@@GraminKitab यहां पांडवों के समय का तीर्थ स्थान है जिसका नाम मूजावता तीर्थ है। यह। सिध तीर्थ है। यहां सनातन शिव मंदिर था तीर्थ पर ही तीर्थ पर अवैध रूप से घेर लिया गया है व। दूसरे किसी पंथ का आज वहां अस्तित्व है यहां साडिलय गौत्र के ब्राह्मण थे व बनिया सिंगला व प्रजापत सबसे ज्यादा मात्रा में थे आज नहीं है यहां पर 100 से भी ज्यादा साधूऔ की कूटिया हुआ करती थी जो समय के। साथ नष्ट हो गई है , अलख निरंजन , का मत्र ऊचारन् का जाप तपस्वी करते उसीके कारण निर्जन नाम पड़ा है इस तीर्थ में पिंड दान भी किया जाता था 🙏 समय का अभाव है कूछ जानकारी अभी भी रह गई हैं
राम राम जी सारा न 🙏🙏🙏
सभी अपने गांव का नाम कमेंट करें 🙏🙏🙏
❤️❤️❤️
All Rights Very Good Work❤❤❤
Jai shree ram 🙏🙏🙏🙏
जय शिव शंकर 🙏🙏🙏
वामन पुराण के अनुसार यह स्थान महादेव से जुड़ा है। ऐसा माना जाता है कि यहां एक रात उपवास करने के बाद गणेश के निवास गणपति को प्राप्त होता है
Great
Osm work
🇮🇳🇮🇳🇮🇳
gch kti
आधि अधूरी जानकारी दी है आपने
धन्यवाद जी आपने कमेंट किया
हम आपसे पूरी जानकारी की गुहार लगाते हैं
कृपया पूरी जानकारी आप कमेंट बॉक्स में दीजिए 🙏🙏
आपकी अति कृपा होगी
@@GraminKitab यहां पांडवों के समय का तीर्थ स्थान है जिसका नाम मूजावता तीर्थ है। यह। सिध तीर्थ है। यहां सनातन शिव मंदिर था तीर्थ पर ही तीर्थ पर अवैध रूप से घेर लिया गया है व। दूसरे किसी पंथ का आज वहां अस्तित्व है यहां साडिलय गौत्र के ब्राह्मण थे व बनिया सिंगला व प्रजापत सबसे ज्यादा मात्रा में थे आज नहीं है यहां पर 100 से भी ज्यादा साधूऔ की कूटिया हुआ करती थी जो समय के। साथ नष्ट हो गई है , अलख निरंजन , का मत्र ऊचारन् का जाप तपस्वी करते उसीके कारण निर्जन नाम पड़ा है इस तीर्थ में पिंड दान भी किया जाता था 🙏 समय का अभाव है कूछ जानकारी अभी भी रह गई हैं
दूसरी विडियो जरूर बनायेंगे आप सारी जानकारी एकत्रित कीजिए 🚩
हम इस इतिहास को उजागर जरूर करेंगे 🙏
पहले पूरी जानकारी ले ओर फिर वीडियो डाला कर भाई
जय हिन्द 🙏🙏
हर घर तिरंगा 🤟🤟🤟🤟
Nice