द्रोणागिरी नंदादेवी पूर्व, नंदादेवी पश्चिम, नंदाकोट,त्रिशूल,पंचाचुली,बद्रीनाथ,केदारनाथ, हिमाचल एवं नेपाल की अन्य चोटिया दिखाई देती है मंदिर के उत्तर पूर्व में उत्तराखंड का पठार दूधातोली पश्चिमोत्तर में अमेली पर्वत एम दक्षिण में पट्टी खाटली दीवा देवी दिखाई देते है,हिमालय की त्रिशूल एवं नंदादेवी चोटी सूर्योदय के समय सूर्य की किरणों को सात भागो में विभाजित कर देती है यह से सूर्योदय का दृश्य अद्भुत एवं अतुल्य दिखाई देता है ऐसा प्रतीत होता है कि स्वयं सूर्यदेव हमारी तरफ बढ़ रहे हो इसकी तुलना कांसे की थाली से भी की जा सकती है, यहां की एक ओर विशेषता यहां के रसुली याने कि हिमालयन देवदार वृक्ष है, जो इस स्थान को चार चांद लगा देते है !
दीवा माता की कहानी - दीवा देवी को दीशा ( गढ़वाल में विवाहित बेटी को) दीवा देवी भी कहा जाता है , जिसका कारण माता की इस कहानी को जाने पर पता चलता है , आज से सैकड़ों वर्ष पहले जब पोखड़ा ब्लॉक के पट्टी किमगड़ी गाड़ के चोपड़ा (काला भण्डारी जाति के लोगो का गांव ) की एक बेटी (जिसका नाम दीवा था) का विवाह पट्टी चौथान (राठ छेत्र) में हो रहा था तो बेटी के पिता द्वारा मां भगवती से सुख शांति से कार्य के पूरा होने पर भेंट करने का वचन दिया था परंतु किसी कारण वश वह वचन पूरा नही हो पाया जब बरात शादी कर के वापस लौट रही थी यानी चोपड़ा गांव से चौथान पट्टी की तरफ जा रही थी तो पैदल मार्ग वर्तमान दीवा देवी चोटी से गुजरी लेकिन तभी अचानक भारी बर्फ बारी सुरु हो गई और पूरी बारात का कोई पता नही चला जब चोपड़ा गांव के लोगो ने बारात को खोजने का बहुत प्रयास किया लेकिन बारात का कोई अता पता नही चला तो रात को मां दीवा गांव वालो के सपने मे आई और बोली मैं देवी बन गई हूं और आपको मुझे ढूंढने की कोई आवश्यकता नही है और मेरा स्थान इस छेत्र की सबसे ऊंची चोटी पर है और जगह का पता बताया व यह भी बताया की पूरी बारात रसूली के पेड़ बन चुके है ( उन पेड़ो पर कोई कभी हथियार नही लगा सकता यदि हथियार लगाया तो खून निकलता है ) फिर जब गांव वालो ने ढूढा तो सबसे ऊंची चोटी पर त्रिशूल एवं दिया मिला तब से दीवा माता का मंदिर प्रसिद्ध है रसूली के पेड़ो की एक अन्य कहानी है की एक बार माता अपने भाई बिनसर से मिलने दूधातोली( थैलिसेन) गई तो माता ने कुछ पौधे चुपके से अपने धाम के लिए ले आई , भाई बिनसर महादेव तो सब जानते थे लेकिन कुछ बोले नही जब माता ने वहां (बिनसर ) से प्रस्थान किया तो भगवान बिनसर ने बोला "भुली तू रसूली लिजाणी त छै पर तेरी रसुल्यू फर कभी खुषबू नी आणी" (यानि बहन तू रसुली के पेड़ तो ले जा राही है लेकिन तेरी रसुली के बागान से कभी खुषबू नही आयेगी) इस प्रकार माता ने इन रसूली के वृक्षों को एक रात में सात गैरी (घाटियों) तक लगाया, यहां का प्रसाद भी इन्ही की पत्तियां है , इस लिए और इस वर्ष से प्रत्येक वर्ष अब दीवा माता के माइके यानी चोपड़ा गांव से डोली यात्रा जाती है जून के महीने में ।
(जय दीवा भगवती🙏🙏).
Note - मेरे द्वारा दी गई सारी जानकारियां मैने अपने पूर्वजों से सुनी है।
जय माता भगवती की जय शशि देवी उत्तराखंड धुमाकोट तिमलाखोली
प्रणाम सुप्रभात नमस्कार दीपू पटवाल भैजी आपथैं सपरिवार सहित हाथ जोड़िक प्रणाम करदु और छुट्टा बच्चों को प्यार कैर दिया बहुत ही सुन्दर और अच्छा दर्शन जय माॅं दीबा देवी जय हो
बहुत सुन्दर विलोग बनाया है जय माता दी
बहुत सुंदर मेरे भाई मजा आगया देख कर
दीपू भाई बहुत सुन्दर बिडियो बनाई जय माता दी🙏🙏 🌹🌹
जय माता दी 🙏🙏
पटवाल जी आप ने दो दिन बहुत इंतजार कराया
बहुत बहुत धन्यवाद दीपू भाई आपने दीवा डोली की पूरी यात्रा दिखाई ओर हमारे गांव आए । विनोद सिंह झलपड़ी
Aapne sahi kaha mama ji 🙏🙏🙏🙏
Apna shi kha mama ji ❤️❤️
रसल्याण दीवा की अंधेरे और दुर्गल परिस्थितियों में यात्रा काफी कठिन है माता रानी सभी पर अपनी दया कृपा बनाए रखें🚩🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏
Bhut sunder yatra
बहुत बहुत सुंदर 🙏🙏
दीपू भुला बहुत सुंदर जय माता रानी
जय माता दी माता की कृपा सब पर बनी रहे 🙏🙏
Bahut.accha❤❤🎉🎉
जय दीवा 🪔🌹⛰️🌹⛰️🙏🙏🏞️🏞️🪔🙏⛰️🙏🙏 mata 🏞️🏞️🪔⛰️🙏🛕🛕⛰️🙏
Bro me is baar miss kr diya mene jai deeva mata ke 🙏🙏🙏
जय हो दीवा माँ की 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Ram. Ram. Deepu. Vahi. Jay. Maata. De. ❤❤❤❤❤❤❤❤😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊
हमे बहुत अच्छा लगा कि आप मां कि डोली के साथ साथ गये .जय मां भगवती आते जाते अपने भगतो पर अपनी कृपा हमेशा बनाये रखना मां .मां कि जात्रा देखकर बहुत सुकून मिल गया .आपका सौभाग्य है कि आपको मां दीबा कि जात्रा मे जाने का मौका मिला .ऐसे हर किसी के भाग्य मे नही होता .बारिश का आना मतलब शुभ होता है माता रानी अपने भगतो को देखकर बहुत खुश हुयी है .यहां से भी आगे एक छोटा सा ढाबा है वहां चाय पानी और जो खाना. खाना चाहता हो वो खाना भी खा सकता है मां दीबा भगवती आपको सुखी रखे और आपके पूरे परिवार पर अपनी कृपा हमेशा बनाये रखे जय माता दी 🙏
Jay Mata Di aapke video sabse Acche Lagte Hain Hamen aur mere bete ko bhi
Bahut badiya jai mata di 🙏
Patwari bahut Sundar block banaya hai Jay Mata Di
Congratulations dipu bhai ji 42k subscriber family complete
Jai mata di ❤
Jai Mata di 🙏🙏🙏🙏 bahut hi sundar vlog ji 😊😊🥰❤️
Bahut bahut dahnya baad aap kaa jo aap nai ham ko maa deba ke doli dekhyi aur deba maa kai darsin karvi jai mata dii 🙏🙏
Bahut sundar
जय माता की दीपू बेटा 🙏🙏🙏
Bhut प्यार किया ताई ने राहुल ओर Deepu ko God bless you 🎉🎉
दीपक बाबू जी बहुत बहुत धन्यवाद मात रानी के दर्शन करने के लिए और आपके परिवार में सब ठीक ठाक ही होग गौरी भी ठीक होगी 👍🌹👍🌹👍🌹👍🌹👍🌹🙏🌺🙏🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺🌺🙏
दीपू भाई बहुत बढ़िया वीडियो बनी है जय दीबा माता की
जय माता दी जय हो 🙏🙏❤
जय माता दी, जय माँ दीबा🙏🙏, 🌹🌹
जय माँ दीबा भागवती 🙏🙏
जय माँ दीवा की❤❤❤🙏🏼🙏🏼
Jai mata di 🙏 ap ki har manokana puri ho ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jai ho maa deeba ye wala yatra miss kr di mene 😢
हर हर महादेव
Jai mata Di
Bahut sundar vlog dear bro ❤❤
भाई माता रानी आपको सदा स्वस्थ व खुश रखे
जय माता की 👌👌🙏🙏🌹🌹🌹🌹
जय दीबा मां 🙏🏻🙏🏻
Yakin nhi tha Deepu bhai aap hmare gaon jhalpadi me ma deeba doli yatra me samil huye bahut accha lga ki aap ne hme mata rani ki doli yatra ke darshan krwye Bahut bahut dhanyavad aap ka
Jai deeba mat ki
जय माता दी 🎉
दीपू बेटा बहुत अच्छी वीडियो बनाई ह दीपा माता के
❤❤❤❤जय माता दी
Jai deeba maa ki jai ho ❤❤❤🌹🌹🌹🙏🙏🙏
Bhut sunder Jai maa deeba 🙏😊
jay ho mata Rani🙏🙏🙏
जय दीवा मां 🙏🙏❤️
Mata rani me nhi ay piya is baar jai mata ki
Dipu bhai aaj aapka bahuth bahuth dhanyawad.muje 9 saal baad aapni naani ka gawo dekhne ko milaa ❤❤❤झलपाड़ी
जय माता दी ❤
Jai mata di 🙏🙏🙏❤️❤️🙏🙏🙏🙏❤️
जय माता दी🙏🌹🙏
Jay maa meri deeba Bhagwati sabki rksha kro maa
जय मां दीवा भगवती 🙏🙏🙏
Jai mata dii
जय माता दी जय माता दी जय माता दी दिल दिल से बोलो जय माता दी जोर से बोलो जय माता दी❤🎉
Jai ho deeva ma sab par apna ashirbaad banaye rakhna
Jai Mata di 🙏🏼 🙏🏼🙏🏼
Gjb gatu❤❤❤❤❤❤
Mera v bhut mn tha but meri chutti hi khatam ho gyi😢 Jai ma rasulan deeba bhagwati ❤
Jai Maa Deeba Ki🙏🙏
सच में दीपू भाई मन खुश हो गया आज की वीडियो कोदेखकर धन्यवाद करती हूं मैं आपके द्वारा हमको इतना सुंदर दृश्य देखने को मिला धन्यवाद दीपू भाईआपका❤❤🎉🎉🎉🎉
जै माता दी
Jay Mata ki 🙏🙏
Bahut time bad ek sath dekha pauri garhwal ka3vlog bahut sunder
जय माता रानी की 🙏🙏
जय मा भगवती दीबा 🙏
जय माता रानी 🙏🌹🙏
Jai maa deeba...aaj se lagbhg 20 saal pahle gaye the...yade taza ho gyi...or haa hum bhi raat ko hi gye the...subah k time thand se mar gaye...lekin jab subah k time maa k darshan kiye or suryouday dekha to sari thand or thak dur ho gyi thi...jai maa deeba Bhagwati
Next blog ka wait kar raha hu.
Bahut sukoon mila wahan ja kr jai ma bhagwati deeba 🙏🙏
जय माता रानी 🙏
जय माँ रसलान दीबा भगवती , माँ सभी पर अपनी कृपा बनाई रखे ,
Jay mata diwa ki
बहुत ही सुंदर विडियो जय माता की🌹 👌👌
Jai deeba maa 🙏🙏
Jai ho maa diva ❤❤bahut sundar 🥰 ❤
Jay Mata
Hmare utrakhnd ka pyarasa bilogar dipu ptwal❤ meri shubhkamnaye aapke sath h
Jai mata rani
Jai Mata Rani 🙏🙏
Very nice
Jai ho deeva maa ki
बहुत सुंदर जय माता दी ❤
जय माता दी
Jai mata di❤
जै मां दीबा
Jai mata di❤❤❤❤❤❤❤,
आज आप लोग हमारे मुलुक गए हो देखकर बहुत मन हो रहा है दीवा आने का जय मां दीवा भगवती सबकी रक्षा करना ❤🚩🚩🚩🙏🙏🙏
जय माँ दीवा 🙏🙏🙏🙏
Jai mata di 🙏🏻🚩
Jai maa deeba bhegwati❤❤🙏🙏🙏
Jai maa deeva🙏
Jai maa diva 🙏🙏🙏🙏🙏
जय माँ दीबा 🙏🙏
Jay Mata Di
जे। माँ।। रंशलवा दबाउँछौ।🙏🙏🙏🙏🙏🚩🚩
Wese to utrakhnd ke sare bilogar bhi hi ache h pr dil chu lene wala dipu❤❤❤❤