Congress will show where AAP stands in Punjab this time... AAP is no less corrupt, itna paisa log pe karch kiya hota toh advertisement ki zarurat na padthi...
@@DJ-ti8lm Modi ne hindutva ke naam pe logo ka kaata ab kejriwal vikas ke naam pe kaatega aage, aur vikas kuch hona nahi hai. Ye sab ek hi group ke hai. Aam janta ko lootne ka group. Jaise modi ki leher thi waise ab media, youtube facebook kejriwal ki leher banaenge aur deah ko fir 10 saal aaram se bechenge. Ye sab bus chehre hai, modi ka bhoot logo ke sar se utrega fir media kejriwal ka bhoot logo ke sir pe chadhaega. Aur log bevkoof bante rahenge. Right to recall aur jury system kanoon ki maang kare, vikas apne aap ho jaega.
@@DJ-ti8lm advertisement ka paisa iski jeb se nahi lag raha, media isko coverage de rahi hai aur media ko iska paisa rockefeller USA se de raha hai. Kyunki modi ke baad ye bhi ek candidate ho sakta hai. Kejriwal is not money hungry but power and fame hungry guy who is very clever. Desh fir se bevkoof banega.
*समाज मे बदलाव क्यो नही आता ?* *क्यो की* *गरीब में हिम्मत नही,मध्यम को फुरसत नही ओर अमीर को जरूरत नही ।*. Ab fir moka mila hai apney hak k liye sath deney ka kyoki koi abhi khada hai tumarey liye warna koi bat nahi ....mera bharat mahan ..🌹🌹🌹🙏🙏
@@hmittra Sidodiya dogla hai. Dogle loog Pm nahi ban sakta. No doubt Kejriwal is Visionary toh usse Delhi taak hi rehne do. Wou bhi Congress jaisa Muslim dominance le aaega nothing else for sake of votes
कैसे बनाया अमेरिका ने अरविंद केजरीवाल को, जानिए पूरी कहानी ( थोड़ा धैर्य रखकर पूरा पढ़िये ) कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली एनजीओ गिरोह ‘राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी)’ ने घोर सांप्रदायिक ‘सांप्रदायिक और लक्ष्य केंद्रित हिंसा निवारण अधिनियम’ का ड्राफ्ट तैयार किया गया । एनएसी की एक प्रमुख सदस्य अरुणा राय के साथ मिलकर अरविंद केजरीवाल ने सरकारी नौकरी में रहते हुए एनजीओ की कार्यप्रणाली समझी और फिर ‘परिवर्तन’ नामक एनजीओ से जुड़ गए। अरविंद लंबे अरसे तक राजस्व विभाग से छुटटी लेकर भी सरकारी तनख्वाह ले रहे थे और एनजीओ से भी वेतन उठा रहे थे, जो ‘श्रीमान ईमानदार’ को कानूनन भ्रष्टाचारी की श्रेणी में रखता है। वर्ष 2006 में ‘परिवर्तन’ में काम करने के दौरान ही उन्हें अमेरिकी ‘फोर्ड फाउंडेशन’ व ‘रॉकफेलर ब्रदर्स फंड’ ने ‘उभरते नेतृत्व’ के लिए ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ पुरस्कार दिया, जबकि उस वक्त तक अरविंद ने ऐसा कोई काम नहीं किया था, जिसे उभरते हुए नेतृत्व का प्रतीक माना जा सके। इसके बाद अरविंद अपने पुराने सहयोगी मनीष सिसोदिया के एनजीओ ‘कबीर’ से जुड़ गए, जिसका गठन इन दोनों ने मिलकर वर्ष 2005 में किया था। ८अरविंद को समझने से पहले 'रेमॉन मेग्सेसाय’ को समझ लीजिए!* अमेरिकी नीतियों को पूरी दुनिया में लागू कराने के लिए अमेरिकी खुफिया ब्यूरो ‘सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए)’ अमेरिका की मशहूर कार निर्माता कंपनी ‘फोर्ड’ द्वारा संचालित ‘फोर्ड फाउंडेशन’ एवं कई अन्य फंडिंग एजेंसी के साथ मिलकर काम करती रही है। 1953 में फिलिपिंस की पूरी राजनीति व चुनाव को सीआईए ने अपने कब्जे में ले लिया था। भारतीय अरविंद केजरीवाल की ही तरह सीआईए ने उस वक्त फिलिपिंस में ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ को खड़ा किया था और उन्हें फिलिपिंस का राष्ट्रपति बनवा दिया था। अरविंद केजरीवाल की ही तरह ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ का भी पूर्व का कोई राजनैतिक इतिहास नहीं था। 'रेमॉन मेग्सेसाय’ के जरिए फिलिपिंस की राजनीति को पूरी तरह से अपने कब्जे में करने के लिए अमेरिका ने उस जमाने में प्रचार के जरिए उनका राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय ‘छवि निर्माण’ से लेकर उन्हें ‘नॉसियोनालिस्टा पार्टी’ का उम्मीदवार बनाने और चुनाव जिताने के लिए करीब 5 मिलियन डॉलर खर्च किया था। तत्कालीन सीआईए प्रमुख एलन डॉउल्स की निगरानी में इस पूरी योजना को उस समय के सीआईए अधिकारी ‘एडवर्ड लैंडस्ले’ ने अंजाम दिया था। इसकी पुष्टि 1972 में एडवर्ड लैंडस्ले द्वारा दिए गए एक साक्षात्कार में हुई। ठीक अरविंद केजरीवाल की ही तरह रेमॉन मेग्सेसाय की ईमानदार छवि को गढ़ा गया और ‘डर्टी ट्रिक्स’ के जरिए विरोधी नेता और फिलिपिंस के तत्कालीन राष्ट्रपति ‘क्वायरिनो’ की छवि धूमिल की गई। यह प्रचारित किया गया कि क्वायरिनो भाषण देने से पहले अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए ड्रग का उपयोग करते हैं। रेमॉन मेग्सेसाय की ‘गढ़ी गई ईमानदार छवि’ और क्वायरिनो की ‘कुप्रचारित पतित छवि’ ने रेमॉन मेग्सेसाय को दो तिहाई बहुमत से जीत दिला दी और अमेरिका अपने मकसद में कामयाब रहा था।
भारत में इस समय अरविंद केजरीवाल बनाम अन्य राजनीतिज्ञों की बीच अंतर दर्शाने के लिए छवि गढ़ने का जो प्रचारित खेल चल रहा है वह अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए द्वारा अपनाए गए तरीके और प्रचार से बहुत कुछ मेल खाता है। उन्हीं ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ के नाम पर एशिया में अमेरिकी नीतियों के पक्ष में माहौल बनाने वालों, वॉलेंटियर तैयार करने वालों, अपने देश की नीतियों को अमेरिकी हित में प्रभावित करने वालों, भ्रष्टाचार के नाम पर देश की चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने वालों को ‘फोर्ड फाउंडेशन’ व ‘रॉकफेलर ब्रदर्स फंड’ मिलकर अप्रैल 1957 से ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ अवार्ड प्रदान कर रही है। *'आम आदमी पार्टी’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल और उनके साथी व ‘आम आदमी पार्टी’ के विधायक मनीष सिसोदिया को भी वही ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ पुरस्कार मिला है और सीआईए के लिए फंडिंग करने वाली उसी ‘फोर्ड फाउंडेशन’ के फंड से उनका एनजीओ ‘कबीर’ और ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ मूवमेंट खड़ा हुआ है। भारत में राजनैतिक अस्थिरता के लिए एनजीओ और मीडिया में विदेशी फंडिंग!* ‘फोर्ड फाउंडेशन’ के एक अधिकारी स्टीवन सॉलनिक के मुताबिक ‘‘कबीर को फोर्ड फाउंडेशन की ओर से वर्ष 2005 में 1 लाख 72 हजार डॉलर एवं वर्ष 2008 में 1 लाख 97 हजार अमेरिकी डॉलर का फंड दिया गया।’’ यही नहीं, ‘कबीर’ को ‘डच दूतावास’ से भी मोटी रकम फंड के रूप में मिली। अमेरिका के साथ मिलकर नीदरलैंड भी अपने दूतावासों के जरिए दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में अमेरिकी-यूरोपीय हस्तक्षेप बढ़ाने के लिए वहां की गैर सरकारी संस्थाओं यानी एनजीओ को जबरदस्त फंडिंग करती है। अंग्रेजी अखबार ‘पॉयनियर’ में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक डच यानी नीदरलैंड दूतावास अपनी ही एक एनजीओ ‘हिवोस’ के जरिए नरेंद्र मोदी की गुजरात सरकार को अस्थिर करने में लगे विभिन्न भारतीय एनजीओ को अप्रैल 2008 से 2012 के बीच लगभग 13 लाख यूरो, मतलब करीब सवा नौ करोड़ रुपए की फंडिंग कर चुकी है। इसमें एक अरविंद केजरीवाल का एनजीओ भी शामिल है। ‘हिवोस’ को फोर्ड फाउंडेशन भी फंडिंग करती है।
केजरीवाल जी एक बहुत ही ईमानदार छवि के व्यक्ति है विकास दिव्य कीर्ति जी का ये वीडियो देख मेरे दिल में केजरीवाल जी के लिए और भी इज्जत बढ़ गई !!! ❤ से सलाम करता हूं केजरीवाल जी को जिन्होंने दिल्ली की शिक्षा प्रणाली व हॉस्पिटलो की व्यवस्था को बहुत अच्छे तरीके से सुधार के रख दिया
भारत में इस समय अरविंद केजरीवाल बनाम अन्य राजनीतिज्ञों की बीच अंतर दर्शाने के लिए छवि गढ़ने का जो प्रचारित खेल चल रहा है वह अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए द्वारा अपनाए गए तरीके और प्रचार से बहुत कुछ मेल खाता है। उन्हीं ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ के नाम पर एशिया में अमेरिकी नीतियों के पक्ष में माहौल बनाने वालों, वॉलेंटियर तैयार करने वालों, अपने देश की नीतियों को अमेरिकी हित में प्रभावित करने वालों, भ्रष्टाचार के नाम पर देश की चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने वालों को ‘फोर्ड फाउंडेशन’ व ‘रॉकफेलर ब्रदर्स फंड’ मिलकर अप्रैल 1957 से ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ अवार्ड प्रदान कर रही है। *'आम आदमी पार्टी’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल और उनके साथी व ‘आम आदमी पार्टी’ के विधायक मनीष सिसोदिया को भी वही ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ पुरस्कार मिला है और सीआईए के लिए फंडिंग करने वाली उसी ‘फोर्ड फाउंडेशन’ के फंड से उनका एनजीओ ‘कबीर’ और ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ मूवमेंट खड़ा हुआ है। भारत में राजनैतिक अस्थिरता के लिए एनजीओ और मीडिया में विदेशी फंडिंग!* ‘फोर्ड फाउंडेशन’ के एक अधिकारी स्टीवन सॉलनिक के मुताबिक ‘‘कबीर को फोर्ड फाउंडेशन की ओर से वर्ष 2005 में 1 लाख 72 हजार डॉलर एवं वर्ष 2008 में 1 लाख 97 हजार अमेरिकी डॉलर का फंड दिया गया।’’ यही नहीं, ‘कबीर’ को ‘डच दूतावास’ से भी मोटी रकम फंड के रूप में मिली। अमेरिका के साथ मिलकर नीदरलैंड भी अपने दूतावासों के जरिए दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में अमेरिकी-यूरोपीय हस्तक्षेप बढ़ाने के लिए वहां की गैर सरकारी संस्थाओं यानी एनजीओ को जबरदस्त फंडिंग करती है। अंग्रेजी अखबार ‘पॉयनियर’ में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक डच यानी नीदरलैंड दूतावास अपनी ही एक एनजीओ ‘हिवोस’ के जरिए नरेंद्र मोदी की गुजरात सरकार को अस्थिर करने में लगे विभिन्न भारतीय एनजीओ को अप्रैल 2008 से 2012 के बीच लगभग 13 लाख यूरो, मतलब करीब सवा नौ करोड़ रुपए की फंडिंग कर चुकी है। इसमें एक अरविंद केजरीवाल का एनजीओ भी शामिल है। ‘हिवोस’ को फोर्ड फाउंडेशन भी फंडिंग करती है।
Huge respect to those great souls who got killed or harmed in this Protest 🪧 and fought for common peoples rights. There Name will be lost in history…..
Arvind Kejriwal is the best that our country has..... No one comes even close to him in today's politics.We need an educated PM and Kejriwal is best for this post.... Hope we will se him as PM of India in future.
@@hariveshsingh7229 hummmm..there is no problem with running PM.. edible oil 220.. petroleum products 100 above LPG 1000 around....gst on education products 18% .... still you are completely blind... this is ridiculous...
A teacher is who imparts knowledge, A Guru is the one who builds character. Gurus like Dr. Vikas Divyakirti are essential for building a strong nation.
@@shikhark3587 I myself am a government official working as a Class-1 Central Government official. I have my own perspective. I see whatever he is teaching it has truth to it.
@@avipandey1281 there are many reasons, 1. Social division based on cast 2. Misplaced priorities (religion bias over widespread illiteracy and poverty) 3. Population 4. Criminalization of politics Basically, it's not the IAS/ IPS who are corrupt. Corruption starts from the normal public. Unfortunately, the population is so huge that public and private resources seem inadequate due to which people adopt shortcuts by bribing the govt. officials. At the same time, govt. officials also indulge in corrupt practices due to various reasons. By the way, my comment was in reference to the teaching of DivyaKirti Sir. One should remember that character building is not a one-two year process. You need such mentors for life time to be in your right senses.
INDIA is not Facing Leadership issues…….. Our Motherland is Facing Systemic issues where you, me & we all are part of Problem…….!!!! We just want to put blame on others…… with this Attitude Even after 1000 years India will be the SAME….!!!!!
Being an IITian i always thought to get into IAS or IES and get settled. But watching kejriwal sir , i am more intersted in politics right now will be happy to serve for the nation as a minister.
@@oris2723 Bhai Engineering actual me technology, time management, pressure handling, dealing with situation in sabka mixture hai, jo ache se engineering kar leta h wo sab kuch kar sakta h life mein.
कैसे बनाया अमेरिका ने अरविंद केजरीवाल को, जानिए पूरी कहानी ( थोड़ा धैर्य रखकर पूरा पढ़िये ) कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली एनजीओ गिरोह ‘राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी)’ ने घोर सांप्रदायिक ‘सांप्रदायिक और लक्ष्य केंद्रित हिंसा निवारण अधिनियम’ का ड्राफ्ट तैयार किया गया । एनएसी की एक प्रमुख सदस्य अरुणा राय के साथ मिलकर अरविंद केजरीवाल ने सरकारी नौकरी में रहते हुए एनजीओ की कार्यप्रणाली समझी और फिर ‘परिवर्तन’ नामक एनजीओ से जुड़ गए। अरविंद लंबे अरसे तक राजस्व विभाग से छुटटी लेकर भी सरकारी तनख्वाह ले रहे थे और एनजीओ से भी वेतन उठा रहे थे, जो ‘श्रीमान ईमानदार’ को कानूनन भ्रष्टाचारी की श्रेणी में रखता है। वर्ष 2006 में ‘परिवर्तन’ में काम करने के दौरान ही उन्हें अमेरिकी ‘फोर्ड फाउंडेशन’ व ‘रॉकफेलर ब्रदर्स फंड’ ने ‘उभरते नेतृत्व’ के लिए ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ पुरस्कार दिया, जबकि उस वक्त तक अरविंद ने ऐसा कोई काम नहीं किया था, जिसे उभरते हुए नेतृत्व का प्रतीक माना जा सके। इसके बाद अरविंद अपने पुराने सहयोगी मनीष सिसोदिया के एनजीओ ‘कबीर’ से जुड़ गए, जिसका गठन इन दोनों ने मिलकर वर्ष 2005 में किया था। ८अरविंद को समझने से पहले 'रेमॉन मेग्सेसाय’ को समझ लीजिए!* अमेरिकी नीतियों को पूरी दुनिया में लागू कराने के लिए अमेरिकी खुफिया ब्यूरो ‘सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए)’ अमेरिका की मशहूर कार निर्माता कंपनी ‘फोर्ड’ द्वारा संचालित ‘फोर्ड फाउंडेशन’ एवं कई अन्य फंडिंग एजेंसी के साथ मिलकर काम करती रही है। 1953 में फिलिपिंस की पूरी राजनीति व चुनाव को सीआईए ने अपने कब्जे में ले लिया था। भारतीय अरविंद केजरीवाल की ही तरह सीआईए ने उस वक्त फिलिपिंस में ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ को खड़ा किया था और उन्हें फिलिपिंस का राष्ट्रपति बनवा दिया था। अरविंद केजरीवाल की ही तरह ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ का भी पूर्व का कोई राजनैतिक इतिहास नहीं था। 'रेमॉन मेग्सेसाय’ के जरिए फिलिपिंस की राजनीति को पूरी तरह से अपने कब्जे में करने के लिए अमेरिका ने उस जमाने में प्रचार के जरिए उनका राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय ‘छवि निर्माण’ से लेकर उन्हें ‘नॉसियोनालिस्टा पार्टी’ का उम्मीदवार बनाने और चुनाव जिताने के लिए करीब 5 मिलियन डॉलर खर्च किया था। तत्कालीन सीआईए प्रमुख एलन डॉउल्स की निगरानी में इस पूरी योजना को उस समय के सीआईए अधिकारी ‘एडवर्ड लैंडस्ले’ ने अंजाम दिया था। इसकी पुष्टि 1972 में एडवर्ड लैंडस्ले द्वारा दिए गए एक साक्षात्कार में हुई। ठीक अरविंद केजरीवाल की ही तरह रेमॉन मेग्सेसाय की ईमानदार छवि को गढ़ा गया और ‘डर्टी ट्रिक्स’ के जरिए विरोधी नेता और फिलिपिंस के तत्कालीन राष्ट्रपति ‘क्वायरिनो’ की छवि धूमिल की गई। यह प्रचारित किया गया कि क्वायरिनो भाषण देने से पहले अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए ड्रग का उपयोग करते हैं। रेमॉन मेग्सेसाय की ‘गढ़ी गई ईमानदार छवि’ और क्वायरिनो की ‘कुप्रचारित पतित छवि’ ने रेमॉन मेग्सेसाय को दो तिहाई बहुमत से जीत दिला दी और अमेरिका अपने मकसद में कामयाब रहा था।
भारत में इस समय अरविंद केजरीवाल बनाम अन्य राजनीतिज्ञों की बीच अंतर दर्शाने के लिए छवि गढ़ने का जो प्रचारित खेल चल रहा है वह अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए द्वारा अपनाए गए तरीके और प्रचार से बहुत कुछ मेल खाता है। उन्हीं ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ के नाम पर एशिया में अमेरिकी नीतियों के पक्ष में माहौल बनाने वालों, वॉलेंटियर तैयार करने वालों, अपने देश की नीतियों को अमेरिकी हित में प्रभावित करने वालों, भ्रष्टाचार के नाम पर देश की चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने वालों को ‘फोर्ड फाउंडेशन’ व ‘रॉकफेलर ब्रदर्स फंड’ मिलकर अप्रैल 1957 से ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ अवार्ड प्रदान कर रही है। *'आम आदमी पार्टी’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल और उनके साथी व ‘आम आदमी पार्टी’ के विधायक मनीष सिसोदिया को भी वही ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ पुरस्कार मिला है और सीआईए के लिए फंडिंग करने वाली उसी ‘फोर्ड फाउंडेशन’ के फंड से उनका एनजीओ ‘कबीर’ और ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ मूवमेंट खड़ा हुआ है। भारत में राजनैतिक अस्थिरता के लिए एनजीओ और मीडिया में विदेशी फंडिंग!* ‘फोर्ड फाउंडेशन’ के एक अधिकारी स्टीवन सॉलनिक के मुताबिक ‘‘कबीर को फोर्ड फाउंडेशन की ओर से वर्ष 2005 में 1 लाख 72 हजार डॉलर एवं वर्ष 2008 में 1 लाख 97 हजार अमेरिकी डॉलर का फंड दिया गया।’’ यही नहीं, ‘कबीर’ को ‘डच दूतावास’ से भी मोटी रकम फंड के रूप में मिली। अमेरिका के साथ मिलकर नीदरलैंड भी अपने दूतावासों के जरिए दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में अमेरिकी-यूरोपीय हस्तक्षेप बढ़ाने के लिए वहां की गैर सरकारी संस्थाओं यानी एनजीओ को जबरदस्त फंडिंग करती है। अंग्रेजी अखबार ‘पॉयनियर’ में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक डच यानी नीदरलैंड दूतावास अपनी ही एक एनजीओ ‘हिवोस’ के जरिए नरेंद्र मोदी की गुजरात सरकार को अस्थिर करने में लगे विभिन्न भारतीय एनजीओ को अप्रैल 2008 से 2012 के बीच लगभग 13 लाख यूरो, मतलब करीब सवा नौ करोड़ रुपए की फंडिंग कर चुकी है। इसमें एक अरविंद केजरीवाल का एनजीओ भी शामिल है। ‘हिवोस’ को फोर्ड फाउंडेशन भी फंडिंग करती है।
Shri Arvind Kejriwal is a living legend, an epitome of honesty and integrity and a man with the guts and vision to face all personal hardships to transform goverance for the people. So grateful for his humble existence. ❤️❤️🇮🇳🇮🇳🙏🏻🙏🏻
Ha bade Legend hai har baat pe TV ke aage sirf rona hi aata hai kendra sarkar ne ye nahi dia wo kam Nahi kia Sab free me chahiye To sit ji CM sirf vigyapan pe photo dilhane ke liye hi Ho kya aap
I'm from Bihar and I support AAP, Bihar badly needs Ex Officer Arvind Kejriwal so that our next generation kids gets good education and all the people gets good health care and all the services from the bestest of the best and I believe none other than Sir Kejriwal can do this. Please sir we're waiting for you to come here huge respect
This is very informative ... Thank u sir ... Plz upload such good deeds of politician or officers at high position so that PPL can support them with awarness of their work and not by blind faith
कैसे बनाया अमेरिका ने अरविंद केजरीवाल को, जानिए पूरी कहानी ( थोड़ा धैर्य रखकर पूरा पढ़िये ) कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली एनजीओ गिरोह ‘राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी)’ ने घोर सांप्रदायिक ‘सांप्रदायिक और लक्ष्य केंद्रित हिंसा निवारण अधिनियम’ का ड्राफ्ट तैयार किया गया । एनएसी की एक प्रमुख सदस्य अरुणा राय के साथ मिलकर अरविंद केजरीवाल ने सरकारी नौकरी में रहते हुए एनजीओ की कार्यप्रणाली समझी और फिर ‘परिवर्तन’ नामक एनजीओ से जुड़ गए। अरविंद लंबे अरसे तक राजस्व विभाग से छुटटी लेकर भी सरकारी तनख्वाह ले रहे थे और एनजीओ से भी वेतन उठा रहे थे, जो ‘श्रीमान ईमानदार’ को कानूनन भ्रष्टाचारी की श्रेणी में रखता है। वर्ष 2006 में ‘परिवर्तन’ में काम करने के दौरान ही उन्हें अमेरिकी ‘फोर्ड फाउंडेशन’ व ‘रॉकफेलर ब्रदर्स फंड’ ने ‘उभरते नेतृत्व’ के लिए ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ पुरस्कार दिया, जबकि उस वक्त तक अरविंद ने ऐसा कोई काम नहीं किया था, जिसे उभरते हुए नेतृत्व का प्रतीक माना जा सके। इसके बाद अरविंद अपने पुराने सहयोगी मनीष सिसोदिया के एनजीओ ‘कबीर’ से जुड़ गए, जिसका गठन इन दोनों ने मिलकर वर्ष 2005 में किया था। ८अरविंद को समझने से पहले 'रेमॉन मेग्सेसाय’ को समझ लीजिए!* अमेरिकी नीतियों को पूरी दुनिया में लागू कराने के लिए अमेरिकी खुफिया ब्यूरो ‘सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए)’ अमेरिका की मशहूर कार निर्माता कंपनी ‘फोर्ड’ द्वारा संचालित ‘फोर्ड फाउंडेशन’ एवं कई अन्य फंडिंग एजेंसी के साथ मिलकर काम करती रही है। 1953 में फिलिपिंस की पूरी राजनीति व चुनाव को सीआईए ने अपने कब्जे में ले लिया था। भारतीय अरविंद केजरीवाल की ही तरह सीआईए ने उस वक्त फिलिपिंस में ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ को खड़ा किया था और उन्हें फिलिपिंस का राष्ट्रपति बनवा दिया था। अरविंद केजरीवाल की ही तरह ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ का भी पूर्व का कोई राजनैतिक इतिहास नहीं था। 'रेमॉन मेग्सेसाय’ के जरिए फिलिपिंस की राजनीति को पूरी तरह से अपने कब्जे में करने के लिए अमेरिका ने उस जमाने में प्रचार के जरिए उनका राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय ‘छवि निर्माण’ से लेकर उन्हें ‘नॉसियोनालिस्टा पार्टी’ का उम्मीदवार बनाने और चुनाव जिताने के लिए करीब 5 मिलियन डॉलर खर्च किया था। तत्कालीन सीआईए प्रमुख एलन डॉउल्स की निगरानी में इस पूरी योजना को उस समय के सीआईए अधिकारी ‘एडवर्ड लैंडस्ले’ ने अंजाम दिया था। इसकी पुष्टि 1972 में एडवर्ड लैंडस्ले द्वारा दिए गए एक साक्षात्कार में हुई। ठीक अरविंद केजरीवाल की ही तरह रेमॉन मेग्सेसाय की ईमानदार छवि को गढ़ा गया और ‘डर्टी ट्रिक्स’ के जरिए विरोधी नेता और फिलिपिंस के तत्कालीन राष्ट्रपति ‘क्वायरिनो’ की छवि धूमिल की गई। यह प्रचारित किया गया कि क्वायरिनो भाषण देने से पहले अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए ड्रग का उपयोग करते हैं। रेमॉन मेग्सेसाय की ‘गढ़ी गई ईमानदार छवि’ और क्वायरिनो की ‘कुप्रचारित पतित छवि’ ने रेमॉन मेग्सेसाय को दो तिहाई बहुमत से जीत दिला दी और अमेरिका अपने मकसद में कामयाब रहा था।
भारत में इस समय अरविंद केजरीवाल बनाम अन्य राजनीतिज्ञों की बीच अंतर दर्शाने के लिए छवि गढ़ने का जो प्रचारित खेल चल रहा है वह अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए द्वारा अपनाए गए तरीके और प्रचार से बहुत कुछ मेल खाता है। उन्हीं ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ के नाम पर एशिया में अमेरिकी नीतियों के पक्ष में माहौल बनाने वालों, वॉलेंटियर तैयार करने वालों, अपने देश की नीतियों को अमेरिकी हित में प्रभावित करने वालों, भ्रष्टाचार के नाम पर देश की चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने वालों को ‘फोर्ड फाउंडेशन’ व ‘रॉकफेलर ब्रदर्स फंड’ मिलकर अप्रैल 1957 से ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ अवार्ड प्रदान कर रही है। *'आम आदमी पार्टी’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल और उनके साथी व ‘आम आदमी पार्टी’ के विधायक मनीष सिसोदिया को भी वही ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ पुरस्कार मिला है और सीआईए के लिए फंडिंग करने वाली उसी ‘फोर्ड फाउंडेशन’ के फंड से उनका एनजीओ ‘कबीर’ और ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ मूवमेंट खड़ा हुआ है। भारत में राजनैतिक अस्थिरता के लिए एनजीओ और मीडिया में विदेशी फंडिंग!* ‘फोर्ड फाउंडेशन’ के एक अधिकारी स्टीवन सॉलनिक के मुताबिक ‘‘कबीर को फोर्ड फाउंडेशन की ओर से वर्ष 2005 में 1 लाख 72 हजार डॉलर एवं वर्ष 2008 में 1 लाख 97 हजार अमेरिकी डॉलर का फंड दिया गया।’’ यही नहीं, ‘कबीर’ को ‘डच दूतावास’ से भी मोटी रकम फंड के रूप में मिली। अमेरिका के साथ मिलकर नीदरलैंड भी अपने दूतावासों के जरिए दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में अमेरिकी-यूरोपीय हस्तक्षेप बढ़ाने के लिए वहां की गैर सरकारी संस्थाओं यानी एनजीओ को जबरदस्त फंडिंग करती है। अंग्रेजी अखबार ‘पॉयनियर’ में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक डच यानी नीदरलैंड दूतावास अपनी ही एक एनजीओ ‘हिवोस’ के जरिए नरेंद्र मोदी की गुजरात सरकार को अस्थिर करने में लगे विभिन्न भारतीय एनजीओ को अप्रैल 2008 से 2012 के बीच लगभग 13 लाख यूरो, मतलब करीब सवा नौ करोड़ रुपए की फंडिंग कर चुकी है। इसमें एक अरविंद केजरीवाल का एनजीओ भी शामिल है। ‘हिवोस’ को फोर्ड फाउंडेशन भी फंडिंग करती है।
कैसे बनाया अमेरिका ने अरविंद केजरीवाल को, जानिए पूरी कहानी ( थोड़ा धैर्य रखकर पूरा पढ़िये ) कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली एनजीओ गिरोह ‘राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी)’ ने घोर सांप्रदायिक ‘सांप्रदायिक और लक्ष्य केंद्रित हिंसा निवारण अधिनियम’ का ड्राफ्ट तैयार किया गया । एनएसी की एक प्रमुख सदस्य अरुणा राय के साथ मिलकर अरविंद केजरीवाल ने सरकारी नौकरी में रहते हुए एनजीओ की कार्यप्रणाली समझी और फिर ‘परिवर्तन’ नामक एनजीओ से जुड़ गए। अरविंद लंबे अरसे तक राजस्व विभाग से छुटटी लेकर भी सरकारी तनख्वाह ले रहे थे और एनजीओ से भी वेतन उठा रहे थे, जो ‘श्रीमान ईमानदार’ को कानूनन भ्रष्टाचारी की श्रेणी में रखता है। वर्ष 2006 में ‘परिवर्तन’ में काम करने के दौरान ही उन्हें अमेरिकी ‘फोर्ड फाउंडेशन’ व ‘रॉकफेलर ब्रदर्स फंड’ ने ‘उभरते नेतृत्व’ के लिए ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ पुरस्कार दिया, जबकि उस वक्त तक अरविंद ने ऐसा कोई काम नहीं किया था, जिसे उभरते हुए नेतृत्व का प्रतीक माना जा सके। इसके बाद अरविंद अपने पुराने सहयोगी मनीष सिसोदिया के एनजीओ ‘कबीर’ से जुड़ गए, जिसका गठन इन दोनों ने मिलकर वर्ष 2005 में किया था। ८अरविंद को समझने से पहले 'रेमॉन मेग्सेसाय’ को समझ लीजिए!* अमेरिकी नीतियों को पूरी दुनिया में लागू कराने के लिए अमेरिकी खुफिया ब्यूरो ‘सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए)’ अमेरिका की मशहूर कार निर्माता कंपनी ‘फोर्ड’ द्वारा संचालित ‘फोर्ड फाउंडेशन’ एवं कई अन्य फंडिंग एजेंसी के साथ मिलकर काम करती रही है। 1953 में फिलिपिंस की पूरी राजनीति व चुनाव को सीआईए ने अपने कब्जे में ले लिया था। भारतीय अरविंद केजरीवाल की ही तरह सीआईए ने उस वक्त फिलिपिंस में ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ को खड़ा किया था और उन्हें फिलिपिंस का राष्ट्रपति बनवा दिया था। अरविंद केजरीवाल की ही तरह ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ का भी पूर्व का कोई राजनैतिक इतिहास नहीं था। 'रेमॉन मेग्सेसाय’ के जरिए फिलिपिंस की राजनीति को पूरी तरह से अपने कब्जे में करने के लिए अमेरिका ने उस जमाने में प्रचार के जरिए उनका राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय ‘छवि निर्माण’ से लेकर उन्हें ‘नॉसियोनालिस्टा पार्टी’ का उम्मीदवार बनाने और चुनाव जिताने के लिए करीब 5 मिलियन डॉलर खर्च किया था। तत्कालीन सीआईए प्रमुख एलन डॉउल्स की निगरानी में इस पूरी योजना को उस समय के सीआईए अधिकारी ‘एडवर्ड लैंडस्ले’ ने अंजाम दिया था। इसकी पुष्टि 1972 में एडवर्ड लैंडस्ले द्वारा दिए गए एक साक्षात्कार में हुई। ठीक अरविंद केजरीवाल की ही तरह रेमॉन मेग्सेसाय की ईमानदार छवि को गढ़ा गया और ‘डर्टी ट्रिक्स’ के जरिए विरोधी नेता और फिलिपिंस के तत्कालीन राष्ट्रपति ‘क्वायरिनो’ की छवि धूमिल की गई। यह प्रचारित किया गया कि क्वायरिनो भाषण देने से पहले अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए ड्रग का उपयोग करते हैं। रेमॉन मेग्सेसाय की ‘गढ़ी गई ईमानदार छवि’ और क्वायरिनो की ‘कुप्रचारित पतित छवि’ ने रेमॉन मेग्सेसाय को दो तिहाई बहुमत से जीत दिला दी और अमेरिका अपने मकसद में कामयाब रहा था।
मेरा किसी राजनीतिक पार्टी से लगाव नहीं है मुझे बस ईमानदार लोग पसंद है चाहे वो किसी भी पार्टी का हो जो हमारे देश को आगे ले जाए...! 🙏🙏🇮🇳 जय हिन्द जय भारत 🇮🇳🙏🙏
Absolutely sir.we want transparency in our system We were respecting kejriwal But today I want say "love you Kejriwal sir" yes he is kejriwal Sir not kejriwal only ❤️❤️❤️❤️❤️❤️
I am a loyal supporter of arvind kejriwal I am in class 12th from bseb. But the education system of Bihar is too bad 😢 I want to meet Mr arvind kejriwal please🙏🙏 agar sach me achhe insan hai to please ek bar meelne ka mujhe mauka dijiye🙏🙏 please team aam admi party🎉
We have to learn politics from Arvind kejriwal.Clean politics good governance. After 10 yrs full country will have good politics and excellent politics
No one can deny the words of Dr. Vikas Divyakirti Sir because he has a lot of facts for his every sentence. My respect for the honorable Chief Minister of Delhi Shri Arvind Kejriwal ji is increasing day by day after my visit to Delhi.
@@sheshnarayanshrivas5745 Ji, mein aapki bhavnaon ko poori tarah se samjhta hu.. dekhiye yeh bhot samvedan sheel mudda hai! or hume mikar Bharat rashtra ko Viswaguru banana hai Mein samajh skta hu yeh bhavnaaon ko or meine AAP Delhi se yeh prathna bhi ki hai ki aise muddon saiyyam k sath bolna chahiye tax free hi toh krna tha aise toh ghatiya se ghatiya flop movies ko bhi kiya hai toh iss ko bhi kr dete. Par Educational sector or Health sector m hon'ble CM of Delhi ne jo kaam kiya hai vo prashansniya hai
@@yinyang.333 Ok then you have to Appreciate Jakir Naik for having a Naik Surname! Surname is not a blot or someone is not a blot on surname because surname are just for Government Identity that's it, note anyone can change their Name as well surname through an affidavit duly signed by the applicant and attested by Judicial Magistrate/Notary or Gazette Notification. What I'm trying to convey don't be political! be a neutral or balanced person. What is correct for the nation and their citizens I appreciate that whom ever politician or party can do that So firstly leave political mindset I appreciate Hon'ble PM of India Shri Narendra Modi ji too Even Vikas sir also appreciate him but people like you see negativity only.
@@yinyang.333 What's the surname of our great Rishis, Maharishi's , Acharyas, Brahmins, or Mahapurush like Shri Ram, Shri Krishn ji ? Jai Shri Krishn 🙏🏻 Jai Shree Ram Leave Political Mindset!
Because honesty is the worst policy in indian politics that's why a few educated, modest and honest people always pulled down and dragged and put their mouths shut for they can't raise their voices to unveil the truth this country is full of evil dark just coz ho some mean national and local leaders and now we have mr. Kejriwal sir right in front just like a lighting lamp that needs to be followed by the people of our country for the building of an ideally prosper nation
These types of good things happen when an educted person become leader. Really kejriwal can do alot for the development of country. Kejriwal is One of my Favorite Leader.
No doubt , time will come and Kejriwal will become the PM and then only good days will be appeared in the country. An IAS trainer has expressed his views and appreciated to Arvind Kejriwal being a true and dynamic political leader. We wish Kejriwal all the very best and simultaneously we pray God to sustain him in every walk of life.
Well I have said many times and I will say again.. Arvind sir is Revolutionary man of India ..And Raghav Sir 💪 ...Both are Doing amazing work in new Delhi ....we need leaders like them in uttarpradesh Tooo...
Arvind ji is struggling today also.. He works for people fights for people.. Get all policies and welfare schemes cleared from Central.. Wish him best to get atleast 1 full state..
@@iit-b3869 abhi tak maine ek bhi vote nahi diya hai having age 30 years.kabhi collage ki wajah se to kabhi job preparation ki wajah se. Lekin jiss election me bihar me AAP election ladegi main vote dunga .kahin bhi rahun aake dunga
Arvind kejriwal is marvalous examppe of simple lfe and extraordinary thinking... He shows a true power of common man... He is amazing extraordinaryyy .. And i am also preparing for civil services and i realise the he a sort of our motivation if a common man decoded that he wanted to change the world then he can do it no matter what willl happen to him and what tue oyher thought of him
Or dange v bohot honge or jihadiyo ko kaha jayega ki ye to abhi nadan hai...tb tum log kahoge ki proof kya hai ki danga jihadiyo ne hi kiya hai 🤣🤣🤣🤣🤣..... Sharm ati hai ap jaiso pr jo dusro ko andhbhakt kahte hai or khud iska palan kr te hai......
@@AbhishekRaj-iz7xx godi media k bilroduct please apna nonsense apne zee news tk he rkhiyee . Ha aplog ko lgta hoga ki hindu kamzor hai modi k bina nai kr paega magar i dont think ki we are weak than jihadi .
आदरणीय गुरुजी को प्रणाम काश मुझे भी आपके जैसे गुरु पहले मिल गए होते तो मैं भी कुछ और बन जाता मैं स्टूडेंट तो नहीं हुई फिर भी आपसे मिलकर चरण स्पर्श करने की इच्छा रखता हूं आपकी सभी स्पीच शिक्षाप्रद होती है ईश्वर कभी तो मेरी कामना पूर्ण करेगा .
after hearing all this my respect to you sir increased many time because you remember that great work of them that other forgot or think that its not worth remembering
@@Adityaankit-px1cq BJP=cong=AAP...koi shak....ab bata kiska bhakt hu me. Thoda rajniti se upar uth ke dimag laga. Sab ke sab chor hai ye. Sab loot rahe hai desh ko bari bari. Police aur Court ke corruption ke upar in me se kis party ne kabhi koi kanoon banaya? Administration reforms kiye? Swadeshi Engineering aur maths science me kuch kaam kiya kisi party ne jisse hum USA ki barabari kar sake? Thoda bhakt bhakt khelne se time mile to ache kanoon ke baare me padhna jisse desh ka bhala ho.
If Congress does its corruption but if kejrival spends crores on advertisement, it's campaigning.. where does corrupt free kejrival gets crores of money for advertisement
Kaash aysa ho jaaye. Lekin hamaarey desh ke log haraami hain. Dekhtey Hain ke wo kitna saath detey hain inka... Kisi bhi samaaj ke charitra ke lehaaz se , us me jin logo ko pasand kiya jaata hay, wahi log us samaaj me oopar utha kartey hain. BJP agar oppar aai hay to wajah yahi hay. Shayd Delhi ke logo me thodi si aqal thi.
Sahi mainey mai badi mushkil se hum sabko kejriwalji jaisa admi hum logo ko mila hai ....hum logo ko milke inke sath chalna chhiye ...kejriwal ji ko pm bana dena chhiye . .desh ka bhavishya bahut acha hoga
After hearing all this my respect to arvind sir increased many times
And Manish sisodiya also
Vikash divyakriti sir ko next delhi ka CM hona chahiye.।।
Congress will show where AAP stands in Punjab this time... AAP is no less corrupt, itna paisa log pe karch kiya hota toh advertisement ki zarurat na padthi...
@@DJ-ti8lm Modi ne hindutva ke naam pe logo ka kaata ab kejriwal vikas ke naam pe kaatega aage, aur vikas kuch hona nahi hai. Ye sab ek hi group ke hai. Aam janta ko lootne ka group. Jaise modi ki leher thi waise ab media, youtube facebook kejriwal ki leher banaenge aur deah ko fir 10 saal aaram se bechenge. Ye sab bus chehre hai, modi ka bhoot logo ke sar se utrega fir media kejriwal ka bhoot logo ke sir pe chadhaega. Aur log bevkoof bante rahenge.
Right to recall aur jury system kanoon ki maang kare, vikas apne aap ho jaega.
@@DJ-ti8lm advertisement ka paisa iski jeb se nahi lag raha, media isko coverage de rahi hai aur media ko iska paisa rockefeller USA se de raha hai. Kyunki modi ke baad ye bhi ek candidate ho sakta hai. Kejriwal is not money hungry but power and fame hungry guy who is very clever. Desh fir se bevkoof banega.
Very honest person Arvind Kejriwal sir🙏
*समाज मे बदलाव क्यो नही आता ?*
*क्यो की*
*गरीब में हिम्मत नही,मध्यम को फुरसत नही ओर अमीर को जरूरत नही ।*.
Ab fir moka mila hai apney hak k liye sath deney ka kyoki koi abhi khada hai tumarey liye warna koi bat nahi ....mera bharat mahan ..🌹🌹🌹🙏🙏
Sahi kahe bhai
😮
Kyu ki garib or bubes dabane ke liye hote hai😂
जो व्यक्ति irs की नौकरी छोड़ कर आया देश भक्ति के लिए/ जनता के लिए ..... आज कुछ गँवार नमूने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते है। ❤
Tere jase murkh jisko free ka chahiye usko hi khujli achha lagta hai
Right
Bat to bilkul sahi kaha aapne
Ji nhi eso aaraam ki life k liye aaya h desh bagti k liye nhi
@@Jaishreeram-no4rh andhbhakt...Tu bhi kr le kuchh aisa tu isse zyada aaram kriye...
लोकतंत्र का पाचवा खंबा है...गुरुविद्या...जीसे आप बेहतरीन तरीके से निभा रहे हो.... आपको नमन और धन्यवाद..जय हिंद.
हमने तो चार ही सुने थे! पाँचवाँ आपने अपने मन से बना लिया!
Bhai kon kon se h btana bhai
इतने भावुक ना हो भाई, अरबपति इंसान है वो, की निस्वार्थ समाज सेवा लोकतंत्र की रक्षा में नही कर रहा।।😂😂😂
@@swatantrasamvaad6448 sahi baat hai
@@swatantrasamvaad6448 yahi baat logo ko samajh ni aa rahi
Not doubt these persons are very honest, dedicated & hardworking. Nex PM should be AK and Edu. Min. M. Sisodiya.
What to do with the bhakts who will not let it happen
Aayga toh Modi hee😎
@@hmittra Sidodiya dogla hai. Dogle loog Pm nahi ban sakta. No doubt Kejriwal is Visionary toh usse Delhi taak hi rehne do. Wou bhi Congress jaisa Muslim dominance le aaega nothing else for sake of votes
what the fuck
kuch bhi
@@nurain-gamergirl4965 Tubh toh yeh desh anpadh hi rahega 😔
My brother is an IAS officer and we had a discussion about this many years back. It's true.
कैसे बनाया अमेरिका ने अरविंद केजरीवाल को, जानिए पूरी कहानी ( थोड़ा धैर्य रखकर पूरा पढ़िये )
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली एनजीओ गिरोह ‘राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी)’ ने घोर सांप्रदायिक ‘सांप्रदायिक और लक्ष्य केंद्रित हिंसा निवारण अधिनियम’ का ड्राफ्ट तैयार किया गया । एनएसी की एक प्रमुख सदस्य अरुणा राय के साथ मिलकर अरविंद केजरीवाल ने सरकारी नौकरी में रहते हुए एनजीओ की कार्यप्रणाली समझी और फिर ‘परिवर्तन’ नामक एनजीओ से जुड़ गए। अरविंद लंबे अरसे तक राजस्व विभाग से छुटटी लेकर भी सरकारी तनख्वाह ले रहे थे और एनजीओ से भी वेतन उठा रहे थे, जो ‘श्रीमान ईमानदार’ को कानूनन भ्रष्टाचारी की श्रेणी में रखता है। वर्ष 2006 में ‘परिवर्तन’ में काम करने के दौरान ही उन्हें अमेरिकी ‘फोर्ड फाउंडेशन’ व ‘रॉकफेलर ब्रदर्स फंड’ ने ‘उभरते नेतृत्व’ के लिए ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ पुरस्कार दिया, जबकि उस वक्त तक अरविंद ने ऐसा कोई काम नहीं किया था, जिसे उभरते हुए नेतृत्व का प्रतीक माना जा सके। इसके बाद अरविंद अपने पुराने सहयोगी मनीष सिसोदिया के एनजीओ ‘कबीर’ से जुड़ गए, जिसका गठन इन दोनों ने मिलकर वर्ष 2005 में किया था।
८अरविंद को समझने से पहले 'रेमॉन मेग्सेसाय’ को समझ लीजिए!*
अमेरिकी नीतियों को पूरी दुनिया में लागू कराने के लिए अमेरिकी खुफिया ब्यूरो ‘सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए)’ अमेरिका की मशहूर कार निर्माता कंपनी ‘फोर्ड’ द्वारा संचालित ‘फोर्ड फाउंडेशन’ एवं कई अन्य फंडिंग एजेंसी के साथ मिलकर काम करती रही है। 1953 में फिलिपिंस की पूरी राजनीति व चुनाव को सीआईए ने अपने कब्जे में ले लिया था। भारतीय अरविंद केजरीवाल की ही तरह सीआईए ने उस वक्त फिलिपिंस में ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ को खड़ा किया था और उन्हें फिलिपिंस का राष्ट्रपति बनवा दिया था। अरविंद केजरीवाल की ही तरह ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ का भी पूर्व का कोई राजनैतिक इतिहास नहीं था। 'रेमॉन मेग्सेसाय’ के जरिए फिलिपिंस की राजनीति को पूरी तरह से अपने कब्जे में करने के लिए अमेरिका ने उस जमाने में प्रचार के जरिए उनका राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय ‘छवि निर्माण’ से लेकर उन्हें ‘नॉसियोनालिस्टा पार्टी’ का उम्मीदवार बनाने और चुनाव जिताने के लिए करीब 5 मिलियन डॉलर खर्च किया था। तत्कालीन सीआईए प्रमुख एलन डॉउल्स की निगरानी में इस पूरी योजना को उस समय के सीआईए अधिकारी ‘एडवर्ड लैंडस्ले’ ने अंजाम दिया था। इसकी पुष्टि 1972 में एडवर्ड लैंडस्ले द्वारा दिए गए एक साक्षात्कार में हुई।
ठीक अरविंद केजरीवाल की ही तरह रेमॉन मेग्सेसाय की ईमानदार छवि को गढ़ा गया और ‘डर्टी ट्रिक्स’ के जरिए विरोधी नेता और फिलिपिंस के तत्कालीन राष्ट्रपति ‘क्वायरिनो’ की छवि धूमिल की गई। यह प्रचारित किया गया कि क्वायरिनो भाषण देने से पहले अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए ड्रग का उपयोग करते हैं। रेमॉन मेग्सेसाय की ‘गढ़ी गई ईमानदार छवि’ और क्वायरिनो की ‘कुप्रचारित पतित छवि’ ने रेमॉन मेग्सेसाय को दो तिहाई बहुमत से जीत दिला दी और अमेरिका अपने मकसद में कामयाब रहा था।
भारत में इस समय अरविंद केजरीवाल बनाम अन्य राजनीतिज्ञों की बीच अंतर दर्शाने के लिए छवि गढ़ने का जो प्रचारित खेल चल रहा है वह अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए द्वारा अपनाए गए तरीके और प्रचार से बहुत कुछ मेल खाता है।
उन्हीं ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ के नाम पर एशिया में अमेरिकी नीतियों के पक्ष में माहौल बनाने वालों, वॉलेंटियर तैयार करने वालों, अपने देश की नीतियों को अमेरिकी हित में प्रभावित करने वालों, भ्रष्टाचार के नाम पर देश की चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने वालों को ‘फोर्ड फाउंडेशन’ व ‘रॉकफेलर ब्रदर्स फंड’ मिलकर अप्रैल 1957 से ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ अवार्ड प्रदान कर रही है। *'आम आदमी पार्टी’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल और उनके साथी व ‘आम आदमी पार्टी’ के विधायक मनीष सिसोदिया को भी वही ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ पुरस्कार मिला है और सीआईए के लिए फंडिंग करने वाली उसी ‘फोर्ड फाउंडेशन’ के फंड से उनका एनजीओ ‘कबीर’ और ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ मूवमेंट खड़ा हुआ है।
भारत में राजनैतिक अस्थिरता के लिए एनजीओ और मीडिया में विदेशी फंडिंग!*
‘फोर्ड फाउंडेशन’ के एक अधिकारी स्टीवन सॉलनिक के मुताबिक ‘‘कबीर को फोर्ड फाउंडेशन की ओर से वर्ष 2005 में 1 लाख 72 हजार डॉलर एवं वर्ष 2008 में 1 लाख 97 हजार अमेरिकी डॉलर का फंड दिया गया।’’ यही नहीं, ‘कबीर’ को ‘डच दूतावास’ से भी मोटी रकम फंड के रूप में मिली। अमेरिका के साथ मिलकर नीदरलैंड भी अपने दूतावासों के जरिए दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में अमेरिकी-यूरोपीय हस्तक्षेप बढ़ाने के लिए वहां की गैर सरकारी संस्थाओं यानी एनजीओ को जबरदस्त फंडिंग करती है।
अंग्रेजी अखबार ‘पॉयनियर’ में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक डच यानी नीदरलैंड दूतावास अपनी ही एक एनजीओ ‘हिवोस’ के जरिए नरेंद्र मोदी की गुजरात सरकार को अस्थिर करने में लगे विभिन्न भारतीय एनजीओ को अप्रैल 2008 से 2012 के बीच लगभग 13 लाख यूरो, मतलब करीब सवा नौ करोड़ रुपए की फंडिंग कर चुकी है। इसमें एक अरविंद केजरीवाल का एनजीओ भी शामिल है। ‘हिवोस’ को फोर्ड फाउंडेशन भी फंडिंग करती है।
केजरीवाल जी एक बहुत ही ईमानदार छवि के व्यक्ति है विकास दिव्य कीर्ति जी का ये वीडियो देख मेरे दिल में केजरीवाल जी के लिए और भी इज्जत बढ़ गई !!! ❤ से सलाम करता हूं केजरीवाल जी को जिन्होंने दिल्ली की शिक्षा प्रणाली व हॉस्पिटलो की व्यवस्था को बहुत अच्छे तरीके से सुधार के रख दिया
lagta hai ki aapko ईमानदारी की परिभाषा nhi पता isliye kejriwal jaise ghatiya log aapko imandaar lagte hai
He entered politics criticizing congress and now with them ... Why and how ???
East or west for his contribution to the nation & national Capital ,Arvind Kejriwal Sir is best...🙏🏻🙏🏻🇮🇳🇮🇳
He is the only teacher on TH-cam who gives you motivation without any background sound...
Wo bakwash log editing kr dete hain yr
saare without backgrond music ki baat kahte h but kuch log edit kr dete h
👍तभी तो मैं केजरीवाल को पसंद करता हूँ, वरना मैं राजनीति की बातों से दूर ही रहता था ✌आप, की टीम को बधाई ✌💯🇨🇮
*🇮🇳
भारत में इस समय अरविंद केजरीवाल बनाम अन्य राजनीतिज्ञों की बीच अंतर दर्शाने के लिए छवि गढ़ने का जो प्रचारित खेल चल रहा है वह अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए द्वारा अपनाए गए तरीके और प्रचार से बहुत कुछ मेल खाता है।
उन्हीं ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ के नाम पर एशिया में अमेरिकी नीतियों के पक्ष में माहौल बनाने वालों, वॉलेंटियर तैयार करने वालों, अपने देश की नीतियों को अमेरिकी हित में प्रभावित करने वालों, भ्रष्टाचार के नाम पर देश की चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने वालों को ‘फोर्ड फाउंडेशन’ व ‘रॉकफेलर ब्रदर्स फंड’ मिलकर अप्रैल 1957 से ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ अवार्ड प्रदान कर रही है। *'आम आदमी पार्टी’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल और उनके साथी व ‘आम आदमी पार्टी’ के विधायक मनीष सिसोदिया को भी वही ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ पुरस्कार मिला है और सीआईए के लिए फंडिंग करने वाली उसी ‘फोर्ड फाउंडेशन’ के फंड से उनका एनजीओ ‘कबीर’ और ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ मूवमेंट खड़ा हुआ है।
भारत में राजनैतिक अस्थिरता के लिए एनजीओ और मीडिया में विदेशी फंडिंग!*
‘फोर्ड फाउंडेशन’ के एक अधिकारी स्टीवन सॉलनिक के मुताबिक ‘‘कबीर को फोर्ड फाउंडेशन की ओर से वर्ष 2005 में 1 लाख 72 हजार डॉलर एवं वर्ष 2008 में 1 लाख 97 हजार अमेरिकी डॉलर का फंड दिया गया।’’ यही नहीं, ‘कबीर’ को ‘डच दूतावास’ से भी मोटी रकम फंड के रूप में मिली। अमेरिका के साथ मिलकर नीदरलैंड भी अपने दूतावासों के जरिए दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में अमेरिकी-यूरोपीय हस्तक्षेप बढ़ाने के लिए वहां की गैर सरकारी संस्थाओं यानी एनजीओ को जबरदस्त फंडिंग करती है।
अंग्रेजी अखबार ‘पॉयनियर’ में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक डच यानी नीदरलैंड दूतावास अपनी ही एक एनजीओ ‘हिवोस’ के जरिए नरेंद्र मोदी की गुजरात सरकार को अस्थिर करने में लगे विभिन्न भारतीय एनजीओ को अप्रैल 2008 से 2012 के बीच लगभग 13 लाख यूरो, मतलब करीब सवा नौ करोड़ रुपए की फंडिंग कर चुकी है। इसमें एक अरविंद केजरीवाल का एनजीओ भी शामिल है। ‘हिवोस’ को फोर्ड फाउंडेशन भी फंडिंग करती है।
Huge respect to those great souls who got killed or harmed in this Protest 🪧 and fought for common peoples rights. There Name will be lost in history…..
सर आपकी बातों का समाज पर बहुत प्रभाव पड़ता है , आपसे विनती है कि सच सबके सामने इसी प्रकार लाते रहिए। 🙏🙏🙏🙏
Excellent show. I want to participate in AAP work for Hyderabad.
Just because of fair politics
❤️❤️❤️❤️❤️तुम नही घबराना, चलते जाना है
संघर्ष से लडकर, अपनी मंजिल को पाना है।
Kejriwal sir ,aap jaisa koi nahi pura bharat aap k sath hai
Arvind Kejriwal is the best that our country has..... No one comes even close to him in today's politics.We need an educated PM and Kejriwal is best for this post.... Hope we will se him as PM of India in future.
Kyu abhi jo PM hain unme kya prblm hai
Modi ji ko last time 5 year dete he
Bad me Kejriwal paka 👍
@@hariveshsingh7229 kami ye h ki he focuses on only Hindutv and not on development
@@hariveshsingh7229 hummmm..there is no problem with running PM.. edible oil 220.. petroleum products 100 above
LPG 1000 around....gst on education products 18% .... still you are completely blind... this is ridiculous...
@@hariveshsingh7229 wo feku hain
A teacher is who imparts knowledge, A Guru is the one who builds character. Gurus like Dr. Vikas Divyakirti are essential for building a strong nation.
Misleading information, not to be followed if u r preparing for IAS
@@shikhark3587 I myself am a government official working as a Class-1 Central Government official. I have my own perspective. I see whatever he is teaching it has truth to it.
@@AnuragMishraras bro ips or ias are good then why india suffer
@@avipandey1281 there are many reasons,
1. Social division based on cast
2. Misplaced priorities (religion bias over widespread illiteracy and poverty)
3. Population
4. Criminalization of politics
Basically, it's not the IAS/ IPS who are corrupt. Corruption starts from the normal public. Unfortunately, the population is so huge that public and private resources seem inadequate due to which people adopt shortcuts by bribing the govt. officials. At the same time, govt. officials also indulge in corrupt practices due to various reasons. By the way, my comment was in reference to the teaching of DivyaKirti Sir. One should remember that character building is not a one-two year process. You need such mentors for life time to be in your right senses.
INDIA is not Facing Leadership issues…….. Our Motherland is Facing Systemic issues where you, me & we all are part of Problem…….!!!! We just want to put blame on others…… with this Attitude Even after 1000 years India will be the SAME….!!!!!
Being an IITian i always thought to get into IAS or IES and get settled. But watching kejriwal sir , i am more intersted in politics right now will be happy to serve for the nation as a minister.
Well nice thoughts . But bring it into ACTION.
First complete your education in well manner then Crack UPSC if u can, work as Indian service officer get experience then Dream for good politician
Engineering kyu kari tab
@@oris2723 Bhai Engineering actual me technology, time management, pressure handling, dealing with situation in sabka mixture hai, jo ache se engineering kar leta h wo sab kuch kar sakta h life mein.
@@rohitdhariya8260 esa foreign countries ke engineers kyu nhi bolte phir, vo engineering field me hi kam kyu karte hai
Kejriwal jaise logo ki bhut jrurat h desh ko
@@BG-qo3nl aapko Aisa kyu lgta h
कैसे बनाया अमेरिका ने अरविंद केजरीवाल को, जानिए पूरी कहानी ( थोड़ा धैर्य रखकर पूरा पढ़िये )
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली एनजीओ गिरोह ‘राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी)’ ने घोर सांप्रदायिक ‘सांप्रदायिक और लक्ष्य केंद्रित हिंसा निवारण अधिनियम’ का ड्राफ्ट तैयार किया गया । एनएसी की एक प्रमुख सदस्य अरुणा राय के साथ मिलकर अरविंद केजरीवाल ने सरकारी नौकरी में रहते हुए एनजीओ की कार्यप्रणाली समझी और फिर ‘परिवर्तन’ नामक एनजीओ से जुड़ गए। अरविंद लंबे अरसे तक राजस्व विभाग से छुटटी लेकर भी सरकारी तनख्वाह ले रहे थे और एनजीओ से भी वेतन उठा रहे थे, जो ‘श्रीमान ईमानदार’ को कानूनन भ्रष्टाचारी की श्रेणी में रखता है। वर्ष 2006 में ‘परिवर्तन’ में काम करने के दौरान ही उन्हें अमेरिकी ‘फोर्ड फाउंडेशन’ व ‘रॉकफेलर ब्रदर्स फंड’ ने ‘उभरते नेतृत्व’ के लिए ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ पुरस्कार दिया, जबकि उस वक्त तक अरविंद ने ऐसा कोई काम नहीं किया था, जिसे उभरते हुए नेतृत्व का प्रतीक माना जा सके। इसके बाद अरविंद अपने पुराने सहयोगी मनीष सिसोदिया के एनजीओ ‘कबीर’ से जुड़ गए, जिसका गठन इन दोनों ने मिलकर वर्ष 2005 में किया था।
८अरविंद को समझने से पहले 'रेमॉन मेग्सेसाय’ को समझ लीजिए!*
अमेरिकी नीतियों को पूरी दुनिया में लागू कराने के लिए अमेरिकी खुफिया ब्यूरो ‘सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए)’ अमेरिका की मशहूर कार निर्माता कंपनी ‘फोर्ड’ द्वारा संचालित ‘फोर्ड फाउंडेशन’ एवं कई अन्य फंडिंग एजेंसी के साथ मिलकर काम करती रही है। 1953 में फिलिपिंस की पूरी राजनीति व चुनाव को सीआईए ने अपने कब्जे में ले लिया था। भारतीय अरविंद केजरीवाल की ही तरह सीआईए ने उस वक्त फिलिपिंस में ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ को खड़ा किया था और उन्हें फिलिपिंस का राष्ट्रपति बनवा दिया था। अरविंद केजरीवाल की ही तरह ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ का भी पूर्व का कोई राजनैतिक इतिहास नहीं था। 'रेमॉन मेग्सेसाय’ के जरिए फिलिपिंस की राजनीति को पूरी तरह से अपने कब्जे में करने के लिए अमेरिका ने उस जमाने में प्रचार के जरिए उनका राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय ‘छवि निर्माण’ से लेकर उन्हें ‘नॉसियोनालिस्टा पार्टी’ का उम्मीदवार बनाने और चुनाव जिताने के लिए करीब 5 मिलियन डॉलर खर्च किया था। तत्कालीन सीआईए प्रमुख एलन डॉउल्स की निगरानी में इस पूरी योजना को उस समय के सीआईए अधिकारी ‘एडवर्ड लैंडस्ले’ ने अंजाम दिया था। इसकी पुष्टि 1972 में एडवर्ड लैंडस्ले द्वारा दिए गए एक साक्षात्कार में हुई।
ठीक अरविंद केजरीवाल की ही तरह रेमॉन मेग्सेसाय की ईमानदार छवि को गढ़ा गया और ‘डर्टी ट्रिक्स’ के जरिए विरोधी नेता और फिलिपिंस के तत्कालीन राष्ट्रपति ‘क्वायरिनो’ की छवि धूमिल की गई। यह प्रचारित किया गया कि क्वायरिनो भाषण देने से पहले अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए ड्रग का उपयोग करते हैं। रेमॉन मेग्सेसाय की ‘गढ़ी गई ईमानदार छवि’ और क्वायरिनो की ‘कुप्रचारित पतित छवि’ ने रेमॉन मेग्सेसाय को दो तिहाई बहुमत से जीत दिला दी और अमेरिका अपने मकसद में कामयाब रहा था।
भारत में इस समय अरविंद केजरीवाल बनाम अन्य राजनीतिज्ञों की बीच अंतर दर्शाने के लिए छवि गढ़ने का जो प्रचारित खेल चल रहा है वह अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए द्वारा अपनाए गए तरीके और प्रचार से बहुत कुछ मेल खाता है।
उन्हीं ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ के नाम पर एशिया में अमेरिकी नीतियों के पक्ष में माहौल बनाने वालों, वॉलेंटियर तैयार करने वालों, अपने देश की नीतियों को अमेरिकी हित में प्रभावित करने वालों, भ्रष्टाचार के नाम पर देश की चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने वालों को ‘फोर्ड फाउंडेशन’ व ‘रॉकफेलर ब्रदर्स फंड’ मिलकर अप्रैल 1957 से ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ अवार्ड प्रदान कर रही है। *'आम आदमी पार्टी’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल और उनके साथी व ‘आम आदमी पार्टी’ के विधायक मनीष सिसोदिया को भी वही ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ पुरस्कार मिला है और सीआईए के लिए फंडिंग करने वाली उसी ‘फोर्ड फाउंडेशन’ के फंड से उनका एनजीओ ‘कबीर’ और ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ मूवमेंट खड़ा हुआ है।
भारत में राजनैतिक अस्थिरता के लिए एनजीओ और मीडिया में विदेशी फंडिंग!*
‘फोर्ड फाउंडेशन’ के एक अधिकारी स्टीवन सॉलनिक के मुताबिक ‘‘कबीर को फोर्ड फाउंडेशन की ओर से वर्ष 2005 में 1 लाख 72 हजार डॉलर एवं वर्ष 2008 में 1 लाख 97 हजार अमेरिकी डॉलर का फंड दिया गया।’’ यही नहीं, ‘कबीर’ को ‘डच दूतावास’ से भी मोटी रकम फंड के रूप में मिली। अमेरिका के साथ मिलकर नीदरलैंड भी अपने दूतावासों के जरिए दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में अमेरिकी-यूरोपीय हस्तक्षेप बढ़ाने के लिए वहां की गैर सरकारी संस्थाओं यानी एनजीओ को जबरदस्त फंडिंग करती है।
अंग्रेजी अखबार ‘पॉयनियर’ में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक डच यानी नीदरलैंड दूतावास अपनी ही एक एनजीओ ‘हिवोस’ के जरिए नरेंद्र मोदी की गुजरात सरकार को अस्थिर करने में लगे विभिन्न भारतीय एनजीओ को अप्रैल 2008 से 2012 के बीच लगभग 13 लाख यूरो, मतलब करीब सवा नौ करोड़ रुपए की फंडिंग कर चुकी है। इसमें एक अरविंद केजरीवाल का एनजीओ भी शामिल है। ‘हिवोस’ को फोर्ड फाउंडेशन भी फंडिंग करती है।
Nice joke
Or ye bat m proove kr du to
Only one leader on which I can trust for development of India respect for sir kejriwal!!
Shri Arvind Kejriwal is a living legend, an epitome of honesty and integrity and a man with the guts and vision to face all personal hardships to transform goverance for the people. So grateful for his humble existence. ❤️❤️🇮🇳🇮🇳🙏🏻🙏🏻
घुंघरु सेठ
Gungroo seth
@@narendrapawar2062 खुजलीवाल
Ha bade Legend hai
har baat pe TV ke aage sirf rona hi aata hai kendra sarkar ne ye nahi dia wo kam Nahi kia
Sab free me chahiye
To sit ji CM sirf vigyapan pe photo dilhane ke liye hi Ho kya aap
@@noorabhai8500 Delhi ki GDP 8%+ hai. Only state running in profit. 3rd highest per capita income. Tum bhakt log jalte raho
I'm from Bihar and I support AAP, Bihar badly needs Ex Officer Arvind Kejriwal so that our next generation kids gets good education and all the people gets good health care and all the services from the bestest of the best and I believe none other than Sir Kejriwal can do this. Please sir we're waiting for you to come here huge respect
Bihar se ho to AAP ka sarkar bhul hi jao aap 🤩
@@ezazahmed8118 tu bhul be 😂
@@krsameer1 shayad uska matlab ye tha k log muddon ko leke vote nhinkarte bihar me
@@pareshpadhi2454 haa..mujhe bhi lagta hai...abhi bihar me mass population bas ek population hai..uske paas khud ka dimag bhi develop nahi hai...
Kash asap up me hota itne qualified chif minister to sayd wo students ki problem samjhte
This is very informative ... Thank u sir ... Plz upload such good deeds of politician or officers at high position so that PPL can support them with awarness of their work and not by blind faith
ये स्टोरी बड़े news channels दिखा दे तो अरविन्द केजरीवाल को PM बनने से कोई नही रोक सकता है
bro godi media aisa nhi karne wali
Abhi log modi me jawani dekh rhe h.
Original me to aap h aap bol diye ,95write ho gaya
अरविंद केजरीवाल जिस गति से बढ़ रहे हैं निश्चित रूप से प्रधानमंत्री बनेंगे..।
Nice comedy 😀
Arvind sir ki IT Team OP
Best way to influence UPSC aspirants.
If you do good work, you won't need an IT cell.
Best CM in Indian history.....
Yogi ji❤
कैसे बनाया अमेरिका ने अरविंद केजरीवाल को, जानिए पूरी कहानी ( थोड़ा धैर्य रखकर पूरा पढ़िये )
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली एनजीओ गिरोह ‘राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी)’ ने घोर सांप्रदायिक ‘सांप्रदायिक और लक्ष्य केंद्रित हिंसा निवारण अधिनियम’ का ड्राफ्ट तैयार किया गया । एनएसी की एक प्रमुख सदस्य अरुणा राय के साथ मिलकर अरविंद केजरीवाल ने सरकारी नौकरी में रहते हुए एनजीओ की कार्यप्रणाली समझी और फिर ‘परिवर्तन’ नामक एनजीओ से जुड़ गए। अरविंद लंबे अरसे तक राजस्व विभाग से छुटटी लेकर भी सरकारी तनख्वाह ले रहे थे और एनजीओ से भी वेतन उठा रहे थे, जो ‘श्रीमान ईमानदार’ को कानूनन भ्रष्टाचारी की श्रेणी में रखता है। वर्ष 2006 में ‘परिवर्तन’ में काम करने के दौरान ही उन्हें अमेरिकी ‘फोर्ड फाउंडेशन’ व ‘रॉकफेलर ब्रदर्स फंड’ ने ‘उभरते नेतृत्व’ के लिए ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ पुरस्कार दिया, जबकि उस वक्त तक अरविंद ने ऐसा कोई काम नहीं किया था, जिसे उभरते हुए नेतृत्व का प्रतीक माना जा सके। इसके बाद अरविंद अपने पुराने सहयोगी मनीष सिसोदिया के एनजीओ ‘कबीर’ से जुड़ गए, जिसका गठन इन दोनों ने मिलकर वर्ष 2005 में किया था।
८अरविंद को समझने से पहले 'रेमॉन मेग्सेसाय’ को समझ लीजिए!*
अमेरिकी नीतियों को पूरी दुनिया में लागू कराने के लिए अमेरिकी खुफिया ब्यूरो ‘सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए)’ अमेरिका की मशहूर कार निर्माता कंपनी ‘फोर्ड’ द्वारा संचालित ‘फोर्ड फाउंडेशन’ एवं कई अन्य फंडिंग एजेंसी के साथ मिलकर काम करती रही है। 1953 में फिलिपिंस की पूरी राजनीति व चुनाव को सीआईए ने अपने कब्जे में ले लिया था। भारतीय अरविंद केजरीवाल की ही तरह सीआईए ने उस वक्त फिलिपिंस में ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ को खड़ा किया था और उन्हें फिलिपिंस का राष्ट्रपति बनवा दिया था। अरविंद केजरीवाल की ही तरह ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ का भी पूर्व का कोई राजनैतिक इतिहास नहीं था। 'रेमॉन मेग्सेसाय’ के जरिए फिलिपिंस की राजनीति को पूरी तरह से अपने कब्जे में करने के लिए अमेरिका ने उस जमाने में प्रचार के जरिए उनका राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय ‘छवि निर्माण’ से लेकर उन्हें ‘नॉसियोनालिस्टा पार्टी’ का उम्मीदवार बनाने और चुनाव जिताने के लिए करीब 5 मिलियन डॉलर खर्च किया था। तत्कालीन सीआईए प्रमुख एलन डॉउल्स की निगरानी में इस पूरी योजना को उस समय के सीआईए अधिकारी ‘एडवर्ड लैंडस्ले’ ने अंजाम दिया था। इसकी पुष्टि 1972 में एडवर्ड लैंडस्ले द्वारा दिए गए एक साक्षात्कार में हुई।
ठीक अरविंद केजरीवाल की ही तरह रेमॉन मेग्सेसाय की ईमानदार छवि को गढ़ा गया और ‘डर्टी ट्रिक्स’ के जरिए विरोधी नेता और फिलिपिंस के तत्कालीन राष्ट्रपति ‘क्वायरिनो’ की छवि धूमिल की गई। यह प्रचारित किया गया कि क्वायरिनो भाषण देने से पहले अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए ड्रग का उपयोग करते हैं। रेमॉन मेग्सेसाय की ‘गढ़ी गई ईमानदार छवि’ और क्वायरिनो की ‘कुप्रचारित पतित छवि’ ने रेमॉन मेग्सेसाय को दो तिहाई बहुमत से जीत दिला दी और अमेरिका अपने मकसद में कामयाब रहा था।
भारत में इस समय अरविंद केजरीवाल बनाम अन्य राजनीतिज्ञों की बीच अंतर दर्शाने के लिए छवि गढ़ने का जो प्रचारित खेल चल रहा है वह अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए द्वारा अपनाए गए तरीके और प्रचार से बहुत कुछ मेल खाता है।
उन्हीं ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ के नाम पर एशिया में अमेरिकी नीतियों के पक्ष में माहौल बनाने वालों, वॉलेंटियर तैयार करने वालों, अपने देश की नीतियों को अमेरिकी हित में प्रभावित करने वालों, भ्रष्टाचार के नाम पर देश की चुनी हुई सरकारों को अस्थिर करने वालों को ‘फोर्ड फाउंडेशन’ व ‘रॉकफेलर ब्रदर्स फंड’ मिलकर अप्रैल 1957 से ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ अवार्ड प्रदान कर रही है। *'आम आदमी पार्टी’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल और उनके साथी व ‘आम आदमी पार्टी’ के विधायक मनीष सिसोदिया को भी वही ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ पुरस्कार मिला है और सीआईए के लिए फंडिंग करने वाली उसी ‘फोर्ड फाउंडेशन’ के फंड से उनका एनजीओ ‘कबीर’ और ‘इंडिया अगेंस्ट करप्शन’ मूवमेंट खड़ा हुआ है।
भारत में राजनैतिक अस्थिरता के लिए एनजीओ और मीडिया में विदेशी फंडिंग!*
‘फोर्ड फाउंडेशन’ के एक अधिकारी स्टीवन सॉलनिक के मुताबिक ‘‘कबीर को फोर्ड फाउंडेशन की ओर से वर्ष 2005 में 1 लाख 72 हजार डॉलर एवं वर्ष 2008 में 1 लाख 97 हजार अमेरिकी डॉलर का फंड दिया गया।’’ यही नहीं, ‘कबीर’ को ‘डच दूतावास’ से भी मोटी रकम फंड के रूप में मिली। अमेरिका के साथ मिलकर नीदरलैंड भी अपने दूतावासों के जरिए दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में अमेरिकी-यूरोपीय हस्तक्षेप बढ़ाने के लिए वहां की गैर सरकारी संस्थाओं यानी एनजीओ को जबरदस्त फंडिंग करती है।
अंग्रेजी अखबार ‘पॉयनियर’ में प्रकाशित एक खबर के मुताबिक डच यानी नीदरलैंड दूतावास अपनी ही एक एनजीओ ‘हिवोस’ के जरिए नरेंद्र मोदी की गुजरात सरकार को अस्थिर करने में लगे विभिन्न भारतीय एनजीओ को अप्रैल 2008 से 2012 के बीच लगभग 13 लाख यूरो, मतलब करीब सवा नौ करोड़ रुपए की फंडिंग कर चुकी है। इसमें एक अरविंद केजरीवाल का एनजीओ भी शामिल है। ‘हिवोस’ को फोर्ड फाउंडेशन भी फंडिंग करती है।
Arvind kejriwal ji ko me Dil se support karta hu. ❤
My respect for Arvind Kejriwal has increased more now. 😍😍
Hum Youth Arvind Kejriwal ke saath hai...
Unke jaise politicians ki india ko aaj jaroorat hai....
We r always with Him... ❤️💯
👍👍
Very good person
But I am a bjp supporter
@@sachinmahajan5920 can you explain why u support bjp
@@sachinmahajan5920 I'm not bjb hater but just wanna say "hindu khatre mein nahi hai"
@Hemant Saha tripura mein kya hua
@Hemant Saha aise sochane lage toh desh ke l lag jayenge
One of the most honest leader ever in the world...JO BOLTA HAI = VO KARTA HAI.
Vote for work. Vote for AAP.2022 Govt.
I'm in 11th class both of sir are very important in my life arvind sir ko zaroor bnna chiye prime minister ❤🎉
कैसे बनाया अमेरिका ने अरविंद केजरीवाल को, जानिए पूरी कहानी ( थोड़ा धैर्य रखकर पूरा पढ़िये )
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाली एनजीओ गिरोह ‘राष्ट्रीय सलाहकार परिषद (एनएसी)’ ने घोर सांप्रदायिक ‘सांप्रदायिक और लक्ष्य केंद्रित हिंसा निवारण अधिनियम’ का ड्राफ्ट तैयार किया गया । एनएसी की एक प्रमुख सदस्य अरुणा राय के साथ मिलकर अरविंद केजरीवाल ने सरकारी नौकरी में रहते हुए एनजीओ की कार्यप्रणाली समझी और फिर ‘परिवर्तन’ नामक एनजीओ से जुड़ गए। अरविंद लंबे अरसे तक राजस्व विभाग से छुटटी लेकर भी सरकारी तनख्वाह ले रहे थे और एनजीओ से भी वेतन उठा रहे थे, जो ‘श्रीमान ईमानदार’ को कानूनन भ्रष्टाचारी की श्रेणी में रखता है। वर्ष 2006 में ‘परिवर्तन’ में काम करने के दौरान ही उन्हें अमेरिकी ‘फोर्ड फाउंडेशन’ व ‘रॉकफेलर ब्रदर्स फंड’ ने ‘उभरते नेतृत्व’ के लिए ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ पुरस्कार दिया, जबकि उस वक्त तक अरविंद ने ऐसा कोई काम नहीं किया था, जिसे उभरते हुए नेतृत्व का प्रतीक माना जा सके। इसके बाद अरविंद अपने पुराने सहयोगी मनीष सिसोदिया के एनजीओ ‘कबीर’ से जुड़ गए, जिसका गठन इन दोनों ने मिलकर वर्ष 2005 में किया था।
८अरविंद को समझने से पहले 'रेमॉन मेग्सेसाय’ को समझ लीजिए!*
अमेरिकी नीतियों को पूरी दुनिया में लागू कराने के लिए अमेरिकी खुफिया ब्यूरो ‘सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए)’ अमेरिका की मशहूर कार निर्माता कंपनी ‘फोर्ड’ द्वारा संचालित ‘फोर्ड फाउंडेशन’ एवं कई अन्य फंडिंग एजेंसी के साथ मिलकर काम करती रही है। 1953 में फिलिपिंस की पूरी राजनीति व चुनाव को सीआईए ने अपने कब्जे में ले लिया था। भारतीय अरविंद केजरीवाल की ही तरह सीआईए ने उस वक्त फिलिपिंस में ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ को खड़ा किया था और उन्हें फिलिपिंस का राष्ट्रपति बनवा दिया था। अरविंद केजरीवाल की ही तरह ‘रेमॉन मेग्सेसाय’ का भी पूर्व का कोई राजनैतिक इतिहास नहीं था। 'रेमॉन मेग्सेसाय’ के जरिए फिलिपिंस की राजनीति को पूरी तरह से अपने कब्जे में करने के लिए अमेरिका ने उस जमाने में प्रचार के जरिए उनका राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय ‘छवि निर्माण’ से लेकर उन्हें ‘नॉसियोनालिस्टा पार्टी’ का उम्मीदवार बनाने और चुनाव जिताने के लिए करीब 5 मिलियन डॉलर खर्च किया था। तत्कालीन सीआईए प्रमुख एलन डॉउल्स की निगरानी में इस पूरी योजना को उस समय के सीआईए अधिकारी ‘एडवर्ड लैंडस्ले’ ने अंजाम दिया था। इसकी पुष्टि 1972 में एडवर्ड लैंडस्ले द्वारा दिए गए एक साक्षात्कार में हुई।
ठीक अरविंद केजरीवाल की ही तरह रेमॉन मेग्सेसाय की ईमानदार छवि को गढ़ा गया और ‘डर्टी ट्रिक्स’ के जरिए विरोधी नेता और फिलिपिंस के तत्कालीन राष्ट्रपति ‘क्वायरिनो’ की छवि धूमिल की गई। यह प्रचारित किया गया कि क्वायरिनो भाषण देने से पहले अपना आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए ड्रग का उपयोग करते हैं। रेमॉन मेग्सेसाय की ‘गढ़ी गई ईमानदार छवि’ और क्वायरिनो की ‘कुप्रचारित पतित छवि’ ने रेमॉन मेग्सेसाय को दो तिहाई बहुमत से जीत दिला दी और अमेरिका अपने मकसद में कामयाब रहा था।
IAS aspirants being Taught about an Honest IRS Officer...
Respect !
Arvind Kejriwal and Manish Sisodia are great man .They have a great contribution in bringing transparency in India .
That's right
Why biometric system not yet implemented in ration then
मेरा किसी राजनीतिक पार्टी से लगाव नहीं है मुझे बस ईमानदार लोग पसंद है चाहे वो किसी भी पार्टी का हो जो हमारे देश को आगे ले जाए...!
🙏🙏🇮🇳 जय हिन्द जय भारत 🇮🇳🙏🙏
Right
The same situation is mine
@@awfy2006 aur iska matab yeh bhi h ki, aap maante hain ki BJP beimaan h. Sahi baat h
@@awfy2006 vo aap jaise logo ke khilaaf hai jo har jagah apni biasness leke pahuch jate hai ki haan aaj to ise apni party me shaamil karke rahunga🤓🤓
@@awfy2006 hasna tha kya ispe?
Hahahaha ok
An educated person knows the importance of educated people in Indian politics....
Absolutely sir.we want transparency in our system
We were respecting kejriwal
But today I want say "love you Kejriwal sir" yes he is kejriwal Sir not kejriwal only ❤️❤️❤️❤️❤️❤️
I am a loyal supporter of arvind kejriwal I am in class 12th from bseb. But the education system of Bihar is too bad 😢 I want to meet Mr arvind kejriwal please🙏🙏 agar sach me achhe insan hai to please ek bar meelne ka mujhe mauka dijiye🙏🙏 please team aam admi party🎉
Milne ka mauka to chodo tumko to heart bhi nhi diya h comments pe 😂
Focus and honesty(for the betterment of humanity) together defines Arvind Kejriwal,
Hats off to Kejariwal💞
We have to learn politics from Arvind kejriwal.Clean politics good governance.
After 10 yrs full country will have good politics and excellent politics
Thankuu sir Yeh btane ke liye 🙏🙏
Aur izzat badh gye kejriwal sir ki
I hadn’t heard of that before! I got goosebumps after listen from this great person about another great person of India 🇮🇳! Proud of you such guys!!!
He is doing well...we always need A.K.sir.
My respects to Arvind Kejriwal, Sisodiya ji and all those unknown people whose struggle gave us hope.
Hum youth ke liye Kejriwal sir ek Inspiration hai ..... Lots of love from Bihar sir. Aap hamere state me bhi election karo
Ha taki sab ko muftkhori ka chaska lag gaye or ...🆓🆓🆓🆓🆓🆓
देश मांगे प्रधानमंत्री केजरीवाल ......
Love u from Maharashtra.....
Kabhi nahi
@@bhartikushwaha859 q?
🤣🤣🤣😂😂😂😛😛
हां बिल्कुल माँगता 😊👍👌💐
Yah kya karega pagl
Yes Sir, already a fan of Mr.Kejriwal, my respect for him doubled after listening to this
No one can deny the words of Dr. Vikas Divyakirti Sir because he has a lot of facts for his every sentence.
My respect for the honorable Chief Minister of Delhi Shri Arvind Kejriwal ji is increasing day by day after my visit to Delhi.
Tabhi bhai Kashmir pidito ko Farji bolta hai.. Congress ke khilaaf paida hui or aaj usi se hath mila raha h
@@sheshnarayanshrivas5745 Ji, mein aapki bhavnaon ko poori tarah se samjhta hu.. dekhiye yeh bhot samvedan sheel mudda hai! or hume mikar Bharat rashtra ko Viswaguru banana hai
Mein samajh skta hu yeh bhavnaaon ko or meine AAP Delhi se yeh prathna bhi ki hai ki aise muddon saiyyam k sath bolna chahiye
tax free hi toh krna tha aise toh ghatiya se ghatiya flop movies ko bhi kiya hai toh iss ko bhi kr dete.
Par Educational sector or Health sector m hon'ble CM of Delhi ne jo kaam kiya hai vo prashansniya hai
What a blot on Dubey surname
@@yinyang.333 Ok then you have to Appreciate Jakir Naik for having a Naik Surname!
Surname is not a blot or someone is not a blot on surname because surname are just for Government Identity that's it, note anyone can change their Name as well surname through an affidavit duly signed by the applicant and attested by Judicial Magistrate/Notary or Gazette Notification.
What I'm trying to convey don't be political! be a neutral or balanced person. What is correct for the nation and their citizens I appreciate that whom ever politician or party can do that
So firstly leave political mindset I appreciate Hon'ble PM of India Shri Narendra Modi ji too Even Vikas sir also appreciate him but people like you see negativity only.
@@yinyang.333 What's the surname of our great Rishis, Maharishi's , Acharyas, Brahmins, or Mahapurush like Shri Ram, Shri Krishn ji ? Jai Shri Krishn 🙏🏻 Jai Shree Ram
Leave Political Mindset!
The man has relentlessly struggled so much still he is perhaps the most trolled leader.
Jb ap kuch bda aur acha krte ho to log to gaaliyan nikalte hai un logo ko todne ke liye bt jo rukta nhi hai vo kbhi tutta nhi hai👍❤️❤️
@@bhupinkhanna8261 Right👍
Trolled by godi media and it cells...this is fear..
Because honesty is the worst policy in indian politics that's why a few educated, modest and honest people always pulled down and dragged and put their mouths shut for they can't raise their voices to unveil the truth this country is full of evil dark just coz ho some mean national and local leaders and now we have mr. Kejriwal sir right in front just like a lighting lamp that needs to be followed by the people of our country for the building of an ideally prosper nation
@@MrAlien1807 well said
Kejariwal Next PM insha'Allah 💜💕💖
अगर हम सब चाहे तो 2024 में ही पक्का हो जायेगा
2124 mei pakka
Hum saub nhi chahte
These types of good things happen when an educted person become leader. Really kejriwal can do alot for the development of country.
Kejriwal is One of my Favorite Leader.
We was not aware of struggle of Kejriwalji done to get RTI . Salute to his courage and motive.
My heart goes out for people who lost their lives in this struggle
Arvind kejriwal ji should be PM.
Arvind Kejriwal ji pehle Punjab jitenge. Fir desh bhi jitenge.
Huge Respect. ❤️❤️
Bilkul sahi bhai👍👍
Good joke 😂😂😂
@@Gajasuraa u r urself a joke👍👍
@@bhupinkhanna8261 atleast i am not a desh drohi khalistani like your kejriwal
Kejriwal Punjab Jeet chuke hai .... 👍👍👍 Good prediction
No doubt , time will come and Kejriwal will become the PM and then only good days will be appeared in the country. An IAS trainer has expressed his views and appreciated to Arvind Kejriwal being a true and dynamic political leader. We wish Kejriwal all the very best and simultaneously we pray God to sustain him in every walk of life.
This is new type of publicity. 10 yrs of modi now next 10 yrs of kejriwal. This is called supreme level of promotion.
Kejriwal will become PM only when his cough is cured completly 😜😜😜😜😜😜
And he will make India as Vietnam by doing free free free
@@umasingh1943 mirchi lag raahi hai kya gobar bhakt
@@lovingly-yours gobar bhakt spottes
Well I have said many times and I will say again.. Arvind sir is Revolutionary man of India ..And Raghav Sir 💪 ...Both are Doing amazing work in new Delhi ....we need leaders like them in uttarpradesh Tooo...
Kejriwal sir u r truly educated and an amazing person I have huge respect for you ❤️
Kejriwal jabardast h, hmari gali me paani nhi aata tha bs bill aata tha, 5 saal se paani aa rha h roz bill nhi aara 🥰
Kya aapko intezaar hai bill aane ka 😂
Is me koi shak nahi. Arvind Kejriwal ji ne bahot mahant sangarsh kiya hai
I am from Belgaum Karnataka 🙏🙏🙏🙏
Arvind Kejriwal my life's role model...
Jai Hind 🇮🇳
हमारे देश के सहीदो तो नमन भगवान उनकी आत्मा को शांति दे सब सहीदो के लिए 2 मिनट का मौन जरूर करे जय हिंद जय भारत 🙏😶😶🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳
जनरल बिपिन रावत सर की आत्मा को भगवान शांति दे
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🏼🙏🏼😭
Respect for arvind kejriwal rised till clouds 💥💥
Arvind kejriwal ji is highly educated, honest and brave leader of India.
Tabhi to court se maafi maangni padi 😂😂😂
Aur liquor scam kar baitha ye desh ki panauti hai freebies wali 😂😂😂
President of India - Dr Vikas Divyakirti
And P.M - Arvind Kejriwal
Plz reverse the order then
I also want to see dr divyakriti sir as the president of India when kejriwal became prime minister of India 👍👍👍
matlab sab kuchh free
😵😵😵
@@navneet6072 Ha bhai haj ki janta ko sb free 🆓🆓🆓🆓🆓 ho chahiye koi ko mehnat ninkrna
people respect Mr Arvind Kejriwal. but he needs to convert this respect into politics at all india level.
Every state need a educational Leadership. Like a Arvind sir 🔥🔥🔥
Wo possible nahi hai kyoki ek hi kajriwal sir hai wo kitno ka cm banenge.baki sab chor hai
You are great
I proud of you kejriwal ji
Arvind ji is struggling today also.. He works for people fights for people.. Get all policies and welfare schemes cleared from Central.. Wish him best to get atleast 1 full state..
I m from bihar and i want that AAP will come to bihar in next election
Me too bro
@@saurabhverma3332 mai pure family se dilwaunga
@@iit-b3869 abhi tak maine ek bhi vote nahi diya hai having age 30 years.kabhi collage ki wajah se to kabhi job preparation ki wajah se.
Lekin jiss election me bihar me AAP election ladegi main vote dunga .kahin bhi rahun aake dunga
@@saurabhverma3332 mai 17 year ka hu agle election me mai bi eligible ho jaunga ❤️
Yesssssss
One of the most honest leader ever in the world...
My favourite leader one and only ARVIND KEJRIWAL...
We are lucky to have the gems Arvind ji and Manish ji in India 🙏🏻🙏🏻❤️❤️🇮🇳🇮🇳
I respect and love kejriwal.... ❤
Salute to Arvind Kejriwal ji and his colleagues for their efforts..
बहुत अच्छा काम केजरीवाल जी ,i really admired you sir
Arvind kejriwal is marvalous examppe of simple lfe and extraordinary thinking... He shows a true power of common man... He is amazing extraordinaryyy
.. And i am also preparing for civil services and i realise the he a sort of our motivation if a common man decoded that he wanted to change the world then he can do it no matter what willl happen to him and what tue oyher thought of him
Arvind Kejriwaal Ji jaisa agar Desh ka har Neta ho jaaye to Desh ki Dasha sudhar jaayegi..🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Or dange v bohot honge or jihadiyo ko kaha jayega ki ye to abhi nadan hai...tb tum log kahoge ki proof kya hai ki danga jihadiyo ne hi kiya hai 🤣🤣🤣🤣🤣.....
Sharm ati hai ap jaiso pr jo dusro ko andhbhakt kahte hai or khud iska palan kr te hai......
@@AbhishekRaj-iz7xx godi media k bilroduct please apna nonsense apne zee news tk he rkhiyee . Ha aplog ko lgta hoga ki hindu kamzor hai modi k bina nai kr paega magar i dont think ki we are weak than jihadi .
@@AbhishekRaj-iz7xx koi reply v likhoge tb hmko nai dikhega kyuki block kiye hai tmko isliye chup chap reality suno
@@xyzhappy472 Apna gyan apne pass rakho kyo ki koi zee news nhi dekta mai .
@@xyzhappy472 bhai yeh andh baghat hai,,,inse door raho😂😂
आदरणीय गुरुजी को प्रणाम काश मुझे भी आपके जैसे गुरु पहले मिल गए होते तो मैं भी कुछ और बन जाता मैं स्टूडेंट तो नहीं हुई फिर भी आपसे मिलकर चरण स्पर्श करने की इच्छा रखता हूं आपकी सभी स्पीच शिक्षाप्रद होती है ईश्वर कभी तो मेरी कामना पूर्ण करेगा .
Love and respect for Kejriwal and mannish Shishodiya 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
"Personality's like kejariwal is not deserved a cm , kejriwal sir deserved as prime minister of india"
Kejriwal ji Best cm next pm kejriwal ji I love kejriwal ji mey up 57 Kushinagar Uttar Pradesh se
after hearing all this my respect to you sir increased many time because you remember that great work of them that other forgot or think that its not worth remembering
I am from Beawar rajsthan where Aruna Roy started RTI act dharna in 2005 ❤️ transfercy
भारत में politics के अतिरिक्त अन्य क्षेत्र के अधिकांश public figure कोई भी political stand लेने से बचते है।
विकास दिव्यकीर्ति सर को हृदय से नमन है।
He has been hired by AAP.
@@yashpalchaudhary9752 rjd bhakt ho ya bjp bhakt
sir ne koi stand nhi liya hai ek example diya hai . wo modi ji , left ,congress sabki acchi baati unbiased hoke batate hai
@@Adityaankit-px1cq BJP=cong=AAP...koi shak....ab bata kiska bhakt hu me.
Thoda rajniti se upar uth ke dimag laga.
Sab ke sab chor hai ye. Sab loot rahe hai desh ko bari bari.
Police aur Court ke corruption ke upar in me se kis party ne kabhi koi kanoon banaya?
Administration reforms kiye?
Swadeshi Engineering aur maths science me kuch kaam kiya kisi party ne jisse hum USA ki barabari kar sake?
Thoda bhakt bhakt khelne se time mile to ache kanoon ke baare me padhna jisse desh ka bhala ho.
@@Adityaankit-px1cq Deshbhakt. Party ya person bhakt nahi. Ummeed hai tum bhi deshbhakti karoge.
Arvind kejriwal is legend 🔥
Some useless people are just making fun to degrade the image of kejriwal
HUGE RESPECT 🙏🙏🙏 FOR KEJRIWAL JI. ONE IN A BILLION. LUCKY TO HAVE HIM IN OUR TIMES.
100%
If Congress does its corruption but if kejrival spends crores on advertisement, it's campaigning.. where does corrupt free kejrival gets crores of money for advertisement
@@DJ-ti8lm keep voting Congress and waiting for development 😂😂😂
@@DJ-ti8lm *yawn* no surpasses bjp in that area.
Congress ki jagh kajriwal mulle ko bhut pasand h
जल्दी ही अरविंद केजरीवाल जी देश के पीएम बनेंगे
Kaash aysa ho jaaye. Lekin hamaarey desh ke log haraami hain. Dekhtey Hain ke wo kitna saath detey hain inka...
Kisi bhi samaaj ke charitra ke lehaaz se , us me jin logo ko pasand kiya jaata hay, wahi log us samaaj me oopar utha kartey hain.
BJP agar oppar aai hay to wajah yahi hay. Shayd Delhi ke logo me thodi si aqal thi.
Abe ghar ja apne aya bada pm desh ka ek he pm rhega aur vo PM MODI hain bas
Aam aadami party ginbaad
क्या जोक मारा है😂😂😂
@@Manavsinghhh chup
arvind kejriwal sir should be next pm of our country
Sahi mainey mai badi mushkil se hum sabko kejriwalji jaisa admi hum logo ko mila hai ....hum logo ko milke inke sath chalna chhiye ...kejriwal ji ko pm bana dena chhiye . .desh ka bhavishya bahut acha hoga
Kejriwal is an inspiration for developing countries leaders 👏 🙌
Kejriwal and sisodiya sir very nice human 🙏
I have great respect for Aravind Kejriwal ji. He is a man who cares for common people. Long live Aam admi party
Salute to this great leader , Respect for arvind sir.....
I want to see Arvind kejriwal as Prime Minister of India.
He's the only deserving person
He will one day ✌️
He will turn out to be Nehru II . Has no policy on defence of India. Even surgical strikes appeared to him as fake.
Nhi bhai plz😢😢
@@ranavijay7533 isn't defence is something defence ministry takes care of 🤣
Arvind Kejriwal is the only honest politician around ❤️
विकास सर की शैली और उनका बौद्धिक स्तर
काबिल-ए-तारीफ़ है। इनका यूपीएससी हिन्दी
माध्यम में सुधार लाने की जुनून सराहनीय है।।।।