प्राचीन बंदरगाह, सिरकट्टी आश्रम कुटेना, चित्रोत्पला की धारा-12, old river port Kutena, Sirkatti

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  • เผยแพร่เมื่อ 30 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 28

  • @bharatekkhoz
    @bharatekkhoz 4 ปีที่แล้ว +2

    शानदार वीडियो राणा जी

  • @deesharthproperties2382
    @deesharthproperties2382 3 ปีที่แล้ว +1

    Jay ho etni Sundar Hindi pahli bar sunne ko mile 🌹

    • @trinathrana5886
      @trinathrana5886  3 ปีที่แล้ว

      धन्यवाद!🙏🙏🙏🙏🙏

  • @kkkrishnakumargupta5713
    @kkkrishnakumargupta5713 4 ปีที่แล้ว +1

    बेहतरीन राणा जी👌👌👌

  • @TikamVlogs
    @TikamVlogs 4 ปีที่แล้ว +1

    👌👌👌 bahut hi sundar jankari sir

  • @mukeshkurre7026
    @mukeshkurre7026 3 ปีที่แล้ว +1

    बहुत सुंदर अवलोकन

  • @RIGVLOGS
    @RIGVLOGS 4 ปีที่แล้ว +2

    उपयोगी एवं महत्वपूर्ण जानकारी मिली आपके चलचित्र से, उम्मीद है आगे भी इसी तरह की नई नई जानकारी मिलती रहेगी।

    • @trinathrana5886
      @trinathrana5886  4 ปีที่แล้ว

      धन्यवाद सर🙏🙏🙏😊😊😊

  • @ChhattisgarhDarshan63
    @ChhattisgarhDarshan63 4 ปีที่แล้ว +2

    Jai Johar Bhaiya

  • @omjaymanikpuri17
    @omjaymanikpuri17 2 ปีที่แล้ว +1

    Nice

  • @HamarGariyaband
    @HamarGariyaband 4 ปีที่แล้ว +1

    👌👌👌👌👌❤️❤️❤️

  • @golunareti6054
    @golunareti6054 4 ปีที่แล้ว +1

    बहुत अच्छा हिंदी बोले

    • @trinathrana5886
      @trinathrana5886  4 ปีที่แล้ว

      धन्यवाद!🙏🙏🙏🙏

  • @nagmanidewangan9111
    @nagmanidewangan9111 4 ปีที่แล้ว +1

    👌👌👌🙏🙏🙏

  • @golunareti6054
    @golunareti6054 3 ปีที่แล้ว +1

    त्रिनाथ राणा सर; पैरी नदी के प्राचीन नाम क्या था इसके बारे में आपको जानकारी है क्या?

    • @trinathrana5886
      @trinathrana5886  3 ปีที่แล้ว

      अभी तक तो नहीं है सर..प्रयास करते हैं🙏🙏🙏🙏

  • @chattisgarhxyz395
    @chattisgarhxyz395 ปีที่แล้ว

    मैंने खुद इस जगह से कई बार कई बर्तन हीरा मोती मिट्टी के आभूषण अशोक और बाबर के जमाने के सिक्के घासीदास संग्रहालय रायपुर में दान किए लेकिन विभाग ही हरामखोर है

    • @trinathrana5886
      @trinathrana5886  ปีที่แล้ว

      achha kam kiya aapne.. vibhag ko dhyan Dena chahiye

  • @jaalimsinhjaadejaa8283
    @jaalimsinhjaadejaa8283 ปีที่แล้ว +1

    आज के समय मे किसी भी आंग्ल फारसी उर्दू शब्दो का उपयोग किये बगैर धारा प्रवाह हिंदी वकतव्य देना बहुत दुर्लभ कला है। धन्य हो,🙏