🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅 प्रेरणादायिनी मां जगदम्बा 🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅 मम्मा की आंतरिक तथा बाह्य सुंदरता सभी को अपनी ओर आकर्षित करती थी परंतु मम्मा ने कभी किसी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित होने नही दिया--सदा सभी को शिवपिता और ब्रह्मा माता की ओर आकर्षित किया। मम्मा का चेहरा सदा ही मुस्कुराता हुआ तथा खुशनुमा दिखाई देता था परंतु विशेष कार्य करते समय तथा मनन चिंतन करते समय मम्मा एकाग्रचित तथा गम्भीर दिखाई देती थीं। मम्मा की खुशी का कारण उनके दिल की सच्चाई सफाई थी , उनके इस आन्तरिक सौंदर्य से आकर्षित होकर उनके आसपास रहने वाली आत्माएँ सुख व हर्ष का अनुभव करती थीं। मम्मा सदा अपने कर्म व बोल पर ध्यान रखती थीं। मम्मा ने कभी हंसी मजाक मे या व्यर्थ बातों मे अपना समय नही गंवाया। हमारी प्यारी मम्मा हम सभी के लिए प्रेरणा का महा - स्रोत हैं। 🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅
🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅 प्रेरणादायिनी मां जगदम्बा 🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅 मम्मा की आंतरिक तथा बाह्य सुंदरता सभी को अपनी ओर आकर्षित करती थी परंतु मम्मा ने कभी किसी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित होने नही दिया--सदा सभी को शिवपिता और ब्रह्मा माता की ओर आकर्षित किया। मम्मा का चेहरा सदा ही मुस्कुराता हुआ तथा खुशनुमा दिखाई देता था परंतु विशेष कार्य करते समय तथा मनन चिंतन करते समय मम्मा एकाग्रचित तथा गम्भीर दिखाई देती थीं। मम्मा की खुशी का कारण उनके दिल की सच्चाई सफाई थी , उनके इस आन्तरिक सौंदर्य से आकर्षित होकर उनके आसपास रहने वाली आत्माएँ सुख व हर्ष का अनुभव करती थीं। मम्मा सदा अपने कर्म व बोल पर ध्यान रखती थीं। मम्मा ने कभी हंसी मजाक मे या व्यर्थ बातों मे अपना समय नही गंवाया। हमारी प्यारी मम्मा हम सभी के लिए प्रेरणा का महा - स्रोत हैं। 🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅
*आज की कहानी* *“मन का अहंकार”* ========================= *बूढी मां और लाचार बाप को बिलखता छोड़कर एक ऋषि तपस्या करने के लिए वन में चले गए !* *तप करने के बाद जब ऋषि उठे तो देखा कि एक कौवा अपनी चोंच में एक चिड़िया का बच्चा दबाकर उड़ रहा है !* *ऋषि ने क्रोध से कौवे की ओर देखा !ऋषि की आंखों से अग्नि की ज्वाला टूट पड़ी और कौवा जलकर वही खत्म हो गया !* *अपनी इस सिद्धि को देख कर ऋषि फूले नही समा रहे थे !* *अहंकार से भरे हुए ऋषि मठ की ओर चल पड़े और रास्ते में ऋषि एक दरवाजे पर जाकर भिक्षा के लिए खड़े हो गए !* *उनके बार-बार पुकारने पर कोई बाहर नही आया तो ऋषि क्रोधित हो गए !* *उन्होंने फिर पुकारा पर इस बार आवाज आई स्वामी जी ठहरिए मैं अभी साधना कर रही हूं ! जब साधना पूरी हो जाएगी तब मैं आपको भिक्षा दूंगी !* *अब ऋषि की क्रोध की सीमा पार हो गई थी !* *ऋषि क्रोध में आकर बोले दुष्टा ! तुम साधना कर रही हो या एक ऋषि का* *अपमान कर रही हो ! जानते नही कि इस अवहेलना का परिणाम क्या हो सकता है !* *भीतर से उतर आया मैं जानती हूं आप शाप देना चाहेंगे किंतु मैं कोई कौवा नहीं जो आप के प्रकोप से जलकर नष्ट हो जाऊंगी !* *जिसने जीवन भर पाला है मैं उस मां को छोड़कर कर तुम्हें भिक्षा कैसे दे सकती हूं !* *ऋषि का सिद्धि का अहंकार चूर चूर हो गया !* *कुछ देर बाद वह महिला बाहर आई तो ऋषि ने आश्चर्यपूर्वक महिला से पूछा ! अब कौन सी साधना करती है जिससे तुम मेरे बारे में सब कुछ जानती हो !* *उस महिला ने कहा - महात्मन मैं अपने पति बच्चे परिवार और समाज के प्रति कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक पालन करती हूं!यही मेरी सिद्धि है..!!* *🙏🏽🙏🙏🏼 ओम शांति*🙏🏿🙏🏾🙏🏻
*आज की कहानी* *“मन का अहंकार”* ========================= *बूढी मां और लाचार बाप को बिलखता छोड़कर एक ऋषि तपस्या करने के लिए वन में चले गए !* *तप करने के बाद जब ऋषि उठे तो देखा कि एक कौवा अपनी चोंच में एक चिड़िया का बच्चा दबाकर उड़ रहा है !* *ऋषि ने क्रोध से कौवे की ओर देखा !ऋषि की आंखों से अग्नि की ज्वाला टूट पड़ी और कौवा जलकर वही खत्म हो गया !* *अपनी इस सिद्धि को देख कर ऋषि फूले नही समा रहे थे !* *अहंकार से भरे हुए ऋषि मठ की ओर चल पड़े और रास्ते में ऋषि एक दरवाजे पर जाकर भिक्षा के लिए खड़े हो गए !* *उनके बार-बार पुकारने पर कोई बाहर नही आया तो ऋषि क्रोधित हो गए !* *उन्होंने फिर पुकारा पर इस बार आवाज आई स्वामी जी ठहरिए मैं अभी साधना कर रही हूं ! जब साधना पूरी हो जाएगी तब मैं आपको भिक्षा दूंगी !* *अब ऋषि की क्रोध की सीमा पार हो गई थी !* *ऋषि क्रोध में आकर बोले दुष्टा ! तुम साधना कर रही हो या एक ऋषि का* *अपमान कर रही हो ! जानते नही कि इस अवहेलना का परिणाम क्या हो सकता है !* *भीतर से उतर आया मैं जानती हूं आप शाप देना चाहेंगे किंतु मैं कोई कौवा नहीं जो आप के प्रकोप से जलकर नष्ट हो जाऊंगी !* *जिसने जीवन भर पाला है मैं उस मां को छोड़कर कर तुम्हें भिक्षा कैसे दे सकती हूं !* *ऋषि का सिद्धि का अहंकार चूर चूर हो गया !* *कुछ देर बाद वह महिला बाहर आई तो ऋषि ने आश्चर्यपूर्वक महिला से पूछा ! अब कौन सी साधना करती है जिससे तुम मेरे बारे में सब कुछ जानती हो !* *उस महिला ने कहा - महात्मन मैं अपने पति बच्चे परिवार और समाज के प्रति कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक पालन करती हूं!यही मेरी सिद्धि है..!!* *🙏🏽🙏🙏🏼 ओम शांति*🙏🏿🙏🏾🙏🏻
I can't expected why you do this in this place because human activity it self saying I am oll in oll before supreme soul bring on direction to following his face how should I expect even my master never respond to me give oll truth direction soul how to served oll truth but my master never kip me on why to following jast saying do my direction your on why now you are responding oll activity do good or bad on problem not me so master give truth direction and no moor respond to me because it not rule of law for master direction truths I expect my master oll truth direction and I expended lord ram krishna conseuness safety of life if knowledge om santi
Brahmakumaris me vo judte hai jinko Shanti chaiye hoti hai Om Shanti pyare baba
Om शांति shere
बहुत सुंदर सच में आप के ऊपर मां सरस्वती जी की बड़ी कृपा है अपने अपने राम जी की कबिता सुनकर आत्मा बिभोर हो जाती हैं
ओम शांति shere
Om shanti mere meethe pyare baba 🙏💐🌟
ओम
Outstanding and beautiful Kavita...om shanti...baba ke charno me Mera sat sat pranam
Om shanti shere
🇲🇰 Om Shanti ⭐ dhanyawad ✍️🇮🇳🙋 Abhinadn 🎄🙏
Om Shanti mere methe pyare baba sukriya Baba sukriya
Om shanti
ऊँ सान्ती प्यारे बाबामीठे बाबा ऊँ सान्ती
Om shanti shere
अति सुन्दर समन्वय 🎉🎉🎉🎉🎉ऊँ शांति🙏🙏🙏🙏🙏
Om shanti shere
।@@BKYogeshGwl123
Shiv babaji shukrana
ओम शांति shere
ओम शांति मीठे मीठे प्यारे प्यारे बाप दादा जी🙏🏻🇲🇰🙏🏻🇲🇰🙏🏻
ओम शांति शेरे
ओम शांति ♥️🙏
शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया मेरे बाबा तेरा शुक्रिया 🙏🌺🌷🌹🌺
❤ om Shanti shiv baba good night shiv parmatma ❤
Om shanti shere
Om Shanti sweets peyara baba app ka sukhria 💕🌹🇲🇰🌹🌹 bhuat sundor
Om baba
Mere baba payre baba om shanti
ओम शांति shere
🎉 ओम शांति परमात्मा को चरणों में कोटि-कोटि प्रणाम बहुत सुन्दर प्रस्तुति बधाई
ओम शांति shere
Om Shanti mithe pyare baba🎉🎉🎉❤❤❤😊😊😊
Om शांति shere
🪔🇮🇳🌄🌺🌿🕉️ शांती ⚛️ मेरे ❤ प्यारे 🌷मिठे🙏🏽 बाबा 🌺शुक्रीया🌿 शुक्रीया 🌿🌺🌄🇮🇳🪔
ओम शांति shere
Om Shanti mete mithe shivbaba
Om shanti shere
Mere pyare baba meethe babasukriya baba
ओम शांति shere
Om Shanti wha wha .thanks .God bless you Kumar beta .
Om shanti shere
Om Shanti 🙏 baba And devine soul's 🙏❤❤❤🎉🎉
Om shanti shere with family and friends
Kumar vishavash aaj mahan aatma hain
🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅🔅
प्रेरणादायिनी मां जगदम्बा
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मम्मा की आंतरिक तथा बाह्य सुंदरता सभी को अपनी ओर आकर्षित करती थी परंतु मम्मा ने कभी किसी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित होने नही दिया--सदा सभी को शिवपिता और ब्रह्मा माता की ओर आकर्षित किया।
मम्मा का चेहरा सदा ही मुस्कुराता हुआ तथा खुशनुमा दिखाई देता था परंतु विशेष कार्य करते समय तथा मनन चिंतन करते समय मम्मा एकाग्रचित तथा गम्भीर दिखाई देती थीं।
मम्मा की खुशी का कारण उनके दिल की सच्चाई सफाई थी , उनके इस आन्तरिक सौंदर्य से आकर्षित होकर उनके आसपास रहने वाली आत्माएँ सुख व हर्ष का अनुभव करती थीं।
मम्मा सदा अपने कर्म व बोल पर ध्यान रखती थीं। मम्मा ने कभी हंसी मजाक मे या व्यर्थ बातों मे अपना समय नही गंवाया।
हमारी प्यारी मम्मा हम सभी के लिए प्रेरणा का महा - स्रोत हैं।
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प्रेरणादायिनी मां जगदम्बा
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मम्मा की आंतरिक तथा बाह्य सुंदरता सभी को अपनी ओर आकर्षित करती थी परंतु मम्मा ने कभी किसी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित होने नही दिया--सदा सभी को शिवपिता और ब्रह्मा माता की ओर आकर्षित किया।
मम्मा का चेहरा सदा ही मुस्कुराता हुआ तथा खुशनुमा दिखाई देता था परंतु विशेष कार्य करते समय तथा मनन चिंतन करते समय मम्मा एकाग्रचित तथा गम्भीर दिखाई देती थीं।
मम्मा की खुशी का कारण उनके दिल की सच्चाई सफाई थी , उनके इस आन्तरिक सौंदर्य से आकर्षित होकर उनके आसपास रहने वाली आत्माएँ सुख व हर्ष का अनुभव करती थीं।
मम्मा सदा अपने कर्म व बोल पर ध्यान रखती थीं। मम्मा ने कभी हंसी मजाक मे या व्यर्थ बातों मे अपना समय नही गंवाया।
हमारी प्यारी मम्मा हम सभी के लिए प्रेरणा का महा - स्रोत हैं।
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Om shanti Bhai ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Om shanti shere
OM SHANTI🕉️🕉️🇮🇳
Om shanti shere
Atee sunder ....Omkar hi sarvatre hai....
Om shanti shere
Om shanti thankes🙏
*आज की कहानी*
*“मन का अहंकार”*
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*बूढी मां और लाचार बाप को बिलखता छोड़कर एक ऋषि तपस्या करने के लिए वन में चले गए !*
*तप करने के बाद जब ऋषि उठे तो देखा कि एक कौवा अपनी चोंच में एक चिड़िया का बच्चा दबाकर उड़ रहा है !*
*ऋषि ने क्रोध से कौवे की ओर देखा !ऋषि की आंखों से अग्नि की ज्वाला टूट पड़ी और कौवा जलकर वही खत्म हो गया !*
*अपनी इस सिद्धि को देख कर ऋषि फूले नही समा रहे थे !*
*अहंकार से भरे हुए ऋषि मठ की ओर चल पड़े और रास्ते में ऋषि एक दरवाजे पर जाकर भिक्षा के लिए खड़े हो गए !*
*उनके बार-बार पुकारने पर कोई बाहर नही आया तो ऋषि क्रोधित हो गए !*
*उन्होंने फिर पुकारा पर इस बार आवाज आई स्वामी जी ठहरिए मैं अभी साधना कर रही हूं ! जब साधना पूरी हो जाएगी तब मैं आपको भिक्षा दूंगी !*
*अब ऋषि की क्रोध की सीमा पार हो गई थी !*
*ऋषि क्रोध में आकर बोले दुष्टा ! तुम साधना कर रही हो या एक ऋषि का* *अपमान कर रही हो ! जानते नही कि इस अवहेलना का परिणाम क्या हो सकता है !*
*भीतर से उतर आया मैं जानती हूं आप शाप देना चाहेंगे किंतु मैं कोई कौवा नहीं जो आप के प्रकोप से जलकर नष्ट हो जाऊंगी !*
*जिसने जीवन भर पाला है मैं उस मां को छोड़कर कर तुम्हें भिक्षा कैसे दे सकती हूं !*
*ऋषि का सिद्धि का अहंकार चूर चूर हो गया !*
*कुछ देर बाद वह महिला बाहर आई तो ऋषि ने आश्चर्यपूर्वक महिला से पूछा ! अब कौन सी साधना करती है जिससे तुम मेरे बारे में सब कुछ जानती हो !*
*उस महिला ने कहा - महात्मन मैं अपने पति बच्चे परिवार और समाज के प्रति कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक पालन करती हूं!यही मेरी सिद्धि है..!!*
*🙏🏽🙏🙏🏼 ओम शांति*🙏🏿🙏🏾🙏🏻
Omshanti. Bahut bahut shukriya shukriya shukriya..
ओम शांति shere
Om Shanti baba 🙏🏻
Om shanti shere
OM shanti🙏🙏
ओम शांति
Om shanti mithe baba om shanti ❤❤❤❤❤❤
Om शांति shere
Om shanti mere baba mere Bhai ji
Shere it ओम शांति
ॐ शांति❤
Om shanti shere
ओम शांति ओम शांति बाबा ❤❤❤❤
Om shanti shere
Om shanti
ओम शांति shere
Jai shree Ram
ओम शांति प्यारे
Dear vishwas you remember God father shiv baba
Om shanti shere with family and friends
Om santi om
ओम शांति shere
Radhe,radhe,om,Shanti,baba
Namaskr,bhai,ji
Om shanti shere
Thank you baba
Om shanti shere with family and friends
Om Shanti 💐
Om shanti shere with family and friends
જયશ્રી કૃષ્ણ ખૂબ સરસ ંઃૐ શાંતિ
Om shanti shere
Mere pyare baba shukriya shukriya shukriya
Om shanti shere
Jay Ho Saraswati Putra
ओम शांति shere
MERE BABA
Yes
Omshanti mere mithe pyre Baba goodmorning very much thanks shukriya baba shukriya Bhai ji Satya hei very much thanks shukriya shukriya
Om shanti shere with family and friends
Omshanti shiv baba
Om shanti shere
जय ओम शांति
Om shanti shere
Om shanti shukriya shukriya shukriya
Om shanti shere
Omshanti.
*आज की कहानी*
*“मन का अहंकार”*
=========================
*बूढी मां और लाचार बाप को बिलखता छोड़कर एक ऋषि तपस्या करने के लिए वन में चले गए !*
*तप करने के बाद जब ऋषि उठे तो देखा कि एक कौवा अपनी चोंच में एक चिड़िया का बच्चा दबाकर उड़ रहा है !*
*ऋषि ने क्रोध से कौवे की ओर देखा !ऋषि की आंखों से अग्नि की ज्वाला टूट पड़ी और कौवा जलकर वही खत्म हो गया !*
*अपनी इस सिद्धि को देख कर ऋषि फूले नही समा रहे थे !*
*अहंकार से भरे हुए ऋषि मठ की ओर चल पड़े और रास्ते में ऋषि एक दरवाजे पर जाकर भिक्षा के लिए खड़े हो गए !*
*उनके बार-बार पुकारने पर कोई बाहर नही आया तो ऋषि क्रोधित हो गए !*
*उन्होंने फिर पुकारा पर इस बार आवाज आई स्वामी जी ठहरिए मैं अभी साधना कर रही हूं ! जब साधना पूरी हो जाएगी तब मैं आपको भिक्षा दूंगी !*
*अब ऋषि की क्रोध की सीमा पार हो गई थी !*
*ऋषि क्रोध में आकर बोले दुष्टा ! तुम साधना कर रही हो या एक ऋषि का* *अपमान कर रही हो ! जानते नही कि इस अवहेलना का परिणाम क्या हो सकता है !*
*भीतर से उतर आया मैं जानती हूं आप शाप देना चाहेंगे किंतु मैं कोई कौवा नहीं जो आप के प्रकोप से जलकर नष्ट हो जाऊंगी !*
*जिसने जीवन भर पाला है मैं उस मां को छोड़कर कर तुम्हें भिक्षा कैसे दे सकती हूं !*
*ऋषि का सिद्धि का अहंकार चूर चूर हो गया !*
*कुछ देर बाद वह महिला बाहर आई तो ऋषि ने आश्चर्यपूर्वक महिला से पूछा ! अब कौन सी साधना करती है जिससे तुम मेरे बारे में सब कुछ जानती हो !*
*उस महिला ने कहा - महात्मन मैं अपने पति बच्चे परिवार और समाज के प्रति कर्तव्यों का निष्ठापूर्वक पालन करती हूं!यही मेरी सिद्धि है..!!*
*🙏🏽🙏🙏🏼 ओम शांति*🙏🏿🙏🏾🙏🏻
Om.shanti❤
ओम शांति shere
Om shanti 🕉
ओम शांति shere
Guru ji namaskar
ओम शांति shere
Om Shere
Om shanti
जय श्री राम
Om shanti shere with your family and friends
❤❤❤🎉🎉🎉🎉
Om shanti shere
OM Namah Shivay
Om shanti shere
Om shanti om
Om shanti shere
🙏🙏
ओम शांति shere
❤
Om शांति shere
❤❤❤😊😊😊
ओम शांति shere
Ome shantibapdada
Om shanti shere
ओम शांति
Om shanti shere
Omshati baladin vai 🎉
Om shanti shere
ॐ शांति
Om shanti shere
🌎🇮🇳🇲🇰👏👏👏
ओम शांति shere
🎉❤🎉❤🎉🎉❤🎉❤🎉❤🎉❤🎉🎉
Om shanti shere
🌹💛🌹🙏🌟🌹🇲🇰🌹
जबरदस्तीसे ताली बजवा रहे है कुमार विश्वास,उत्फुर्त ताली होनी चाहीये,मांगनी नही चाहीये.
Om shanti shere with family and friends
Wow baba
Om shanti shere
ब्रह्कुमारी नहीं भाई जी ब्रह्मा कुमारी बोलो🙏🏻🇲🇰🙏🏻🇲🇰🙏🏻
ओम शांति shere
Kumar Vishwas ji Kavi Sanatan Dharm ke liye baudh Dharm per Katha Kijiye Jise dalit Samaj Hindu Samaj se Jude
ओम शांति shere
पैसे के लोभ या अज्ञानतावश, बहुत से लोग BK से जुड़ जाते हैं!
तो तुम मत जूडो
Om shanti bapdada jisukreya mere metha babaji good evening baba 🙏🏾🙏🏾🧡🙏🏾🙏🏾🧡🙏🏾🙏🏾🧡🙏🏾 om shanti 🙏🏾🙏🏾🧡🙏🏾
ओम शांति
He bishab su parsidh mahan urjao se apne chakro ko bailence kar har aatmao ko khushi or parphulit karne bale divay aatman aap ko
lakh lakh shiv baba ke or se aap samast aatmao ko es adheaatm paribar ko sache hirye ke tanhaeo se lakh lakh sobagat karta hu
HE AADARSH AATMAN MERA MAN OR HIRDAYE KO JO JIT LE LE BO YEK MAHAN MAHATMAN KI RUP EKHA HI NAHI BALIK DIVAY OR CHAITAN AATMA HAI
Chaitan mahan aatma hai aaj mera sampurn madhuban me barhmand ke sabhi dev or deviaa biraj man hai bipar bar
Banane apko is liye peida Kiya kay
एमएमक्या
I can't expected why you do this in this place because human activity it self saying I am oll in oll before supreme soul bring on direction to following his face how should I expect even my master never respond to me give oll truth direction soul how to served oll truth but my master never kip me on why to following jast saying do my direction your on why now you are responding oll activity do good or bad on problem not me so master give truth direction and no moor respond to me because it not rule of law for master direction truths I expect my master oll truth direction and I expended lord ram krishna conseuness safety of life if knowledge om santi
Om shanti shere
जय श्री राम
Om shanti shere with your family and friends
OM Namah Shivay
Om shanti shere