tu apni bahen ko be parda ghuma numaise kara aur khud v kar ...koi musalmaan bolega kya ...agar apne tan ko dhakna galat hai toh ...tu apne ghar ki aurton ko american ki tarha bina kapdo k ghuma...jis k dimaag mey gu bhara hoga woh akal k andhe ko sahi kya galat kya samajh kaha Ayega....bas tumeh chahiye galat ho musalmaan k khilap ho woh sahi hai.....islaam zindabaad...allahu akbar.
कुराण मे लिखा है चोरी करनेवाले के हात काट देना चाहिये, भारत मे जितनेभी मुस्लिम चोर सजा काट रहे है उनका हात काटकर उन्हे जेल से रिहा कर दिया जाय। यही मौलाना चाहते है तो सरकार को इनकी बात माननी चाहिये।
@Katejsej salo India school mein hijab ban krte hai toh kehte ho rules sab ko follow Krna hai ab yahan keh rahai ho kya rules madarch*d phele apna confusion door Karo rules follow Krna hai ya jo public chahati hai woh
@@maxfate9006 not if it focuses on important issues like property rights for women, and entry into mosques , if it focuses on worst things like what to wear and what language to use then yes it will cause trouble
Jaahil he......code ko court likh Raha he. Toh is Se Kya Hoga .. sab lo Nikah Karne lagenge? Hahahaha.... Code Se Kya Hoga. Tumhare pas koi Code he toh batao. Be Sar Per ka Dharam
@Katejsej salo India school mein hijab ban krte hai toh kehte ho rules sab ko follow Krna hai ab iran mein hijab k khilaf protest kr raha hai toh tum log kehte ho public ki baat suno iran ke logu ko kehte ho ye rules nahi chalegey madarch*do phele apna confusion door Karo rules follow Krna hai ya jo public chahati hai woh
प्रश्नः हिजाब की परिभाषा क्या है, स्कूल के सँदर्भ मे? उत्तरः स्कूल-ड्रेस के रँग का स्कार्फ, सर पर रखा हुआ। इस प्रकार के हिजाब मे, स्कूल प्रशासन को, कोई आपत्ति नही होनी चाहिए?
भारत में ये का जो मुद्दा चला रहा है मैं इस विषय पर कुछ कहना चाहूंगा। चलिए मुद्दे पर आते हैँ। सांस्कृतिक पहचान रीति रिवाज प्रथा इत्यादि पर चर्चा करते हैं । किसी भी राष्ट्र के लिए उसकी राष्ट्रीयता,संस्कृति और धर्म ही सर्वोपरि होता है उसी के अनुकूल कानून और विधान का निर्माण किया जाता है। भारत का कानून कहता है सबके लिए समान विधान यानी संविधान। इसका यह अर्थ कदापि नहीं है कि साधु-संतों और चोर लुटेरे बलात्कारियों को एक ही पलड़े में रखा जाए। इस बात पर भी गौर करेंगे रीति रिवाज प्रथा के पीछे का मूल क्या है। जिसका कारण क्या है, क्यों है, उचित अनुचित और समयानुकूल है या नहीं है। 1🙏) अब हम बात करेंगे घूंघट प्रथा की ---- मुगलों के आने से पहले भारत में कहीं भी घूंघट यानी पर्दे का कोई भी रिवाज नहीं था। पहले जिस तरह पुरुष अपनी पहचान के लिए तरह-तरह की पकड़िया पहना करते थे, उसी तरह स्त्रियां भी सर पर पल्लू रखा करती थी, जो कि समाज परिवार एवं राष्ट्र के किसी सम्मानित व्यक्ति को सम्मान देने और अभिवादन का संस्कार था। जिसमें कोई भी अपनी पहचान नहीं छुपाया करता था चाहे वह पगड़ी हो या घुंघट । जो कि मुगलों के आने के बाद इसी घूंघट को पूरी तरह से आगे खींच लिया गया । बाद में इसका काफी दुरुपयोग भी हुआ परंतु वर्तमान में इस प्रथा का अस्तित्व समाप्त हो चुका है। चरित्रहीन आक्रांता ओं की बदनियति से खुद को बचाने के लिए यह एक असफल प्रयास भी मान सकते हैं। मुगलों को जो गंदगी करनी थी वह तो फिर भी की। घूंघट से भी काम ना चला तो भारत की वीरांगनाओं ने स्वयं को अग्नि के सुपुर्द किया परंतु अपनी मृत देह भी मुगलों को देखने भी नहीं दिया। यह बहुत ही दर्दनाक वाकया है जिसे कभी भुला नहीं सकता और जिसके लिए मुगल आक्रांताओं को कभी माफ़ भी नहीं किया जा सकता । इसलिए इस वीरगाथा से जुड़े चरित्र की रक्षा हेतु निर्मित इस लक्ष्मण रेखा को प्रथा में सम्मिलित कर दिया गया। चरित्र रक्षण संबंधित इस प्रथा को आज भी सम्मान से देखा जाता है जिसके लिए कानून समाज संविधान भी नतमस्तक होता है और होना भी चाहिए। वर्तमान में इसकी आवश्यकता नहीं है। क्योंकि अब राष्ट्र को किसी भी मुगल आक्रांताओं का कोई खतरा नहीं है। सती प्रथा को तो अब पूरी तरह से निरस्त भी कर दिया गया है । असुरों को मारने का भी विधान है पर आज के दौर पर यह भी प्रासंगिक नहीं है। घूंघट प्रथा भारत की वीरांगनाओं के शिस्टाचार और चरित्र रक्षा की वीरगाथा को दर्शाता है। यह मुगलों के आतंक के परिणाम स्वरूप जी हुई प्रथा है। इस विषय पर चर्चा करना मुगलों के मुंह पर तमाचा है। क्योंकि आजादी के बाद भी हमने इन्हें अलग राष्ट्र देने के बाद भी अपने देश में सम्मान से रखा। यह भारत की संस्कृति और सहिष्णुता है, और इस पर यही मुगल छींटाकशी करते हैं तो यह उन मुगलों की धृष्टता, मक्कारी और कृतघ्नता है। यह प्रथा भले ही ऐतिहासिक रह गई है परंतु भारत की वीरांगनाओं की गौरव गाथा का वर्णन करने में और भारत राष्ट्र की धरोहर को श्रेष्ठत्तम पहचान देने मैं इसका बहुमूल्य योगदान है । 2🙏) अब दूसरी बात सरदारों की पगड़ी पर आती है। यह भी मुगल आक्रांताओं से देश समाज की रक्षा के लिए हमारे शूरवीरों की पराक्रम का गौरव चिन्ह एवं प्रतीक है। सिखों के गुरु ने प्रत्येक परिवार के बड़े बेटे को मुगलों से राष्ट्रीय संस्कृति और धर्म की रक्षा हेतु लड़ने के लिए शूरवीर योद्धा बनाने के लिए सरदार बनाने की मांग की थी। और प्रत्येक परिवार ने अपने पुत्र को बड़ी श्रद्धा और समर्पण के साथ राष्ट्र को सुपुर्द किया था। इतिहास उनके इस बलिदान को कभी भी नहीं भुला सकता। भारत की संस्कृति की रक्षा के लिए सिख सरदारों का योगदान सर्वश्रेष्ठ एवं अविस्मरणीय है। भारत की संस्कृति को इस अमूल्य राष्ट्रीय धरोहर स्वीकार करना चाहिए । 3🙏) अब बात भगवा और तिलक पर आता है तो भगवा सूर्योदय का प्रतीक है। भगवा की ऊर्जा आत्मा में सत्य अहिंसा करुणा की ऊर्जा को प्रसारित करती है । आज का विज्ञान भी इस विषय में काफी प्रमाण दे सकता है। जिसका कि राष्ट्र की शिक्षा संस्कृति और सम्मान में अनंत काल से योगदान रहा है। यह सभ्यता की पराकाष्ठा और दिव्यता का प्रतीक है। और यह हमारे राष्ट्र की पहचान है। इस अमूल्य धरोहर की रक्षा सुरक्षा का करना कानून और संविधान का दायित्व है।
Don’t u get it?? They don’t care about any of it. Yeh sirf bahana hai. Tum sab kuch solve kar doge phir bhi kuch naya nikalke ladenge. Hamesha ladenge. Nahi mila to kuch todke naya bahana banayenge. Unko ladnese matlab hai. Aise log nahi sudharte.
हिन्दुस्तान हमारा है यह उद्धरण बदलना होगा अब ये कहिए हम हिन्दुस्तान के हैं अन्यथा ये लोग अधिकार खोजते रहेंगे _अतिमहत्तवपूर्ण कथन है क्योंकि तभी देशभक्ति आयेगी नहीं तो ये लोग कहते रहेंगे हमारा ये है हमारा वो है और दंगा फसाद कराते रहेंगे। महिलाओं ने मुस्लिम महिलाओं के अधिकार के लिए तर्क संगत प्रश्न किए उन्हें कोटिशः धन्यवाद।
ईरान मे अलाह अलग है।भारत मे अलाह अलग है,ईरान मे महिलाएं हिजाब जला रही हैभारत मे हिजाब पहनाने के लिए मुला धरम की आड़ ले कर राजनिति कर रहे है।ईसी लिए अलाह आलग,अलग विशव के देशो मे है,जय श्री राम
❤❤❤. Dekhiye sab se pahle to sare insano ka Asal maqsad hai upar ki dunya. Niche ki dunya itni Aham nahi hai. To Agar insan chata hai k. Mujko jannat me nek kaam se darje mile. To isme burayee Kya hai.❤❤❤❤.
बहुत अच्छा लग रहा है की मौलानाओं का जनाब केवल मुस्लिम महिला दे रही है।भारत के डेमोक्रेसी का ये अद्भुत दृश्य है।
सभी मुस्लिम बेटियों को समय के साथ बदलना चाहिए समय की मांग है आप पढ़ें लिखे
In girls ke jajbe ko salam 101 topo ki salami selute hai
वाह बहादुर मस्लिम बेटियां (अमबर जैदी, शबनम खान एवं निघत अबबास)आप सभी ने मौलाना ओ की खाट खडी़ कर दी ! इन मुसलिम बेटियो की बहुत सराहनीय डिबेट !
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सारा भ्रष्ट गलत कार्य पर्दा,हिजाब,बुर्क़ा के पीछे ही तो होता है, यह प्रथा बंद होनी चाहिए
tu apni bahen ko be parda ghuma numaise kara aur khud v kar ...koi musalmaan bolega kya ...agar apne tan ko dhakna galat hai toh ...tu apne ghar ki aurton ko american ki tarha bina kapdo k ghuma...jis k dimaag mey gu bhara hoga woh akal k andhe ko sahi kya galat kya samajh kaha Ayega....bas tumeh chahiye galat ho musalmaan k khilap ho woh sahi hai.....islaam zindabaad...allahu akbar.
कुराण मे लिखा है चोरी करनेवाले के हात काट देना चाहिये, भारत मे जितनेभी मुस्लिम चोर सजा काट रहे है उनका हात काटकर उन्हे जेल से रिहा कर दिया जाय। यही मौलाना चाहते है तो सरकार को इनकी बात माननी चाहिये।
Ye Hindustan hai Bhai yaha hindustani law chalta hai Muslim law nhi.
@@ashrafmulla3737to ye mulle chillate kyo hai humara Islam me ye hai vo hai
ये भारत की शेरनीya है
Hindustan hamara, ya ,hum hindustan ke hai what a statement 😊
पाकिस्तानी बच्चे बोलते हैं हमेहिन्न्दुवो के प्रति जहर हमारे बडो ने हमारी किताबों ने जहर भर रखा है भारत माता की जय हो गाय माता की जय हो जय श्री राम
The ladies supported their gender excellently!
Sabhi baheno ko.... 🙏👌🙏
भारतीय संविधान का पालन सभी को करणा पडेगा.जय संविधान
@Katejsej salo India school mein hijab ban krte hai toh kehte ho rules sab ko follow Krna hai ab yahan keh rahai ho kya rules madarch*d phele apna confusion door Karo rules follow Krna hai ya jo public chahati hai woh
पगडी तो इसलिऐ मना नही है। उनके बाल लम्बे होते है अगर पगडी नही बाधेगे तो हर काम मे दिक्कत होगी
आदर्णीय सर्वर जी एक बहुत ही सुलझे इंसान है और देशभक्त भी है इस लिए बहुत ही सही डिबेट करते है
पर्दा न करने में क्या बुराई?
सर पर डुपटा नही रखेगी तो कया कुरान पर कोई असर पड़ जाएगा कया,यदि संबिधानपर असर नही पडे़गा तो।
agar koi hijab pehnna chahe to aap usse nhi rok sakte
Aur agar kisi ko nhi pehnna to hum jabardasti nhi kar sakte
ऐसे मुर्खो को मंच पर मत बुलाना
ये लोग देश को गुमराह कर रहे हैं जबरजसती थोपते हैं इन पर सकत कारवाई की जाय जय हिंद
भारत पाकिस्तान में मक्की इस्लाम पढ़ाया जाता है मदनी पढ़ाओ सारे टेरीरिस्ट बन जाएंगे
ABE WO FAKE ID RAAM KI TARAH 6 KA Q BANRA TU🤣🤣
पर्दे के पीछे पर्दा नशी है।कुदरत की सुंदरता सबको देखने का हक है। मर हब्बा मर हब्बा
Propose to Govt. of India to implement Uniform Civil Court with immediate effect. UCC will solve all problems for ever... Jai Hind
Ucc will create more problem
Depends on what kind of uniformity. What if it’s hijab for everyone??
@@maxfate9006 not if it focuses on important issues like property rights for women, and entry into mosques , if it focuses on worst things like what to wear and what language to use then yes it will cause trouble
@@maxfate9006 quraan-hadish also creates big problems
Jaahil he......code ko court likh Raha he. Toh is Se Kya Hoga .. sab lo Nikah Karne lagenge?
Hahahaha.... Code Se Kya Hoga. Tumhare pas koi Code he toh batao. Be Sar Per ka Dharam
दरअसल सारी आफत की जड़ कुरान ही है।
Kuran likhane wala popat hai
BOYCOTT hijab school college IN new india NRC india CAA 👍🏽🍼🇮🇳🚩
@Katejsej salo India school mein hijab ban krte hai toh kehte ho rules sab ko follow Krna hai ab iran mein hijab k khilaf protest kr raha hai toh tum log kehte ho public ki baat suno iran ke logu ko kehte ho ye rules nahi chalegey madarch*do phele apna confusion door Karo rules follow Krna hai ya jo public chahati hai woh
Subuhi Khan ji ko thanks.
Aman sir ji flower nahi...fire hai...😆😂
कल कोई मूस्लीम महीला जज बनेगी तो पता ही नही चलेगा कौन फैसला दे रहा है.
जैसे जैसे इनकी जनसंख्या बढेगी ये शरिया के अनुसार चलेंगे और हिजाब देश को इस्लामीकरन का एक कदम हैं
ये जबरदस्त जिद है in मौलानाo की, थोड़ा सा ही लेकिन pehne जरूर
प्रश्नः हिजाब की परिभाषा क्या है, स्कूल के सँदर्भ मे?
उत्तरः स्कूल-ड्रेस के रँग का स्कार्फ, सर पर रखा हुआ।
इस प्रकार के हिजाब मे, स्कूल प्रशासन को, कोई आपत्ति नही होनी चाहिए?
मुगले आजम फिल्म में एक गाना है कि जब अल्लाह से पर्दा नहीं तो मर्दो से पर्दा क्यों।और आज का मुसलमान हिजाब के नाम पर उनकी आजादी को दबा रहे हैं
क्या संविधान में लिखा है की धर्म के आड़ में पूरे देश में उपद्रव फैलाओ
Aasmani kitab k hisab se to duniya me ashanti failana hai.
Yes well said there is a difference between Hindustan hamara hai and hum hindustani hain 👍
JAY SHRI RAM 🚩
मुस्लिम पूरी दुनिया में जलील क्यों हो रहा है ?😆😆
अरे मौलाना जी तो आप भी पहनो हिजाब। तब पता चलेगा कितनी गर्मी होती है इसमे।
बहस करने से कोई फायदा नहीं होगा कोई और काम करो इस्लाम को समझना इतना आसान नहीं
पर्दा से झांकना बुरा है!
मौलाना ज़ी आपने तो जन्नत देखा है
Inhone jahnum bi dekha hai.
दो मौलाना टोपी और एक मुस्लिम बिना टोपी
सुप्रीम कोर्टाने दीया बैसला मनाने को तैयारी नहीं.
Jay hind 🇮🇳❤🇮🇳
मौलाना जरजीस को बुला लीजिए सब एक बार में फाइनल हो जाएगा
क्या सविंधान में संशोधन कर दुरुस्त कर दिया जाय तो ये मौलाना हिजाब मुक्त पर मानना कर देंगे
Fatwa jari hoga fir hijab na pahanne pr..fir aage burka layenge
Jo hijab nhi krte
Unhe kya pta hijab ompotrance
Dusri ldkiyo ko bhi be prda krna chahti h apni trah
Right choice h sbki
I love hijab
@शिवराज सिंह चौहान correct 😂😂😂😂😂😂😂😂
जो पीएफआई के साथ हुआ हैं
वो ही आरएसएस के साथ होना चाहिए
Maulana exposed
रेगिस्तानी रिवाज रेगिस्तान मै शोभा देता होगा ।
हरी भरी स्थानों पर नहीं ।।
धन्यवाद ।।
Three ladies always right
हिंदुस्तान ज़िंदाबाद
स्कूल गेट तक पहन के आएं. फ़िर वापस निकलते वक़्त पहन लें.
हजी भाई एक बात बताना तुमारी बिबी बेटी या बहु हिजाब पेनती हे या फिर दुसरो के लिये ये कानुन हे पयले आपना परिवार सभालो हाजी
महंगाई पर कोई बात नहीं
भारत में ये का जो मुद्दा चला रहा है मैं इस विषय पर कुछ कहना चाहूंगा। चलिए मुद्दे पर आते हैँ। सांस्कृतिक पहचान रीति रिवाज प्रथा इत्यादि पर चर्चा करते हैं ।
किसी भी राष्ट्र के लिए उसकी राष्ट्रीयता,संस्कृति और धर्म ही सर्वोपरि होता है उसी के अनुकूल कानून और विधान का निर्माण किया जाता है। भारत का कानून कहता है सबके लिए समान विधान यानी संविधान। इसका यह अर्थ कदापि नहीं है कि साधु-संतों और चोर लुटेरे बलात्कारियों को एक ही पलड़े में रखा जाए।
इस बात पर भी गौर करेंगे रीति रिवाज प्रथा के पीछे का मूल क्या है। जिसका कारण क्या है, क्यों है, उचित अनुचित और समयानुकूल है या नहीं है।
1🙏) अब हम बात करेंगे घूंघट प्रथा की ---- मुगलों के आने से पहले भारत में कहीं भी घूंघट यानी पर्दे का कोई भी रिवाज नहीं था। पहले जिस तरह पुरुष अपनी पहचान के लिए तरह-तरह की पकड़िया पहना करते थे, उसी तरह स्त्रियां भी सर पर पल्लू रखा करती थी, जो कि समाज परिवार एवं राष्ट्र के किसी सम्मानित व्यक्ति को सम्मान देने और अभिवादन का संस्कार था। जिसमें कोई भी अपनी पहचान नहीं छुपाया करता था चाहे वह पगड़ी हो या घुंघट । जो कि मुगलों के आने के बाद इसी घूंघट को पूरी तरह से आगे खींच लिया गया । बाद में इसका काफी दुरुपयोग भी हुआ परंतु वर्तमान में इस प्रथा का अस्तित्व समाप्त हो चुका है।
चरित्रहीन आक्रांता ओं की बदनियति से खुद को बचाने के लिए यह एक असफल प्रयास भी मान सकते हैं। मुगलों को जो गंदगी करनी थी वह तो फिर भी की। घूंघट से भी काम ना चला तो भारत की वीरांगनाओं ने स्वयं को अग्नि के सुपुर्द किया परंतु अपनी मृत देह भी मुगलों को देखने भी नहीं दिया। यह बहुत ही दर्दनाक वाकया है जिसे कभी भुला नहीं सकता और जिसके लिए मुगल आक्रांताओं को कभी माफ़ भी नहीं किया जा सकता ।
इसलिए इस वीरगाथा से जुड़े चरित्र की रक्षा हेतु निर्मित इस लक्ष्मण रेखा को प्रथा में सम्मिलित कर दिया गया। चरित्र रक्षण संबंधित इस प्रथा को आज भी सम्मान से देखा जाता है जिसके लिए कानून समाज संविधान भी नतमस्तक होता है और होना भी चाहिए। वर्तमान में इसकी आवश्यकता नहीं है। क्योंकि अब राष्ट्र को किसी भी मुगल आक्रांताओं का कोई खतरा नहीं है। सती प्रथा को तो अब पूरी तरह से निरस्त भी कर दिया गया है । असुरों को मारने का भी विधान है पर आज के दौर पर यह भी प्रासंगिक नहीं है। घूंघट प्रथा भारत की वीरांगनाओं के शिस्टाचार और चरित्र रक्षा की वीरगाथा को दर्शाता है। यह मुगलों के आतंक के परिणाम स्वरूप जी हुई प्रथा है। इस विषय पर चर्चा करना मुगलों के मुंह पर तमाचा है। क्योंकि आजादी के बाद भी हमने इन्हें अलग राष्ट्र देने के बाद भी अपने देश में सम्मान से रखा। यह भारत की संस्कृति और सहिष्णुता है, और इस पर यही मुगल छींटाकशी करते हैं तो यह उन मुगलों की धृष्टता, मक्कारी और कृतघ्नता है। यह प्रथा भले ही ऐतिहासिक रह गई है परंतु भारत की वीरांगनाओं की गौरव गाथा का वर्णन करने में और भारत राष्ट्र की धरोहर को श्रेष्ठत्तम पहचान देने मैं इसका बहुमूल्य योगदान है ।
2🙏) अब दूसरी बात सरदारों की पगड़ी पर आती है। यह भी मुगल आक्रांताओं से देश समाज की रक्षा के लिए हमारे शूरवीरों की पराक्रम का गौरव चिन्ह एवं प्रतीक है। सिखों के गुरु ने प्रत्येक परिवार के बड़े बेटे को मुगलों से राष्ट्रीय संस्कृति और धर्म की रक्षा हेतु लड़ने के लिए शूरवीर योद्धा बनाने के लिए सरदार बनाने की मांग की थी। और प्रत्येक परिवार ने अपने पुत्र को बड़ी श्रद्धा और समर्पण के साथ राष्ट्र को सुपुर्द किया था। इतिहास उनके इस बलिदान को कभी भी नहीं भुला सकता। भारत की संस्कृति की रक्षा के लिए सिख सरदारों का योगदान सर्वश्रेष्ठ एवं अविस्मरणीय है। भारत की संस्कृति को इस अमूल्य राष्ट्रीय धरोहर स्वीकार करना चाहिए ।
3🙏) अब बात भगवा और तिलक पर आता है तो भगवा सूर्योदय का प्रतीक है। भगवा की ऊर्जा आत्मा में सत्य अहिंसा करुणा की ऊर्जा को प्रसारित करती है । आज का विज्ञान भी इस विषय में काफी प्रमाण दे सकता है। जिसका कि राष्ट्र की शिक्षा संस्कृति और सम्मान में अनंत काल से योगदान रहा है। यह सभ्यता की पराकाष्ठा और दिव्यता का प्रतीक है। और यह हमारे राष्ट्र की पहचान है। इस अमूल्य धरोहर की रक्षा सुरक्षा का करना कानून और संविधान का दायित्व है।
Don’t u get it?? They don’t care about any of it. Yeh sirf bahana hai. Tum sab kuch solve kar doge phir bhi kuch naya nikalke ladenge. Hamesha ladenge. Nahi mila to kuch todke naya bahana banayenge.
Unko ladnese matlab hai. Aise log nahi sudharte.
मौलाना खुद ही पहन ले बुरखा अगर इतना ही जरूरी है तो।
Jin ldliyon k andr ya maa baap k andr shrm rhi hogi unhi nhe college jana chhoda hoga ya jinko apne mazhab ki prwah rhi hogi
Subhi didi bhut achha estrong raho
Muslim mahilaaon ko bhi masjid Jana chahye sahee baat h taake wo sahee Deen seekh sakeyn
These 3 ladies are not following islam.
Iran public:-abe yar ham hijab pahnte hi nahi aur tum Islam ka thekedar banta hai
हिन्दुस्तान हमारा है यह उद्धरण बदलना होगा अब ये कहिए हम हिन्दुस्तान के हैं अन्यथा ये लोग अधिकार खोजते रहेंगे _अतिमहत्तवपूर्ण कथन है क्योंकि तभी देशभक्ति आयेगी नहीं तो ये लोग कहते रहेंगे हमारा ये है हमारा वो है और दंगा फसाद कराते रहेंगे। महिलाओं ने मुस्लिम महिलाओं के अधिकार के लिए तर्क संगत प्रश्न किए उन्हें कोटिशः धन्यवाद।
Just imagine world without isl@m
Bm fatna itihas ki baat ho jayegi
Esalamji
Hats off 3 muslim mohila debator
Pfi का किया धरा है
भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करो
लड़की या हीजाब पहनकर अजीब लगता है इसकुल डेरेस पहनकर ओभी सहज रहेगी इसकुल सारे इसटुडेनट सहज रहेगे बहुत ही अच्छा रहेगा
इन सालों को भारत मे हो रहे जाति वाद छुआ छूत पर कभी डिबेट नही करते ।दूसरे देश को देख रहे हैं
We the muslim young follow islam.
Then go to Islamic country, it's hindustan no place for deshdrohi corm
Agar koi ledki parda karni chahtiye isme kia burai hai sir. A bata do sir
parda to ghar par kro ji.kisne mana kiya h
Good behno
Hum hijab pehneuge usse koi nahin rukh sakta
BILKUL KOI NHI ROKSAKTA INDIA ME👍
JAI MAJLIS
Good debate
Mam is right 🙏🙏
Subuhi is sharp minded.
Last side left muslim is most intelligent among all
हिजाब पढ़ाई लिखा ई में सबसे बड़ा बाधा है
Debate में कोई सही पॉइंट नहीं उठाता हैं। पूछने को ऐसे- ऐसे पॉइंट हैं के इन मौलानाओ को जबाब देते नहीं बनेगा।
सही पॉइंट पर अगर आप यहां पर कुछ लिख भी देंगे तो वह पोस्ट नहीं होगा इनवेलिड आ जाएगा.. पूरा सिस्टम इन्होंने संक्रमित कर के रखा है..
जितने सवाल पूंछे हैं उनका ही जवाब नही दे पा रहे हैं
हम तो लगोट वाले हैं हमको लंगोट में पढ़ने की इजाजत चाहिए
Hijab should banned 🚫 from the world 🌎🌍🌎
These girls are excellent while keeping their point. More power to these indian muslim women.
good job subahi ji
Jai Hind
देश सम्विधान से चलेगा न की सरिया से
ये इंजन बनकर चलते है लेकिन पटरी छोड़कर चलते है
ईस्कूल कालेज में आज पढ़ाई कम ईश्क बाज़ी ज्यादा हो रही है
eske liy sabse kam padhe likhe aaplog h
ऐ लोग जीस देश का खाते हैं उसी देश से गद्दारी करते हैं इतिहास गवाह है।
Kone log
Jai shree Ram
भारत में मदरसे बंद करो
Muslim mahilao ko aage aa ke sab mahilao ko Hindu dharm aapna na chaliye fir ye molana pahne hijab
हिन्दू का घूँघट लेकिन बच्चे पढने जाने वाले तो घूघट कर के नही पढ़ी है।
Mullo par bhari pad gyi ....mahilao ne Pani pila diya 😜🤣🤣🤣🤣...
ईरान मे अलाह अलग है।भारत मे अलाह अलग है,ईरान मे महिलाएं हिजाब जला रही हैभारत मे हिजाब पहनाने के लिए मुला धरम की आड़ ले कर राजनिति कर रहे है।ईसी लिए अलाह आलग,अलग विशव के देशो मे है,जय श्री राम
❤❤❤. Dekhiye sab se pahle to sare insano ka Asal maqsad hai upar ki dunya. Niche ki dunya itni Aham nahi hai. To Agar insan chata hai k. Mujko jannat me nek kaam se darje mile. To isme burayee Kya hai.❤❤❤❤.
Hindus+scbcstobc +adivasis +Dalits 90% but 24x7nonstop 24x7 nonstop discussion Muslim Muslim Muslim
without lies islam dies
Tino baheno ko salute hai
betiyo Se nafrat Sikhate..He .Gulam .Samjhne .Vali kamunist Soch parivar ..todna kuch
Nahi gulam Samjhte chij..betiya
betiyo को .Gulam .Ghar me kead..bacha..peda...karo ham ..उस gulam से jehad .karayenge..Gulami Soch kamunist .Soch .bharat ko Gulam Samjhte
Pagdi india🇮🇳 ke saan hai
आख पे पर्दा हो अगर आक्सीडेशन हो जाते या बुरके के लगाएंगे मडर कर दे तो पहचान पायेगा