ललाट ध्यान तकनीक: श्वास द्वारा जीवन-मृत्यु पर नियंत्रण

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  • เผยแพร่เมื่อ 24 ม.ค. 2025

ความคิดเห็น • 7

  • @RajendraKumar-oz5sb
    @RajendraKumar-oz5sb 16 วันที่ผ่านมา +1

    Har. Har. Mahadev. Ji

  • @UmeshRajput-cr1gi
    @UmeshRajput-cr1gi 15 วันที่ผ่านมา

    राम

  • @bandananeupanae5518
    @bandananeupanae5518 16 วันที่ผ่านมา +1

    thanks sir very nice video

  • @babitajainhar9503
    @babitajainhar9503 16 วันที่ผ่านมา

  • @bhagvatsaran9927
    @bhagvatsaran9927 15 วันที่ผ่านมา

    Guru ji apne darsan krao plz

  • @bhausahebbhuse978
    @bhausahebbhuse978 16 วันที่ผ่านมา +1

    मुक्ती से क्या मतलब है ? शरीर के बाद मुक्ती मिलती है या शरीर के होते ही l शरीर मे होते हुये शरीर का दबाव तो होता ही है l गुणो का प्रभाव होता ही है l

    • @prachingyankahani
      @prachingyankahani  16 วันที่ผ่านมา

      मुक्ति शरीर में रहकर ही प्राप्त की जा सकती है । जिस प्रकार जीवन का अर्थ है शरीर + आत्मा । जब तक दोनों है तो जीवन हैं एक भी अलग हुआ तो हम उसे मौत कहते है । उसी तरह मुक्ति भी शरीर और आत्मा दोनों के होने से ही प्राप्त की जा सकती है ।