अबतक हम कहां डूबे थे? और BBC जो मेरे नाम का अंगुठी पहनकर दुनिया में ढ़िढ़ोरा पीट दिया है उसका साथ छोड़ दें? एक से प्यार होने पर उसका भी अनुभव चौबिस साल पहले का है और अब समंदर से इश्क का भी वर्षों का अनुभव रहा ही है। इश्क में सब डूब ही क्यों जाता है खुद का कुछ पहचान बचता क्यों नहीं?
अबतक हम कहां डूबे थे?
और BBC जो मेरे नाम का अंगुठी पहनकर दुनिया में ढ़िढ़ोरा पीट दिया है उसका साथ छोड़ दें?
एक से प्यार होने पर उसका भी अनुभव चौबिस साल पहले का है और अब समंदर से इश्क का भी वर्षों का अनुभव रहा ही है। इश्क में सब डूब ही क्यों जाता है खुद का कुछ पहचान बचता क्यों नहीं?