कबीर साहेब को खूनी हाथी से कुचलकर मारने की कुचेष्टा | Story of Kabir Saheb in 2D Animation
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- เผยแพร่เมื่อ 13 มิ.ย. 2022
- कबीर साहेब को खूनी हाथी से कुचलकर मारने की कुचेष्टा | Story of Kabir Saheb in 2D Animation
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पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब ही है बे इस समय पृथ्वी पर सतगुरु रामपाल जी महाराज जी के रूप में हैं ।
वेदों में प्रमाण है कबीर साहिब भगवान है गीता में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान है कुरान शरीफ में प्रमाण है कबीर साहिब भगवान है दिल में उतर गए कभी सा भगवान है सत साहिब
अद्वितीय अध्यात्मिक निर्मल ज्ञान सतलोक आश्रम बरवाला में है संत रामपालजी महाराज जी के पास है
Bandi chhod satguru Rampal Ji Maharaj ki Jay Ho
कबीर-अलख इलाही एक है, नाम धराया दोय।
कहै कबीर दो नाम सुनि, भरम परो मति कोय।।
सतभक्ति करने वाले की पूर्ण परमात्मा आयु बढ़ा सकता है और कोई भी रोग को नष्ट कर सकता है।
- ऋग्वेद मण्डल 10 सुक्त 161 मंत्र 2, 5, सुक्त 162 मंत्र 5, सुक्त 163 मंत्र 1 - 3
कबीर नगर -
सुख के माथे पत्थर पड़ो , जो नाम ह्रदय जावे।
बलिहारी वा दुख ने , जो पल पल नाम रटावे।।
हमारे परमात्मा ने हमारे लिए कितने कष्ट सहे है ।
कबीर परमेश्वर का कलयुग में प्रकट होना
ज्येष्ठ मांस की पूर्णमासी सन् 1398(विक्रम संवत 1455) को पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब काशी में शिशु रूप में प्रकट हुए।
साहेब होकर उतरे, बेटा काहू का नाहीं।
जो बेटा होकर उतरे, वो साहेब भी नाहीं।।
पूर्ण परमेश्वर कबीर साहेब सशरीर आये और अनेकों लीलाएं करके पुनः सशरीर सतलोक चले गए। क्योंकि पूर्ण परमात्मा कभी भी न जन्म लेता है और न उसकी मृत्यु होती है।
तत्वदर्शी संत का सत्संग सुनने तथा उनके द्वारा बताई सतभक्ति करने से सभी तरह के रोगों का नाश होता है और स्वस्थ जीवन मिलता है।
✨सर्व कला सम्पूर्ण है, सब पीरन का पीर।🙏🏻
🌷अनंत लोक में गाज है, जाका नाम कबीर।।
सर्व कला संपूर्ण है, सब पीरन का पीर।
अनन्त लोक में गाज है, जाका नाम कबीर।।
ऐसा निर्मल ज्ञान है जो निर्मल करे शरीर।
और ज्ञान मंडलीक है, चकवे ज्ञान कबीर।।
Sant Rampal Ji Maharaj ji purn Parmatma hai
कबीर, सतगुरु के उपदेश का, सुनिया एक बिचार।
जो सतगुरु मिलता नहीं, जाता यमके द्वार।।
गरीब, बंकनाल के अंतरे, त्रिवैणी के तीर।
जहाँ हम सतगुरू ले गया, बन्दीछोड़ कबीर।।
कबीर, "ना मेरा जन्म ना गर्भ बसेरा, बालक बन दिखलाया। काशीपुरी जल कमल पे डेरा तहां जुलाहे ने पाया।।
मात पिता मेरे कछु नाही, ना मेरे घर दासी। जुलहे का सुत आन कहाया, जगत करे मेरे हासी।।"
सतगुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाकर दीक्षा लेने से सर्व पाप कर्मों के कष्ट दूर हो जाते हैं। फिर न प्रेत बनते, न गधा, न बैल बनते हैं। सत्यलोक की प्राप्ति होती है जहां केवल सुख है, दुःख नहीं है।
@@sukhdevivnati2340सत्य भक्ति संदेश,तीन देवा कमल दल बसें, ब्रह्मा विष्णु महेश।
प्रथम इनकी वन्दना ,फिर सुनो सत गुरु उपदेश।🙏
कबीर-राम कबीरा एक है, दूजा कबहू ना होय।
अंतर टाटी कपट की, तातै दीखे दोय।।
कबीर-राम कबीर एक है, कहन सुनन को दोय।
दो करि सोई जानई, सतगुरु मिला न होय।।
कबीर, गुरु बड़े गोविंद से, मन मैं देख विचार
हरि सुमरे सो रह गए, गुरु सुमरे होय पार
संत रामपाल जी महाराज जी समाज में फैली कुरीतियों और पाखंडवाद को जड़ से समाप्त करके स्वच्छ समाज का निर्माण कर रहे हैंI
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पूर्ण परमात्मा रूप बदलकर सामान्य व्यक्ति जैसा रूप बनाकर पृथ्वी मण्डल पर प्रकट होता है।
Qzww sf xam व
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज ऐसा सत्य ज्ञान प्रदान कर रहे हैं जिसके द्वारा हम आने वाले संकटों से बच सकते हैं
जल थल पृथ्वी गगन में, बाहर भीतर एक ।
पूर्ण ब्रह्म कबीर हैं, अविगत पुरूष अलेख ।।
sat गुरू मिले तो इच्छा मेट पद मिल पदे सामना।
चल हंसा सतलोक पठाउ जहां आदि अमर सथाना। ।
संत रामपाल जी महाराज हिंदू देवी-देवताओं की साधना नहीं छुड़वाते हैं। वह केवल यही कहते हैं कि कबीर साहेब/कविर देव ही सर्वोच्च ईश्वर हैं। हमारे पवित्र शास्त्रों (वेदों, गीता जी, श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी, बाइबल, कुरान और पुराणों) से, वह कथन का समर्थन करने के लिए सबूत भी देते हैं।
One and only sant Rampal Ji Maharaj ji ki bhakti Marg par Chalke moksh milegi inse namdikshya lekar apna kalyan Karen or janamaran k rog se mukti prapt kare
कबीर, नौ मन सूत उलझिया, ऋषि रहे झख मार।
सतगुरू ऐसा सुलझा दे, उलझै ना दूजी बार।।
बंदी छोड़ सतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी की जय हो🙏🙏🙏। Sat sahib ji.
पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) तीसरे मुक्ति धाम अर्थात् सतलोक में रहता है। - ऋग्वेद
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब जी भागवान है ।❤️❤️🙇
बहोत ही अच्छा एडेटिंग किया है मालिक के ज्ञान का
कबीर माया से काया हुई, काया से सब भोग ।
भौगो से सबको लगा, जन्म-मरण का रोग ।।
पूर्ण ब्रह्म पृथ्वी पर सतलोक से चलकर आए हैं ये पृथ्वी पर मनुष्य जीव का उधार करने आए हैं।।
परमात्मा सतगुरु संत रामपाल जी भगवान जी के कमल चरणों में दास का कोटि कोटि दंडवत प्रणाम 🙏🙏🙏🙏
अनन्त कोटि ब्रह्मण्ड का, एक रती नहीं भार।
सतगुरु पुरुष कबीर हैं, कुल के सिरजन हार।।
कलयुग में कबीर जी 120 वर्ष तक रहें, उन्होंने आजीवन अपनी पुण्यात्माओं को कबीर वाणी, लोकोक्ती, कविताओं द्वारा तत्वज्ञान से परिचित किया।
🙏
गरीब, प्रपट्टन की पीठ में, प्रेम प्याले खूब।
जहाँ हम सतगुरू ले गया, मतवाला महबूब।।
परमात्मा साकार है व सहशरीर है (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है)
यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3
कबीर परमात्मा ही सबके रक्षक हैं।
पूर्ण परमात्मा समर्थ हैं जो अकाल मृत्यु को भी टाल सकते हैं। रक्षा करने का असली सामर्थ्य सिर्फ पूर्ण परमात्मा ही रखता है।
बंदी छोड़ संत रामपाल जी महराज की जय हो
सतलोक आश्रम की टीम ने बहुत अच्छा काम किया है कबीर साहेब जी के बारें में सही जानकारी देने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद ....
True Spiritual Leader Saint Rampal Ji🔅सतभक्ति करने से चौरासी लाख योनियों का कष्ट दूर हो जाता है।
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय
गरीब ,सेवक होकर उतारे ,इस पृथ्वी के माही जीव उधारण जगतगुरु ,बार-बार बली जाहि
सत गुरु आए दया करी ऐसे दीन दयाल
जय हो बन्दि छोडकी कबिर 🙏🏼🙏🏼
Kabir sab jag nirdhna ,dhanwanta na koi , dhanwanta so janiye ,jape ram naam dhan hoye
महाराष्ट्र के पुंडरपुर के महान संत नामदेव जी जिन्हें कबीर जी कलंदर नामक संत रूप में मिले थे उन्हें दीक्षा दी थी। कबीर जी ने ही बिठ्ठल रूप में चमत्कार दिखाया। और जब दिल्ली सम्राट मोहम्मद बिन तुगलक ने संत नामदेव की परीक्षा लेनी चाही तो मरी हुई गाय को भी जीवित करके नामदेव की रक्षा की थी। कबीर जी अपने भक्तों के साथ ऐसे ही चमत्कार करते हैं।
गरीब, भँवर गुफा में बैठ कर, अमी महारस जोख।
ऐसा सतगुरू मिल गया, सौदा रोकम रोक।।
राम बुलावा भेजइया, दिया कबीरा रोय, जो सुख है सत्संग, बैकुंठ में न होय।।
गरीब, प्रपट्टन की पीठ में, है सतगुरू की हाट।
जहाँ हीरे मानिक बिकैं, सौदागर स्यों साट।।
कबीर, गुरु बड़े है गोविन्द से ,मन मे देख विचार।🙏
हरि सुमरै सौ रह गए , गुरु भजै होय पार।🙏❤🙏
सुरति समावे राम में,जग से रहे उदास।
कहै कबीर गुरु चरण में,दृढ़ राखो विश्वास।।
कबीर,अनंत कोटि ब्रह्मांड का, एक रत्ती नहीं भार।
सतगुरु पुरुष कबीर है, कुल के सिरजनहार।
सत भक्ति करने से ही हमे सभी सुख मिलेगा
कबीर -नौ मन सुत उलझिया ऋषि रहें झख मार।
सच्चा सतगुरु ऐसा सुलझा दे उलझे न दुजी बार।
कबीर, यह तन जावेगा, सके तो ठाहर लाए।
एक सेवा कर सतगुरु की, और गोविंद के गुण गाए।।
कोटि कोटि दण्डवत प्रणाम गुरुजी को
जगत तारन हार गुरू तत्वदसी संत रामपाल जी महाराज भगमान 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
संत रामपाल जी महाराज जी का उद्देश्य भारत को सोने की चिड़िया बनाने का है। जहाँ सर्व धर्म, जाति के लोग प्रेम, भाईचारे के साथ रहें, जहाँ सभी सुखी रहें, सबको समान न्याय मिले, जहाँ किसी का शोषण न हो।
शेखतकी ने जुल्म गुजारे बावन करी वदमाशी।
खूनी हाथी आगे डाले बाँध जूड अबिनाशी।।
सिकन्दर लाेधीका धार्मिक पीर/गुरु शेखतकीले कबीर साहेबलाई मार्नको लागि 52 पटक प्रयास गर्यो जसलाई 52 बदमाशीको नामले जानिन्छ, तर अविनाशी परमात्मालाई मार्नमा असफल रह्यो।
पूर्ण परमात्मा अपने बच्चों को सत ज्ञान देने के लिए स्वयं अपने निजलोक सतलोक से शहशरीर इस पृथ्वी पर चलकर आते हैं और कविताओं लोकोक्तिओ के माध्यम से अपने बच्चों को तत्व ज्ञान बताते हैं पूर्ण परमात्मा इस धरती पर 120 वर्ष रहे और सत ज्ञान अपने भक्तों को प्रदान किये। और शहशरीर अपने सतल चले गए हम उस परमात्मा को नहीं पहचान सके इसी कारण से इस गंदे लोक भटक रहे हैं। आज पूर्ण परमात्मा सत गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के रूप में इस धरती पर विराजमान हैं पूरे विश्व में नाम दीक्षा देने के अधिकारी संत हैं नाम दीक्षा लेकर अपना जीवन धन्य बनाऐ
जिस समय सर्व सन्त जन शास्त्र विधि त्यागकर मनमानी पूजा द्वारा भक्त समाज को मार्ग दर्शन कर रहे होते हैं। तब अपने तत्वज्ञान का संदेशवाहक बन कर स्वयं कबीर प्रभु ही आते हैं।
गरीब, बंकनाल के अंतरे, त्रिवैणी के तीर।
जहाँ हम सतगुरू ले गया, चुवै अमीरस षीर।।
पूरब पशिचम उत्तर दक्षिण फिरता दाने दाने नूं सर्व कला सतगुरु साहेब की हरि आये हरियाणें नूं
गरीब, अनंत कोटि ब्रह्मांड में, बंदी छोड़ कहाय।
सो तो एक कबीर है, जननी जन्या न माय।।
इस धरती पर तत्वदर्शी संत के तत्व ज्ञान के समान पवित्र करने वाला कोई नहीं है
पुर्ण ब्रम्ह कृपा निधान सुन मण्डल रहे थिरे ।
दास गरिव उधारिया सत गुरु मिले कबिर ॥
Sat guru dev ki jay 🙏🙏🙏🙏🙏
यजुर्वेद अध्याय 19 मन्त्र 25 के अनुसार तत्वदर्शी संत वह होता है जो वेदों के सांकेतिक शब्दों को पूर्ण विस्तार से वर्णन करता है जिससे पूर्ण परमात्मा की प्राप्ति होती है।
ऐसा केवल संत रामपाल जी महाराज ही कर रहे हैं।
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान हैं।
Purna parmatma kabir saheb ji 🙏🙏
सन्त मिलन को चालिये, तज माया अभिमान!
जो जो पग आगे धरे, कोटि यज्ञ सम्मान!!
कबीर परमेश्वर जी संवत् 1455 (सन् 1398) ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त में काशी के लहरतारा तालाब में कमल के पुष्प पर बालक रूप में प्रकट हुए। निःसंतान नीरू-नीमा जुलाहे दम्पति को मिले।
Vedo m praman hai Kabir Sahib Ji hi bhagwan hai Malik ko koti koti dandwat pranam Malik ki sada hi jai jai kar ho ❤❤❤
यह संसार समझदा नाही , कहदा शाम दोपहर रे नू । गरीब दास यह वक्त जाते हैं , रोवो गे इस पैहरे नू ।।
वेदों में प्रमाण है कबीर साहेब भगवान
गरीब, केशव बंजारा भया, बालद भरी विचार।
मन इच्छा पूर्ण करी, खुद कबीर केशव अवतार। ।
कबीर साहेब के बारे में सही जानकारी
गरीब, काशी पुरी कस्त किया, उतरे अधर आधार।
मोमन कूं मुजरा हुवा, जंगल में दीदार।।
कबीर, मद अभिमान न कीजिए, कहैं कबीर समुझाय ।
जा सिर अहं जु संचरे, पडै चौरासी जाय ।।
Mere guru dev daya rakhiega mere Malik 🙏🏼
सत साहेब जी👏��👏
साचा शब्द कबीर का सुन सुन लागे आग अज्ञानी सो जल जल मरे ज्ञानी जाय जाग
Recognise our supreme God Kabir saheb while the time being...u never know what's gonna happen even in the next moment...please🙏🏻😭😭😭
🙏
God kabir is father of all over the soul.
संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग वचन सुनकर उनसे नाम उपदेश प्राप्त करके जुड़ने के बाद जीवन के सभी दुःख समाप्त हो जाऐंगे। सत्संग से मनुष्य को जीवन के मूल कर्त्तव्य का ज्ञान होता है,
मनुष्य सारे विकार त्याग देता है। उसके जीवन में सुखों की बहार आ जाती है, किसी भी प्रकार का दुःख
नहीं रहता।
कबीर साहेब जी ही अविनाशी परमात्मा हैं
संत रामपाल जी महाराज के अनमोल सतसंग popcron चैनल पर 7.30 से 8.30 बजे तक
Very nice satsang
Kabir parmeshwar is suprim god 🙏
कबीर, मानुष जन्म दुर्लभ है, मिले न बारं-बार।
तरवर से पत्ता टूट गिरे, बहुर ना लागे डार।।
कबीर परमात्मा जी ने समझाया है कि हे मानव शरीरधारी प्राणी! यह मानव जन्म बार-बार नहीं मिलता। इस शरीर के रहते-रहते शुभ कर्म तथा परमात्मा की भक्ति कर, अन्यथा यह शरीर समाप्त हो गया तो आप पुनः मानव शरीर को प्राप्त नहीं कर पाओगे।
hey parmatma ❤❤❤🙇♀️🙇♀️🙇♀️
अनन्त कोटि ब्रह्माण्ड का एक रत्ती नहीं भार सतगूरू पूरूष कबीर हैं कूल के सृजन हार
कबीर परमेश्वर सन् 1398 (विक्रमी संवत् 1455) ज्येष्ठ मास शुद्धि पूर्णमासी को ब्रह्ममूहूर्त में अपने सत्यलोक से सशरीर आकर एक बालक रूप बनाकर लहरतारा तालाब में कमल के फूल पर विराजमान हुए थे। इस ही उपलक्ष में हर साल कबीर प्रकट दिवस मनाया जाता है।
"गरीब ,सेवक होयकर उतरे, इस पृथ्वी के माहि।
जीव उधारन जगतगुरु ,बार-बार बलि जांही।
संत रामपाल जी महाराज बताते हैं कि राम /खुदा /गॉड आदि एक ही परमेश्वर के पर्यायवाची नाम हैं। हमें आपस में प्रेम पूर्वक रहकर एक परमेश्वर की सच्ची इबादत करनी चाहिए।
संत रामपाल जी महाराज के पास ही वह तत्वज्ञान व मोक्ष मंत्र है जिससे समाज नशामुक्त, दहेजमुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त बन सकता है तथा सद्भक्ति करके शास्वत स्थान सतलोक जा सकता है।
परमात्मा के नाम बिना राजा भी खर की जूनी में जाता है।
परमात्मा की वाणी है:-
एक हरि के नाम बिना यह राजा ऋषभ होए।
माटी लदे कुम्हार की, घास न डाले कोई।।
एक बार संत रामपाल जी का सत्संग ज़रूर सुनें सभी धर्म ग्रंथों से प्रमाणित और जानें मनुष्य जीवन का मूल कर्तव्य क्या है।
समर्थ कबीर परमेश्वर अविनाशी है।
कबीर, हाड़ चाम लहू ना मोरे, कोई जाने सतनाम उपासी।
तारण तरण अभय पद दाता, मैं हूँ कबीर अविनाशी।।
कबीर परमेश्वर का शरीर पांच तत्व से नहीं बना होता है। एक नूरी तत्व का होता है
गरीब, अविनाशी को मारण चला, ओ शेखतकी जलील।
अनमोल वचन
कबीर साहेब अविनाशी परमात्मा हैं इसलिए उनको कोई भी नहीं मार सकता है
सदगुरुदेव भगवान के चरणों में प्रणाम