ये सिर्फ गाने नहीं हैं, ये तो नायाब मोती हैं अगर कोई इंसान सफ़र में भी हो तो कानों में गूंज पड़ते ही मजबूरन क़दम रुक जाते हैं। क्या शब्द, साज और आवाज होती थी ❤️🙏🙏
डॉक्टर तो दिल का ऑपरेशन करते हैं लेकीन गीतकार तो उनसे भी नाजुक नशों को शब्दों द्वारा खोल देते हैं और गायिका लता जी साज के साथ गाकर करोड़ों दिलोको बीमारी से छुटकारा दिलाती हैं
कमाल अमरोही साहब ने इस फिल्म को सन 1956 में बनाना शुरू किया था पर दोनों पति पत्नी यानी अमरोही साहब और मीना जी के आपसी मनमुटाव के कारण यह 1971 में रिलीज हो सकी। इसके लगभग सभी गाने 1957-58 में ही रिकार्ड हो चुके थे इसीलिए इन गानों में उस समय का अनमोल संगीत झलक रहा है। फिल्म रिलीज होने व गीत संगीत का यहीं अंतर इस फिल्म के गानों को सुपर हिट कर गया।
यही तो गुज़रे दौर के गीतों की दिलकशी है की उनकी खुशबू हर दौर में बरकरार रहती है। चाहे उन्हें हम 60 साल बाद ही क्यों न सुन रहे हो। अब 1944 की रतन और 1946 कि अनमोल घड़ी फ़िल्म के गानों को ही लीजिए 78-80 साल बाद भी हमें ये तरोताज़ा लगते है। यही बड़ी खूबी है उस दौर के संगीत की।
गर्मियों की रात,छत पर सोते थे,देर रात दूर कहीं से रेडियो पर ये गीत बजता सुनाई देता था।जब 14 वर्ष उम्र थी,तब ही बड़ा गहरा बैठ गया मन में यह गीत। वाह वाह लता जी,,,वाह मीना जी,,ऐसी रचनाएं ही #पाकीजा कहलाती हैं।
पुरानी जिंदगी मिट्टी की घर थी , खाने के लिए भले ही रोटी नहीं थी लेकिन किसी चीज की खोने की डर नहीं, बस शांति ही शांति थी , सुकून की हवा मिलती थी 😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭
मैंने 26साल तक इस फिल्म को देखने की कोशिश की मगर सेना में होने के कारण केवल फिल्मी पत्रिका में जानकारी ली और रिटायर होने के बाद 1997में टीवी पर देखी 1971से केवल गाने सुनता रहा था, अब तो मोबाइल फोन पर देख लेते हैं
Meena jee wrote fine poetry and yet she wasnt formally educated .but she had the passion to study ...what a fine artist she was ...in every movie her acting was simple powerfull and subtle....Allah unki magfret aur jannat naseeb fermaye Aameen
शबे इंतजार आखिर कभी होगी मुंतसर भी, ये काली रात रूपी समय कभी तो खत्म हो जाएगा जीवन में सवेरा आयेगा, एक एक शब्द कैसा पिरोया है जो दिल की तह में समा गया है
I was talking to a 4g kid. Who become fan of meena k and lata ji. Beyond expectations, he praised its flowing, sweetness. Melody comparing it with "Munni badnam huee" he revealed "this song deep goes to our existence slowly with a megical effect And Munni went out fully in 5 minutes. He thanked Technology to keep in tact this creation for new gen to enjoy differently.
स्वर्गीय मीना कुमारी जैसी अदाकारा आज तक दूसरी कोई भी बॉलीवुड मे आई है ना आएगी मी ना कुमारी जी की तारीफ में मैं क्या कहूं मेरी आंखों में सिर्फ आंसू है ईश्वर से मेरी प्रार्थना है भगवान मीना कुमारी जी की आत्मा को शांति दे😢😢😢😢😢😢😢😢❤❤❤❤❤
I played the tape of all the Pakeezah songs to my Iranian friend in 1990 and he found it amazing. I used to know some farsi then and some words in Urdu are from Persian and I explained a few urdu words and he then understood the poetry, which enhanced his experience.
आर्म्ड फोर्सेज मै पिता जी के साथ झांसी मै 1977 मै इस फिल्म को देखा था।वो नजारा और आनंद आज भी उतना ही है।परंतु वो योद्धा जिन्होंने तीन युद्ध लड़े आज हमारे बीच नहीं है उनकी याद समेटे हुए ये आज भी उतनी ही नई लगती है।और वो शक्तिमान गाड़िया और टैंको की कतार पिता जी के पास willy गाड़ी आज भी उनकी याद आती है।जब कभी बैठाकर घुमाते थे।
A hidden hero behind the historic songs of movie Pakeezah was it's music director Gulam Mohammad. Don't know why he couldn't get that much popularity even after composing such immortal songs.
The songs were composed by Ghulam Mohammad and after his death Naushad completed the album. Pakeezah was released in 1972 only after Mohammad’s death in 1968.
Kya khubsurat lyrics hai.. Kaifi Azmi Sahab aur kya music Diya hai.. Gulam Sahab ne.. aur Lata didi ka toh jawab hi nahi..🙌 Nasha Chad jata hai ye gana sunke.
So hard to believe this song is 50 years old...pure class.. timeless... very subtle dance moves and gestures yet so emotionally powerful... this song portrays how helpless Meena is Infront of a very powerful man who owns her...yet she sings of another man she met on a train journey and lost her heart to.
This song was written in 58 when they started to film the movie. The production of the movie stopped half way and was completed 12 years later. Both Meena Kumari and Raj Kumar had visibly aged by then.
इस गाने कि शुटिंग के दौरान मीना कुमारी जी की तबीयत खराब थी वो खड़ी होके डांस नही कर सकती थी। इसके बावजूद कितनी अच्छी तरह से एक्टिंग की है इसके कुछ दिनो बाद उनकी मृत्यु हो गई धन्य है महान अदाकारा मीना जी🙏🙏
I was 17 when I first saw this movie, as a young girl I somehow believed these kind of strong connections exist and nature resonates with your emotions, timeless moments captured n rendered in this song and the way its composed n directed especially the whistle sound of the train in end of the song, such beautiful rendering and definitely it was a movie ahead of it times in all technicalities...yet these things seems like a dream in today's cinema n today's life.
Cinema today has taken a gigantic leap forward albeit in a disastrous way. No myth in content, no soul touching music and a shift from the values of subcontinent which we can only abhor
Abhinaye kya hoti hai iss gaane mein mil jaayega, inko naachna nahi aata tha lekin apni bhangimaa se har lafjon ko bakhubi nibhayaa, this is called class acting
Oh! Meena Kumari at her brilliant best. I was in my early 30s and I saw the movie in a Kolkata's New Market movie houses with a few colleagues. I, now 82, still enjoy all the songs of this unforgettable cinema.
Deep kee jyoti , dil kee preeti dono kitne mjboor hain . Lmbe antral anntr dono hee bujh jate hain . Is geet kee bedna , intjar kee besbree , n jane rh rh kyon beintihan yad aate hain .
The thing which make this song beautiful is that every artist in this song did his best. Whether singer,dancer, musicians, videography, choreography everything is perfect. That's why this song is masterpiece
es gaane mei jo dard hai wo alag hi tareh ka hai...aisa lagta hai halaton se majboor koi insaan hai...jaise fasana ban gayi hai meri baat talte talte....aur phir yeh chiraag buj rahe hain mere saath jalte jalte...Kaifi Aazmi saheb ko dard ko pesh karne ki alag hi style thi..phir chahe yeh geet ho...hoke majboor usne bhulaya hoga ya phir ...koi yeh kaise bataye,tum itna jo muskura rahe ho etc...yeh shayaron mei hi baat hoti hai par afsos aajkal bollywood unki kadr nahin aata
All praise to Tablji.... what he played ...every beat is maaterpiece to Noushad.. And Gulam Mohmmad... No words describe their work.....if anyone knows name and address of this Tabla player ....plz give it...
Sach me yaar what a composition and how excellently he played!!!! I saw many videos of this song playing tabla no one could even come closer to. Any master in tabla dares to play this song ??
Masterpiece by the great writer director Kamaal Amrohi . Exceptional cinematic experience 👌 And in the end the haunting sound of whistle of a coal driven train in the song is something which somehow unwittingly transports the listener into a different era/ time .. far far away from the present... Immaculate ...don't have more words for it 👌
What a song and what an acting. Legends are legends. Great salute to all of them who are performing this video. Lata jee and all the musicians uff............. Love is over flowing
बहोत छोटा था तब अपनी वालिदा को किसी उर्दू रिसाले को पढ़ते और वालिद साहब से यह कहते सुना था कि ' देखिये लखनऊ चल रहे हैं तो हमें पाकीज़ा ज़रूर देखना है'। पाकीज़ा ने उन दोनों पर क्या असर छोड़ा मैं नहीं जानता लेकिन मेरे ज़ेहन पर जो नुक़ूश छोड़े वो इतनी गहराई में पेवस्त हो गये कि पचास साल बाद भी जब जब पाकीज़ा देखता हूँ तो बेसाख़ता उसके नग़में गुनगुनाने लगता हूँ ।
Yes I remember the day when I see this movie in 1973 in Mumbai in Kalpana talkies in kurla at the age of 12 year old. Now I have become 60 yr. Excellent movie of their time
Earlier when during my childhood days i use to get so annoy when my father use to play this kind of old songs.. And my thought use to be ki aise gaane ko sunta hai yaar... But now here I am searching for this songs and listening these songs in loop... These songs feels like heaven now... ❤
Super dance-based song. The use of Lataji’s voice, instrumental tune, Meena Kumari’s expression, Tabla beat etc. are unparallel. Everything is well synchronized. What an excellent musical creation!
Rejuvenation of memories for us born in 1970s era. We saw this movie on Doordarshan TV or cable probably on Sat-Sun with family at dinner time. Un dinon ki yaad aati hai. 😔🙁. 26-7-2022.
इस गाने में एक एक प्वाइंट नोट कीजिए आपको कोई कमी नजर नहीं आएगी , दिल को छू लेने वाला । बीट देखिए , अल्फाज का अंदाज देखिए , कमाल का काम , कमाल अमरोही जी का 👍💖
Pichhle 7 dino se mere mobile me ye song chal rha h....lagatar.... fursat ke har pal me main ye song sun lena chahta hu...pata nahi zindagi ki bhagdaud kab fir se shuru ho jaye...ya fir kab zindgi ki shaam ho jaye
ये सिर्फ गाने नहीं हैं, ये तो नायाब मोती हैं अगर कोई इंसान सफ़र में भी हो तो कानों में गूंज पड़ते ही मजबूरन क़दम रुक जाते हैं। क्या शब्द, साज और आवाज होती थी ❤️🙏🙏
😂😂😂😂
Aisi awaz ishwar ki den hai...Bharat Ratna milti hai aise gaane walon ko
डॉक्टर तो दिल का ऑपरेशन करते हैं लेकीन गीतकार तो उनसे भी नाजुक नशों को शब्दों द्वारा खोल देते हैं और गायिका लता जी साज के साथ गाकर करोड़ों दिलोको बीमारी से छुटकारा दिलाती हैं
Me also.Hum buhi ho goi but a sada bahar
पुराने गानो की बात ही निराली हैं, जो दिल को सुकून देते है...बाकि आजकल तो पता नही कैसे-कैसे गाने आ रहे हैं ...👍
कमाल अमरोही साहब ने इस फिल्म को सन 1956 में बनाना शुरू किया था पर दोनों पति पत्नी यानी अमरोही साहब और मीना जी के आपसी मनमुटाव के कारण यह 1971 में रिलीज हो सकी। इसके लगभग सभी गाने 1957-58 में ही रिकार्ड हो चुके थे इसीलिए इन गानों में उस समय का अनमोल संगीत झलक रहा है। फिल्म रिलीज होने व गीत संगीत का यहीं अंतर इस फिल्म के गानों को सुपर हिट कर गया।
मेरी उम्र 59 वर्ष है जब मैं बचपन में यह गीत रेडियो पर सुनता था आज भी वही लगता है सिर्फ़ मेरी ही उम्र गुजर गयी गीत वहीं का वहीं है
यही तो गुज़रे दौर के गीतों की दिलकशी है की उनकी खुशबू हर दौर में बरकरार रहती है। चाहे उन्हें हम 60 साल बाद ही क्यों न सुन रहे हो। अब 1944 की रतन और 1946 कि अनमोल घड़ी फ़िल्म के गानों को ही लीजिए 78-80 साल बाद भी हमें ये तरोताज़ा लगते है। यही बड़ी खूबी है उस दौर के संगीत की।
Wah kya baat kahi hai Aapne उम्र गुज़र गयी गीत वही का वही है…. I just turned 40 still same feeling for this masterpiece
Meri 29 hai or mai ab bhi sunny hun
Mai 20 saal ka hu
ये सिर्फ गाना नही बल्कि एक बहुत गहरा अहसास है, एक पूरी कहानी है, एक जमाना है. किसी के दिल की आवाज़ है.
मेरा सबसे पसंदीदा गाना है बहुत बार सुन चुका हूं फिर उबन नही होती है
इन खूबसूरत पैरो को जमी पर न उतारियेगा मैले हो जायेंगे
गर्मियों की रात,छत पर सोते थे,देर रात दूर कहीं से रेडियो पर ये गीत बजता सुनाई देता था।जब 14 वर्ष उम्र थी,तब ही बड़ा गहरा बैठ गया मन में यह गीत।
वाह वाह लता जी,,,वाह मीना जी,,ऐसी रचनाएं ही #पाकीजा कहलाती हैं।
Jane kaha gaye wo din
Vakai aap bhi bahut shaukeen Hain aapki baton se lagta hai
Sahi kaha
Hm ne v ye din jeeya h gaw m
@@akramseta2434 f
Ha right radio pe ye gana sunte the hum
One like for co-dancers, for excellent synchronized dance. It makes even more elegant .
मीना जी लता जी सदियों सदियों तक याद
किये जाओगे बेहतरीन प्रस्तुति ❤❤
ईश्वर आपकी आत्मा को शांति प्रदान करें
🙏🙏 🌹🌹🌹🌹🌹🌹 🙏🙏
RIP Latha ji and Meena ji
Unaki atman ko to shanti hi shanti hai kyoko unaki katmai pavitr this jo parmatma main vilin ho gabi hai
पुरानी जिंदगी मिट्टी की घर थी , खाने के लिए भले ही रोटी नहीं थी लेकिन किसी चीज की खोने की डर नहीं, बस शांति ही शांति थी , सुकून की हवा मिलती थी 😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭
Bahut sundar
Do u even know what it means to have no bread?
सही कहा मेरे भाई 👍
Yes brother 👍😥
Sach ke rhe ho sir kya sundar time tha
मैंने 26साल तक इस फिल्म को देखने की कोशिश की मगर सेना में होने के कारण केवल फिल्मी पत्रिका में जानकारी ली और रिटायर होने के बाद 1997में टीवी पर देखी 1971से केवल गाने सुनता रहा था, अब तो मोबाइल फोन पर देख लेते हैं
Waaah g waaah
🙏
Waah sir
Jai hind sir
Ab daykhlo sir ji
Meena jee wrote fine poetry and yet she wasnt formally educated .but she had the passion to study ...what a fine artist she was ...in every movie her acting was simple powerfull and subtle....Allah unki magfret aur jannat naseeb fermaye Aameen
ये चिराग बुझ रहे हैं मेरे साथ जलते जलते।
What an amazing song.
शबे इंतजार आखिर कभी होगी मुंतसर भी, ये काली रात रूपी समय कभी तो खत्म हो जाएगा जीवन में सवेरा आयेगा, एक एक शब्द कैसा पिरोया है जो दिल की तह में समा गया है
I was talking to a 4g kid. Who become fan of meena k and lata ji.
Beyond expectations, he praised its flowing, sweetness. Melody comparing it with "Munni badnam huee" he revealed "this song deep goes to our existence slowly with a megical effect And Munni went out fully in 5 minutes. He thanked Technology to keep in tact this creation for new gen to enjoy differently.
गाने की धुन गजब है मै
2024 में कौन कौन ये गाना सुन रहे हैं
🙋♀️
Me😊
😊
Me
Yup
मैं दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र था जब पाकीज़ा में यह गीत गाया गया था। इसने पूरे क्षेत्र के दिलों को हिला दिया
Aaj ke time me hum sabhi hil jate hain sunkar 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💯💯💯💯💯
इसमें कोई शक नहीं
Aj bhi sab ko sundar lagat hai.
What a composition , flawless singing by Lataji
स्वर्गीय मीना कुमारी जैसी अदाकारा आज तक दूसरी कोई भी बॉलीवुड मे आई है ना आएगी मी ना कुमारी जी की तारीफ में मैं क्या कहूं मेरी आंखों में सिर्फ आंसू है ईश्वर से मेरी प्रार्थना है भगवान मीना कुमारी जी की आत्मा को शांति दे😢😢😢😢😢😢😢😢❤❤❤❤❤
3:09 is one of the most beautiful shots I've seen, just perfection.
I played the tape of all the Pakeezah songs to my Iranian friend in 1990 and he found it amazing. I used to know some farsi then and some words in Urdu are from Persian and I explained a few urdu words and he then understood the poetry, which enhanced his experience.
5:33 Whistle of the steam engine...transcending time & space . As if opening a window of time to another world & aligned to speed of warp .
आर्म्ड फोर्सेज मै पिता जी के साथ झांसी मै 1977 मै इस फिल्म को देखा था।वो नजारा और आनंद आज भी उतना ही है।परंतु वो योद्धा जिन्होंने तीन युद्ध लड़े आज हमारे बीच नहीं है उनकी याद समेटे हुए ये आज भी उतनी ही नई लगती है।और वो शक्तिमान गाड़िया और टैंको की कतार पिता जी के पास willy गाड़ी आज भी उनकी याद आती है।जब कभी बैठाकर घुमाते थे।
Lata Mangeshkar 22
A hidden hero behind the historic songs of movie Pakeezah was it's music director Gulam Mohammad. Don't know why he couldn't get that much popularity even after composing such immortal songs.
What nonsense. The music director is Naushad. Do your research 😡
The songs were composed by Ghulam Mohammad and after his death Naushad completed the album. Pakeezah was released in 1972 only after Mohammad’s death in 1968.
जितनी भी तारीफें की जाएं वो कम ही होगा मीना कुमारी जी के लिए।
Excellent Amazing Dance Performance,My Favorite Song 💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕
दिल को छू लेने वाला गीत है। बहुत सुन्दर गीत है।
पुराने गाने आज भी अच्छे लगते हैं धन्यवाद मीना कुमारी
మరపురాని మధురాతి మధురమైన మధురానుభూతిని కలిగించిన అత్యంత అద్భుతమైన అర్థవంతమైన అమూల్యమైన ఆణిముత్యంలాంటి గీతం.
स्व मीना कुमारी यांचा अभिनय बघणे म्हणजे एक मेजवानी आहे आणि दुसरे म्हणजे स्व लता दीदी यांनी हे गाणे गायले म्हणजे तर सगळे योग जुळून आले आहेत असे वाटते
Shabd apratim kavya
2024 me sunne Wale like kre😂😂🎉
लता जी ने भी क्या खूब गाया और मीना कुमारी जी ने भी बेखुबी निभाया ❤️
It's so sad that two weeks after this film released Meena was dead... she suffered from depression and alcohol abuse....may she rest in peace.
4:34 This line hit hard because she died soon after the release of this movie 😔
😢😢
Music Of Ghulam Mohammad Took This Song On Another Level🔥
Kya khubsurat lyrics hai.. Kaifi Azmi Sahab
aur kya music Diya hai.. Gulam Sahab ne..
aur Lata didi ka toh jawab hi nahi..🙌
Nasha Chad jata hai ye gana sunke.
Vary .varynice
To
If you listen this song in peaceful place that enjoyment is different.
Wah kya bol hain, labo lehja kitna sundar hai, gana likhne wale, aawaz dene wale aur urdu zaban sab ko salaam.Aaj bhi yeh geet dil ko chhuta hai.
This song is Urdu? 😮
Such a melody from the queen of classical songs dearest Lata Ji.... Amazing and timeless
इस दुनिया में लता जी का जगह लेने वाला अभी तक जन्म नही लिया है। Miss u laata diii ❤️🙏🙏🙏🙏🙏
Jo kahi gayi na mujse wo zamana keh. Raha hai
So hard to believe this song is 50 years old...pure class.. timeless... very subtle dance moves and gestures yet so emotionally powerful... this song portrays how helpless Meena is Infront of a very powerful man who owns her...yet she sings of another man she met on a train journey and lost her heart to.
This song was written in 58 when they started to film the movie. The production of the movie stopped half way and was completed 12 years later. Both Meena Kumari and Raj Kumar had visibly aged by then.
Very good morning sir good is god's World Li feRuningsmooTh
@@pashaj92 s start s, s setup s AZ
@@abhimanyusingh-yd2ty s,,,
@@pashaj92 ,s
Classics, listened to this song when i was 10. My mother's favourite and i keep on listening even when I have turned 51.
जब भी मूड बिगड़ा हो तो ये गाने फ्रेसनेस लाते हैं।धन्यवाद डाॅ.बद्रीप्रसाद सीहोर
Beauty of Urdu ❤ songs without Urdu words can't beat this ❤
Ikk sham 6 bje nind khulne wali thi tab ye gana suna,aur phir purane samay le gya ,aisa lag rha tha kuch zindagi ka hisaab kitab baki hain
इस गाने कि शुटिंग के दौरान मीना कुमारी जी की तबीयत खराब थी वो खड़ी होके डांस नही कर सकती थी। इसके बावजूद कितनी अच्छी तरह से एक्टिंग की है इसके कुछ दिनो बाद उनकी मृत्यु हो गई धन्य है महान अदाकारा मीना जी🙏🙏
I Love This Song.
Good information
Thanks for informing ma'am
Wahh wahh
@@manojmadhulalsingh1082❤❤
I was 17 when I first saw this movie, as a young girl I somehow believed these kind of strong connections exist and nature resonates with your emotions, timeless moments captured n rendered in this song and the way its composed n directed especially the whistle sound of the train in end of the song, such beautiful rendering and definitely it was a movie ahead of it times in all technicalities...yet these things seems like a dream in today's cinema n today's life.
S0AndS0START0006923
Cinema today has taken a gigantic leap forward albeit in a disastrous way.
No myth in content, no soul touching music and a shift from the values of subcontinent which we can only abhor
Vi
😊
@@umairakhatoon5861 ,,,see,, sew,,,,, as,,,,, AZ,,,,, AZ,,, as,,, see,,,s,,,,,,SC
@@umairakhatoon5861 ,,s start, s
Golden Era of Asian and indian music industry (1970-2000) ❤️❤️❤️
love from 90's kid
❤️❤️❤️❤️
,
@@maheshkolhe3338 ஃ
God bless you Dear.
@@maheshkolhe3338 I will be
Abhinaye kya hoti hai iss gaane mein mil jaayega, inko naachna nahi aata tha lekin apni bhangimaa se har lafjon ko bakhubi nibhayaa, this is called class acting
दिल💜❤ को स्पर्श करने वाले अमर गीत है बहुत सुन्दर पोस्ट
Beautiful song
Oh! Meena Kumari at her brilliant best. I was in my early 30s and I saw the movie in a Kolkata's New Market movie houses with a few colleagues. I, now 82, still enjoy all the songs of this unforgettable cinema.
I saw the movie in Singapore, now at 74 in USA still love the music clips
Wow so it's been 50 years. I love watching old movie clips and wondering how different life was in those days.
You people still alive... so one day you will say bye to this world...live for poor people...
Respect
Unforgettable
Listen right now 2024 20/10
Another one from Lata di, it will touch your soul. Brilliant piece of work across the board.
Even after 50 years still fresh. No doubt ever green. Melody queen Lathaji, tragedy queen Meena kumariji's magic made it immortal.
Deep kee jyoti , dil kee preeti dono kitne mjboor hain .
Lmbe antral anntr dono hee bujh jate hain .
Is geet kee bedna , intjar kee besbree ,
n jane rh rh kyon beintihan yad aate hain .
The thing which make this song beautiful is that every artist in this song did his best. Whether singer,dancer, musicians, videography, choreography everything is perfect. That's why this song is masterpiece
Kahan chale gae aisa aisa gana likhne wale un ki kami mahsoos hoti hai!
es gaane mei jo dard hai wo alag hi tareh ka hai...aisa lagta hai halaton se majboor koi insaan hai...jaise fasana ban gayi hai meri baat talte talte....aur phir yeh chiraag buj rahe hain mere saath jalte jalte...Kaifi Aazmi saheb ko dard ko pesh karne ki alag hi style thi..phir chahe yeh geet ho...hoke majboor usne bhulaya hoga ya phir ...koi yeh kaise bataye,tum itna jo muskura rahe ho etc...yeh shayaron mei hi baat hoti hai par afsos aajkal bollywood unki kadr nahin aata
Masterpiece! 👍👍👍👍👍
❤😊😢Its moments remember this song i mean to say yeh Alfaz Yeh Waqt Thum jata Hai Is Song K Alfaz Se
All praise to Tablji....
what he played ...every beat is maaterpiece to Noushad..
And Gulam Mohmmad...
No words describe their work.....if anyone knows name and address of this Tabla player ....plz give it...
Is song me sabhi ustad h bhai..
Sach me yaar what a composition and how excellently he played!!!! I saw many videos of this song playing tabla no one could even come closer to. Any master in tabla dares to play this song ??
this tabla player is most probably dead
Dil se ruh me utar jata he is gane ka ehsas jisne bhi banaya he use tahe dil se shukriya 🎉🎉🎉
Masterpiece by the great writer director Kamaal Amrohi . Exceptional cinematic experience 👌
And in the end the haunting sound of whistle of a coal driven train in the song is something which somehow unwittingly transports the listener into a different era/ time .. far far away from the present... Immaculate ...don't have more words for it 👌
No comparisons...great singer lata ji..great acting meena ji..great music..so Beautiful ❤❤❤❤❤❤
Old is Gold 🏆
All agreed.
जितना अधिक मैं इस गाने को सुनता हूं, उतना ही मुझे इससे प्यार हो जाता है।
What a song and what an acting. Legends are legends.
Great salute to all of them who are performing this video.
Lata jee and all the musicians uff.............
Love is over flowing
Pakizah
what a melodious song, I love to listen this song time and again.
@@girishjuyal1315 r4
Yes
इस प्रकार के गाने और धुन अब कहा बनता मेरी उम्र 23 वर्ष है पर ये गाना मुझे अत्यधिक प्रिय है
Such true n blissful love is very rare .... pure innocent love ....
Love is priceless. If love is their that is always pure.
@@KitchenforDiabetics yes truly
खास हम इस तरह की फ़िल्में सिनेमा में देख सकते 😢😢
The greatest song in Bollywood history!
Pakeezah is one of the best movies of India which people still listen and love songs.
Lata Mangeshkar we miss you 😭
बहोत छोटा था तब अपनी वालिदा को किसी उर्दू रिसाले को पढ़ते और वालिद साहब से यह कहते
सुना था कि ' देखिये लखनऊ चल रहे हैं तो हमें पाकीज़ा ज़रूर देखना है'। पाकीज़ा ने उन दोनों
पर क्या असर छोड़ा मैं नहीं जानता लेकिन मेरे
ज़ेहन पर जो नुक़ूश छोड़े वो इतनी गहराई में
पेवस्त हो गये कि पचास साल बाद भी जब
जब पाकीज़ा देखता हूँ तो बेसाख़ता उसके नग़में गुनगुनाने लगता हूँ ।
Yes I remember the day when I see this movie in 1973 in Mumbai in Kalpana talkies in kurla at the age of 12 year old. Now I have become 60 yr. Excellent movie of their time
Lovely, Amazing Dear Sir,
I Salute You, Allah Bless you 🙏
Love you From Kuwait.. 🌹🌹🇰🇼 🌹🌹
Earlier when during my childhood days i use to get so annoy when my father use to play this kind of old songs.. And my thought use to be ki aise gaane ko sunta hai yaar... But now here I am searching for this songs and listening these songs in loop... These songs feels like heaven now... ❤
Absolutely great song all those years ago and even now, so gorgeous to the mind and wellbeing, all praise to the singer and songwriter ✅💕💖 💕
Absolutely right, evergreen song.
kkk
@@ushakaimal1947
च
Ddd
This is called legacy.... what you leave after you... she passed away decades ago but still we remember her through
Decades ago? 🙄
@@ashishsaloni1194 1972
@@ashishsaloni1194 yes she died after two weeks of release of this movie 😢
Super dance-based song. The use of Lataji’s voice, instrumental tune, Meena Kumari’s expression, Tabla beat etc. are unparallel. Everything is well synchronized. What an excellent musical creation!
Meri umra 29 hai bachpan mein radio mein light jane par sunte the tabse man mein baith gaya hai ye song😢😢
Waah Dil khush ho jata h purane gane sun ke mai hmesa fan rhungi in old songs ke actor and actresses I love from bottom of my heart ❤️❤️
Rejuvenation of memories for us born in 1970s era. We saw this movie on Doordarshan TV or cable probably on Sat-Sun with family at dinner time. Un dinon ki yaad aati hai. 😔🙁. 26-7-2022.
So touchy and beautiful
Can make the listeners 😢 😭
Mai jab ish gane ko sunta hu to lgta hai ki jaise maine sara sukun pa liya ho
A song that goes straight to the soul with its haunting tune and lines that throb with some kind of pain and nostalgia. Thank you, master creators.
Mm
Well said my friend
🎉
My grandfather use to listen so I can across suddenly.....
Really Beautiful
Legend.... 💓 Touching..🙏🙏🙏🙏
Meena kumari is great actress in hindi cinema
इस गाने में एक एक प्वाइंट नोट कीजिए आपको कोई कमी नजर नहीं आएगी , दिल को छू लेने वाला ।
बीट देखिए , अल्फाज का अंदाज देखिए , कमाल का काम , कमाल अमरोही जी का 👍💖
If Lataji had sung just for this one film, she would still have been immortal.
All praises to Meena Kumari, Lata Mangeshkar, Kaifi Azmi and Ghulam Mohammed. Wonderful song!
I can’t believe how can she sang this without auto tune…..it’s almost impossible in this era without auto tune 😍😍😍😍😍
Bro you know shreya goshal
Only Lata Mangeshkar
Is there anyone listening to this song even in 2024?
What a sweet song.
Pichhle 7 dino se mere mobile me ye song chal rha h....lagatar.... fursat ke har pal me main ye song sun lena chahta hu...pata nahi zindagi ki bhagdaud kab fir se shuru ho jaye...ya fir kab zindgi ki shaam ho jaye
کاش 1970 80 میں پیدا ہو جاتے
I love this song
Music, lyrics, voice and presentation.. everything touches my heart. Listening on 29th June 2022. Anyone listening in 2022?
30 jun bro 🤜
Yes...omg....
Yesss 3 july 2022
8th July .... Yes 💯✨
Yess 8 July 2022
One of the songs that makes you realize that Music is an Art.
I’ve watched this movie more than 10 times. I’ll never ever get bored of watching it again.