हड़प्पा सभ्यता की लिपि तीरूमान प्रकाश सलामे द्वारा पढ़ा गया बहुत ही।खुशी का बात है क्योंकि उस सभ्यता का निवासी गोंड लोग भी थे । मैं सोचता था की हम लोग मध्य भारत में ही निवास रत थे।।उस समय इतनी सभ्य समाज थी मन गदगद हो जाता है उस समय बहुत आगे बढ़े हुए थे बहुत सारे आविष्कार कर लिए। थे फिर बाद में न जाने क्या हुआ की एक दम से पिछड़ गए आज तक ,100% सही विश्लेषण कोई नही कर पाया ये किस कारण से हुआ जो की आज की स्थिति में जमी डोस पाया जाता है।
लिंगोंवासी आचार्य डॉ मोतीरावेण कंगाली जी ने सिन्धु घाटी सभ्यता की शोध करके और चित्रलिपि के आधार पर गोंडी में वाचन कर सिद्ध कर दिया है कि वो सिन्धु घाटी सभ्यता आदिम समुदाय गोंड, द्रविड़ियन समूह की सभ्यता थी। आचार्य डॉ मोतीरावेण कंगाली जी को कोटि-कोटि नमन् जोहार । कन्नाके दादा "सल्लामे दादा आपकी टीम को सादर धन्यवाद सेवा जोहार🙏💐👍✊
सादर सेवा जोहार राहुल भाई सादर सेवा जोहार प्रकाश दादा आप दोनों ही इस दुनिया में गोंडवाना की सच्चा इतिहास सामने ला सकते हैं । आप लोगों का नाम भी इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा ऐसा मेरा विश्वास है । आप दोनों इतिहास पुरुषों में मेरा नमन 🙏 जय सेवा जय आदिवासी जय गोंडवाना 🌞🌖🌏🌊🌱🌳🌾🐢🐕💪🏻🏹🙏
इस चीज को ज्यादा से ज्यादा और जल्द से जल्द फैलाया जाय । इन को एक दिन sience journey channel पर जरूर ले जाइए और ज्यादा से ज्यादा youtube channel पर interview करवाइए जितना जल्द हो सके
दोस्त मैं लगातार भारतीय इतिहास और दर्शन की टुटी हुईं कड़ीयों को तलाश रहा हूं। इसमें पुरातन भारतीय लिपि और भाषा महत्वपूर्ण है। और यह कडी़यां भारत की बोलीयों में ही छुपीं हुईं हैं।आप लोगों के प्रयास प्रशंसनीय है।
आदिवासी संस्कृती एक महान संस्कृति है और आज भी है जिसको दुनिया के सामने एक नई पहचान उजागर करने का जो मंच दिया गया उसके लिए आभा र 🙏सलामे दादा और कनाके जी सेवा जोहर जय भीम जय गोंडवाना जय आदिवासी🙏🙏🙏
Bheem karan aaj sb pad raha aur aaga bd raha nhi to sudra ka kan ma padai likhai pr seesa pighla kr dalna ka dand tha ya raja ( ram) dwara sambhuk badh karana ka
जयसेवा जय जोहार बहुत सुन्दर प्रस्तुति आपके कार्य की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है आप आदिवासी समुदाय के भाषा बोली को अग्रसर कर रहे हैं बहुत बहुत बधाई धन्यवाद ।
श्री प्रकाश सलामे जी द्वारा मोहनजोदड़ो संस्कृति कि मिली लिपी,भाषा को शोध किया है उसके लिए बधाई तथा इस संशोधित भाषा संबधित गौडी लिपी को भारत सरकार के पुरातत्व विभाग की मान्यता आवश्यक है जब यह मान्यता मिलती है तब वह युनोस्को में नोंद होकर जगभर इसी सत्यता,सत्य तथ्यात्मक माहिती पोहच सकता है।
Excellent Prakash Salame ji , Your Movement of Indus Valley Civilization is in the proper and absolutely rit direction. Keep it up your continuous and consistent efforts just like Dr. Moti Ravan Kangali. This is highly appreciable.
Salamme sir & Rahul bhaiya ko itne researcher k सामने हमारे गोंड गोंडी की बात की पॉवर प्वाइंट presentation k dhanywad & badhai bhi,,, gondo Ka इतिहास bahot बड़ा है,,,,जो इसको समझने और समझाने के लिए 1 घंटा कम पड़ेगा ,,,
सिंधु घांटी सभ्यता आदिवासियों की सभ्यता है जो आज भी आदिवासियों के रहन सहन त्यौहारों में जीवन जीने के तरीकों में आसानी से देखा जा सकता है मुझे पता नहीं आज भी लोग इस संस्कृति सामने आने कुआ नहीं देते ... जय सेवा जय जोहार
Hume samaj aur nxt gen se jyada se jyad itihaskar bhi nikalna hai jo videshi universities k saath milkar sodh krein tabhi adiwasion ki mahan sanskriti duniya bhar me pahuchegi,nahi to ye manuwadi sacche itihas ko kabhi accept nahi karenge.dusri baat ki hume vyapaar me bhi majbut hona taki samaj se aane wale shodhkartao k bharpur funding ki jaa sake.
Bahut bahut dhanyawad jai sewa jai johar jai Gondwana Ak दिन कामयाबी हमें जरूर मिलेगी 💐💐💐💐 आपको और कनके जी को बहुत बहुत आभार और कंगाली जी को श्रद्धा सुमन अर्पित।
प्रकाश सलामे जी आप इस सिंधु संस्कृति का गोंडी में कैसा सबंध है,इसके बारे हम जैसे अध्ययनार्थी को जानकारी देकर हमें ज्ञान दिये इसलिए आपका बहुत शुक्रिया ।
मध्यप्रदेश राज्य के आदिवासी बहुल क्षेत्र जिला मंडला में किसी कंपनी के द्वारा आक्सीजन के प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं व अन्य और भी प्रोजेक्ट शुरू होने वाले हैं जिससे मंडला जिले में रहने वाले हमारे आदिवासी समाज के गांव के गांव शीघ्र ही भारी संख्या में विस्थापित होने वाले है। यह मंडला जिला जो प्रदेश का सबसे बड़ा मजदूरों का मार्केट कहा जाता हैं जिसमे 99% मजदूर आदिवासी ही है।
आदिवासी संस्कृती एक महान संस्कृती थी और आज भी है.. 🙏🏻🙏🏻👍👍
हड़प्पा सभ्यता की लिपि तीरूमान प्रकाश सलामे द्वारा पढ़ा गया बहुत ही।खुशी का बात है क्योंकि उस सभ्यता का निवासी गोंड लोग भी थे । मैं सोचता था की हम लोग मध्य भारत में ही निवास रत थे।।उस समय इतनी सभ्य समाज थी मन गदगद हो जाता है उस समय बहुत आगे बढ़े हुए थे बहुत सारे आविष्कार कर लिए। थे फिर बाद में न जाने क्या हुआ की एक दम से पिछड़ गए आज तक ,100% सही विश्लेषण कोई नही कर पाया ये किस कारण से हुआ जो की आज की स्थिति में जमी डोस पाया जाता है।
लिंगोंवासी आचार्य डॉ मोतीरावेण कंगाली जी ने सिन्धु घाटी सभ्यता की शोध करके और चित्रलिपि के आधार पर गोंडी में वाचन कर सिद्ध कर दिया है कि वो सिन्धु घाटी सभ्यता आदिम समुदाय गोंड, द्रविड़ियन समूह की सभ्यता थी। आचार्य डॉ मोतीरावेण कंगाली जी को कोटि-कोटि नमन् जोहार । कन्नाके दादा "सल्लामे दादा आपकी टीम को सादर धन्यवाद सेवा जोहार🙏💐👍✊
सादर सेवा जोहार राहुल भाई सादर सेवा जोहार प्रकाश दादा आप दोनों ही इस दुनिया में गोंडवाना की सच्चा इतिहास सामने ला सकते हैं ।
आप लोगों का नाम भी इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा ऐसा मेरा विश्वास है ।
आप दोनों इतिहास पुरुषों में मेरा नमन 🙏
जय सेवा
जय आदिवासी
जय गोंडवाना
🌞🌖🌏🌊🌱🌳🌾🐢🐕💪🏻🏹🙏
गोंडी संस्कृति विश्व संस्कृति की जननी जनक है जय आदिवासी जय गोंडवाना जय सेवा
इस चीज को ज्यादा से ज्यादा और जल्द से जल्द फैलाया जाय ।
इन को एक दिन sience journey channel पर जरूर ले जाइए और ज्यादा से ज्यादा youtube channel पर interview करवाइए जितना जल्द हो सके
th-cam.com/video/vPSYeAw9VCE/w-d-xo.html
सभी आदिवासियों की जिम्मेदारी है की वो अपने महान संस्कृति की ओर लौट चलें और संरक्षित रखें 🙏 जय जोहार 🙏 जय आदिवासी🙏 जय सेवा🙏
दोस्त मैं लगातार भारतीय इतिहास और दर्शन की टुटी हुईं कड़ीयों को तलाश रहा हूं। इसमें पुरातन भारतीय लिपि और भाषा महत्वपूर्ण है। और यह कडी़यां भारत की बोलीयों में ही छुपीं हुईं हैं।आप लोगों के प्रयास प्रशंसनीय है।
आदिवासी संस्कृती एक महान संस्कृति है और आज भी है जिसको दुनिया के सामने एक नई पहचान उजागर करने का जो मंच दिया गया उसके लिए आभा र 🙏सलामे दादा और कनाके जी सेवा जोहर जय भीम जय गोंडवाना जय आदिवासी🙏🙏🙏
Bheem karan aaj sb pad raha aur aaga bd raha nhi to sudra ka kan ma padai likhai pr seesa pighla kr dalna ka dand tha ya raja ( ram) dwara sambhuk badh karana ka
जयसेवा जय जोहार बहुत सुन्दर प्रस्तुति आपके कार्य की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी कम है आप आदिवासी समुदाय के भाषा बोली को अग्रसर कर रहे हैं बहुत बहुत बधाई धन्यवाद ।
श्री प्रकाश सलामे जी द्वारा मोहनजोदड़ो संस्कृति कि मिली लिपी,भाषा को शोध किया है उसके लिए बधाई तथा इस संशोधित भाषा संबधित गौडी लिपी को भारत सरकार के पुरातत्व विभाग की मान्यता आवश्यक है जब यह मान्यता मिलती है तब वह युनोस्को में नोंद होकर जगभर इसी सत्यता,सत्य तथ्यात्मक माहिती पोहच सकता है।
Excellent Prakash Salame ji , Your Movement of Indus Valley Civilization is in the proper and absolutely rit direction. Keep it up your continuous and consistent efforts just like Dr. Moti Ravan Kangali.
This is highly appreciable.
The indus velly script was ancient indian script, which is still alive in gond language, it is our good luck. Thanks sir. Om shanti .
बहुत बहुत सेवा जोहार आपके पुरे टीम को निश्चित ही आने वाले समय में इसका प्रभाव दिखाई देगा
सेवा जोहार सर , सलामे सर के द्वारा विश्वविद्यालय उदयपुर राजस्थान में ppt presentation सिंधु घाटी सभ्यता की बढ़िया प्रस्तुति रखा .
बहुत बढीयाँ, आपका जो विश्लेशन करते हो वह तथ्थोंपर आधारित होता है इसलिए वह महत्त्व पुर्ण है।बहोत बहोत बधाई आपके पुरे टिमकों।
Salamme sir & Rahul bhaiya ko itne researcher k सामने हमारे गोंड गोंडी की बात की पॉवर प्वाइंट presentation k dhanywad & badhai bhi,,, gondo Ka इतिहास bahot बड़ा है,,,,जो इसको समझने और समझाने के लिए 1 घंटा कम पड़ेगा ,,,
सिंधु घांटी सभ्यता आदिवासियों की सभ्यता है जो आज भी आदिवासियों के रहन सहन त्यौहारों में जीवन जीने के तरीकों में आसानी से देखा जा सकता है मुझे पता नहीं आज भी लोग इस संस्कृति सामने आने कुआ नहीं देते ... जय सेवा जय जोहार
Kannake sirji salame sirji Jay sewa johar Jay shedmake Jay baba sahab Jay Bharat Jay Gondwana Jay SC St OBC and minorities
जय सेवा जी अपने गोंडी संस्कृती की ऐतीहासीक जानकारी आप जागतीक लेव्हलपर पहुचा रहे हो.धन्यवाद
आप बहुत अच्छे काम कर रहे है ।
सेवा जोहार दादा
Jay johar Jay Adiwashi youth ekata 🏹 Jay Gondwana 🙏🏻💪💪💪❤️🇮🇳
बहुत बहुत सेवा जोहार पर यूनिवर्सिटी वाले लोग भी पूर्ण रूप से बोलने नही देते ये बड़ी समस्या है
सेवा जोहार दादा आप बहुत ही अच्छा कार्य कर रहे हैं ट्राईबल्स का इतिहास को खोजने के लिए आने वाली पीढ़ी को जानकारी के लिए
Hume samaj aur nxt gen se jyada se jyad itihaskar bhi nikalna hai jo videshi universities k saath milkar sodh krein tabhi adiwasion ki mahan sanskriti duniya bhar me pahuchegi,nahi to ye manuwadi sacche itihas ko kabhi accept nahi karenge.dusri baat ki hume vyapaar me bhi majbut hona taki samaj se aane wale shodhkartao k bharpur funding ki jaa sake.
सेवा जोहार मालिक जय आदिवासी
जय भीम जय जोहार जय मूलनिवासी नमो बुद्धा य।
Great work , तिरुमल प्रकाशजी सलामे और राहुलजी कन्नाके.जय सेवा.
Seva johar 🙏 aapka karya sarahniy h hamare samaj Or sanskriti k liye bahut bahut dhanyavaad
आपल्या कार्याला सेवा जोहार 🙏
आदिवासी संस्कृति को इस चेनल के माध्यम से अच्चि जानकारी मिलती है।
जय सेवा जय जोहार सलाम दादा राहुल भाई
जय सेवा , जय आदिवासी ,जय मूल निवासी सेवा- सेवा
Sewa johar dada सराहनीय कार्य दादा
सेवा जोहार,,,,🌴🌱🌍जय प्रकृती.....💐💐🙏
सेवा जोहार जय सेवा जय गोंडवाना जय बड़ा देव जय बुढ़ादेव जय सेवा, सेवा जोहार
जय सेवा जय जोहार
हमें अपनी संस्कृति पर गर्व हैं।
Bahut bahut dhanyawad jai sewa jai johar jai Gondwana
Ak दिन कामयाबी हमें जरूर मिलेगी
💐💐💐💐 आपको और कनके जी को बहुत बहुत आभार और कंगाली जी को श्रद्धा सुमन अर्पित।
जय भीम जय मूलनिवासी जय भारत🙏🙏
इस हिसाब से तो सब मूलनिवासी है 😂
Brahman dna ma us samay nhi tha
जोहार जोहार सर अभी भी ज़िंदा हैं भाई
Sabhi upsthit gano ko our university ke adhinisth karykram ko yah dilse seva johar Rahul sir or salame sir ko great work ke liye dhanyawad 🙏💐🏹🏳️🌈
सेवा जोहार
गौरवमयी प्रस्तुति
सभे कोयतुर कुन सेवा जोहार
जय सेवा जय जोहार दादा
Sewa Sewa, Sewa Johar ❤️🙏🙏🙏❤️
Good. Congratulations. Applaud. Good efforts. Please go ahead.
गोंडी संस्कृती ही विश्व की जननी है।❤
Great work by salame ji
प्रकाश सलामे जी आप इस सिंधु संस्कृति का गोंडी में कैसा सबंध है,इसके बारे हम जैसे अध्ययनार्थी को जानकारी देकर हमें ज्ञान दिये इसलिए आपका बहुत शुक्रिया ।
Jsy sewa jay fadapen jay savidhan Jay Johar Jay gondvana Jay mulnivasi
बेहतरीन बहुत बहुत सेवा जोहार 🙏
Seva Johar Jay Aadivasi Jay Gondwana
Super Sir, ap ko and Rahul kanake ko sewa sewa johar🙏🙏🙏🙏
सेवा जोहार, अध्ययन जरूरी है सिंधु घाटी सभ्यता की लिपि अगर पढ़ ली गई तो भारत का सही सही इतिहास सामने आ जायेगा।
जय भीम जय संविधान 🙏🙏
नमो बुद्धाय सादर जोहार 🙏🙏
सेवा सेवा सेवा जोहार 🙏🙏
सेवा जोहार जय भिम
मध्यप्रदेश राज्य के आदिवासी बहुल क्षेत्र जिला मंडला में किसी कंपनी के द्वारा आक्सीजन के प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं व अन्य और भी प्रोजेक्ट शुरू होने वाले हैं जिससे मंडला जिले में रहने वाले हमारे आदिवासी समाज के गांव के गांव शीघ्र ही भारी संख्या में विस्थापित होने वाले है।
यह मंडला जिला जो प्रदेश का सबसे बड़ा मजदूरों का मार्केट कहा जाता हैं जिसमे 99% मजदूर आदिवासी ही है।
जय आदिवासी संस्कृति
Good Information
पूरा पढ़ने नहीं दिया गया युनिवर्सिटी वाले ठीक नहीं किया सेवा जोहार दादा
जय सेवा जय जोहार जय गोंडवाना
Great great 👍👌
Seva johar salame ji and kannake ji aap log prasanshaniy kary kar rahe hai jay seva jay gondwana
Jay Bhim, Jay Samvidhan, Jay Johar,Jay adivasi
Bahut hi shandar kosis 👏👌👍👌👍👌👌👌
सेवा जोहार दादा आपको 🙏🙏🙏🙏🙏
सिंध सभ्यता हमारे आदिवासियों की आदिवासी संस्कृति थी ,,सबसे बड़ी बात भील राजाओं का गढ़ थी सिंधु सभ्यता,,,उसके बाद ही अलग अलग समुदाय बने
Me bhil hu pr bhai bhil gond ek hi h bhil gond h
बहुत ही सुन्दर
Jay sewa 👏
Jaya seva juhar sir 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏👍👍👍👌👌✅ सेवा जोहार
Super information sir ji
Jay seva Dada ji
जय भीम जय भारत
Great work
Thanks for sharing
Good
! So good. Barahui are also a tribal people. And are the founders of the hut. Even today there are castes from Beth in the name of Gondi tribes.
Beth??
Aadivasi Dharm jaisa duniya mein koi Dharm nahin
Jai Bheem
सेवा जोहार दादाल निकुन वल्ले वल्ले बेस
Hats off you
Great job Salame ji
Our warm wishes with you from bottom of our heart
Keep going you are a great humble honest and more young than Rahul 😊🙏✍️
Very nice👍
Jai seva jai gondvana
Jay sewa dada
Is program ko alag alag bahujan chanel par lagatar chalana chahiye.
Seva juhar Rahul ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सेवा जोहार राहुल भाई
Jay mulnivasi- 🙏🙏 jay bhim🙏 jay johar 🙏🙏
Jay adivasi jay johar 🙏🙏
Bahut hi shandar dost hul johar
Nice
सेवा जोहार जय सेवा
Chhattisgarh se jai sewa kannake sir
Jay gondwana🙏🙏🙏
Thanx btane k liye
हमारे झारखंड संथाल आदिवासी समाज भी आदि काल में चायचंपा और हिहिडीह पीपीडीह मतलब की मोहनजोदरो और हड़पा सभ्यता में हमारे पूर्वज रहते थे ।
जय आदिवासी
सादर जोहार ।।
Jay seva Jay gondwana