धर्मेंद्र तिवारी जी आप दोनों को राम राम आप जो लड्डू की बात कर रहे थे आज के समय वह लड्डू बनाने बंद होगए देसी घी में बनाते थे और लोग बड़े चाव से कहते थे पहले आजकल लड्डू कबाड़ में बनाते हैं पहले कई दिन तक लड्डू खाते थे इसका मतलब लड्डू बहुत बढ़िया अच्छे
भाई कहानी तो सुथरी हैं दौनो ही ठीक है और दोनो ही शाबाशी के हक दार है पर शाबाशी बेमाता ने धर्मेन्द्र क्वारी जी के हिस्से में डाल दी है दोनो ही बढ़िया God bless you
अशोक भाई कोर्ट मैरिज बदलते परिवेश में हास्य कविता तो ठीक है, साथ संस्कृति की गम्भीरता भी कविता में समाहित है, जैसा कि धर्मेन्द्र जी ने स्वीकार किया है कि जिसे आपने टेंशन इंगित किया वह अच्छी थी, साथ ही आप भी सहमत हैं, ये सच भी है। कहने का मतलब आपको आदर्श मानकर ये कविता प्रेरणा का काम ना कर दे तो परिणाम ज्यादा अच्छे नहीं होंगे
एक बार सब देवताओं का सम्मेलन था। सारे देवता आपणी आपणी सवारीयां पै बैठ क सम्मेलन स्थल पर पहुंचगे।उड़ै एक पेड़ पर एक कबूतर बैठ्या था। यमराज आपणे झौटे पर त उतरे और कबूतर कानी देखा आर हांसकै सम्मेलन स्थल क भीतर बड़गे।उसै पेड़ पर एक गरूड़ बैठा था। कबूतर बोल्या भाई गरूड़ यमराज मेरे कानी हांसग्या आज मेरी मौत स। देवताओं का सम्मेलन खत्म होण त पहल्यां तूं मनै कितै दूर छोड़ आ। गरुड़ उसनै आपणी पाखां प बठा कै एक हजार किलोमीटर दूर हिमालय पर्वत की गुफा में छोड़ आया। गुफा में बड़ते ए कबूतर न बिल्ली खागी। गरूड़ उल्टा पहुंच गया। सम्मेलन खत्म होये पाछै यमराज बाहर आया आर उसनै गरूड़ त पूछा भाई तेरै धोरै एक कबूतर बैठ्या था वो कड़ै गया। गरूड़ बोल्या महाराज आप उस कानी देखकै हासें थे कबूतर डरग्या और मैं उसनै हिमालय पर्वत की कंदरा में छोड़ आया आर उड़ै उसनै बिल्ली खागी। यमराज न्यू बोल्या भाई बेमाता न उस कबूतर के लेख लिख राख्ये थे के आज के दिन इस कबूतर की मौत होवगी आर इसनै हिमालय पर्वत की गुफा में एक बिल्ली खावगी। मैं तो न्यू हांस्या था कि बेमाता का लेख झूठा होग्या इतणी दूर यो कबूतर मौत के टेम तांई पंहोचगा क्यूकर।
धर्मेंद्र भाई आपने लोक कथा सुनाई बहुत ही बढ़िया लगी और इस दूसरे भाई ने भी जो लोग कथा सुनाई वह भी इशारानी है आप इसी प्रकार वह कथा हर इतवार को सुनते रहना
किसानों के मसीहा हरियाणा केसरी
दीनबंधु सर छोटू राम जी की जयंती पर उन्हें सत सत नमन 🙏🙏🙏🙏
अशोक भाई ने जबरदस्त कथा सुनाई वाह जी वाह
Bhai ek hi to dil❤ hai kitni baar lutoge 🎉🎉🎉🎉
Superb episode
Bhut shandar 🎉🎉🎉Dono ko badhai
भाई कहानी तो सुथरी लागी। पर शाबाशी कोनसे न देंवा। दोनों एक दूसरे तै बढ़ कर सौ।लागे रहो........
धर्मेंद्र जी वकील साहब की लोक कथा भी हमें बहुत अच्छी लगी ऐसे ऐसे सुनते रहा करो
Gajab haa
आपकी लोककथाओं का कोई जवाब नहीं है अति सुंदर ❤❤❤❤❤❤
Shandaar Ashok Bhai Sahab & Dharmender Bhai Sahab.
ये प्रोग्राम बहुत बढ़िया है भाई
Wah bhaiyo❤
Bahut sundar ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Excellent story telling ...keep it up Dharmender Bhai
Bahut aacha
Good Lok katha by Dharmendra Ji and knowledgeable too.Jay Shri Krishna.
पुराने दिन याद करवा दिए दोनों भाईयों ने, धन्यवाद दोनों भाईयों को 🙏
बहुत अच्छी बाते बताई विवाह के समय की
धर्मेन्द्र जी नमस्कार,बहुत ही सुन्दर कहानी।
बेमाता ने परख दिया वो खोटा नहीं रहने का।
परमात्मा ने बढ़ा दिया वो छौटा नहीं रहने का।।
सुन्दर प्रस्तुति 🎉
❤
ब्याह का सूक्ष्म अवलोकन और सटीक वर्णन
शानदार एपिसोड...
🙏👍👍👍👍🙏
Intresting
Darmanr
Bai bara mja aaga
धर्मेंद्र तिवारी जी आप दोनों को राम राम आप जो लड्डू की बात कर रहे थे आज के समय वह लड्डू बनाने बंद होगए देसी घी में बनाते थे और लोग बड़े चाव से कहते थे पहले आजकल लड्डू कबाड़ में बनाते हैं पहले कई दिन तक लड्डू खाते थे इसका मतलब लड्डू बहुत बढ़िया अच्छे
राम राम जी 🙏🙏।
आपको बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏
haryana ke purane kisse sun ke sawad aagya bhai saab.... present mein sun ke ye sb purani harkte hoti thi humare haryana mein
🙏🙏
Rajesh mitter foji siwani
Aapki sari video dek ha bhaut kushi hoti ha
धन्यवाद आपका अशोक भाई मजा आ रहा है
वाह धर्मेंद्र जी... रमणीक...🎉🎉😂😂
😅😅😂😂 कढ़ी ताहि सोला हाथ खराब ना कर्या जा,,,मान गे गुरु 😂❤❤
भाई कहानी तो सुथरी हैं दौनो ही ठीक है और दोनो ही शाबाशी के हक दार है पर शाबाशी बेमाता ने धर्मेन्द्र क्वारी जी के हिस्से में डाल दी है दोनो ही बढ़िया God bless you
Mja aa gya bhai,achhi koshish h
Waah bhai waah
आज तो एंडी मजा आ गया भाई
Jabarjast 🎉
आप दोनों को सलाम
Too good ❤
Waah ji waah
Dharmender ji ye sabad vidhata hai jo bigad ke bemata ho gaya.
Great 🙏🏻
😂
उत्तम संदेश
Very good story with Excellent moral
Ashok baroda bhai shan hai ❤
V.good
All of u
Ham to bhai sunday ka intezar kra bhai drmeder kb aava lok katha
Ashok Bhai Ka Bahut bahut dhanyawad Ishi Kawita Jarur Likha Kar Maza aaya
Dharmendra Ji apko Dil se dhanyawaad ki jitne bhi guest facility bula rhe hai Ji vastav mein talented hai Ji sabhi ko dil se Dhanyawad Ji
Jai ho mahari Sanskriti ki, Bhaichara Zindabad Bharat Zindabad
Reality of haryana old days .thanks for repeat old days .pad pakdwa bhi hua krty
Very nice Sir . Both are great. Thank you
Very nice.
Excellent.
Excellent 🎉🎉
क्या बात है।
Andy program
🎉🎉🎉🎉🎉
🙏🙏👍👍
Super se bhi upar dear kawari ji❤❤❤
आदरणीय धर्मेंद्र भाई को बड़े प्रेम से भरपूर राम राम 😊
Very good 🎉
Ram Ram from USA
Daharmander ji
bhot bhot achaa kr rhe ho Aap
Proud of you 🙏
Gajab maja aaya dharmaender ji ❤. Bahot badhiya baatein batai aapne 👍
Gajab h bhai purana tym yaad larva diya
Bahut badhiya lok kath apki ji
Lokkatha 1 number Dharmendra ji
😊
Bahut hi sundar baat h ji aap ki
v good
Bhai sahab aap ne toh chala pad diya
V v nice
अशोक भाई कोर्ट मैरिज बदलते परिवेश में हास्य कविता तो ठीक है, साथ संस्कृति की गम्भीरता भी कविता में समाहित है, जैसा कि धर्मेन्द्र जी ने स्वीकार किया है कि जिसे आपने टेंशन इंगित किया वह अच्छी थी, साथ ही आप भी सहमत हैं, ये सच भी है। कहने का मतलब आपको आदर्श मानकर ये कविता प्रेरणा का काम ना कर दे तो परिणाम ज्यादा अच्छे नहीं होंगे
Very nice episode of hr lokakatha
Bahut badhiya Ashok Bhai 🙏
कहानी तो बढ़िया सुनाई
परंतु इतना पुराना टेलीफ़ोन कहां से लाए
Ashok ji ne moj ker di
एक बार सब देवताओं का सम्मेलन था। सारे देवता आपणी आपणी सवारीयां पै बैठ क सम्मेलन स्थल पर पहुंचगे।उड़ै एक पेड़ पर एक कबूतर बैठ्या था। यमराज आपणे झौटे पर त उतरे और कबूतर कानी देखा आर हांसकै सम्मेलन स्थल क भीतर बड़गे।उसै पेड़ पर एक गरूड़ बैठा था। कबूतर बोल्या भाई गरूड़ यमराज मेरे कानी हांसग्या आज मेरी मौत स। देवताओं का सम्मेलन खत्म होण त पहल्यां तूं मनै कितै दूर छोड़ आ। गरुड़ उसनै आपणी पाखां प बठा कै एक हजार किलोमीटर दूर हिमालय पर्वत की गुफा में छोड़ आया। गुफा में बड़ते ए कबूतर न बिल्ली खागी। गरूड़ उल्टा पहुंच गया। सम्मेलन खत्म होये पाछै यमराज बाहर आया आर उसनै गरूड़ त पूछा भाई तेरै धोरै एक कबूतर बैठ्या था वो कड़ै गया। गरूड़ बोल्या महाराज आप उस कानी देखकै हासें थे कबूतर डरग्या और मैं उसनै हिमालय पर्वत की कंदरा में छोड़ आया आर उड़ै उसनै बिल्ली खागी। यमराज न्यू बोल्या भाई बेमाता न उस कबूतर के लेख लिख राख्ये थे के आज के दिन इस कबूतर की मौत होवगी आर इसनै हिमालय पर्वत की गुफा में एक बिल्ली खावगी। मैं तो न्यू हांस्या था कि बेमाता का लेख झूठा होग्या इतणी दूर यो कबूतर मौत के टेम तांई पंहोचगा क्यूकर।
Roz Esi BAAT Sunaya Karo Thankyou
Very good
Dharmander ji I am 22 year old and i enjoy your company a lot keep going on ❤❤❤
Thank you so much 😀
Dharmendra ji jo aaj ke mehman ji ne purane samaya ki vastvikta batta di aaj ke mehman our aapko bhadhai
धर्मेंद्र भाई आपने लोक कथा सुनाई बहुत ही बढ़िया लगी और इस दूसरे भाई ने भी जो लोग कथा सुनाई वह भी इशारानी है आप इसी प्रकार वह कथा हर इतवार को सुनते रहना
Great efforts 👍
Dharmender sir today sir chutu Ram jyanti h
Kisan bhahiyo aaj kisanon ke masiha ch sar chotu ram ki jayanti par kisanon ke chote ram ko jarur yad kar liya kro bhagwan ke baad vhi chota ram tha
राम राम दोनो को
आजकल तो ऐसी हालत है कि हरियनवी होते हुए भी हरियाणा से अंजान है
Bhai Vali katha Chacha Jagdish ne suna rakhi hai 2 saal pehele or real baba voice channel pe pde hai char admi Vali katha
Very nice sir
Darmender bhai raja to apna bhi din me das bhari bhes badalta hai lekin garibon ka dhukh bad jata hai or amiro ka dhan or sukh bad jata hai
Rahbere aajam Chhotu Ram amar rahen
Bhai Shab Dushyant ko Aur Rok lena😂,
Kam se kam lok katha ka episode 2 ghante ka hona chahiye
Randhir,Malik
Guru ji parnam mahri to class bhi lewa hai law ki
Ye ashok bhai humara class mate the MDU ke law department me.