श्री कृष्ण ने गीता में कर्म को प्रधानता दी है तो नाम जप क्यों करे || Baba premanand ji maharaj 🙏🙏

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  • เผยแพร่เมื่อ 26 ก.ย. 2024
  • इस वीडियो में प्रेमानंद जी महाराज हमें गीता के गहरे अर्थों को समझाते हैं। वे बताते हैं कि कैसे श्रीकृष्ण ने गीता में कर्म को सर्वोच्च महत्व दिया है, फिर भी नाम जप का महत्व क्यों है।
    प्रेमानंद जी महाराज ने गीता के श्लोकों का संदर्भ देकर स्पष्ट किया है कि कर्म करना जीवन का अनिवार्य हिस्सा है, लेकिन नाम जप हमें आंतरिक शांति और भक्ति के मार्ग पर ले जाता है। वे यह भी बताते हैं कि नाम जप करने से हमें मानसिक और आध्यात्मिक शुद्धता प्राप्त होती है।
    इस वीडियो में सुनें:
    गीता के प्रमुख सिद्धांत
    कर्म और भक्ति का संतुलन
    नाम जप के लाभ और इसके प्रभाव
    इस वीडियो को देखने के बाद, आप समझेंगे कि कैसे कर्म और नाम जप दोनों का एकत्रित उपयोग हमारी आत्मिक यात्रा को सशक्त बना सकता है।
    वीडियो को अंत तक देखें और अपने विचार हमें कमेंट में बताएं। अपने दोस्तों के साथ साझा करें ताकि अधिक लोग इस महत्वपूर्ण विषय से लाभान्वित हो सकें।
    राधे राधे🙏

ความคิดเห็น • 5

  • @pawanschoudhary1325
    @pawanschoudhary1325 2 วันที่ผ่านมา +1

    🙏🌹🌼🌼 राधा राधा राधा राधा राधा 🌼🌼🌹🙏

  • @pawanschoudhary1325
    @pawanschoudhary1325 2 วันที่ผ่านมา +1

    🙏🌹🌼🌼 श्री राधा वल्लभ श्री हरिवंश 🌼🌼🌹🙏

    • @viroshtech
      @viroshtech  2 วันที่ผ่านมา

      राधा राधा 🌺🌺

  • @jitendrapannu1668
    @jitendrapannu1668 2 ชั่วโมงที่ผ่านมา

    🙏🙏🌻🌻🙏🙏🌻🌻🙏🙏🌻🌻🙏🙏🌻🌻

  • @kishorkishor4452
    @kishorkishor4452 วันที่ผ่านมา

    Jaishriradha valbh shriharivansh gurudev