1:41 ❤ ठीक है ख़ुद को हम बदलते हैं शुक्रिया मश्वरत का चलते हैं हो रहा हूँ मैं किस तरह बरबाद देखने वाले हाथ मलते हैं है वो जान अब हर एक महफ़िल की हम भी अब घर से कम निकलते हैं क्या तकल्लुफ़ करें ये कहने में जो भी ख़ुश है हम उस से जलते हैं है उसे दूर का सफ़र दर-पेश हम सँभाले नहीं सँभलते हैं तुम बनो रंग तुम बनो ख़ुश्बू हम तो अपने सुख़न में ढलते हैं मैं उसी तरह तो बहलता हूँ और सब जिस तरह बहलते हैं है अजब फ़ैसले का सहरा भी चल न पड़िए तो पाँव जलते हैं
I appreciate how she mentioned nadaani when she recited the second ghazal, coz Kafi galtiyaan hain us mein kuch aisi jinse ashaar ka poora mafhoom badal jata hai
खुद रंग हो तुम जॉन खुद रंग ही तो होना था तुमको। हमको ईश्क हो गया है तुमसे बस इतना कहना था हमको।। छोड़ा था शहर ए अमरोहा तो सलाम अर्ज किया था तुमने। मियां वाल्यकुम अस्सलाम बस इतना कहना था हमको।। By me yani Ash Afzal Husain Lover of John Elia Afzal Husain from Amroha.
Ye mujhe chain kyun nahi aata
Ek hi shakhs hai is jahan mein kya ❤️
1:41
Kya takalluf kre'n ye kehne me,
Jo bhi khush hai ham usse jalte hain.
✍️ Jaun Elia
Thanks for uploading this, best of john Eilea Saheb one of my favourite,,,, hasaan from Manchester England 🇬🇧👌
Wah kya khoob hai👏👌
Jabardast andaz hai kavita bayan karne ka 👌👏👏
Jabardast rachna hai✍️✍️
1:41 ❤
ठीक है ख़ुद को हम बदलते हैं
शुक्रिया मश्वरत का चलते हैं
हो रहा हूँ मैं किस तरह बरबाद
देखने वाले हाथ मलते हैं
है वो जान अब हर एक महफ़िल की
हम भी अब घर से कम निकलते हैं
क्या तकल्लुफ़ करें ये कहने में
जो भी ख़ुश है हम उस से जलते हैं
है उसे दूर का सफ़र दर-पेश
हम सँभाले नहीं सँभलते हैं
तुम बनो रंग तुम बनो ख़ुश्बू
हम तो अपने सुख़न में ढलते हैं
मैं उसी तरह तो बहलता हूँ
और सब जिस तरह बहलते हैं
है अजब फ़ैसले का सहरा भी
चल न पड़िए तो पाँव जलते हैं
The respect for jaun sir 🙏
Brilliant, personalty, brilliant poet, but,,,,,,, lost somewhere in different world, we miss you sir, hasaan from Manchester England 🇬🇧🌅
Bina sune like kr k ja rha hu Bii…love u John 🌹
I appreciate how she mentioned nadaani when she recited the second ghazal, coz Kafi galtiyaan hain us mein kuch aisi jinse ashaar ka poora mafhoom badal jata hai
Amazing !
Hope we get more poems of john elia.
Es samundar pe tishneqam hu mai,
Aaye ban tm ab bhi bah rhi ho kya.
Words and beyond words ❤
Please low views and likes dekh ke demotivate mt hoiyega videos continue rakhiye
Okay, thank you!
Waah
Kya baat hai
Kya hay agar Zindagi ka bas na chala
Zindagi kab Kisi Kay bas mein hay
(Jaun Elia.)
Wah kia baat hai ❤️
Ek hi to hawas rahi hai hamein
Apni haalat tabah ki jaaye...
-Jaun Elia
❤ already done
Aap mujhse milne aaye hain
Baithiye mai bulakr Lata hun - Jaun
बहुत बहुत खुबसूरत 🌸👏👏😍
👌
Very nice 👍 keep going
I don't have words for John elia I think John was not only a poet he was a great philosopher
loved it
खुद रंग हो तुम जॉन खुद रंग ही तो होना था तुमको।
हमको ईश्क हो गया है तुमसे बस इतना कहना था हमको।।
छोड़ा था शहर ए अमरोहा तो सलाम अर्ज किया था तुमने।
मियां वाल्यकुम अस्सलाम बस इतना कहना था हमको।।
By me yani Ash Afzal Husain
Lover of John Elia Afzal Husain from Amroha.
kya takkaluf kare yeh kahne main jo bhi khush hai hum us se jalte hai
Amazing 🤩
r8 to say
I like John Elia
Yaki ka Rasta Tay Karne wale badi tezi se wapas AA rahe h
Hizr nahin hijr hota hai mam ..
Talaffuz ki galti se yun hua
Pita aashiq fasana ka gali mein .... fasana ko phasana keh raha tha.
great video, just wanted to point out that you're pronouncing some words wrong it would be great if you'd work on them.
कम से कम दो मिसरे दोनों नज्मों में आपने गलत पढ़े हैं.ये ज्यादती जॉन साहब के साथ मत कीजिये.