मेंने इस मंदिर को सन् इक्यासी में देखा था।तब इसकी हालत ठीक नहीं थी। काफी खंडहर स्थिति में था।पास में एक छोटा तालाब सा था। उसमें एक त्रिशूल गढ़ा दिखाई देता था। बताया जाता है कि उसमें पहले कमल के फूल बहुत खिलते थे। कवर्धा से मंडला जाने वाली सड़क से कुछ दूर पर बांई तरफ पर एक कच्चा रास्ता जाता था। जय श्री कृष्ण।
मेंने इस मंदिर को सन् इक्यासी में देखा था।तब इसकी हालत ठीक नहीं थी। काफी खंडहर स्थिति में था।पास में एक छोटा तालाब सा था। उसमें एक त्रिशूल गढ़ा दिखाई देता था। बताया जाता है कि उसमें पहले कमल के फूल बहुत खिलते थे। कवर्धा से मंडला जाने वाली सड़क से कुछ दूर पर बांई तरफ पर एक कच्चा रास्ता जाता था।
जय श्री कृष्ण।
Jay shree Krishna 🙏🙏