शरणागति में आरंभ में ही पूर्णता है

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  • เผยแพร่เมื่อ 17 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 7

  • @archnachaudhary5133
    @archnachaudhary5133 23 วันที่ผ่านมา +1

    Parnam guru ji 🙏🙏🌹🌹

  • @narendrashukla1323
    @narendrashukla1323 23 วันที่ผ่านมา +2

    गुरु जी को सादर प्रणाम 🙏🙏

  • @asheeshkumarpandey4957
    @asheeshkumarpandey4957 23 วันที่ผ่านมา +1

    अद्भुत गुरुदेव

  • @subhashchand9623
    @subhashchand9623 23 วันที่ผ่านมา +2

    🙏🙏योगी राज आपको नमन व आपके गुरु को भी नमन

  • @subhashchand9623
    @subhashchand9623 23 วันที่ผ่านมา +2

    योगी जी आप ने भक्ति को अपने विभिन्न प्रवचनो मे इतना सर्वश्रेष्ट तरीक़े से सरल शब्दो मे परिभाषित किया है कि हम भगवान की भक्ति से परिचय पा गये।
    🙏हे महान योगी बारम्बार आपका धन्यवाद

  • @subhashchand9623
    @subhashchand9623 23 วันที่ผ่านมา +2

    हे योगीराज कितने भाग्य शाली है वो लोग जो आपकी वाणी का रोज पान कर पाते है

  • @subhashchand9623
    @subhashchand9623 23 วันที่ผ่านมา +2

    गुरु गोविनद दोओ खडे काके लागु पाय।
    बलिहारी गुरु आपने गोविन्द दियो बताय।।
    हे योगी आप जैसे गूरु ही इन उपरोक्त लाईन को चरितार्थ करते है।