Sir me ek hafte se riyaz kr rha hu ...but me pata kaise kru ki me sahi kr rha hu ya galat me lagbhag subah 10 bje riyaz krta hu ....me abhi sirf aakar hakar sa ka riyaz om riyaz aur thoda bhot basic sa sargam krta hu bhot basic to aur me kya kya kru riyaz aur galti kaise dhundu..e
गले से लयबद्ध आवाज निकालने के लिये, गले से निम्नानुसार अभ्यास करे:-- (1) सिहनाद (इसमें शेर के दहाडने के समान आवाज निकाली जाती है), एकबार में लगातार 25 सेकण्ड, एक दिन में अधिकतम 9बार अभ्यास करे। प्रतिदिन छ: माह तक अभ्यास करने से गला धीरे-धीरे खुलने लगेगा। (2) मुह को पुरा खोलकर, पुरी क्षमता से गले से डिजल इंजिन से निकलने वाली बीटीगं वाईस की आवाज़ को गले से निकालने का अभ्यास करे। ऐसा करने से गले में स्थित स्वर पत्रक में लचीलापन आने लगेगा तथा गले से गानेलायक आवाज निकालने की क्षमता लगातार बढना शुरु हो जायेगी। (3) ऐ, आ, हो, ऊः, स्वर को गीतो में संगीत में अलंकार के रूप में इस्तेमाल किये जाते है। अतः अलंकार की उच्च स्वर में प्रेक्टिस से गला खुलने लगता है। (4) इसके साथ ही साथ अपने मन पंसद गीत को बारम्बार सुनकर हुबहु गाने का प्रयास करे। शुरुवात में बेसुरे निकलेगे, लगातार अभ्यास करने से गाने लायक आवाज बनने में एक से डेढ साल तक का वक्त लगेगा। संगीत अभ्यास से ही सीखा जा सकता हे, यह आजीवन की जाने वाली तपस्या है। 🙏
एकदम से कोई भी नया व्यक्ति गीत नही गा सकते है क्योंकि गला उच्च, निम्न ओर मध्यम स्वर नही निकाल पाता है तथा गले से सुर के साथ लय निकल ही नहीं पाती है। हल्का सा उचा स्वर लगाने से ही गला बैठ जाता है। आवाज को खौलने के लिये एवम गायन के लायक बनाने के लिए, गले से विभिन्न प्रकार के व्यायम रोज बीस मिनट निम्नानुसार करना होगा:--- (1) सिहनाद :--इस व्यायम में छत की तरफ देखते हुए गले से शेर के दहाडने जेसी आवाज लगातार 20सेकण्ड तक 10 बार निकालने की कोशिश की जाती है। मात्र एकमाह के प्रतिदिन अभ्यास से ही गले से आश्चर्य जनक लयबद्ध, उच्च स्वर के साथ आवाज निकलने लगेगी,। संगीत सिखने के लिये किसी बगीचे में, या कमरे में अपने मनपसंद गीत को बार बार बहुत ध्यान से सुनिये तथा उसी गीत को गाने का बारम्बार प्रयास, करने से गाने का तरीका, सुर का ज्ञान, आवाज में उतार चडाव, आवाज को किसी गायक के अंदाज़ में गाने की गले की टेक्नीक, का अनुभव होने लगता है। इसके लिये प्रतिदिन आधा घंटा सुबह शाम गाने का अभ्यास करे। छः माह में आपको अपनी गायकी पर विश्वास होने लगेगा। क्योंकि आप बेसुरे अंदाज़ में भी मधुरता से गीत गाने लग जायेगे। और तब आप खुद ही समझने लगेंगे की गले से उच्च, मध्यम एवम निम्न स्वर में गायन केसे कर सकते हैं, गायन करते हुए सांस किस तरह खीची जाए, आवाज की रेंज को केसै बढ़ाया जा सकता है इत्यादि। शुरुआत में गले में काफी रुकावट,आयेगी, परन्तु लगातार अभ्यास से आवाज में मधुरता बडेगी तथा गला खुलने लगेगा। 🙏
Superb
Thanks 🤗
बहुत आराम से सीखने योग्य ❤
1 bat hai sir aap ka voice bahut hi behtarin hai
Thanku
Hari Om very beautifully gaya Hai.
Thanku
Sir , in which city yours classes are conducted ?
प्रणाम .❤❤
Mumbai
❤
Very useful lesson. Thanks❤
Which collar mic are u using? Plz share link
Beautiful information 👍🙏🏼👌
Thank you so much sir 🙏
Most welcome
Very nicely
So nice
Sir kya kahana chiye
Thankyou sir 🙏
So nice of you
Sir ji app technically Asha sikhate hi , at what stage taal matera need to learn and how taal easily apply to ryaaz
How to join your live online classes?
Nice tips..
Do u take online classes
Yes I do
Tell me the procedure please
Your contact number sir?
Tanpure pr swar kaise pke kre
Kharj ka Riyaz vowels me bhi kar sakte he
Haa bilkul kar sakte hain
हरि ॐ तत् सत्
प्रणाम 🙏
जी माइक के बिना सही स्वर लगता हैं और माइक पर गाने पर स्वर का पता नहीं चलता हैं कृपया मार्गदर्शन करें धन्यवाद 🙏
60 साल के बाद , यानि बुजुर्ग गाना कैसे गाये , आवाज उठाई नही पाती , हां ... लय का ख्याल हैं
बस इस उम्र में लय बचा हैं
पवार
गुरुग्राम
🇮🇳🙏👉😌
Bhaiya pls bataye ki agar season ki wajah se gala kharab ho gaya hai to kya riyaz karna chahiye hai uss waqt bhi????
Nahi aage ke video me bata dunga
Sir khbi khbi toda ja lamba song by ni gaya jata shs lini phdte hi
Charan Bandhan sar Mera prashn yah hai ek gazal gane Wale Ko kya kya Dhyan rakhna chahie riyaz karte time aur gazal karya kaise karte hain
Sir not answering where r you located? How will contact you pl reply
I live in Mumbai you can get contact in description or you can contact on 8953481940
Bit tal par nhi ga pati kya kru
Sir mikka singh ki tarah dikhte ho
Aare waah
Sir me ek hafte se riyaz kr rha hu ...but me pata kaise kru ki me sahi kr rha hu ya galat me lagbhag subah 10 bje riyaz krta hu ....me abhi sirf aakar hakar sa ka riyaz om riyaz aur thoda bhot basic sa sargam krta hu bhot basic to aur me kya kya kru riyaz aur galti kaise dhundu..e
Aap koshish karo ki apne aap ko suno gane se zyada jaroori sunna hai fir galti kam hongi
Sir ji mai 60plas hu kyo mai sangit sikh sakti hu
Haa bilkul sikh sakte hain
Taal par bnaye
Kharaj me Dha tak jata hi .aap swar khraj lamba bole . Thanks
Sir main kafi din se riyaz kar raha hun but meri awaz nahi ban pa rahi rahi
AAP ka telephone nober
8953481940
मैं सुबह योग प्राणायाम और रियाज नियमित लंबे समय से कर रहा हूं लेकिन वह फायदा मुझे दिखाई नहीं देता ऐसा क्या गलत कर रहा हूं यह बताने का कष्ट करें, 🙏
Kharab ka Keya matlab hai guruji
Crack hogi aawaz
Sir बहुत समय से riyaz कर रहा हु असर नही हो रहा
गले से लयबद्ध आवाज निकालने के लिये, गले से निम्नानुसार अभ्यास करे:-- (1) सिहनाद (इसमें शेर के दहाडने के समान आवाज निकाली जाती है), एकबार में लगातार 25 सेकण्ड, एक दिन में अधिकतम 9बार अभ्यास करे। प्रतिदिन छ: माह तक अभ्यास करने से गला धीरे-धीरे खुलने लगेगा।
(2) मुह को पुरा खोलकर, पुरी क्षमता से गले से डिजल इंजिन से निकलने वाली बीटीगं वाईस की आवाज़ को गले से निकालने का अभ्यास करे। ऐसा करने से गले में स्थित स्वर पत्रक में लचीलापन आने लगेगा तथा गले से गानेलायक आवाज निकालने की क्षमता लगातार बढना शुरु हो जायेगी। (3) ऐ, आ, हो, ऊः, स्वर को गीतो में संगीत में अलंकार के रूप में इस्तेमाल किये जाते है। अतः अलंकार की उच्च स्वर में प्रेक्टिस से गला खुलने लगता है। (4) इसके साथ ही साथ अपने मन पंसद गीत को बारम्बार सुनकर हुबहु गाने का प्रयास करे। शुरुवात में बेसुरे निकलेगे, लगातार अभ्यास करने से गाने लायक आवाज बनने में एक से डेढ साल तक का वक्त लगेगा।
संगीत अभ्यास से ही सीखा जा सकता हे, यह आजीवन की जाने वाली तपस्या है। 🙏
Mujhe to koi sikhne hi nhi deta 😢main kya kru
aap rehne do
Mam aisi samasyaen sabke jivan mein hoti hai aap lade apne liye aur apna Riaz shuru Karen
Aap kisi Musician se shadi kar lo
Online classes ke liye aap ka watsapp no. Milega sir ji
8953481940 whatsapp
एकदम से कोई भी नया व्यक्ति गीत नही गा सकते है क्योंकि गला उच्च, निम्न ओर मध्यम स्वर नही निकाल पाता है तथा गले से सुर के साथ लय निकल ही नहीं पाती है। हल्का सा उचा स्वर लगाने से ही गला बैठ जाता है। आवाज को खौलने के लिये एवम गायन के लायक बनाने के लिए, गले से विभिन्न प्रकार के व्यायम रोज बीस मिनट निम्नानुसार करना होगा:---
(1) सिहनाद :--इस व्यायम में छत की तरफ देखते हुए गले से शेर के दहाडने जेसी आवाज लगातार 20सेकण्ड तक 10 बार निकालने की कोशिश की जाती है। मात्र एकमाह के प्रतिदिन अभ्यास से ही गले से आश्चर्य जनक लयबद्ध, उच्च स्वर के साथ आवाज निकलने लगेगी,।
संगीत सिखने के लिये किसी बगीचे में, या कमरे में अपने मनपसंद गीत को बार बार बहुत ध्यान से सुनिये तथा उसी गीत को गाने का बारम्बार प्रयास, करने से गाने का तरीका, सुर का ज्ञान, आवाज में उतार चडाव, आवाज को किसी गायक के अंदाज़ में गाने की गले की टेक्नीक, का अनुभव होने लगता है। इसके लिये प्रतिदिन आधा घंटा सुबह शाम गाने का अभ्यास करे। छः माह में आपको अपनी गायकी पर विश्वास होने लगेगा। क्योंकि आप बेसुरे अंदाज़ में भी मधुरता से गीत गाने लग जायेगे। और तब आप खुद ही समझने लगेंगे की गले से उच्च, मध्यम एवम निम्न स्वर में गायन केसे कर सकते हैं, गायन करते हुए सांस किस तरह खीची जाए, आवाज की रेंज को केसै बढ़ाया जा सकता है इत्यादि।
शुरुआत में गले में काफी रुकावट,आयेगी, परन्तु लगातार अभ्यास से आवाज में मधुरता बडेगी तथा गला खुलने लगेगा।
🙏
Sahi baat hai