How much effort Maharaj ji takes to make understand us the matter , we all should be grateful to them. We are very lucky that got opportunity to hear there holly words n make our life with full of spiritual.
जय प्रभु जी महाराज की 🙏 प्रस्तुत विषय सामान्य जिज्ञासा का विषय है जिसे प्रत्येक प्राणी जनाना चाहता है। प्रभु जी महाराज का प्रतिपादन अत्यंत ही स्पष्ट एवं सहज ही समझ आने वाला है। पर हमारी विडंबना यह है कि हम अज्ञानता के कारण स्वयं को देहधारी समझने की भूल कर बैठते हैं और इस संसार को ही सत्य मान लेते हैं। गीता , उपनिषद् , श्री मद भगवत इत्यादि में निरूपित सत्य - ब्रह्म सत्य, जगत मिथ्या की धारणा नहीं हो पाती। इसके लिए साधना की आवश्यकता है। और साधना का प्रारम्भ तो अभी से किया जा सकता है। पर क्या प्राणी इसके लिए भी स्वतंत्र है ? उसके कर्म बंधन उसे भी होने नहीं देते। सब कुछ यंत्रवत गतिशील है। हां, हमसबों को नाम स्मरण की कोशिश करनी चाहिए। प्रभु महाराज ने तार तार करके इस जीवन यात्रा के अंतिम पड़ाव की चर्चा की है। अब तो बस :- भज गोविंदम, भज गोविन्दम, भज गोविन्दम मूढ़मते। ----- शंकाराचार्य
बक्वास दुनिया बनाई परमात्मा ने । सभी दुःखी है । अगर उसे प्राप्त करनेमे ही आनंद है तो वो अपने से दुर क्यो करता है हमको, और तो और वापस हमको की छलता रहता है उसे प्राप्त करने मे । वाह रे परमात्मा ।
Duniya toh bohut achhi hai. Hum pe depend karta hai hum kaise zindagi ko jee rahe hai. Koi haskar jeete hai, koi roke jeete hai. Bhagwan Hume Vivek aur budhhi diye hai. Yeh hum pe nirbhor karta hai ki hum karm kaisa kare. Sansar mein dukhi bhi hai aur sukhi bhi hai. Main dukhi bilkul bhi nehi hun. Jitna mujhe mila hai mai bohut shanti mein hum. Umeed hai mera comment aapko bura nehi lagega. Thank you.
श्री गुरूभ्यो नमः सच्चिदानंद 🙏🙏🙏
धन्यवाद बंधु आभार।
Dhanyawad 🙏 🙏 🙏 🙏
अत्यंत उत्तम प्रवचन व शंकानिरसन करणारे मार्गदर्शन
How much effort Maharaj ji takes to make understand us the matter , we all should be grateful to them. We are very lucky that got opportunity to hear there holly words n make our life with full of spiritual.
पौर्णमेच्या चंद्रा पेक्षा अधिक तेजस्वी आणि प्रसन्न व्यक्तित्व वाटते प्रभू महाराजांचे , आपली वाणी सदैव ऐकण्यास मिळो, कोटी कोटी प्रणाम!
आपका प्रवचन खूप खूप मना ला भावले कानात आवाज अमृत पडले कोटी कोटी प्रणाम महाराज मी आपलीं ऋणी आहे धन्यवाद
जय गुरूदेव दत्त ,सद्गुरू महाराज की जय 🙏🙏
Jai guru Manik 🌹🙏🙏🌹
Jai guru manik
🌹जय जगदंब😌🙏🏻🌹
जय गुरु माणिक!
Veda satyam
जय जय माणिक प्रभू महाराज की जय ll अपका प्रवचन मेरे जैसे सामान्य को भी समझदार बनाया. जय प्रभू..
Ati sundar pravavhan.
धन्यवाद, आत्मसमाधान मिळाले,जय गुरुदेव
Shri Gurudev Datta !!!🌹🌹🌹 🙏🙏🙏
Jai Guru deva Datta 💐 🌹🙏🙏🙏🙏👍🙏
अवधूत चींतन श्री गुरूदेव दत्त
Jai Guru Manik..
🙇🏼♀️🌷☘️🪔❤️🚩
अर्चना दत्तात्रेय बारडकर
Very Nice and informative..jai dattatreya and Manik prabhuji..happy Buddha pournima all..
Excellent explanation
🙏
Uttam guruji🙏🙏
श्रीराम जय राम जय जय नाशिक
Khub sundar
🙏 " जय गुरू माणिक " 🙏
JAI GURUDEV...
Jai gurudev
जय गुरु माणिक ❗️🙏🏻🌹🌹🙏🏻
🙏🏽🙏🏽🙏🏽
जय प्रभु जी महाराज की 🙏
प्रस्तुत विषय सामान्य जिज्ञासा का विषय है जिसे प्रत्येक प्राणी जनाना चाहता है। प्रभु जी महाराज का प्रतिपादन अत्यंत ही स्पष्ट एवं सहज ही समझ आने वाला है। पर हमारी विडंबना यह है कि हम अज्ञानता के कारण स्वयं को देहधारी समझने की भूल कर बैठते हैं और इस संसार को ही सत्य मान लेते हैं। गीता , उपनिषद् , श्री मद भगवत इत्यादि में निरूपित सत्य - ब्रह्म सत्य, जगत मिथ्या की धारणा नहीं हो पाती। इसके लिए साधना की आवश्यकता है। और साधना का प्रारम्भ तो अभी से किया जा सकता है। पर क्या प्राणी इसके लिए भी स्वतंत्र है ? उसके कर्म बंधन उसे भी होने नहीं देते। सब कुछ यंत्रवत गतिशील है। हां, हमसबों को नाम स्मरण की कोशिश करनी चाहिए।
प्रभु महाराज ने तार तार करके इस जीवन यात्रा के अंतिम पड़ाव की चर्चा की है। अब तो बस :-
भज गोविंदम, भज गोविन्दम, भज गोविन्दम मूढ़मते।
----- शंकाराचार्य
जय गुरु माणिक
श्री प्रभु चरणी कोटी कोटी प्रणाम ⚘⚘⚘⚘⚘🙏⚘⚘⚘⚘⚘⚘⚘⚘⚘
సర్వం శ్రీ గురుదత్తాత్రేయం
Jai shree Sadguru ManikPrabhu Maharajki Jaya Jaya Ho 🙏🙏🙏🙏🙏🍇🍇🍇🌺🌺🌺
1 Y M
.
Pranam Guruji. Please give more pravachan in Kannada also as you have done with Tatva Shankara episodes.
My humble request.
🙇🙇🌹🌹💫💫
🙏But Guruji not many Yogi's are गृहस्थ and मुलं नाही जन्माला आणत then how those souls will get chance?
बक्वास दुनिया बनाई परमात्मा ने । सभी दुःखी है । अगर उसे प्राप्त करनेमे ही आनंद है तो वो अपने से दुर क्यो करता है हमको, और तो और वापस हमको की छलता रहता है उसे प्राप्त करने मे । वाह रे परमात्मा ।
Tu hi sabse bakwaas insan hai iss duniya mein...😅😅
Duniya toh bohut achhi hai. Hum pe depend karta hai hum kaise zindagi ko jee rahe hai. Koi haskar jeete hai, koi roke jeete hai. Bhagwan Hume Vivek aur budhhi diye hai. Yeh hum pe nirbhor karta hai ki hum karm kaisa kare. Sansar mein dukhi bhi hai aur sukhi bhi hai. Main dukhi bilkul bhi nehi hun. Jitna mujhe mila hai mai bohut shanti mein hum. Umeed hai mera comment aapko bura nehi lagega. Thank you.
सद्गुरू को शरण जाना
सद्गुरू को शरण जाना
Translated to telugu
जय जय श्री गुरुदेव दत्त कोटी कोटी प्रणाम गुरुदेव
जय गुरु माणिक ❗🙏🏻🌹🌹🙏🏻
🙏🙏🙏🙏
🙏🏻🙏🏻🙏🏻💐
Jai Guru Manik 💐🙇🙏
Shri Gurudev Datta !!!🌹🌹🌹 🙏🙏🙏
श्रीराम जय राम जय जय राम नाशिक
Jai Guru Manik
🙏🙏🙏
जय गुरु माणिक 🙏🙏🙏🌹🌹🌹
जय गुरू माणिक🙏🏻🙏🏻🌹🌹🌹🌹🌹
🙏🙏🙏🙏🙏
जय गुरु माणिक🙏🙏