बिल्कुल अवश्य निशानदेही हमें भगवान का पान प्रसाद है हमें श्रद्धा विश्वास के साथ खाना चाहिए क्योंकि चढ़ाने वाले की श्रद्धा एवं भाग कुछ भी रहा हो लेकिन जब भगवान की पवित्र दृष्टि उस वस्तु पर पड़ चुकी है तो वह हमें अमृततुल्य कल्याणकारी ही सिद्ध होगी क्योंकि मीरा को विष का प्याला दिया था लेकिन वह अमृत हो गया लेकिन आप भानी भी अवश्य रखें जैसे जिस मंदिर में कोई पुजारी नहीं है कोई पंडित जी नहीं है वहां पर कौन किस भाव से क्या चला कर जा रहा है जैसे आजकल शिव जी को कांटे चढ़ा दिए जाते हैं कैसे उड़द चढ़ा दी जाती है और कई लोग पानी के अंदर सिंदूर रखकर चढ़ा देते हैं क्योंकि कल योगी मानव बड़े चतुर चालाक हैं बिना स्वार्थ के कुछ ऐसी चीज नहीं चढ़ाते और मतलब के लिए उनको बोल दिया जाए कि जिस भगवान को चढ़ा कर आ जाओ तो वह बहरी चढ़ा देंगे इसलिए कोई प्रतिष्ठित मंदिर है हमारे पहचान के पुजारी हैं अथवा जय समान रूप से सभी को दिया जाने वाला प्रसाद है तो अवश्य खा लेना चाहिए परंतु एक बार निरीक्षण बस से कर ले कई बार क्या होता है पान प्रसादी पान की दुकानों से बनवा करके लाते हैं मीठा पान बोला लेकिन बनाने वाले का ध्यान भटक गया और उसने जर्दे वाला तमाकू वाला पान बना दिया क्योंकि भगवान को चढ़ाने से पहले यह कोई नहीं देखता है इस वास्ते चढ़ा देता है और आप तमाकू नहीं खाते तो आपके स्वास्थ्य पर भी फर्क प्रभाव पड़ सकता है क्योंकि आजकल टोने टोटके लोग ज्यादा करने लगे हैं सो सावधानी रखें यदि कहीं से प्रसाद मिलता है ताजा स्वच्छ है तो निरीक्षण कर अवश्य ग्रहण करें अन्यथा प्रसाद को प्रणाम करके ऐसी जगह स्थापित कर दे जहां किसी के पैरों में ना आए उसका अपमान भी ना हो और आप कुछ लगता है तो पूछ सकते हैं
जब हम सप्ताहिक या एक दिवसीय या वैदिक अनुष्ठान करते हैं तो उसमें चूना एवं कथ्य का उपयोग आचार्य श्रेष्ठ जनों ने निषेध बताया है परंतु हमारे घर में जो भगवान की सेवा है चाहे वह राजा राम जानकी हैं अथवा हमारे वृंदावन बिहारी लाल हैं हमारे भोलेनाथ हैं इन सबको यह राजसी सेवा होती है भगवान की इसलिए इसमें लगा सकते हैं मैंने खुद बिहार जी के मंदिर में वृंदावन में श्री राधा वल्लभ जी मंदिर वृंदावन में पान प्रसाद कि सेवा होते देखी है प्रसाद ग्रहण किया है तो यह है मेरा भी एक भाव बन गया है पूरी है वीडियो बनाने का मेरा औचित्य यह रहा कि मैंने अपनी आंखों से लोगों को साथ में से पान प्रसाद को एक तरफ रखते या यूं कहूं फेंकते देखा सो मुझे लगा इस पर एक वीडियो बनानी चाहिए और आप भी अपनी राय अवश्य प्रदान करें स्वस्थ रहिए प्रसन्न रहिए जय श्री कृष्णा
बहुत ही अच्छी जानकारी आपको धन्यवाद
Ramramsaa❤❤❤❤❤❤❤
Really nice and informative episode. Thank you
Nice guru ji
Pandit ji paan ki ghadi bna kr kaise chadai jati hai iske bare me btaye
Jay shri krishna 🙏🙏
Jay shree Ram
Jay shri krishna
Sahi m
Jay ho
🕉️🕉️🙏🏻🙏🏻🌹🌹🚩🚩
Radhey radhey radhey radhey radhey radhey 1
Jay shree radhe
Radhe radhe
Dada aap subham Krishna sastri KO Janet go
Beeda ko chadar bad me prasha ke rup kha lena chahiye kya btao
O k
Charaya hua pan ka bira ko kya kre kon khata h khud ki kisi orko
Sir agar Mandi ke pandit Ji kisi ka chadaya hua meetha paan hame Prasad me de de to hame vo kha Lana chahiye plz bataiye
बिल्कुल अवश्य निशानदेही हमें भगवान का पान प्रसाद है हमें श्रद्धा विश्वास के साथ खाना चाहिए क्योंकि चढ़ाने वाले की श्रद्धा एवं भाग कुछ भी रहा हो लेकिन जब भगवान की पवित्र दृष्टि उस वस्तु पर पड़ चुकी है तो वह हमें अमृततुल्य कल्याणकारी ही सिद्ध होगी क्योंकि मीरा को विष का प्याला दिया था लेकिन वह अमृत हो गया लेकिन आप भानी भी अवश्य रखें जैसे जिस मंदिर में कोई पुजारी नहीं है कोई पंडित जी नहीं है वहां पर कौन किस भाव से क्या चला कर जा रहा है जैसे आजकल शिव जी को कांटे चढ़ा दिए जाते हैं कैसे उड़द चढ़ा दी जाती है और कई लोग पानी के अंदर सिंदूर रखकर चढ़ा देते हैं क्योंकि कल योगी मानव बड़े चतुर चालाक हैं बिना स्वार्थ के कुछ ऐसी चीज नहीं चढ़ाते और मतलब के लिए उनको बोल दिया जाए कि जिस भगवान को चढ़ा कर आ जाओ तो वह बहरी चढ़ा देंगे इसलिए कोई प्रतिष्ठित मंदिर है हमारे पहचान के पुजारी हैं अथवा जय समान रूप से सभी को दिया जाने वाला प्रसाद है तो अवश्य खा लेना चाहिए परंतु एक बार निरीक्षण बस से कर ले कई बार क्या होता है पान प्रसादी पान की दुकानों से बनवा करके लाते हैं मीठा पान बोला लेकिन बनाने वाले का ध्यान भटक गया और उसने जर्दे वाला तमाकू वाला पान बना दिया क्योंकि भगवान को चढ़ाने से पहले यह कोई नहीं देखता है इस वास्ते चढ़ा देता है और आप तमाकू नहीं खाते तो आपके स्वास्थ्य पर भी फर्क प्रभाव पड़ सकता है क्योंकि आजकल टोने टोटके लोग ज्यादा करने लगे हैं सो सावधानी रखें यदि कहीं से प्रसाद मिलता है ताजा स्वच्छ है तो निरीक्षण कर अवश्य ग्रहण करें अन्यथा प्रसाद को प्रणाम करके ऐसी जगह स्थापित कर दे जहां किसी के पैरों में ना आए उसका अपमान भी ना हो और आप कुछ लगता है तो पूछ सकते हैं
Paan ka beeda banwane me pan ke kone katwa sakte hai ya nahi
जी बिल्कुल पान के डंठल कौन हटा सकते हैं
Agar hanumanji k Mandir mein un par chada paan prasad k roop mein mujhe pandit ji ne de diya .mai kya paan ko bhog k roop mein kha sakti hu
जी जरूर खा सकते हैं भगवान का प्रसाद है यह देख ले सिंदूर वगैरह तो नहीं लगा है
Sufari dena nahi chahiye kya?
Nhi
Supari aur chuna syd nhi dena cahiye
Han ye dono to nhi dalte
कुछ व्हिडिओ मे चुना लगाना नहीं है
😅😅😅 भगवान को चूना लगाना है??? बिलकुल मान्य नहीं ऐसा पान। 👎🏼👎🏼 चूना और सुपारी नहीं देते हैं भगवान के पान/बीड़ा में।
कत्था पूजा के पान में इस्तेमाल किया जाता है ????
जब हम सप्ताहिक या एक दिवसीय या वैदिक अनुष्ठान करते हैं तो उसमें चूना एवं कथ्य का उपयोग आचार्य श्रेष्ठ जनों ने निषेध बताया है परंतु हमारे घर में जो भगवान की सेवा है चाहे वह राजा राम जानकी हैं अथवा हमारे वृंदावन बिहारी लाल हैं हमारे भोलेनाथ हैं इन सबको यह राजसी सेवा होती है भगवान की इसलिए इसमें लगा सकते हैं मैंने खुद बिहार जी के मंदिर में वृंदावन में श्री राधा वल्लभ जी मंदिर वृंदावन में पान प्रसाद कि सेवा होते देखी है प्रसाद ग्रहण किया है तो यह है मेरा भी एक भाव बन गया है पूरी है वीडियो बनाने का मेरा औचित्य यह रहा कि मैंने अपनी आंखों से लोगों को साथ में से पान प्रसाद को एक तरफ रखते या यूं कहूं फेंकते देखा सो मुझे लगा इस पर एक वीडियो बनानी चाहिए और आप भी अपनी राय अवश्य प्रदान करें स्वस्थ रहिए प्रसन्न रहिए जय श्री कृष्णा