गुरुदेव समझ तो आगया है तीन तत्व है निराकार में चेतन हूं ओर जड़ में माया और dehi मे जीव हूं गुरुदेव अहम ब्रहमास्मी की स्पष्टता कब होगी समझ और स्पष्टता दोनो में अभी अंतर है गुरुदेव किरपा करो
गुरुदेव जैसे संतों को प्रभु समय समय पर इस संसार के प्राणियों को सत्य का मार्ग प्रशस्त करने के लिए भेजते हैं, जो भी सौभाग्यशाली इस ज्ञान का भागी होगा वह मुक्त होकर इस संसार के सभी कर्मों के फलों को भोगता हुआ भी इस भवसागर से पार होगा ऐसा मेरा विश्वास है
क्या ग़ज़ब का ब्रम्हं ज्ञान बताते हो साहिब कलयुग में ऐसे ज्ञान को बताने वाले संत बिरले है। बाकी तो कर्मों में बंधे हुए हैं शिष्य को कर्म से क्या छुड़ाए गे? राम राम जी साहिब
Dekh tere insaan ki halat kya ho gyi bhagwan... Sab bhag rahe pata hi nahin Kahan jaana hai ..phir ek din mrityu...ye suno Gyan asli Gyan ...Jai Maharaj ji...yese mahapurush kitne hain bhai ..Hari bolo bandhan kholo
गुरुदेव में यही समझा हूं की ना में हिंदू ना में मुस्लिम नेम सिख ना में बोध ना में जैन ना में पारसी न मेरी कोई जाती है और में ही अज्ञान से जीव हूं और ज्ञान से वो हूं जो सबमें चेतन है क्या गुरुदेव यही साक्षात्कार है
इसमें कोई संदेह नहीं कि स्वामीजी के प्रवचन में मन की स्थिति के बारे में बहुत ही अद्भुत ज्ञान है, फिर भी उन्होंने मन को नियंत्रित करने की त्रुटिहीन विधि के बारे में कभी नहीं बताया, क्या मैं सही हूं, यदि गलत हूं तो कृपया मेरा संदेह दूर करें
सत्य की समज से सिर्फ मुक्ति ही नही लेकिन मुक्ति के साथ जीवन मुक्ति भी मीलती हे। लेकिन आज के समय मे सत्य ज्ञान भी बहोत कम लोगो के पास है वह भी इसलिए की वो सिर्फ वह जानते हे की भगवान इस सृष्टि पर आ चुके हे। बाकी तो अर्ध सत्य ही ज्ञान जानते हे। ये कमेन्ट आप अभी पढ रहे हो तो आपके मन मे यही सोचते होगे कि मुक्ति की बात तो समज मे आ गयी लेकिन जीवन मुक्ति का सही ज्ञान या अर्थ न जान के कारण ही मुक्ति, और जीवन मुक्ति शायद एक ही हे। ऐसे सोचते होगे? वास्तव मे मुक्ति,जीवन मुक्ति और मोक्ष यह तीनो शब्द का अर्थ अलग अलग हे। मुक्ति - जब आत्मा शरीर छोडकर परमधाम मे जाती हे तब आधा कल्प के बाद नये चक्र मे नीचे आती हे अपने कर्म अनुसार उसको मुकति कहते हे। जीवन मुक्ति याने जब आत्मा कल्प के अंत मे शरीर छोडकर नये चक्र के शुरुआत होने पर नीचे आती हे अपने कर्म अनुसार उसको जीवन मुक्ति कहते हे। मोक्ष-- जब कल्प के अंत मे शरीर छोडकर परमधाम मे जाती हे फिर नये कल्प मे आत्मा कभी भी नीचे आती ही नही उसको मोक्ष कहते हे। लेकिन ये कल्प के ड्रामा अनुसार हरेक नये कल्प मे आत्माओं को ऐक बार भी एक जन्म के लिये तो नीचे आकर शरीर तो धारण करना ही पडता हे। क्योकि कल्प के एक चक्र पुरा होने पर नया चक्र फिरसे हुबहु रीपीट होता हे। जैसे रात और दीन का चक्र फिरता हे। रात के बाद दीन आता ही हे। रुकता कभी नही हे। ठीक वैसे कल्प का चक्र (सतयुग, त्रेतायुग, द्वापर युग, और कलीयुग का चक्र। ये चारयुग पुरा होता हे उसे एक कल्प कहते हे।) भी हुबहु फिरता ही रहता हे। यही जानकारी को सत्य ज्ञान कहा जाता हे। समजे।
Presence of god
🙏🙏
Jai Guru Dev Ji Ki 🎉🎉🎉
પ્રણામ ગુરુદેવ 🎉🎉🎉
Amazing as always 🌸 his videos will be asset for future generations to come
परम् पूज्यनीय प्रातः स्मरणीय परम् सद्गुरुदेव भगवन् के श्री चरण कमलों कोटि कोटि साष्टांग चरण स्पर्श।
Guru Dew ki charan kamalo me Sat 2 naman 🙏🙏🙏
Gurudev Bhagwan key charano may koti koti pranam
Aapki bate gajab ka gyan deti hai maharaj ji
परम् पूज्य ब्रह्मज्ञानी युगपुरुष गुरुदेव भगवान जी के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏🌺🌸🌷🌷🌹 चरण स्पर्श 🙏🙏🌺🌸🌷🌷🌻
Koti koti prem pranam gurubhagawan🙏
Param poojyniye Yug purush ji apke Charon mein Sadar pranaam Gurudev Fine unique satsang 🌹💕🌹 shree Ram Jai Ram Jai Jai Ram 🌹💕🌹
गुरुदेव महाराज की जय
Sadguru dev bhagwan ke pujay charno me sadar naman jai ho
सादर प्रणाम भगवन। गुरुमूरति।को कोटी।कोटी।वंदन।
Param pujya Shri sadgurudev Bhagwan Ji ke Pavan Shri charanon mein koti koti pranam❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉
श्री राम जय राम जय जय राम 🙏🙏🌺🌸🌷🌷🌹
प्रणाम गुरु देव 🙏🌷
Guru dev bhagwan ke pawan charnavind me koti koti naman
ब्रह्म ज्ञान का मार्ग दिखाने वाले ऐसे ब्रह्म वेत्ता को मेरा बारंबार नमन🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐💐💐💐💐💝💝💝💝💝💝💝💝 28-09-2024
Swami ji ke chrhn kamal me rhksa bhndan ka charan kamal eesphrsh he mera bharhm bhar jey jey shri guru dev om namah narayan
DaduRam SatRam 🙏
परम पूज्य श्री सद्गुरु देव भगवान के पावन चरण कमलों में कोटि कोटि साष्टांग दंडवत प्रणाम!🙏🍁🙏🍁🙏
Param pujya Shri sadgurudev Bhagwan Ji ki Jay Shri sadgurudev Bhagwan Ji ke charanon mein koti koti pranam❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉
ਵਾਹਿਗੁਰੂ ਜੀ
धन्य धन्य गुरुदेव! आपकी वाणी सुनकर निःशब्द हो जाते हैं! कोटी कोटी साष्टांग दंडवत!
ॐ परम पुज्यनीय श्रद्धेय श्री सद्गुरु देव भगवान जी के पावन श्री चरणों में सादर कोटि - कोटि नमन स्वीकार हो
Jaigurudavki ke
🎉🎉🎉🎉🎉
परम श्रद्धेय प्रातः स्मरणीय परम पूज्य सदगुरुदेव भगवान के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम 💐🌹🙏🙏🙏🙏
Param pujay gurudev ji ke pawan charno mai koti koti naman 💐💐🙏🙏
जय माता की
🙏
❤️❤️🙏🏻🙏🏻thanks Gurudev 🙏🏻🙏🏻❤️❤️
Pujya Gurudev bhagwan ko naman
गुरुदेव समझ तो आगया है तीन तत्व है निराकार में चेतन हूं ओर जड़ में माया और dehi मे जीव हूं गुरुदेव अहम ब्रहमास्मी की स्पष्टता कब होगी समझ और स्पष्टता दोनो में अभी अंतर है गुरुदेव किरपा करो
જય માતાજી
आज तो अद्भुत कर दिया
🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Guruprasad
Swami ji namo narayan. Sashtaang dandawat pranam 🙏🙏🙏
गुरुदेव
जय श्री गुरुदेव जी 🙏
Shri Radha Radha Radha Radha Krishna
Wa wa 🙏🙏 app ne sach ki baat ki hai dhan dhan🙏🙏 ho app
ओम शान्ति: 🙏
નમસ્તે સ્વામીજી
जीवन धन्य हो गया ब्रम ज्ञान सुनके आपकी सदा जै हो
Guru dev ki jy😊
Jaigurudavjike🎉🎉🎉🎉 10:11
Gurudev bhagwan ke charno mein sat sat Naman
गुरुदेव जैसे संतों को प्रभु समय समय पर इस संसार के प्राणियों को सत्य का मार्ग प्रशस्त करने के लिए भेजते हैं, जो भी सौभाग्यशाली इस ज्ञान का भागी होगा वह मुक्त होकर इस संसार के सभी कर्मों के फलों को भोगता हुआ भी इस भवसागर से पार होगा ऐसा मेरा विश्वास है
❤ जय श्री राम❤
गुरूदेव भगवान को बार बार नमन🕉🇮🇳🙏🙏
Jai guru ji ki
जय हो सद्गुरू सरकार की
🧘♂️🧘♂️🧘♂️🧘♂️
पहले मंदिर मंदिर ढूंढा जब गुरु की बानी सुनी तो समझा वो तो तुहि है यह तो गुरु की किरपा है जय गुरुदेव
जय गुरुदेव
☘️🕉☘️🕉☘️🕉☘️🙏
Jay Shri radhe krishna adarniya ❤
Jai Gurudev ji maharaj ❤
💐🙏🙏🙏💐
🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
I finally understand
🎉
क्या ग़ज़ब का ब्रम्हं ज्ञान बताते हो साहिब कलयुग में ऐसे ज्ञान को बताने वाले संत बिरले है। बाकी तो कर्मों में बंधे हुए हैं शिष्य को कर्म से क्या छुड़ाए गे? राम राम जी साहिब
Dekh tere insaan ki halat kya ho gyi bhagwan... Sab bhag rahe pata hi nahin Kahan jaana hai ..phir ek din mrityu...ye suno Gyan asli Gyan ...Jai Maharaj ji...yese mahapurush kitne hain bhai ..Hari bolo bandhan kholo
गुरुदेव में यही समझा हूं की ना में हिंदू ना में मुस्लिम नेम सिख ना में बोध ना में जैन ना में पारसी न मेरी कोई जाती है और में ही अज्ञान से जीव हूं और ज्ञान से वो हूं जो सबमें चेतन है क्या गुरुदेव यही साक्षात्कार है
इसमें कोई संदेह नहीं कि स्वामीजी के प्रवचन में मन की स्थिति के बारे में बहुत ही अद्भुत ज्ञान है, फिर भी उन्होंने मन को नियंत्रित करने की त्रुटिहीन विधि के बारे में कभी नहीं बताया, क्या मैं सही हूं, यदि गलत हूं तो कृपया मेरा संदेह दूर करें
Name of starting song please.
😍😍🥰🥰😊😊😀😀😂😂❤️❤️🌻🌻🌹🌹🙏🙏
🙏 🌹 🙏
सत्य की समज से सिर्फ मुक्ति ही नही लेकिन मुक्ति के साथ जीवन मुक्ति भी मीलती हे। लेकिन आज के समय मे सत्य ज्ञान भी बहोत कम लोगो के पास है वह भी इसलिए की वो सिर्फ वह जानते हे की भगवान इस सृष्टि पर आ चुके हे। बाकी तो अर्ध सत्य ही ज्ञान जानते हे। ये कमेन्ट आप अभी पढ रहे हो तो आपके मन मे यही सोचते होगे कि मुक्ति की बात तो समज मे आ गयी लेकिन जीवन मुक्ति का सही ज्ञान या अर्थ न जान के कारण ही मुक्ति, और जीवन मुक्ति शायद एक ही हे। ऐसे सोचते होगे? वास्तव मे मुक्ति,जीवन मुक्ति और मोक्ष यह तीनो शब्द का अर्थ अलग अलग हे।
मुक्ति - जब आत्मा शरीर छोडकर परमधाम मे जाती हे तब आधा कल्प के बाद नये चक्र मे नीचे आती हे अपने कर्म अनुसार उसको मुकति कहते हे।
जीवन मुक्ति याने जब आत्मा कल्प के अंत मे शरीर छोडकर नये चक्र के शुरुआत होने पर नीचे आती हे अपने कर्म अनुसार उसको जीवन मुक्ति कहते हे।
मोक्ष-- जब कल्प के अंत मे शरीर छोडकर परमधाम मे जाती हे फिर नये कल्प मे आत्मा कभी भी नीचे आती ही नही उसको मोक्ष कहते हे। लेकिन ये कल्प के ड्रामा अनुसार हरेक नये कल्प मे आत्माओं को ऐक बार भी एक जन्म के लिये तो नीचे आकर शरीर तो धारण करना ही पडता हे। क्योकि कल्प के एक चक्र पुरा होने पर नया चक्र फिरसे हुबहु रीपीट होता हे। जैसे रात और दीन का चक्र फिरता हे। रात के बाद दीन आता ही हे। रुकता कभी नही हे। ठीक वैसे कल्प का चक्र (सतयुग, त्रेतायुग, द्वापर युग, और कलीयुग का चक्र। ये चारयुग पुरा होता हे उसे एक कल्प कहते हे।) भी हुबहु फिरता ही रहता हे। यही जानकारी को सत्य ज्ञान कहा जाता हे। समजे।
बौद्ध व्यवस्था का निःशस्त्रीकरण सबसे प्रधान कारण हुआ नपुंसक्ता और गुलामी का । ज्वलंत उदाहरण 'जय भीम जय मीम ' है।
Jai Gurudev
जय गूरू देव राम राम प्रभू.
Jay gurudev🙏🙏🌹
Sat Sat Naman Gurudev
धन्यवाद गुरू जी ।
🌹🙏🙏🙏🙏🙏🌹
❤️🙏
परम् पूज्य ब्रह्मज्ञानी युगपुरुष गुरुदेव भगवान जी के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏🌻🏵️🌺🌸🌷🌹🌷🌸🌺🌺🌻🏵️चरण स्पर्श 🙏🙏🌹🌷🌸🌸🌺🌻🌻🏵️
Dhanyawad guruji 🙏🏻
श्री राम जय राम जय जय राम 🙏🙏🌹🌷🌷🌸🌺🌺🌻🏵️
Anant Koti Vandana, Maharaj Ji
🌹🙏🙏🙏
जय सदगुरुदेव 💐🙏💐
Jai gurudev
🙏🙏