होली की रात्रि पाये बंधन से मुक्ति (व्यापार, दुकान, व्यक्तिगत) सिद्ध शाबर शृंखला-11

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  • เผยแพร่เมื่อ 26 ต.ค. 2024
  • #होली_पर_साधना,
    #बंधन_से_मुक्ति
    #व्यापार_बंधन,
    #दुकान_बंधन, #व्यक्ति_बंधन, #सिद्ध_शाबर_मंत्र_शृंखला
    बंधन मुक्ति शाबर प्रयोग
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    काली कराली " अमुकं " स्तम्भय स्वाहा
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    उलट तेल राई का , छाती बांधू डाईन का । डाईन गुन बांधू , अपना गुन लगाऊं , दुहाई नारसिंह महावीर की
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    भंवर वीर तू चेला मेरा , खोल दुकान कहा कर मेरा , खुले जो दुकान , बिके जो माल , भंवर वीर सोखे नहीं जाय
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    शाबर मंत्रों का प्रयोग किस प्रकार करें, विस्तार पूर्वक शाबर मंत्रों की शृंखला के साथ समझाने का वीडियो माध्यम से प्रयास किया गया हैं |
    #ज्योतिष_और_जीवन,

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