kya marne ke baad koi pashu, pakshi, keede ka jnm pa sakta he kyuki osho jo khud buddhatwa prapt wyakti he ko kehte he ki manushya wapas niche nahi gor sakta wo manusya hi hoga ya to usse upr uthega.. par dhammpad me bhot baar ye kisse aye he ki log mrne ke baad keeda, janwar, paksi ki yoni me jnm grahn krte the.. kripa kr yeh bataye ki aap iske bare me kya samaz rakhte he🙏
हा , मनुष्य के बाद नही, अगर देव योनि के भी चले गए तो वहा से भी सीधा , पशु योनि , प्रेत योनि मिल जाती है । मरते वक्त जैसा चित्त ( विज्ञान ) होगा , वैसा ही नाम रूप बनेगा next life के लिए । और किसी को भी बुद्धत्व से मत जोड़िए ।🙏🏻
भगवान बुध्द का कहना है की पुनर्जन्म का मतलब Evolution of Chetna in each birth one takes as per ones Kamma. hence Buddha says and prooves there are 31 planes of existence..! Hence there is truth in Incarnation..! If one becomes trained in Vipassana and ANAPANASATI DHYAN, one can see his/her Past Lives,, there are practical evidences.. One must get expertise in Anapanasati.then YOU can realise the Truth..! It is YOUR the true nature within..,! Else others are just prisoned in Astik Nastik..debate.
Absolutely 💯 I find atheist and thiest very childish and immature ! They don't want to search experience practice Vipassana what Buddha taught they just want to parrot things up and attack each other very childish both of them !
भगवान बुध्द का कहना है की पुनर्जन्म का मतलब Evolution of Chetna in each birth one takes as per ones Kamma. hence Buddha says and prooves there are 31 planes of existence..! Hence there is truth in Incarnation..! If one becomes trained in Vipassana and ANAPANASATI DHYAN, one can see his/her Past Lives,, there are practical evidences.. One must get expertise in Anapanasati.then YOU can realise the Truth..! It is YOUR the true nature within..,! Else others are just prisoned in Astik Nastik..debate. Every moment we are living in Duality..and duality is because of our EGO.. Unless You drop Your ego and duality you cannot realise the Oneness state of Mind..! Feeling oneness is discarding your sufferings.. You are in blissful state.. Be always in Blissful state & realise it,.!
@BUDDHATheWayOfLiving लोग भारत छोड़कर अमेरिका फ्रांस इंग्लैंड यूरोप अरब जापान आपने बच्चो को उच्च शिक्षा के लिए नौकरी रोजगार व्यापार के लिए क्यो भेजते है यदि भारत मे सब कुछ है तो
सम्राट अशोक यह दूसरे देश जाने की बात की ही नहीं है । उन्होंने कहा है की , जो धम्म का पालन करेगा , वो यह इस लोक में भी सुखी होगा , और परलोक में वो स्वर्ग को प्राप्त करेगा । पहले लोक शब्द का अर्थ समझ के आओ। पाली dictionary पढ़ लो एक बार
बौद्ध धम्म में पुनर्जन्म का मतलब जब मनुष्य अंधकारमय जीवन से बाहर निकल कर सत्य की खोज में आगे निकल जाता है, उसे पुनर्जन्म कहा जाता है। और अंधविश्वासी समाज पुनर्जन्म का मतलब कुछ और ही लोगों को बतलाता है। 0:18
यह कौन से सुत्त में ऐसा , बताया गया है भगवान बुद्ध ने । या बाबा साहेब जी की कौन सी किताब में है यह ऐसी व्याख्या ?? यह सम्राट अशोक , तो अच्छे कर्म से इस जीवन में खुशी मिलेगी और परलोक में भी स्वर्ग मिलेगा । ऐसा कह रहे है । तो परलोक क्या है ? अगर पुनर्जन्म नही है तो ? प्राकृत में लोक की व्याख्या देख लो एक बार ।
@@BUDDHATheWayOfLiving क्या आप बता सकते हो के भगवान बुद्ध हिनयानी थे की महायानी थे की वैज्रयानी थे ? भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के कइसो साल बाद महायान वैज्रयान की स्थापना हुई और जिन भिक्षुओं ने महायान वैज्रयान की स्थापना की उन्होंने अपने खुद के विचार पुनर जन्म स्वर्ग नरक जैसे विचार अपने अपने महायान वैज्रयान में घुसेड़े भगवान बुद्ध का इन स्वर्ग नरक पुनर जन्म से कोई वास्ता नहीं है। भगवान बुद्ध ने दृष्ट विचार को खत्म करके अच्छे विचार अपनाना ही नया जन्म माना है इसे ही पुनर जन्म नया जन्म कहा है।
भगवान बुध्द का कहना है की पुनर्जन्म का मतलब Evolution of Chetna in each birth one takes as per ones Kamma. hence Buddha says and prooves there are 31 planes of existence..! Hence there is truth in Incarnation..! If one becomes trained in Vipassana and ANAPANASATI DHYAN, one can see his/her Past Lives,, there are practical evidences.. One must get expertise in Anapanasati.then YOU can realise the Truth..! It is YOUR the true nature within..,! Else others are just prisoned in Astik Nastik..debate.
भगवान बुद्ध किसी यान से नही थे । उन्होंने धम्म दिया है । को thervada Buddhism में है । थेरवाद को महायान के लोगो ने , हीन यान बोला । यहां सम्राट अशोक ने जो स्वर्ग और परलोक कहा है । वो मृत्यु के बाद को ही बात है । महायान , वज्रयान ही नही , भगवान की मूल शिक्षा , थेरवाद में भी , पुनर्जन्म , स्वर्ग , परलोक हैं। बाबा साहेब जी की बुक , बुद्ध और उनका धम्म के भी , परलोक की बाते है । Live stream section dekh sakte ho. Reference ke liye. Kahi par bhi kisi ke esa nahi kaha he ki , na thervada tripitaka ke kisi sutta me na hi baba saheb ji ne ki achhe vichar ko apnana , rebirth he .☸️
Aap ye video banakar kya sabit karna chahate ho ki budhism bhi Ishwar atma par vishwas karte the ye sab vajryani parmpara hogi par wo bhi andhvishwasi nahi the unka najriya alag tha agar aisa hota to Japan China Korea jaise desho ne itani vaigyanik Pragati nahi ki hoti
Ishvar , aatma ki bat hi nahi he. Ishvar , aatma ke bina hi rebirth hota he. Yahi bhgavan buddha ki teachings he. For more detail :- read about pratityasamutpad teaching. Playlist bhi banayi gayi he , pratityasamutpad par wo dekh sakte he. Aur samrat ashok ke time vajrayan kaha se aa gaya ???? Ye thervada Buddhism he , jo samrat ashok follow karte the.
बौद्ध दर्शन नास्तिकता का दर्शन है बुद्ध ने स्पष्ट कहा है कि न तो ईश्वर है न आत्मा होती है पुनर्जन्म भी नहीं होता है जो है बस यही जिंदगी है नमो बुद्धाय जय भीम
धम्म में पुनर्जन्म नही होता है । ऐसा तुम दिखा हो अगर , त्रिपिटक या बाबा साहेब की किसी बुक से तो यह चैनल ही बंद कर दू में !!!! बाबा साहेब जी ने तो खुद , भगवान बुद्ध को नास्तिक कहने में दोष बताया है । बुद्ध और उनके धम्म पुस्तक में ।
@@rahulhiwrale291 बिल्कुल सही पाली भाषा धम्म लिपि को पाली के अर्थ मे समझना होगा सीखकर बुद्ध धम्म मे प्रज्ञा परिवजीत होने के पहले को और बौद्ध बनाने के बाद के जीवन को पुनर्जन्म कहा जाता है, साइंस जर्नी चैनल सुनिये सच्चाई जानने के लिए शब्द का पाली भाषा के शब्द कोश को पढ़ना ही होगा बिना पाली भाषा सीखे अर्थ का अनर्थ हो रहा है
यहां जो अर्थ बताया गया है । वो किसी ऐसे वैसे व्यक्ति ने , ट्रांसलेशन नही किया है । Alexander Cunningham और E. Hultuzch का ट्रांसलेशन बताया गया है । खुद से एक बार , पढ़ लीजिए । दूसरे की बात मानने से अच्छा ।
@BUDDHATheWayOfLiving alexander महोदय अंग्रेज थे उन्होंने क्या लिखा वह बात छोड़कर पहले हम खुद पाली भाषा और उसकी लिपि धम्म लिपि ठीक से सीख ले नही तो सुधीर राज सिंह का यू ट्यूब पाली सुने नही तो पाली हिंदी पाली अंग्रेजी डिक्शनरी खरीदकर पढ़े पाली की क्लास सम्राट हर्ष वर्धन बौद्ध विहार से अथवा यूनिवर्सिटी से पाली सीखे admission ले ले और नही पढ़ना चाहते नही सीखना चाहते तो, कृपया "" साइंस जर्नी "" यू ट्यूब चैनल सुनिये नही तो प्रोफेसर डॉ राजेंद्र प्रसाद जी और प्रोफेसर राजीव पटेल जी की किताब खरीदकर पढ़े अन्यथा डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह जी का चैनल सुनिये राजीव पटेल साहेब की किताबे भी यू ट्यूब पर उपलभ्ध है पूरी जानकारी लेकर ही यू ट्यूब पर बनायेगे तो आपका मान सम्मान और बढ़ेगा वाद विवाद से कोई फायदा नही
Sadhu sadhu sadhu Bhaiya mein 15 saal ka upasak hu yeh sab logo ko pataa nahi aur science journey jaise murkh channel to sri sadharma ka khula naash kar rahe hai parantu aap ko brahma , indra , devlok , sraman brhaman raj aur praja anumodan karti hai yeh saccha karya chaalu rakhiye asli pavitra vismit shri Sadharma laeyega Maine bhi dighnikaya , majhimnikaya , vimana vatthu ,petavatthu aur bahut se granth padhe hai aur sri lanka ke mahamevnawa ke kai pujaniya Arya sangha mere parichay ke hai evam aap sri maharahat yasodhara theri mata ka vihar ban rahe the to kripya uski information deejiye
Bahut bahut dhanyawad mitra 🙏🏻😊🪷☸️ Aur sadhu vad ki aap itane chhote age me dhamma labhi ho. Shraddha se dhamma ka palan kariye. Rahulmata yashodhra ji ka mahavihara banne vala he .lekin abhi jamin dastavej aur trust banane par kam chal raha he. Architect bhi fix kar rahe he. Parbhani , maharastra me banne vala he vihar.
Bhaiya Mahatma Buddh toh Ishwar aur aatma Jaise Concept ke khilaaf the. Toh aap kaise keh sakte hai ki koi Parlok hai??? I am Medical student this parlok type things are unscientific. Namo Budhay 💫
Namo budhhay 🪷🙏🏻 Aap ne pratityasamutpad ka siddhant jo bhagvan buddha ne diya he wo jante he aap ? Aur aap jante he ki aatma ka khandan kese kiya tha BHGAVAN buddha ne ? Agar nahi jante he to is bare me jankari hasil kare..fir aap samaj sakoge Buddhism ke mutabik rebirth kese hota he. Pratityasamutpad ki playlist he wo dekh sakte he aap.
@@BUDDHATheWayOfLiving क्या आप बता सकते हो के भगवान बुद्ध हीनयानी थे की महायानी थे की वैज्रयानी थे ? भगवान बुद्ध ने दृष्ट कर्म त्याग कर अच्छे कर्म को अपनाना ही पुनमजन्म माना है जैसे की अंगुलीमाला ने दृष्ट कर्म सोडके अच्छे कर्म से रहना सुरु किया था। हा महायान वैज्रयान में पुनरजन्म को माना है लेकिन महायान वैज्रयान की स्थापना भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के कइसो सालों बाद की गई और जिन्होंने महायान वैज्रयान की स्थापना की उन्होंने खुद के विचार को जैसे की पुनरजन्म स्वर्ग नरक जैसे विचार को बौद्ध धर्म में घुसेड़े है भगवान बुद्ध का उनसे कोई वासता नहीं। अरे जीन भगवान बुद्ध ने ईश्वर को नकारा वह भगवान बुद्ध अपने धम्म में स्वर्ग नरक जैसे बाते कर ही नहीं सकते। भगवान बुद्ध के बाद महायान वैज्रयान बनाने वाले बौद्ध भिक्षु ने अपने अपने महायान वैज्र यान में पुनर जन्म स्वर्ग नरक को घुसेड़ा है।
Hinyan ( thervada ) me bhi rebirth he. Sirf mahayan aur vajrayana me nahi he. Shri Lanka , thervada Buddhism ko follow karta he. Wahi par , Raja Ashok ne apne putra ko bhej kar , dhamma failaya tha. Shir Lanka me hi , BHAGVAN buddha ke maha parinirvan ke 500 sal bad dhamma ( Tripitak ) likha gaya tha. Waha koi bahar ke log aake milavat nahi ki he. Pure dhamma he thervad tripitak me. Usme bhi rebirth he. Rebirth without soul , samajne ke liye , pratityasamutpad samjiye. Jo bhgavan buddha ne , bodhi tree ke niche Jana tha. Aur buddha and his dhamma me bhi , rebirth, heaven, deity , ghost sab kuch he. Live stream banaye gaye he dekh sakte he.
@@BUDDHATheWayOfLivingMe ek Sri Lankan hu. Kuch haftho pehle muje first time aapka channel mila. Bahuth khush hu ke aapke channel me sahi Thervaad Buddhism hi bathathe hai. Iske liye aap logo ko bahuth dhanyavad. ❤🙏🇱🇰 Mene kuch aur channels bhi dekhe the Indian buddhist logo ke. Par hairan ki bath ye hai ki unme Buddhism ke bareme bahuth sare jhoot hi bolthe hai. Log bhi use sach manthe hai.
वाह गुरुजी, आपलोगों के इस पैतरे की दाद देनी चाहिए, पहले हमारे गरीब और पिछड़े हिन्दुओं भाइयों को Rationality और हमारे यहां स्वर्ग नरक नहीं है ये बोलकर उन्हें बौद्ध धम्म का चुरन बेचिए और फिर जब वो बौद्ध बन जाये तो पाशा पलट दीजिए। अरे सच का सहारा लेकर अपना मत प्रचारित करिए ना। क्या महात्मा बुद्ध बोलकर गए थे क्या मेरा मत फैलाने के लोगों से झूठ बोलो और लोगों को मुर्ख बनाओ।
धम्म बाबासाहेब जी द्वारा दिया गया है । आप खुद पढ़ लो कि बुद्ध और उनका धम्म पुस्तक में बाबा साहेब जी ने पुनर्जन्म , स्वर्ग , प्रेत सभी के बारे में उल्लेख किया गया है । कुछ भी छुपा ने कार्य नहीं हुआ । अब कुछ लोगो को पता नहीं है तो उसका क्या कर सकते हैं ?!
Namo Tassa Bhagavata Arhata Samma Sambuddhasa🙏🏻 Namo Ratnatrayaya🪔 Sadhu Sadhu Sadhu 🌷
Namo budhhay 🙏🏻🪷🙏🏻☸️
Dhanyavad mitra 🙏🏻🪷😊
@@BUDDHATheWayOfLivingBhai kiya koi Buddhist scholar nhi hai joh Zakir nalayak s debate karke usse harade koi naam btao
@@Buddha-v3t bhante sivali is buddhist scholar who can defeat zakir naik
Namo Buddhaya ♥️🙏
साधू 🌼 साधू 🌼 साधू 🌼🙏🏻 सबका मंगल हो 🌼 सबका कल्याण हो 🌼🙏🏻
Sabka mangal hos
कबूतर नहीं मानेंगे 🐦
Great bro ❤❤
❤❤❤
Namo buddhay ☸️🥰
kya marne ke baad koi pashu, pakshi, keede ka jnm pa sakta he kyuki osho jo khud buddhatwa prapt wyakti he ko kehte he ki manushya wapas niche nahi gor sakta wo manusya hi hoga ya to usse upr uthega.. par dhammpad me bhot baar ye kisse aye he ki log mrne ke baad keeda, janwar, paksi ki yoni me jnm grahn krte the..
kripa kr yeh bataye ki aap iske bare me kya samaz rakhte he🙏
हा , मनुष्य के बाद नही, अगर देव योनि के भी चले गए तो वहा से भी सीधा , पशु योनि , प्रेत योनि मिल जाती है ।
मरते वक्त जैसा चित्त ( विज्ञान ) होगा , वैसा ही नाम रूप बनेगा next life के लिए ।
और किसी को भी बुद्धत्व से मत जोड़िए ।🙏🏻
भगवान बुध्द का कहना है की पुनर्जन्म का मतलब Evolution of Chetna in each birth one takes as per ones Kamma. hence Buddha says and prooves there are 31 planes of existence..!
Hence there is truth in Incarnation..!
If one becomes trained in Vipassana and ANAPANASATI DHYAN, one can see his/her Past Lives,, there are practical evidences..
One must get expertise in Anapanasati.then YOU can realise the Truth..! It is YOUR the true nature within..,! Else others are just prisoned in Astik Nastik..debate.
Absolutely 💯 I find atheist and thiest very childish and immature ! They don't want to search experience practice Vipassana what Buddha taught they just want to parrot things up and attack each other very childish both of them !
धम्म लिपि कहते हैं इसे
भगवान बुध्द का कहना है की पुनर्जन्म का मतलब Evolution of Chetna in each birth one takes as per ones Kamma. hence Buddha says and prooves there are 31 planes of existence..!
Hence there is truth in Incarnation..!
If one becomes trained in Vipassana and ANAPANASATI DHYAN, one can see his/her Past Lives,, there are practical evidences..
One must get expertise in Anapanasati.then YOU can realise the Truth..! It is YOUR the true nature within..,! Else others are just prisoned in Astik Nastik..debate.
Every moment we are living in Duality..and duality is because of our EGO.. Unless You drop Your ego and duality you cannot realise the Oneness state of Mind..!
Feeling oneness is discarding your sufferings.. You are in blissful state.. Be always in Blissful state & realise it,.!
अपने गाँव को लोक और दूसरे गाँव को पर लोक कहा जाता है
अच्छा ??? दूसरे गांव में स्वर्ग मिलेगा ????
प्राकृत , पाली में लोक शब्द का अर्थ देख लेना एक बार ।
@BUDDHATheWayOfLiving लोग भारत छोड़कर अमेरिका फ्रांस इंग्लैंड यूरोप अरब जापान आपने बच्चो को उच्च शिक्षा के लिए नौकरी रोजगार व्यापार के लिए क्यो भेजते है यदि भारत मे सब कुछ है तो
सम्राट अशोक यह दूसरे देश जाने की बात की ही नहीं है ।
उन्होंने कहा है की , जो धम्म का पालन करेगा , वो यह इस लोक में भी सुखी होगा , और परलोक में वो स्वर्ग को प्राप्त करेगा ।
पहले लोक शब्द का अर्थ समझ के आओ।
पाली dictionary पढ़ लो एक बार
@@harishchandramaurya5893 science journey se brainwash ho chuke ho
@@scoobyaura-fr6dm आप मत होइये
बौद्ध धम्म में पुनर्जन्म का मतलब जब मनुष्य अंधकारमय जीवन से बाहर निकल कर सत्य की खोज में आगे निकल जाता है, उसे पुनर्जन्म कहा जाता है। और अंधविश्वासी समाज पुनर्जन्म का मतलब कुछ और ही लोगों को बतलाता है। 0:18
यह कौन से सुत्त में ऐसा , बताया गया है भगवान बुद्ध ने । या बाबा साहेब जी की कौन सी किताब में है यह ऐसी व्याख्या ??
यह सम्राट अशोक , तो अच्छे कर्म से इस जीवन में खुशी मिलेगी और परलोक में भी स्वर्ग मिलेगा । ऐसा कह रहे है ।
तो परलोक क्या है ? अगर पुनर्जन्म नही है तो ?
प्राकृत में लोक की व्याख्या देख लो एक बार ।
आपके कहने का मतलब कि सिद्धार्थ ने पारमिताओं को भी पूर्ण किया नहीं ?
@@BUDDHATheWayOfLiving
क्या आप बता सकते हो के भगवान बुद्ध हिनयानी थे की महायानी थे की वैज्रयानी थे ? भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के कइसो साल बाद महायान वैज्रयान की स्थापना हुई और जिन भिक्षुओं ने महायान वैज्रयान की स्थापना की उन्होंने अपने खुद के विचार पुनर जन्म स्वर्ग नरक जैसे विचार अपने अपने महायान वैज्रयान में घुसेड़े भगवान बुद्ध का इन स्वर्ग नरक पुनर जन्म से कोई वास्ता नहीं है।
भगवान बुद्ध ने दृष्ट विचार को खत्म करके अच्छे विचार अपनाना ही नया जन्म माना है इसे ही पुनर जन्म नया जन्म कहा है।
भगवान बुध्द का कहना है की पुनर्जन्म का मतलब Evolution of Chetna in each birth one takes as per ones Kamma. hence Buddha says and prooves there are 31 planes of existence..!
Hence there is truth in Incarnation..!
If one becomes trained in Vipassana and ANAPANASATI DHYAN, one can see his/her Past Lives,, there are practical evidences..
One must get expertise in Anapanasati.then YOU can realise the Truth..! It is YOUR the true nature within..,! Else others are just prisoned in Astik Nastik..debate.
भगवान बुद्ध किसी यान से नही थे । उन्होंने धम्म दिया है । को thervada Buddhism में है ।
थेरवाद को महायान के लोगो ने , हीन यान बोला ।
यहां सम्राट अशोक ने जो स्वर्ग और परलोक कहा है । वो मृत्यु के बाद को ही बात है ।
महायान , वज्रयान ही नही ,
भगवान की मूल शिक्षा , थेरवाद में भी , पुनर्जन्म , स्वर्ग , परलोक हैं।
बाबा साहेब जी की बुक , बुद्ध और उनका धम्म के भी , परलोक की बाते है ।
Live stream section dekh sakte ho. Reference ke liye.
Kahi par bhi kisi ke esa nahi kaha he ki , na thervada tripitaka ke kisi sutta me na hi baba saheb ji ne ki achhe vichar ko apnana , rebirth he .☸️
Aap ye video banakar kya sabit karna chahate ho ki budhism bhi Ishwar atma par vishwas karte the ye sab vajryani parmpara hogi par wo bhi andhvishwasi nahi the unka najriya alag tha agar aisa hota to Japan China Korea jaise desho ne itani vaigyanik Pragati nahi ki hoti
Ishvar , aatma ki bat hi nahi he.
Ishvar , aatma ke bina hi rebirth hota he.
Yahi bhgavan buddha ki teachings he.
For more detail :- read about pratityasamutpad teaching.
Playlist bhi banayi gayi he , pratityasamutpad par wo dekh sakte he.
Aur samrat ashok ke time vajrayan kaha se aa gaya ????
Ye thervada Buddhism he , jo samrat ashok follow karte the.
Ye jatak kathaye kya hoti hai sir????
@BasudevGupta-p7v ye sirf kathaye hai is Katha se budh apne anuyai logo ko achha kya hai bura kya hai tyag kya hota hai iska massage dete the
@@VijayG-yl9eh maine socha unke purvjanam ki kahaniya hai
Vaise jatak ka matlab kya hota hai?
बौद्ध दर्शन नास्तिकता का दर्शन है बुद्ध ने स्पष्ट कहा है कि न तो ईश्वर है न आत्मा होती है
पुनर्जन्म भी नहीं होता है जो है बस यही जिंदगी है
नमो बुद्धाय जय भीम
धम्म में पुनर्जन्म नही होता है । ऐसा तुम दिखा हो अगर , त्रिपिटक या बाबा साहेब की किसी बुक से तो यह चैनल ही बंद कर दू में !!!!
बाबा साहेब जी ने तो खुद , भगवान बुद्ध को नास्तिक कहने में दोष बताया है । बुद्ध और उनके धम्म पुस्तक में ।
@@rahulhiwrale291 बिल्कुल सही पाली भाषा धम्म लिपि को पाली के अर्थ मे समझना होगा सीखकर बुद्ध धम्म मे प्रज्ञा परिवजीत होने के पहले को और बौद्ध बनाने के बाद के जीवन को पुनर्जन्म कहा जाता है, साइंस जर्नी चैनल सुनिये सच्चाई जानने के लिए शब्द का पाली भाषा के शब्द कोश को पढ़ना ही होगा बिना पाली भाषा सीखे अर्थ का अनर्थ हो रहा है
यहां जो अर्थ बताया गया है । वो किसी ऐसे वैसे व्यक्ति ने , ट्रांसलेशन नही किया है ।
Alexander Cunningham और E. Hultuzch का ट्रांसलेशन बताया गया है ।
खुद से एक बार , पढ़ लीजिए ।
दूसरे की बात मानने से अच्छा ।
@BUDDHATheWayOfLiving alexander महोदय अंग्रेज थे उन्होंने क्या लिखा वह बात छोड़कर पहले हम खुद पाली भाषा और उसकी लिपि धम्म लिपि ठीक से सीख ले नही तो सुधीर राज सिंह का यू ट्यूब पाली सुने नही तो पाली हिंदी पाली अंग्रेजी डिक्शनरी खरीदकर पढ़े पाली की क्लास सम्राट हर्ष वर्धन बौद्ध विहार से अथवा यूनिवर्सिटी से पाली सीखे admission ले ले और नही पढ़ना चाहते नही सीखना चाहते तो, कृपया "" साइंस जर्नी "" यू ट्यूब चैनल सुनिये नही तो प्रोफेसर डॉ राजेंद्र प्रसाद जी और प्रोफेसर राजीव पटेल जी की किताब खरीदकर पढ़े अन्यथा डॉ राजेंद्र प्रसाद सिंह जी का चैनल सुनिये राजीव पटेल साहेब की किताबे भी यू ट्यूब पर उपलभ्ध है पूरी जानकारी लेकर ही यू ट्यूब पर बनायेगे तो आपका मान सम्मान और बढ़ेगा वाद विवाद से कोई फायदा नही
तुम्हे यह भी नहीं पता है की , शिलालेख में पाली भाषा का उपयोग नहीं हुआ है ??? 🤦🏻
अब क्या ही बात करे आगे !!
Sadhu sadhu sadhu
Bhaiya mein 15 saal ka upasak hu yeh sab logo ko pataa nahi aur science journey jaise murkh channel to sri sadharma ka khula naash kar rahe hai parantu aap ko brahma , indra , devlok , sraman brhaman raj aur praja anumodan karti hai yeh saccha karya chaalu rakhiye asli pavitra vismit shri Sadharma laeyega
Maine bhi dighnikaya , majhimnikaya , vimana vatthu ,petavatthu aur bahut se granth padhe hai aur sri lanka ke mahamevnawa ke kai pujaniya Arya sangha mere parichay ke hai evam aap sri maharahat yasodhara theri mata ka vihar ban rahe the to kripya uski information deejiye
Bahut bahut dhanyawad mitra 🙏🏻😊🪷☸️
Aur sadhu vad ki aap itane chhote age me dhamma labhi ho.
Shraddha se dhamma ka palan kariye.
Rahulmata yashodhra ji ka mahavihara banne vala he .lekin abhi jamin dastavej aur trust banane par kam chal raha he.
Architect bhi fix kar rahe he.
Parbhani , maharastra me banne vala he vihar.
Bhaiya Mahatma Buddh toh Ishwar aur aatma Jaise Concept ke khilaaf the.
Toh aap kaise keh sakte hai ki koi Parlok hai???
I am Medical student this parlok type things are unscientific.
Namo Budhay 💫
Namo budhhay 🪷🙏🏻
Aap ne pratityasamutpad ka siddhant jo bhagvan buddha ne diya he wo jante he aap ?
Aur aap jante he ki aatma ka khandan kese kiya tha BHGAVAN buddha ne ?
Agar nahi jante he to is bare me jankari hasil kare..fir aap samaj sakoge Buddhism ke mutabik rebirth kese hota he.
Pratityasamutpad ki playlist he wo dekh sakte he aap.
@@BUDDHATheWayOfLiving
क्या आप बता सकते हो के भगवान बुद्ध हीनयानी थे की महायानी थे की वैज्रयानी थे ?
भगवान बुद्ध ने दृष्ट कर्म त्याग कर अच्छे कर्म को अपनाना ही पुनमजन्म माना है जैसे की अंगुलीमाला ने दृष्ट कर्म सोडके अच्छे कर्म से रहना सुरु किया था।
हा महायान वैज्रयान में पुनरजन्म को माना है लेकिन महायान वैज्रयान की स्थापना भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के कइसो सालों बाद की गई और जिन्होंने महायान वैज्रयान की स्थापना की उन्होंने खुद के विचार को जैसे की पुनरजन्म स्वर्ग नरक जैसे विचार को बौद्ध धर्म में घुसेड़े है भगवान बुद्ध का उनसे कोई वासता नहीं।
अरे जीन भगवान बुद्ध ने ईश्वर को नकारा वह भगवान बुद्ध अपने धम्म में स्वर्ग नरक जैसे बाते कर ही नहीं सकते। भगवान बुद्ध के बाद महायान वैज्रयान बनाने वाले बौद्ध भिक्षु ने अपने अपने महायान वैज्र यान में पुनर जन्म स्वर्ग नरक को घुसेड़ा है।
Hinyan ( thervada ) me bhi rebirth he.
Sirf mahayan aur vajrayana me nahi he.
Shri Lanka , thervada Buddhism ko follow karta he. Wahi par , Raja Ashok ne apne putra ko bhej kar , dhamma failaya tha.
Shir Lanka me hi , BHAGVAN buddha ke maha parinirvan ke 500 sal bad dhamma ( Tripitak ) likha gaya tha.
Waha koi bahar ke log aake milavat nahi ki he.
Pure dhamma he thervad tripitak me.
Usme bhi rebirth he.
Rebirth without soul , samajne ke liye , pratityasamutpad samjiye.
Jo bhgavan buddha ne , bodhi tree ke niche Jana tha.
Aur buddha and his dhamma me bhi , rebirth, heaven, deity , ghost sab kuch he.
Live stream banaye gaye he dekh sakte he.
@@BUDDHATheWayOfLivingMe ek Sri Lankan hu. Kuch haftho pehle muje first time aapka channel mila. Bahuth khush hu ke aapke channel me sahi Thervaad Buddhism hi bathathe hai. Iske liye aap logo ko bahuth dhanyavad. ❤🙏🇱🇰
Mene kuch aur channels bhi dekhe the Indian buddhist logo ke. Par hairan ki bath ye hai ki unme Buddhism ke bareme bahuth sare jhoot hi bolthe hai. Log bhi use sach manthe hai.
धन्यवाद मित्र 🙏🏻🪷☸️
जी , भारत में अभी धम्म के बारे के इतनी जानकारी नहीं हैं। और लोग कुछ भी वीडियो बनाते रहते है ।
वाह गुरुजी, आपलोगों के इस पैतरे की दाद देनी चाहिए, पहले हमारे गरीब और पिछड़े हिन्दुओं भाइयों को Rationality और हमारे यहां स्वर्ग नरक नहीं है ये बोलकर उन्हें बौद्ध धम्म का चुरन बेचिए और फिर जब वो बौद्ध बन जाये तो पाशा पलट दीजिए। अरे सच का सहारा लेकर अपना मत प्रचारित करिए ना। क्या महात्मा बुद्ध बोलकर गए थे क्या मेरा मत फैलाने के लोगों से झूठ बोलो और लोगों को मुर्ख बनाओ।
धम्म बाबासाहेब जी द्वारा दिया गया है ।
आप खुद पढ़ लो कि बुद्ध और उनका धम्म पुस्तक में बाबा साहेब जी ने पुनर्जन्म , स्वर्ग , प्रेत सभी के बारे में उल्लेख किया गया है ।
कुछ भी छुपा ने कार्य नहीं हुआ ।
अब कुछ लोगो को पता नहीं है तो उसका क्या कर सकते हैं ?!