जो अपने स्वरूप को नहीं जान पा रहा है धिक्कार है ऐसे जीवन को।

แชร์
ฝัง
  • เผยแพร่เมื่อ 12 พ.ย. 2024

ความคิดเห็น • 29

  • @VishnuPrasadyadu-cd5mq
    @VishnuPrasadyadu-cd5mq หลายเดือนก่อน +1

    साहेब सदगुर को लख लख नमन आप का हस्त लेखा गीता चाहिए जी बन्दी छोर साहेब जी को प्रणाम

  • @muninathjikohinabhajan2898
    @muninathjikohinabhajan2898 หลายเดือนก่อน +3

    अब घर पायो है जबर रे।
    आवागमन मे फेर नही आऊँ ना जन्म मरण रे।।
    तीन लोक माया रो चवदे भवन तक डर रे ।
    उनके आगे भोम बसत है वहीं तूं आसरो कर रे।।
    ना कोई वेद कतेब वहां कुछ नाहीं ना कोई क्षर अक्षर रे ।
    हद बेहद अनहद से आगे ना धरण अमर रे ।।
    ना कोई रैण सूर नही चन्दा वहां आसन किया हे अधर रे ।
    झिलमिल नूर अमी रस बरसे सप्त भोम रे पर रे ।।
    नानकनाथ मिला गुरू पुरा वहां किना अटल अमर रे ।
    कह लाधुनाथ सुनो भाई साधो काल मौत नहीं डर रे ।।🙏🙏🙏🙏🙏सतसाहेब

  • @फूलचंदप्रजापति-च2भ
    @फूलचंदप्रजापति-च2भ หลายเดือนก่อน

    जय सतनाम साहेब बंदगी सतनाम गुरु के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम

  • @Gyanyadav301
    @Gyanyadav301 14 วันที่ผ่านมา +1

    Saheb bandagi Sahib bandagi saheb bandagi

  • @RamnarayanChaurssia
    @RamnarayanChaurssia หลายเดือนก่อน +2

    Saheb bandagi satnam 🌹satguru ji ke charno me koti koti pranam 🌹🙏🌹

  • @rushikeshshinde6988
    @rushikeshshinde6988 2 หลายเดือนก่อน +1

    ❤❤❤
    😊😊😊 जय हो बंदी छोड सद्गुरु नितीन दास साहेब जी की सदा सदा ही जय हो सतनाम साहेब बनते की

  • @dharmendarsherkar5833
    @dharmendarsherkar5833 หลายเดือนก่อน +3

    साहेब बंदगी सतनाम गुरूजी जी

  • @prashantvishwakarma5027
    @prashantvishwakarma5027 หลายเดือนก่อน

    साहेब बन्दगी साहेब सद्गुरु बन्दीछोर कबीर परमपुरुष परमात्मा साहेब मेरे कुतिया बैर परी ।घुर् घुराय और खीसे कढै मार्ग घेर खडी

  • @GorakhdasMahant
    @GorakhdasMahant หลายเดือนก่อน

    साहिब बँदगी सतनाम गुरूजी 🙏प्रणाम 🙏

  • @Rajeshkumar-zs1ef
    @Rajeshkumar-zs1ef 8 วันที่ผ่านมา

    जय सतनाम साहिब जी।🪷🙏🪷🙏🪷🙏🪷🙏

  • @RameshKumar-mb9kq
    @RameshKumar-mb9kq 9 วันที่ผ่านมา

    जय सतनाम🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @lichhaman164
    @lichhaman164 หลายเดือนก่อน +1

    राम जी राम 🙏🙏🪔🥀🍅🌹🌹🌹🌹

  • @subhashaglawe6790
    @subhashaglawe6790 2 หลายเดือนก่อน +2

    भेदी सतगुरू नितिनदासजी साहेबजी प्रणाम जी सत् कबीरजी साहेबजी बंदीछोड मालिक जी का सदा सदा जय जय कार हो साहेबजी बंदगी सतनाम गुरूजी

  • @mirakumari6363
    @mirakumari6363 28 วันที่ผ่านมา

    प्रणाम गुरुजी आशिर्वाद चाहिए

  • @Satish-o1i
    @Satish-o1i 18 วันที่ผ่านมา

    साहैबजी स्वरूपकोतोजबजानाजाएजबउसकाचिन्हपताहो

  • @kashiramkoli3855
    @kashiramkoli3855 หลายเดือนก่อน

    वर्तमान में शिक्षित समाज हैं शिक्षा का दौर है वैज्ञानिक दृष्टिकोण है स्वंय बिचार करें कि सत्य क्या है असत्य क्या है।
    मानव समाज को एकरुपता के लिए संघर्ष करिए कुछ लोगों के घर जाकर ज्ञान देने से मतभेदों का बहुत बड़ा स्वरुप बनता जाएगा।

  • @NeelamRani-o1z
    @NeelamRani-o1z 2 หลายเดือนก่อน +1

    BandeChaod SatnamjiKoKotiKoti Chranvandna

  • @Ukc96
    @Ukc96 18 วันที่ผ่านมา

    🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹

  • @Gyanyadav301
    @Gyanyadav301 หลายเดือนก่อน

    Guruji Jadu tona se to prabhavit kar deta hai

  • @nareshkataria1497
    @nareshkataria1497 หลายเดือนก่อน +1

    सार शब्द बताओ क्या है

  • @satyanarayana3908
    @satyanarayana3908 2 หลายเดือนก่อน

    इंसान चांद पर उतरा हम सब मानते । मनने के लिए, या एक बंगलो बनाने के पहले मॉडल बना के दिखाते है। चांद का या महल का मोड़ेल् समझ और एहसास करने के लिये, रोड पर पत्तर रास्ता दिखाता ना की खुद शहर है ।
    इसलिए पत्तर भगवान पर मन एकत्र बना के योग निद्रा द्वारा खुद और भगवान समजे ।
    पत्तर को कोई पत्तर या संत का शरीर् शरीर् का ❗❓. आप का प्रवचन ऑडियो सुन सकते फिर भी विडिओ मे जो आप का आकर देख के सुनते और महसूस करते है । आकार् के द्वारा निराकर, निराकर से आकर, दोनो सच्च और दोनो भ्रम है । 🙏

  • @Gyanyadav301
    @Gyanyadav301 หลายเดือนก่อน

    Pani

  • @sohanlallal1570
    @sohanlallal1570 หลายเดือนก่อน

    Hath Mein Jalan ki Marji Nahin Hai to yah jaati kahan hai

  • @rahulsagar1560
    @rahulsagar1560 หลายเดือนก่อน

    Hi

  • @Gyanyadav301
    @Gyanyadav301 หลายเดือนก่อน

    Kuchh kuchh samajh mein aata hai guruji

  • @Gyanyadav301
    @Gyanyadav301 หลายเดือนก่อน

    Pani barf Panna

  • @jayatewari1272
    @jayatewari1272 หลายเดือนก่อน

    देखिए मूर्ति को दोष जिसने दिया क्या वह मूर्ति को समझें, मूर्ति के सामने पाखंड हो रहा है तो ग़लत है।
    यह संसार निराकार तो नहीं आकार में है यह समझ में आया।
    देखिए धर्मांतरण होना ही था तुम सब लोग वस्त्र पहने तो हो शास्त्रार्थ तो हुआ ही नहीं।
    धर्मान्तरण ईश्वर सम्बन्धित विषय थोड़ी है। शास्त्रार्थ से आध्यात्म ज्ञान का पता चल जाता।