Phari poem or song by Sh.Sohan Sing Mehta NANKHARI
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- เผยแพร่เมื่อ 7 ก.พ. 2025
- पहाड़ी भाषा,लोक संस्कृति व साहित्य श्रृंखला.. 855
हमारी संस्कृति हमारी पहचान#हमारे बुजुर्ग हमारी शान
लोक संस्कृति के संवाहक आदरणीय सोहन सिहं मैहता,गाँव मौहली, तहसील ननखड़ी#हिमाचलदेवभूमि #सांस्कृतिक_विरासत #Nankhari